बायतु लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं. सभी संदेश दिखाएं
बायतु लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं. सभी संदेश दिखाएं

बुधवार, 3 अक्टूबर 2018

थार की चुनावी रणभेरी 2018,बायतु विधानसभा क्षेत्र* राजस्थान चुनाव: क्या बायतु विधानसभा में वापसी करेगी कांग्रेस? *एक बार भाजपा एक बार कांग्रेस जीती,अब दोनों नेता भाजपा के खेमे में*

*थार की चुनावी रणभेरी 2018,बायतु विधानसभा क्षेत्र*

राजस्थान चुनाव: क्या बायतु विधानसभा में वापसी करेगी कांग्रेस?

*एक बार भाजपा एक बार कांग्रेस जीती,अब दोनों नेता भाजपा के खेमे में*

बाड़मेर जिले की जाट बाहुल्य विधान सभा सीट बायतु में इस बार भाजपा कांग्रेस के लिए जीत चुनोतिपूर्ण हैं। जाटों का भाजपा में बड़ी संख्या में होने और कांग्रेस में जाटों का खिसकता आधार इस बार चुनाव में नए समीकरण पैदा करेगा।।

राजस्थान के चुनावी समर में सियासी बिसात बिछ चुकी है. मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे गौरव यात्रा के जरिए जनता के बीच अपनी उपलब्धियों का बखान कर रही हैं. तो वहीं कांग्रेस भी संकल्प रैली माध्यम से सरकार की नाकामियों को उजागर करने में लगी है.

सीटों के लिहाज से राजस्थान के सबसे बड़े क्षेत्र मारवाड़ में जोधपुर संभाग के 6 जिले-बाड़मेर, जैसलमेर, जालौर, जोधपुर, पाली, सिरोही की कुल 33 सीट और नागौर जिले की 10 सीटों को मिलाकर कुल 43 विधानसभा क्षेत्र हैं. कभी कांग्रेस का गढ़ रहे मारवाड़ में पिछले चुनाव में बीजेपी ने 39 सीट जीत कर इस गढ़ को ढहा दिया. कांग्रेस के खाते में तत्कालीन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की सीट समेत महज तीन सीट आई जबकि एक सीट पर निर्दलीय ने कब्जा जमाया.

बाड़मेर जिले की बात करें तो यह जैसलमेर के बाद राजस्थान का दूसरा सबसे बड़ा जिला है. जिले की सात विधानसभा-शिव, बाड़मेर, बायतु, पचपदरा, सिवाना, गुड़ामलानी और चौहटन सीटों में बाड़मेर छोड़कर सभी 6 सीटों पर बीजेपी का कब्जा है. बायतु विधानसभा क्षेत्र संख्या 136 की बात करें तो यह सामान्य सीट है. 2011 की जनगणना के अनुसार यहां की जनसंख्या 339510 है जो पूरी तरह से ग्रामीण क्षेत्र है. वहीं कुल आबादी का 14.7 फीसदी अनुसूचित जाति और 4.5 फीसदी अनुसूचित जनजाति हैं.

2017 की वोटर लिस्ट के अनुसार बायतु विधानसभा में मतदाताओं की संख्या 207787 है और 317 पोलिंग बूथ हैं. 2013 के विधानसभा चुनाव में इस सीट पर 78.62 फीसदी और 2014 के लोकसभा चुनाव में 77.8 फीसदी मतदान हुआ था.

2013 विधानसभा चुनाव का परिणाम

साल 2013 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी के कैलाश चौधरी ने कांग्रेस विधायक कर्नल सोनाराम चौधरी को 13974 वोटों से पराजित किया. विधानसभा चुनाव हारने के बाद सोनाराम बीजेपी में शामिल हो गएं और बाड़मेर से बीजेपी के टिकट पर लोकसभा चुनाव लड़ते हुए पूर्व केंद्रीय मंत्री जसवंत सिंह को मात दी. 2013 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी के कैलाश चौधरी को 73097 और कांग्रेस के कर्नल सोनाराम चौधरी को 59123 वोट मिले थें.

2008 के विधानसभा चुनाव का परिणाम

साल 2008 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के कर्नल सोनाराम चौधरी ने बीजेपी के कैलाश चौधरी 36418 वोटों से शिकस्त दी. कांग्रेस के कर्नल सोनाराम चौधरी को 62207 और बीजेपी के कैलाश चौधरी को 25789 वोट मिले थें.

बुधवार, 9 नवंबर 2016

बायतु। घर जलकर खाक, खुले में रहने की मजबूरी

बायतु। घर जलकर खाक, खुले में रहने की मजबूरी

बायतु। बायतू उपखण्ड का एक परिवार मंगलवार की काली रात को पूरे जीवन में कभी नहीं भूलेगा। तालाराम ढाढ़ी के घर में मंगलवार को आग लगने से सब कुछ जल कर खाक हो गया। मामले में सबसे दुखद पहलू यह है कि यह बीपीएल परिवार घर जल जाने के बाद खुले आसमान तले रहने को मजबूर हो गया है। ऐसे में तालाराम ढाढ़ी का परिवार मंगलवार की पूरी रात सर्दी के मौसम में खुले आसमान तले रहा। घर जलने से इस परिवार की जिंदगी बेजार नजर आ रही है। घर के बुजुर्ग और बच्चे सभी बेहाल नजर आ रहे है।  मामले की जानकारी ग्रामीणों के माध्यम से जनप्रतिनिधियों और प्रशासन को दी गई लेकिन, अभी तक कोई प्रशासनिक अधिकारी नही मौके पर नहीं पहुंचा है।
Home destroyed in fire in barmer - News in Hindi

सोमवार, 7 नवंबर 2016

बाड़मेर। हिन्दू रीति-रिवाजों से दी सांड को अंतिम विदाई

बाड़मेर। हिन्दू रीति-रिवाजों से दी सांड को अंतिम विदाई

बाड़मेर। कहते हैं कि इंसान का पशुओं से नाता बरसों का है। यह नाता कई मर्तबा नजीर बनता नजर आता है। ऐसी ही नजीर देखने को मिली बाड़मेर के बायतु में। यहां दुर्घटना का शिकार एक सांड का लोगों ने हिन्दू रीति-रिवाज से अंतिम संस्कार किया। सांड के अंतिम संस्कार में सैकड़ों की तादात में बायतु के बाशिंदे शरीक हुए। जानकारी के मुताबित गटर में गिरने से एक सांड की मौत हो गई। गौ भक्तों को जब इसका पता चला तो उन्होंने उसे बाहर निकाल कर समाधि दी। इस मौके पर बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे। मामला बायतू के बाटाडू गांव का है। एक सांड की गटर मे गिरने से मौत हो गई। इस पर विश्व हिन्दू परिषद् गौ सेवा प्रमुख जोगाराम जांगिड़ बाटाडू, दोलाराम धुनधवाल, गजाराम, मुलाराम मायला, पुरखाराम, रेवताराम, लिखमाराम सियाग, बघीराम गौड, पुरखाराम जाणी, भेराराम सुथार और कई ग्रामीणों ने सांड को सोमवार के दिन समाधि दी।
Hindu funeral rituals of bull in barmer - News in Hindi

शनिवार, 11 जून 2016

बायतु/बाड़मेर.बायतु में निकली भव्य शोभायात्रा, श्रीमद्भागवत महापुराण पारायण एवम् पुष्टि महोत्सव का आगाज



बायतु/बाड़मेर.बायतु में निकली भव्य शोभायात्रा, श्रीमद्भागवत महापुराण पारायण एवम् पुष्टि महोत्सव का आगाजVideo : बायतु में निकली भव्य शोभायात्रा, श्रीमद्भागवत महापुराण पारायण एवम् पुष्टि महोत्सव का आगाज
उपखण्ड मुख्यालय के तहसील परिसर के पास स्थित शंकर सिटी कॉलोनी में श्रीनाथजी की हवेली में श्रीमद्भागवद कथा कार्यक्रम का शुभारंभ शनिवार सुबह उपखंड मुख्यालय स्थित खेमाबाबा मन्दिर से भव्य शोभायात्रा के साथ हुआ । शोभायात्रा कस्बे के विभिन्न मार्गों से होते हुए श्रीनाथजी की हवेली स्थित ठाकुरजी मन्दिर पहुंची।

इसके बाद तालाब ग्राऊण्ड स्थित कथा स्थल पर 108 पंडितों की ओर से भागवद कथा के मूल पाठ का अध्ययन व श्रवण करवाया। वहीं दोपहर 3 बजे से शाम 7 बजे तक मलूक पीठाधीश्वर राजेन्द्रदास महाराज श्रीमद्भागवद कथा का वाचन करेंगे। रात 9 से 11 बजे तक ठाकुरजी के मंदिर परिसर में फूल बंगले का मनोरस होगा।

शनिवार, 23 जनवरी 2016

बाड़मेर बायतु से नही निकलेगा हाई वे। मानवेन्द्र सिंह के प्रयास लाये रंग

मानवेन्द्र सिंह के प्रयास लाये रंग 
बायतु कस्बे से नही निकलेगा हाईवे
शिव विधायक मानवेन्द्र सिंह के साथ केंद्रीय राष्ट्रीय राजमार्ग मंत्रालय की टीम ने फिर से मौका देखा 

बाड़मेर। बायतु कस्बे से प्रस्तावित हाईवे अब कस्बे के बीच से नहीं निकलेगा। शनिवार को केन्द्रीय राजमार्ग एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी के निर्देशो के बाद मंत्रालय की एक टीम ने शिव विधायक मानवेन्द्रसिंह के साथ प्रस्तावित हाइर्व का मौका मुआयना किया। इस दौरान स्थानीय जनप्रतिनिधियों और प्रभाविवत लोगो से बातचीत के दौरान राष्ट्रीय राजमार्ग मंत्रालय के अधिकारियों ने बायतु कस्बे के बीच से प्रस्तावित हाईवे के बजाय दुसरे विकल्पों पर गौर कर उन्हें क्रियान्वित करने पर सहमति जताई।

गौरतलब है कि पिछले लम्बे समय से बायतु के लोग कस्बे के बीच से निकलने वाले हाईवे को लेकर विरोध जता रहे है। विरोध की वजह वर्तमान में प्रस्तावित हाईवे के लिए, जो कि कस्बे के मध्य से होकर गुजरेगा, के कारण सैकड़ो निजी और सावर्जनिक संपतियों को नुकसान हो रहा था। इसी कारण कस्बें के लोग पिछले लम्बे समय से इस हाईवे का विरोध कर रहे थे। इस मामलें को लेकर कई बार कस्बें में बंद का आयोजन किया जा चुका है।

लोगों के विरोध और जनभावनाओं को देखते हुए हाल ही में शिव विधायक मानवेन्द्रसिंह ने नई दिल्ली में केन्द्रीय राजमार्ग एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी से मुलाकात कर उन्हें लोगों की भावनाओं से अवगत कराते हुए इस मामलें में अन्य विकल्पों पर गौर करने के निवेदन किया। मानवेन्द्रसिंह के सुझावों पर गौर करते हुए केन्द्रीय मंत्री ने मानवेन्द्रसिंह की मौजुदगी में राष्ट्रीय राजमार्ग मंत्रालय के अधिकारियों के साथ एक बैठक कर उन्हें शिव विधायक के प्रस्ताव के अनुसार पुनः मौका मुआयना करने के निर्देश प्रदान किए।

केन्द्रीय मंत्री के निर्देशों के बाद शनिवार को राष्ट्रीय राजमार्ग मंत्रालय के मुख्य महाप्रबंधक (तकनीकी) श्री पाडी के नेतृत्व में चार सदस्यीय एक दल ने बायतु पहुंचकर प्रस्तावित हाईवे का पुनः मौका मुआयना किया। इस दौरान राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के स्थानीय अधिकारी वीरेन्द्रसिंह, बायतु उपखण्ड अधिकारी वीरेन्द्रसिंह चैधरी के साथ ही स्थानीय जनप्रतिनिधि पूर्व बायतु प्रधान सिमरथाराम चैधरी, सरपंच भंवरलाल, समाजसेवी रणजीत चैधरी, महावीर जीनगर, बायतु व्यापार मण्डल अध्यक्ष सहित सैकड़ों की तादाद में स्थानीय लोग और व्यापारी मौजुद रहे। 

शिव विधायक मानवेन्द्रसिंह की मौजुदगी में दल के सदस्यों ने मौके पर लोगों से मुलाकार कर उनकी आपत्तियां जानी। इस दौरान लोगों ने एक स्वर में हाईवे के लिए उनकी संपतियों को नुकसान ना पहुंचाने की बात कही। लोगों की पीड़ा को समझते हुए अधिकारियों ने उनके समक्ष दो विकल्प रखे। अधिकारियों ने कहा कि मौजुदा प्रस्ताव में कस्बे से निकलने वाले हाइवे को 100 मीटर चैड़ा करने बजाया 60 से 70 फीट चैड़ा किया जा सकता है, जिससे संपति को आंशिक नुकसान पहुंचेगा। 

अधिकारियों ने दुसरे विकल्प के तौर पर बाईपास का प्रस्ताव लोगों के सामने रखा। अधिकारियों ने लोगों को स्पष्ट रूप समझाते हुए कहा कि यदि स्थानीय लोगों बाईपास पर सहमति जताते हुए स्वेच्छा से अपनी जमीन देने को तैयार हो तो इस कार्य का निर्धारित समयावधि में पूरा किया जा सकता है। अधिकारियों ने कहा कि लोगों को उनकी जमीन का बाजार भाव से मुआवजा दिया जाएगा।

राष्ट्रीय राजमार्ग मंत्रालय के दल की रवानगी के बाद बायतु उपखंड अधिकारी वीरेंद्रसिंह ने शिव विधायक मानवेन्द्रसिंह की मौजुदगी में पूर्व प्रधान सिमरथाराम, बायतु सरपंच भंवरलाल, व्यापार मण्डल अध्यक्ष सहित कई स्थानीय लोगों के साथ इस मामलें पर चर्चा की। उपखण्ड अधिकारी ने शिव विधायक के बाईपास के प्रस्ताव की सराहना करते हुए कहा कि इससे वर्तमान में संपति को होने वाले नुकसान से बचने के साथ ही बाईपास का निमार्ण भविष्य के लिए भी बेहतर विकल्प साबित होगा। पूर्व प्रधान सिमरथाराम, बायतु सरपंच भंवरलाल और व्यापार मण्डल अध्यक्ष ने इस प्रस्ताव पर सहमति जताते हुए इस प्रयास के लिए शिव विधायक के प्रयासों के लिए आभार जताया। पूर्व प्रधान सिमरथाराम ने शिव विधायक का धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा कि उन्होनें लोगों की वास्तविक समस्या को समझते हुए उसके समाधान का बेहतर विकल्प निकाला है। उन्होनें कहा कि कस्बें को वर्तमान स्वरूप को बचाने और लोगों को होने वाले नुकसान को बचाने के लिए बाईपास को विकल्प बेहतर और इसके लिए वे स्थानीय लोगों से समझाईश कर इस दिशा में शीघ्र से शीघ्र कार्य शुरू करवाने के लिए हरसंभव मदद और प्रयास करेगें।

क्या है दो विकल्प:
1. पहले प्रस्ताव में राष्ट्रीय राजमार्ग मंत्रालय के अधिकारियों ने कस्बे से निकलने वाले हाइवे के वर्तमान स्वरूप में परिर्वतन कर उसे 100 मीटर चैड़ा करने बजाय 60 से 70 फीट तक चैड़ा करने के प्रस्ताव पर सहमति जताई, जिससे संपति को कम से कम नुकसान पहुंचेगा। 
2. दुसरे प्रस्ताव में प्रस्तावित हाइर्व को कस्बे के मध्य से निकालने के बजाय बाईपास के विकल्प पर विचार करने पर सहमति जताई। स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने भी बाईपास के विकल्प का सराहा और उसी पर अपनी सहमति दी।

मंगलवार, 1 जुलाई 2014

बाड़मेर नरेंद्र मोदी को वोट नहीं दिया तो दलित परिवार का आशियाना उजड़ दिया निर्दयी तहसीलदार ने

 

बाड़मेर नरेंद्र मोदी को वोट नहीं दिया तो दलित परिवार का आशियाना उजड़ दिया निर्दयी  तहसीलदार ने 

बाड़मेर लोकसभा चुनावो में दलित परिवार को नरेंद्र मोदी की पार्टी को वोट नहीं देना महंगा पड़ गया। उसे अपना आशियाना गंवाना  पड़ा.दलित परिवार खुले आकाश तले आ गया। दलित परिवार बिलख रहा हैं मगर उसकी सुनाने वाला कोई नहीं। 

जिले के बायतु उप खंड के बाटाडू के सिंघोड़िया गाँव में करीब ढाई सौ  गौचर भूमि पर बने हैं जिन्हे जिला प्रशासन ने अतिक्रमण चिन्हित कर रखा हैं। इसी बस्ती में ददलित परिवार के अतिरिक्त स्वर्ण जाती के परिवार भी सरकारी भूमि पर बेस हुए हैं। इसी में दलितगणपत मेघवाल का  परिवार रहता हैं। दो जून की रोटी को   मोहताज़ गणपत ने हल ही में एक एक पाई इकट्ठी कर आशियाना बना बच्चो को छत उपलब्ध कराई थी ,गणपत का परिवार लोक सभा चुनावो में नरेंद्र मोदी की पार्टी के उम्मीदवार की बजाय निर्दलीय जसवंत सिंह के प्रचार में था ,जिसके चलते स्थानित जान प्रतिनिधियों का दबाव था की इस दलित परिवार को गांव से बहार करे ,जान प्रतिनिधियों के दबाव के आगे झुकते हुए बायतु तहसीलदार महावीर जैन ने मंगलवार को निर्दयता पूर्वक गणपत का माकन बुलडोजर चला के तोड़ दिया जबकि अतिक्रमण की जद में ढाई सौ परिवार   अन्य जातियों के हैं मगर तहसीलदार ने किसी का अतिक्रमण नहीं हटाया सीधे सीधे गणपत का  क़ानूनी नोटिस दिए तुरंत फुरन्त तोड़ दिया ,दलित परिवार अपना आशियाना टूटते देख रोता बिलखता रहा मगर निर्दयी तहसीलदार राजनितिक दबाव के आगे बेबस था।  में तहसीलदार महावीर जैन से बातचीत में  की गणपत के परिवार ने नया अतिक्रमण किया था ,इसीलिए आज हटा दिया ,जब उनसे पूछा की इसी गौचर में ढाई सौ परिवार अतिक्रमी हे उन्हें क्यों नहीं हटाया ,उनका कहना था की सभी को नोटिस दिए हैं। राजनीती दखल की जब उनसे बात की तो हड़बड़ा गए और फोन बंद कर दिया ,इधर दलित परिवार से मुख्यमंत्री ,जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंप कर उन्हें न्याय दिलाने की मांग की हैं।