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मंगलवार, 18 अगस्त 2015

जैसलमेर दर्शन। जैसलमेर का राज्य चिन्ह और ताजिमी ठिकाने


जैसलमेर दर्शन। जैसलमेर का राज्य चिन्ह और ताजिमी ठिकाने


:: जैसलमेर का राज्य चिन्ह ::




जैसलमेर के राज्य चिन्ह में एक ढाल है जिस पर एक सुगन चिड़िया है । ढाल के दोनों और हिरण है । ढाल के मध्य में किले की बुर्जे दिखाई देती है । जिस पर एक हाथ से टुटा हुआ भाला है जो शत्रु पर आक्रमण करते हुए दिखाया गया है । इस भाले के चिन्ह से इस राज्य की कुलदेवी सांगीयाजी से स्वांग अथवा भाला रखने वाली है । कहते है की मगध के राजा जरासंध के पास यह भाला था । जिससे उसकी सब जगह विजय होती थी । श्रीकृष्ण के समय में यादवों ने महाकाली की आराधना की जिससे देवी प्रसन्न हो शत्रु से युद्ध कर यह भाला प्राप्त कर यादवों को प्रदान किया । छीनते समय यह भाला टूट गया जब टूटे हुए भालें का चिन्ह ही उस पर अंकित कर दिया । पक्षी सुगन चिड़ि के बारे में कहते है की एक समय यह चिड़िया देवराज जी के सिर पर आ बैठी थी तब से उनके हर कार्य में जीत रही । तब से इस चिड़िया को शुभ मानते है । ढाल के नीचे छ्त्राला यादवपति लिखा है । श्रीकृष्ण मेघाडंबर धारण किया तब से छ्त्राला यादव पति कहलाये ।
:: जैसलमेर के ताजीमी ठिकाने ::

१ बिकमपुर २ बरसलपुर ३ तेजमालता, रणधा , मोढ़ा ४ झिनझिनयाली , बईया ,कुंडा, भाडली ,देवड़ा , सिहड़ार ५ गजेसिंह का गाँव , चेलक ६ जोगीदास का गाँव नवांतला ७ बड़ोदा गाँव ,डांगरी , राजगढ़ ८ बारू , टेकरा ९ सत्याया , बालाना अजासर, घंटियाली ।