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रविवार, 19 जनवरी 2020

जैसलमेर शहर के एक मात्र सनसेट पॉइंट को नष्ट करने पे तुले भूमाफिया* *आखिर सबसे बड़े टूरिस्ट पॉइंट के प्रति बेरुखी क्यों*

जैसलमेर  शहर के एक मात्र सनसेट पॉइंट को नष्ट करने पे तुले भूमाफिया*

*आखिर सबसे बड़े टूरिस्ट पॉइंट के प्रति बेरुखी क्यों*





जैसलमेर पर्यटन के विश्व मानचित्र पर अपनी खास पहचान बनाने वाले जेसलमेर में पर्यटन स्थलों के प्रति प्रशासन की बेरुखी समझ से परे है।।इस पर्यटन स्थलों पर अतिक्रमी कब्जा जमाए बेठे है।जिम्मेदार आंखे मूंद कर बेठे है।।शहर के एक मात्र सनसेट पॉइंट सूली डूंगर पर्यटकों के लिए खास आकर्षण का केंद्र सदा से रहा है।।प्रतिदिन सेकड़ो पर्यटक सूली डूंगर पर आकर सूर्यास्त के समय शहर को निहारते है।।शहर का यही एक मात्र स्थान है जंहा से पूरे शहर का शानदार दृश्य पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र बना रहता था।।पिछले कुछ समय से सूली डूंगर पर अतिक्रमियों की नजर पड़ गई है।।जगह जगह माफियो ने सरकारी जमीन पर कब्जे कर अवैध व्यावसायिक निर्माण बिना किसी इजाजत के बना दिये।सूली डूंगर के नीचे कलाकार कॉलोनी है।।यह कॉलोनी तत्कालीन जिला कलेक्टर डॉ ललित के पंवार ने स्थानीय लोक कलाकारों के पुर्नवास के लिए स्थापित कर लोक कलाकारों को प्लाट देकर स्थापित किया था।।कलाकार कॉलोनी में अधिकांस मांगणियार लोक गायकों को बसाया गया था।चूंकि सूली डूंगर सूर्यास्त बिंदु था सेकड़ो की तादाद में पर्यटक शाम होते ही पहुंचते हैं।।ऐसे में लोक कलाकारों को रोजगार मिल जाता था।।धीरे धीरे कलाकार कॉलोनी में अवैध रूप से व्यावसायिक निर्माण शुरू हो गए।।आज इस कॉलोनी में अवैध रूप से तीन से चार मंजिला पचास के करीब होटलों का निर्माण हो चुका है।।अवैध होटलों के पनपने से सूर्यास्त बिंदु से शहर का व्यू देखने मे बाधाएं आ रही है।जिम्मेदारों को कई मर्तबा सूचित करने के बावजूद कोई कार्यवाही नही की गई।।जानकारी के मुताबिक सूली डूंगर पहाड़ को अतिक्रमियों ने खोद कर बेनामी प्लाट में बदल बेचने का धंधा शुरू कर दिया।।तीस तीस लाख में सरकारी जमीनों को होटल व्यवसायियों को बेचा गया है ।तो कुछ माफियो द्वारा इस सरकारी संपति पर अतिक्रमण कर व्यावसायिक गतिविधियां अवैध रूप से संचालित कर रखी है।।इतना ही नही सूली डूंगर से शहरी क्षेत्र को पेयजल आपूर्ति के लिए आठ इंच की पाइप लाइन सूली डूंगर से कलाकार कॉलोनी में उतार रखी है।माफियो ने इस पाइप लाइन के ऊपर ही कब्जा कर निर्माण करवा दिए।।और तो और सनसेट पॉइंट तक पहुँच के आमरास्ते मनमाने तरीके से बन्द कर दिए।।आमरास्तो पर अतिक्रमण कर कब्जे कर लिए।।

*सनसेट पॉइंट को विकसित करने की जरूरत*

सूली डूंगर स्थित सूर्यास्त बिंदु को विकसित करने की महती आवश्यकता है।।यहां प्रतिदिन सेकड़ो पर्यटक पहुंचते हैं।।डूंगर पर ही माताजी का पारंपरिक मंदिर है।।इस मंदिर के प्रति शहर वासियों की अगाध श्रद्धा है।नवरात्रि में इस मंदिर पर खास चहल पहल रहती है।।सूर्यास्त बिंदु काफी क्षतिग्रस्त हो गया है।।कभी भी कोई हादसा किसी की भी जान ले सकता है।।इस बिंदु को नए सिरे से विकसित करने के साथ साथ प्रशासन या नगर परिषद को यहां सेल्फी पॉइंट स्थापित करना चाहिए।।जिससे पर्यटकों का रुझान और अधिक बढ़ेगा।सनसेट पॉइंट तक जाने वाली सीढ़ियों पर लाइटिंग नगर परिषद द्वारा कर रखी थी जो लम्बे समय से बंद हैं,जिसके कारन आने वाले पर्यटकों को अँधेरे के कारन परेशानी उठानी पड़ती हे। पॉइंट की तलहटी में बबूल के पेड़ बड़ी संख्या में उगे हे जिसके कारन पॉइंट का सौंदर्य खत्म हो गया। ।सूली डूंगर पर और उसकी तलहटी में किये अतिक्रमणों को तत्काल प्रभाव से हटाकर इस क्षेत्र को पर्यटन जोन में शामिल कर इसे विकसित करें।।सूली डूंगर की तलहटी में बबूल की झाड़ियों को हटाकर इसे वेल्ली के रूप में विकसित किया जा सकता है।।

*अवैध होटलों पर कड़ी कार्यवाही हो,तीन से चार मंजिला अवैध होटलों को हटाया जाए*

इस आवासीय कॉलोनी में पचास से अधिक अवैध होटलों का निर्माण हो रखा है ।इस होटल व्यवसायियों के पास न तो अधिकृत दस्तावेज है न ही सक्षम निर्माण इजाजत।आवासीय भूखंडों पर मनमाने तरीके से चार चार मंजिल तक कि होटल निर्माण अवैध रूप से बना दिये।।कई होटल तो सीलिंग सीमा का भी उल्लंघन कर रहे है।आवासीय प्लटो का बिना व्यावसायिक में नामांकरण कराए अवैध होटल खड़ी कर दी ।स्थानीय निवासियों को इन होटलों के कारण कई दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।।जिला प्रशासन और नगर परिषद को ऐसे मामलों में तत्काल कार्यवाही अमल में लाकर सरकार की अरबो रुपयों की जमीन अतिक्रमण मुक्त करनी चाहिए।।।

रविवार, 15 दिसंबर 2019

स्वर्ण नगरी के पर्यटन स्थलों का जूही चावला ने किया भ्रमण, अव्यवस्थओं को लेकर जताई नाराजगी

स्वर्ण नगरी के पर्यटन स्थलों का जूही चावला ने किया भ्रमण, अव्यवस्थओं को लेकर जताई नाराजगी


जैसलमेर: दिल्ली के उद्योगपति चौरसिया फैमिली में शादी को लेकर बॉलीवुड की अदाकारा जूही चावला जैसलमेर आई हुई है. आज जैसलमेर दौरे के दौरान बॉलीवुड अदाकारा जूही चावला ने जैसलमेर के पर्यटक स्थलों का भ्रमण कर जैसलमेर की कला संस्कृति से रूबरू हुई. जूही चावला ने जैसलमेर के सोनार किला, पटवों की हवेलियां सहित कई पर्यटन स्थलों का भ्रमण किया वहीं यहां की ऐतिहासिक स्थलों पर फोटोग्राफी की. जैसलमेर की गलियों में जूही चावला को देख उनके प्रशंसकों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी. वहीं कहीं महिलाओं ने उनके साथ फोटो भी खिंचवाई. जूही चावला ने जैसलमेर की तारीफ की वही जैसलमेर के पर्यटक स्थलों पर अव्यवस्थाओं को लेकर भी नाराजगी प्रकट की. जैसलमेर के पर्यटक स्थलों की इन्हीं अव्यवस्थओं को लेकर आज जैसलमेर भ्रमण पर आई फिल्म अभीनेत्री जूही चावला ने भी निराशा व्यक्त की और कहा कि अगर समय रहते जैसलमेर में पर्यटन व्यवसाय को गंभीरता से नहीं लिया गया तो वो दिन दूर नहीं कि सैलानी यहां आना बंद कर देंगे.

जैसलमेर सैलानियों के लिये भ्रमण का सबसे बेहतरीन विकल्प बन कर उभर रहा: 

पर्यटन नगरी जैसलमेर जो देश और दुनिया के सैलानियों के लिये भ्रमण का सबसे बेहतरीन विकल्प बन कर उभर रहा है और यहां पर दुनिया भर के सैलानियों के साथ साथ विभिन्न फिल्मों और धारावाहिकों के फिल्मांकन को लेकर भी बडी संख्या में फिल्मकार यहां आते रहे हैं लेकिन इसी स्वर्णनगरी और पर्यटन नगरी में आज यहां की गंदगी और अव्यवस्थाओं को देखकर जैसलमेर भ्रमाण पर आई फिल्म अभीनेत्री जूही चावला ने निराशा व्यक्त की है.

प्रशासनिक और सरकारी उदासीनता के चलते अव्यवस्थाएं हावी: 
जूही ने कहा कि जैसलमेर जैसी जगह अगर किसी अन्य देश में होती तो वहां के लोग इसकी खूबसूरती को बरकरार रखने के लिये तमाम व्यवस्थाएं करते क्योंकि पर्यटन के नाम पर इस तरह की जगहें स्थानीय लोगों को रोजगार तो देती ही है साथ ही दुनियाभर में देश का नाम भी ऊंचा करती है. ऐसे में इस तरह की जगहों का खास ध्यान रखा जाना चाहिये. जूही ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि वे पहले भी जैसलमेर आई और कई फिल्मों के फिल्मांकन में उन्होंने यहां के पर्यटक स्थलों को देखा लेकिन जिस तरह से प्रशासनिक और सरकारी उदासीनता के चलते यहां पर अव्यवस्थाएं लगातार हावी हो रही है उससे लगता है कि आने वाले समय में सैलानी यहां आना बंद कर देंगे. जूही ने पर्यटन विभाग के जिम्मेदारों से भी अपील की है कि अगर जैसलमेर में पर्यटन से जुड़ी व्यवस्थाओं को और अधिक बेहतर किया जाये तो यहां हिन्दी फिल्मों के साथ साथ विदेशी फिल्मकार भी आना पसंद करेंगे लेकिन उसके लिये जो बेसिक व्यवस्थाएं हैं उन्हें माकूल किया जाना चाहिये.