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शुक्रवार, 3 अक्टूबर 2014

जैसलमेर माता तनोट का मेला सम्पन्न


जैसलमेर माता तनोट का मेला सम्पन्न 
जैसलमेर भारत पाक सीमा पर स्थित 1200 साल पुराने विश्व विख्यात शक्तिपीठ मातेश्वरी तनोटराॅय मंदिर में हुए हवन में पूर्णाहूति के साथ ही नौ दिनों से चल रहा माता तनोट का मेला सम्पन्न हुआ। राम नवमी के अवसर पर तनोट माता मंदिर में हुए हवन में 135 वाहिनी के द्वितीय कमान अधिकारी गजराजसिंह, डिप्टी कमाण्डेंट शेर सिंह मीणा सहित कई अधिकारियों, जवानो व श्रद्धालुओं ने आहुतियां दी तथा देष में शान्ति व खुशहाली की कामना की। हवन के पश्चात हुई आरती के दौरान समूचा मंदिर परिसर खचाखच भर गया। आरती के पष्चात् माता के दर्षनों हेतु लम्बी कतार लग गई। माता के भण्डारे में सैंकड़ों श्रद्धालुओं ने प्रसाद के रूप में भोजन ग्रहण किया। दोपहर में हुई आरती में दूर दराज से आए भारी संख्या में श्रद्धालु शरीक हुए। घण्टियाली माता मंदिर व 17 किलोमीटर दूर स्थित तनोट माता मंदिर में हवन किया गया जिसमें श्रद्धालुओं ने आहुतियां दी तथा आरती में षरीक हुए। साथ ही सैंकड़ों पैदल यात्रीयों ने माता के दरवार में मत्था टेका। इन 9 दिनो के दौरान हजारो श्रृद्धालुओं ने तनोट माता पहुंच कर माता के दर्षन किये व सुख शान्ति की कामना की। इस दौरान 135 बी.एस.एफ के जवानो ने आने वाले श्रृद्धालुओं के लिए ना केवल भंडारे का आयोजन किया वरन उनके लिए हर सुख सुविधा मुहैया करवाई।

मातेष्वरी तनोटराॅय के मेले के अंतिम दिन तनोट में आस्था का सैलाब उमड़ पड़ा। माता के जयकारों से गुंजायमान बातावरण के बीच दूर दराज से आए हजारों श्रद्धालुओं ने माता के दरबार में मत्था टेका। पूरे दिन मंदिर के बाहर तक भक्तों की लम्बी लाईन लगी रही। व्यवस्था बनाए रखने में पुलिस कर्मीयों व जवानों को काफी मषक्कत करनी पड़ी। सांयकालीन आरती में बड़ी संख्या में भक्त उपस्थित थे।

इससे पूर्व मातेष्वरी तनोटराॅय मंदिर प्रांगण में दुर्गाष्टमी के अवसर पर रात्रि में भव्य भजन संध्या का आयोजन किया गया। भजन संध्या में जयपुर की प्रसिद्ध गायिका अनामिका के साथ स्थानिय कलाकार माधव प्राकष, सुमेरसिंह के साथ जैसलमेर के रमेष कुमार, पाली के विनायक, रामगढ़ के कृष्णा चैहान व सीमा सुरक्षा बल के जवानों ने अपनी प्रस्तुतियां दी। इस दौरान बड़ी संख्या में भक्तजन उपस्थ्ति थे। इसके आयोजन में जोधपुर की आर्केस्ट्रा के साथ सीमा सुरक्षा बल व ग्रामीणों का सहयोग रहा। देर रात दो बजे तक चली भजन संध्या में स्थानिय गायक माधव प्रकाष व सुमेरसिंह जाम ने षिरडी वाले सांई बाबा भजन को संयुक्त रूप से प्रस्तुत किया। इसके अलावा तूने मुझे बुलाया षेरावालिए, रामजी की निकली सवारी, अरे द्वारपालों कन्हैया से कह दो, बम बम भोले सहित कई भजन प्रस्तुत किए गए।

बुधवार, 3 अप्रैल 2013

कनाना में शीतला सप्तमी पर मेले का आयोजन,





मेले सद्भावना के प्रतीक : जिला प्रमुख 

कनाना में शीतला सप्तमी पर मेले का आयोजन, 

दर्जनों गांवों से आए गेर दलों ने मचाई धमचक,हाट बाजार में खरीदारी को उमड़े ग्रामीण, माता के धोक लगाई 
 बालोतरा'मेले में मनोरंजन के साथ आपसी भाईचारा, सद्भावना व मेलजोल बढ़ता है। मेले हमारी संस्कृति के अंग है। मेले न केवल हमारी वैभवपूर्ण संस्कृति में परिचायक है, वरन पुराने समय से चली आ रही लोक परंपराओं को जीवित रखने में इनका महत्वपूर्ण योगदान है।' ये उद्बोधन मुख्य अतिथि जिला प्रमुख मदन कौर ने मंगलवार को शीतला सप्तमी पर ग्राम पंचायत कनाना की ओर से आयोजित शीतला माता मेला एवं गेर नृत्य पुरस्कार वितरण समारोह में दिया। उन्होंने कहा कि मेला स्थल वर्तमान समय में छोटा पड़ रहा है। इसके लिए प्रशासन को कुछ सोचना चाहिए।

जनता ने किया हल्ला- 

उन्होंने कहा कि हमारे जिले से सरकार को इतनी रॉयल्टी मिल रही है, जिसका राजस्थान के खजाने में बहुत बड़ा योगदान है। उन्होंने कहा कि हर जगह-जगह राजनीति नहीं करनी चाहिए, जिससे बिखराव व उग्रता आए। जिला प्रमुख ने जैसे ही सरकार की विभिन्न योजनाओं को गिनाना शुरू किया तो समारोह में उपस्थित जनसमूह ने हल्ला करना शुरू कर दिया। इससे मजबूर होकर जिला प्रमुख ने अपना उद्बोधन बंद कर दिया। विधायक मदन प्रजापत ने कहा कि मेलों के आयोजन से संस्कृति को बढ़ावा मिलता है। इसके साथ छत्तीस कौम के लोगों को एक जाजम पर बैठने का भी अवसर मिलता है। उन्होंने कहा कि मेले के आयोजन से हमारे क्षेत्र में छुपी हुई प्रतिभाओं को आगे आने का अवसर भी प्राप्त होता है। उन्होंने कहा कि एक सांस्कृतिक कला केंद्र बनाए जाए तो मेरी तरफ से पूरा सहयोग प्रदान किया जाएगा। पूर्व गृह राज्यमंत्री अमराराम चौधरी ने कहा कि मेले हमारे देश की संस्कृति को जीवंत रखे हुए है। बुजुर्गों ने जो परंपरा बनाई है, उसका हम सब निर्वाह करते हुए बिना भेदभाव मेल जोल करते हैं। इससे प्रेमभाव बढ़ता है। स्वागत भाषण राजेंद्रकरण ने प्रस्तुत करते हुए क्षेत्र की पेयजल समस्या से अतिथियों को अवगत कराया। मंच पर विशिष्ट अतिथि के रूप में प्रधान जमनादेवी गोदारा, कार्यवाहक एसडीएम विवेक व्यास, डीएसपी रामेश्वरलाल मेघवाल, महिला कांग्रेस प्रदेश संयुक्त सचिव शारदा चौधरी, भाजपा ग्रामीण मंडल अध्यक्ष भवानीसिंह टापरा, कांग्रेस ब्लॉक अध्यक्ष भंवरलाल भाटी, पालिका प्रतिपक्ष नेता रतन खत्री आदि मौजूद थे। समारोह में पूर्व अतिथियों ने शीतला माता मंदिर में पूजा-अर्चना कर मेले का अवलोकन किया। समारोह के दौरान अतिथियों की ओर से ग्राम पंचायत कनाना के सौजन्य से 21 गेर दलों को नकद पुरस्कार व स्मृति चिह्न देकर सम्मानित किया गया। मंच का संचालन वार्ड पंच जेपी दवे ने किया। 

मेलार्थियों ने उठाया लुत्फ 

कनाना स्थित शीतला माता मंदिर के समीप प्रसादी की दुकानों के साथ हाट बाजार, खिलौनों की दुकानों पर भारी भीड़ खरीदारी करते हुए देखी गई। मेलार्थियों के मनोरंजन के लिए जादूगर, सर्कस, हवाई झूले व मौत का कुआं भी लगाया गया। जिसका मेलार्थियों ने खूब लुत्फ उठाया। शीतला सप्तमी को लेकर घरों में शीतला माता की पूजा-अर्चना करने के साथ ठंडा भोजन प्रसादी के रूप में ग्रहण किया। वहीं शहर के अनेक मंदिरों में शीतला माता की कथा का गुणगान महिलाओं ने सामूहिक रूप से किया। 

इन्होंने की मेले में शिरकत 

मेले में भाजपा प्रदेश समिति सदस्य मालाराम बावरी, पूर्व जिला परिषद सदस्य देवेंद्रकरण, पंचायत समिति सदस्य भैराराम भील, सरपंच गुणेशाराम चौधरी, उप सरपंच चंद्रकरण, सरपंच नारायण मेघवाल, हेमाराम चौधरी, श्रीराम गोदारा, केवल माली, पूर्व सरपंच ईश्वरसिंह चौहान, गोकलराम, लिखमाराम मेघवाल, खेताराम प्रजापत, यूथ कांग्रेस लोकसभा क्षेत्र अध्यक्ष ठाकराराम माली, चुन्नीलाल मेघवाल, घीसुलाल चौपड़ा, समाजसेवी मोहम्मद युसुफ भांतगर, बसंत शर्मा, रतनलाल चौधरी, इम्तियाज अली, मगनाराम चौधरी, नरसिंगदान राव सहित बड़ी संख्या में मेलार्थी मौजूद थे।