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गुरुवार, 12 दिसंबर 2019

जैसलमेर हरियाणवी डांसर सपना चौधरी के गजबण गीत की शूटिंग का स्थानीय लोगो का विरोध ,आखिर होटल में किया शूट प्रशासनिक स्वीकृति पर उठे सवाल

जैसलमेर   हरियाणवी डांसर सपना चौधरी के गजबण गीत की शूटिंग का स्थानीय लोगो का विरोध ,आखिर होटल में किया शूट

प्रशासनिक स्वीकृति पर उठे सवाल


जैसलमेर अपनी अद्भुत लोकेशन की वजह से फ़िल्मी दुनिआ में खास जगह बनाने वाले जैसलमेर में इन दिनों फ़िल्मी दुनिआ की शूटिंग की धूम मची हैं ,हाल ही में आमिर खान अपनी फिल्म लाल सिंह चड्ढा की शूटिंग क्र गए हे तो साउथ के सुपर स्टार धनुष अपनी फिल्म सुहानी की शूटिंग के लिए तैयार हैं ,इसी बीच हरियाणा की मशहूर डांसर सपना चौधरी अपने मशहूर गीत गजबण के विडिओ शट के लिए जैसलमेर सोमवार रत पहुंची थी ,चूँकि जिला प्रशासन द्वारा शूटिंग की स्वीकृति जारी नहीं की गयी थी तो शूट मंगलवार को दिन में रोकना पड़ा ,रात को कुलधरा रोड पर स्थित एक निजी होटल में शट किया,इसी बीच सपना चौधरी के शूट की स्वीकृति का आवेदन जिला प्रशासन को भेजा गयाजिसमे ड्रोन इस्तेमाल की स्वीकृति जारी करने का लिखा गया था,जिला प्रशासन ने देर रात तक कार्यालय खुले रख परमिशन जारी की ,मगर नियमानुसार परमिशन आवेदन में शूटिंग और शूटिंग स्थलों का ,और सुरक्षा व्यवस्था का कोई जिक्र नहीं था ,इसके बावजूद जिला प्रशासन  परमिशन जारी कर दी जिस पर स्थानीय लोगो ने सवाल उठाये,इसी बेच बुधवार को सपना चौधरी शूटिंग के लिए ऐतिहासिक खंडहरों के गांव कुलधरा में शूटिंग के लिए पहुंची तो स्थानीय लोगो द्वारा शूटिंग का जोरदार विरोध किया ,कुलधरा में ऐतिहासिक स्मारकों के सरंक्षण को लेकर उच्च न्यायालय की रोक लगी हुई हे,इसके बावजूद जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन ने शूटिंग यूनिट को रोकने का प्रयास नहीं किया ,कुलधरा में विरोध के बाद सपना चौधरी अपनी यूनिट के साथ  होटल पहुंची,होटल में ही गीत शूट किया गया.

सपना चौधरी जैसी बड़ी सेलिब्रेटी की सुरक्षा मानकों की कोई जांच नही की गई न ही पुलिस विभाग से रिपोर्ट मांगी गई।।ऐसी क्या जल्दबाजी थी कि आवेदन देर शाम लगने के बाद जिला प्रशासन ने देर रात अपने कार्यालय खुले रख परमिशन जारी की।अगर इतनी बड़ी सेलिब्रेटी के साथ कोई हादसा हो जाये तो जिम्मेदार कौन होगा।।

जबकि फ़िल्म लाइन से जुड़े स्थानीय लोगो को परमिशन के लिए जिला प्रशासन चक्कर पे चक्कर खिलाते है।।महीनों तक परमिशन जारी नही करते।जबकि स्थानीय लोग वेध और नियमानुसार शूटिंग की परमिशन लगते है इसके बावजूद उन्हें परमिशन के लिए पापड़ बेलने पड़ते है साथ जगह जगह सुविधा शुल्क देना पड़ता है।।