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सोमवार, 30 मई 2011

वरमाला में बदली दुल्हन, बैरंग लौटा दूल्हा


वरमाला में बदली दुल्हन, बैरंग लौटा दूल्हा

बांदीकुई ग्रामीण (दौसा). शादी की सभी रस्में असली, बारात की जोरदार आवभगत, लेकिन दुल्हन से लेकर वधू पक्ष का हर एक आदमी किराये का। इस पूरे फर्जीवाड़े का खुलासा भी उस समय हुआ, जब वरमाला डालते समय दूल्हे राकेश को दुल्हन बदली हुई दिखी। बारात दौसा जिले के द्वारापुरा गांव की थी और शनिवार शाम दौसा शहर के शैलजा मैरिज गार्डन में पहुंची थी।

आखिर दूल्हे और बारात को बैरंग लौटना पड़ा। यह पूरी धोखाधड़ी वर पक्ष से 3 लाख रु. लेकर शादी कराने वाले बिचौलिये की रही। डीडवाना निवासी बिचौलिये और वर पक्ष के बीच करीब एक माह पहले शादी की बात हुई थी। बिचौलिये ने वधू पक्ष को इंदौर का बताते हुए दुल्हन की फोटो दिखाई थी और 28 मई को शादी तय कर दी थी। 26 मई को लगन-टीका का कार्यक्रम भी हुआ। अब खुलासा हुआ है कि इस कार्यक्रम में पहुंचे दुल्हन पक्ष के लोग भी पैसे देकर लाए गए थे।

शनिवार को जैसे ही वरमाला की रस्म शुरू हुई, दूल्हा सामने वरमाला लेकर खड़ी दुल्हन को देख भौंचक्का रह गया। उसे शादी से पहले जिस लड़की की फोटो दिखाई गई थी, वो दुल्हन से नहीं मिल रही थी। दूल्हे के परिजनों को जब इसका पता चला तो उन्होंने बिचौलिए को पकड़ लिया और उसके साथ सख्ती की तो उसने सच उगल दिया। मैरिज होम के संचालक सुनील त्रिवेदी ने बताया कि वरपक्ष ने ही मैरिज होम बुक किया था और खान-पान की व्यवस्था भी उनकी ही थी।

दुल्हन को ड्रामे के लिए दिए थे 10 हजार: वरमाला के दौरान जिस लड़की को दुल्हन बनाकर खड़ा किया गया था, लालसोट (दौसा) के पास के एक गांव की थी। उसने बताया कि उसे इस ड्रामे के लिए 10 हजार रुपए रोज देना तय हुआ था। उसे तीन दिन तक दुल्हन बनने का नाटक करना था।

कोलवा पुलिस भी पहुंची गांव: घटना की जानकारी मिलने के बाद कोलवा पुलिस मौके पर पहुंची। एएसआई शिंभूदयाल सोनी ने बताया कि पीड़ित परिवार ने उन्हें कोई रिपोर्ट नहीं दी है लेकिन लोगों से जानकारी मिली है कि जिस लड़की की फोटो दिखाते हुए शादी तय हुई थी वह लड़की नहीं मिलने के कारण बारात एवं दूल्हा बिना शादी के बैरंग लौट गए हैं।