उदयपुर लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं. सभी संदेश दिखाएं
उदयपुर लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं. सभी संदेश दिखाएं

गुरुवार, 20 फ़रवरी 2020

टीचर ने छात्रा को कागज पर लिखकर दिया I Love You, फिर छात्रों ने यूं उतारा गुरुजी के 'इश्क' का बुखार

टीचर ने छात्रा को कागज पर लिखकर दिया I Love You, फिर छात्रों ने यूं उतारा गुरुजी के 'इश्क' का बुखार
छात्रों ने शिक्षक की धुनाई कर डाली
उदयपुर। राजस्थान के उदयपुर जिले कुराबड़ ब्लॉक के चांंसदा में शिक्षा के मंदिर के शर्मसार करने और गुरु-शिष्य के रिश्ते के तार-तार करने का मामला सामने आया है। हुआ यूं कि गांव चांसदा के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय के पीटीआई प्रेम सिंह चूंडावत पर छात्राएं पिछले ​कई दिन से ये आरोप लगा रही थी कि वो उनके साथ गलत व्यवहार करते हैं। अश्लील टिप्पियां करते हैं।छात्रों ने शिक्षक की धुनाई कर डाली
शुरुआत में हर किसी ने छात्राओं के आरोपों को गंभीरता से नहीं लिया, लेकिन मंगलवार को आरोपित शिक्षक प्रेम सिंह चूंडावत ने अपने पेशे की सारी हदें पार कर दी और एक छात्रा को कागज पर आई लव यू का मैसेज लिखकर दे दिया। छात्रा ने तुरंत यह बात स्कूल के छात्रों को बताई। इस पर छात्रों ने मिलकर आरो​पी शिक्षक प्रेम सिंह चूंडावत की जमकर धुनाई कर डाली। स्कूल के करीब दो दिन दर्जन विद्यार्थियों ने प्रेमसिंह को लात-घूंसों से पीटा।

स्कूल के तालाबंदी

पूरी घटना तुरंत गांव में फैल गई। इस पर बड़ी संख्या में ग्रामीण स्कूल पहुंचे और जमकर हंगामा किया। पूरे स्टाफ को बदलने की मांग की। साथ ही स्कूल के ताला जड़ दिया। सूचना पाकर शिक्षा विभाग के अधिकारी भी स्कूल पहुंचे।

संस्था प्रधान को भी हटाया

पीटीआई प्रेम सिंह चूंडावत पर दो-तीन छात्राओं के साथ अभद्र व्यवहार करने का आरोप लगा है। संस्था प्रधान पांच शिक्षकों-बाबू को इस विद्यालय से कार्यमुक्त कर दिया है। ग्रामीणों ने इस सभी की मिलीभगत से यह सब होने का आरोप लगाया था। पूरे मामले की जांच करवाई जा रही है।


रविवार, 1 दिसंबर 2019

उदयपुर नवजीवन क्रेडिट साेसायटी पर 75 कराेड़ के गबन का आरोप, एफअाईअार के अादेश

उदयपुर नवजीवन क्रेडिट साेसायटी पर 75 कराेड़ के गबन का आरोप, एफअाईअार के अादेश


 उदयपुर नवजीवन क्रेडिट को-अाॅपरेटिव सोसायटी पर 7000 सदस्य निवेशकों के 75 करोड़ रुपए के गबन का आरोप है। एसपी कैलाशचंद्र बिश्नोई ने सोसायटी के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के आदेश दिए हैं। एडवोकेट नरेन्द्र जोशी ने बताया कि 23 परिवादियों ने नवजीवन क्रेडिट को-ओपरेटिव सोसायटी के अध्यक्ष अाैर निदेशक सहित 19 पदाधिकारियाें के खिलाफ परिवाद पेश किया किया। इसमें बताया कि सोसायटी ने उदयपुर शहर में जोनल कार्यालय खोल 75 करोड़ की राशि का गबन कर लिया। करीब 600 पेज की फाइल में पुलिस को बताया गया है कि सोसायटी ने यहां सेक्टर-5 में मुख्य कार्यालय सहित संभाग में 26 शाखाएं स्थापित कीं। साेसायटी के कर्ता-धर्ता निवेशकों और कार्यकर्ताओं से छल कर राजस्थान और गुजरात में करोड़ो रुपयों का गबन कर चुके हैं। इनका प्रधान कार्यालय भी तीन महीने से बंद है। आरोप है कि निवेशकों की रकम से सोसायटी संचालकों ने अपने और अपने परिजन के नाम से करोड़ाें की संपत्तियां खरीद लीं। एसपी बिश्नोई ने बताया कि शिकायत मिली थी। इसके बाद रिपोर्ट दर्ज करने के आदेश दिए हैं।

उदयपुर सुसाइड का लाइव वीडियो / 24 मिनट में फांसी के 4 प्रयास, दाे बार रस्सी टूटी, तीसरी बार में टेबल से गिरा, आखिर थम गई सांसें


उदयपुर सुसाइड का लाइव वीडियो / 24 मिनट में फांसी के 4 प्रयास, दाे बार रस्सी टूटी, तीसरी बार में टेबल से गिरा, आखिर थम गई सांसें

प्रेमिका के परिजनों ने रिश्ता नहीं कबूला तो युवक ने फांसी लगाई
पाली का था युवक, उदयपुर में आकर होटल में दी जान
विक्रम (फाइल)।

उदयपुर. काेर्ट मैरिज के बाद प्रेमिका के परिजनों के रिश्ता नहीं कबूल करने पर पाली के पादरड़ा निवासी विक्रम (26) पुत्र रतनलाल माली ने यहां उदियापाेल स्थित राॅयल हाेटल के कमरे में फांसी लगा ली। उसका शव पंखे पर फांसी के फंदे से लटका मिला।

आत्महत्या से पहले युवक ने 24 मिनट का वीडियो क्लिप साेशल मीडिया पर लाइव चलाया। वीडियाे के अनुसार फांसी लगाने पर दाे बार रस्सी टूटी और तीसरी बार में विक्रम टेबल से नीचे भी गिर गया। पुलिस ने इस वीडियाे को उसकी सोशल साइट से हटा दिया। पाेस्टमार्टम के बाद शव परिजनाें काे सौंप दिया।

मुंबई में काम करता है, 26 काे उदयपुर आया, दर्ज थी गुमशुदगी रिपोर्ट
थानाधिकारी राम सुमेर ने बताया कि विक्रम 26 नवंबर काे उदयपुर आया और राॅयल हाेटल में कमरा लेकर रह रहा था। वह मुंबई में कपड़ाें की दुकान में काम करता था। गत 28 नवंबर काे उसने आत्महत्या की। 29 काे दिनभर कमरा नहीं खाेलने पर देर रात हाेटल स्टाफ ने दरवाजा खटखटाया। इसके बाद भी प्रतिक्रिया नहीं मिलने पर पुलिस काे सूचना दी। जाप्ते ने दरवाजा ताेड़ा तो विक्रम का शव पंखे से लटका मिला। शव काे माेर्चरी में रखवाने के साथ परिजनाें को सूचना दी गई। बताया गया कि परिजनों ने पाली थाने में विक्रम की गुमशुदगी भी दर्ज करा रखी थी।

घरवालों के दबाव में मुंह मोड़ने पर वायरल किए थे प्रेमिका के साथ अपने फोटो
पुलिस की प्राथमिक पूछताछ और जांच में सामने आया है कि विक्रम और उसके गांव के पास रहने वाली युवती ने जुलाई में काेर्ट मैरिज की थी। रिश्ते के बारे में दाेनाें के परिवारों काे पता चला। प्रेमिका के परिजनाें ने रिश्ता स्वीकार करने से मना कर दिया। दबाव में प्रेमिका ने भी शादी मानने से इनकार कर दिया। तब से विक्रम तनाव में था। पुलिस जांच में सामने आया है कि युवती के मुंह मोड़ने पर विक्रम ने अपने साथ उसके कुछ बेहद निजी फाेटाे भी वायरल कर दिए थे। इस पर युवती के परिजनाें ने पाली थाने में विक्रम के खिलाफ आईटी एक्ट में मुकदमा दर्ज कराया था।

दाेस्त को फोन लगाया और कहा- जा रहा हूं... परिवार का ध्यान रखना
पुलिस के मुताबिक आत्महत्या से पहले विक्रम ने गांव के ही दाेस्त ललित काे फाेन किया था। कहा था कि आत्महत्या करने जा रहा हूं, परिवार का ध्यान रखना। फिर फाेन काट दिया। कुछ देर बाद फेसबुक पर वीडियाे देखकर ललित ने विक्रम के परिजनाें काे सूचना दी। यह भी सामने आया कि विक्रम की प्रेमिका की शादी 3 या 4 दिसंबर काे हाेने वाली है

मंगलवार, 1 अक्टूबर 2019

राजस्‍थान: प्रेमी युगल को पीटने के बाद काटे बाल, युवक को पेशाब पिलाकर पहनाई जूतों की माला

राजस्‍थान: प्रेमी युगल को पीटने के बाद काटे बाल, युवक को पेशाब पिलाकर पहनाई जूतों की माला
राजस्‍थान: प्रेमी युगल को पीटने के बाद काटे बाल, युवक को पेशाब पिलाकर पहनाई जूतों की माला

उदयपुर. राजस्थान के उदयपुर जिले में मानवता को शर्मसार करने वाला एक सनसनीखेज मामला सामने आया है. घटना जिले के खेरोदा थाना क्षेत्र के मंढीकपुर कालबेलिया बस्ती की है. कालबेलिया समाज  के लोगों ने एक महिला और एक युवक के साथ पहले तो जमकर मारपीट की फिर गांव में लाकर दोनों के बाल काट दिए. बस्‍ती के लोगों का गुस्सा यहीं नहीं थमा, उन्होंने युवक को पहले जानवरों को बांधने वाली चेन से बांधा और उसके मुंह पर कालिख पोत दी. इस दौरान समाज के लोगों ने युवक को मूत्र पिलाया और उसे महिला के कपड़े पहनाकर गले में जूतों की माला डाल दी.

बस्‍ती में हुई इस शर्मसार करने वाली घटना में महिलाएं भी पूरी तरीके से शामिल रहीं. उन्होंने भी युवक के साथ मारपीट करते हुए खूब ठहाके लगाए. हंगामे की सूचना के बाद खेरोदा पुलिस ने मौके पर पहुंचकर युवक को आरोपियों के चंगुल से छुड़ाया. पुलिस ने इस मामले में विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी हैजानकारी के मुताबिक, तीन महीने पहले इस गांव की एक महिला को ले गया था. बताया जाता है कि महिला शादीशुदा थी. सामाजिक स्‍तर पर मामले का निपटारा नहीं होने पर बस्‍ती के लोगों ने युवक और महिला को राजसमंद जिले के गुंजोल से अगवा कर लिया. इसके बाद वे इसे खेरोदा गांव की कालबेलिया बस्ती में ले आए, जहां समाज के लोगों ने उनके साथ बर्बर घटना को अंजाम दिया. बता दें कि जब मानवता को शर्मसार करने वाली यह घटना हो रही थी, तो लोग उसको छुड़ाने के बजाय उसके साथ मारपीट करते हुए नजर आ रहे थे. वारदात का वीडियो वायरल होने पर पुलिस जागी और गांव पहुंच कर पीड़ित को आरोपियों के चुंगल से छुड़ाया. फिलहाल पुलिस मामले की जांच में जुटी है.

सोमवार, 16 सितंबर 2019

उदयपुर*बंदूक की नोक पर बैंक मे दिन दहाडे लूट*.

उदयपुर*बंदूक की नोक पर बैंक मे दिन दहाडे लूट*.




चेतन ठठेरा
उदयपुर / राजस्थान की झीलों की नगरी उदयपुर शहर में सोमवार को लुटेरों ने बंदूक की नोक पर महज 50 सेकंड में एक बैंक लूट  लिया. मादड़ी इलाके में स्थित पंजाब नेशनल बैंक  की एक ब्रांच में इस वारदात को दिनदहाड़े अंजाम दिया गया. दोपहर 1:40 मिनट पर पिस्टल लहराते बैंक में घुस 5 युवकों ने बैंककर्मियों को जान से मारने की धमकी देते हुए बैंक से 19 लाख रुपए की नकदी लूट ली.। लुटेरों ने बैंक पर इस तरह से धावा बोला कि बैंक कर्मचारियों के पास कुछ करने या समझने का मौका तक नहीं मिला. महज 50 सेकंड में लूट को अंजाम देकर लुटेरे मौके से फरार हो गए.
बैंक में लगे सीसीटीवी कैमरे की फुटेज के अनुसार 5 लुटेरे बैंक में 1 बजकर 40 मिनट और 22 सेकंड पर प्रवेश करते हैं. पहले दो युवक राइफल लहराते घुसते हैं और फायर करते हैं. इसके बाद एक के बाद एक 3 और बदमाशों की एंट्री होती है. पांचों आनन-फानन में कैशियर के पास मिला पैसा लेकर 1 बजकर 41 मिनट और 12 सेकंड पर बैंक से बाहर निकल जाते हैं. इस दौरान एक अन्य बदमाश का चेहरा भी नजर आता है जो बैंक के दरवाजे पर खड़ा था. वह  अपने साथियों को जल्दी करने का इशारा करते हुए अंदर झांकता हुआ नजर आता है.

मंगलवार, 6 अगस्त 2019

राजस्थान / खेत से 13 साल के किशोर काे दबोच कर ले गया तेंदुआ; ग्रामीणों के पीछा करने पर छोड़ा, मौत

राजस्थान / खेत से 13 साल के किशोर काे दबोच कर ले गया तेंदुआ; ग्रामीणों के पीछा करने पर छोड़ा, मौत
Teenage death in leopard attack

टीडी (उदयपुर). गिर्वा तहसील के चणावदा गांव में साेमवार शाम काे खेत में काम कर रहे किशाेर काे तेंदुआ गले से दबाेच कर पहाड़ी की ओर ले गया। लाेगाें ने पीछा किया ताे  500 मीटर दूर शव छाेड़कर तेंदुआ भाग गया। 15 दिन के अंदर तेंदुए के हमले से दूसरी माैत हाेने पर लाेगाें ने आक्राेश जताया और शव नहीं उठाया।

सोमवार शाम काे चणावदा निवासी श्यामलाल (13) पुत्र नारायण स्कूल से आने के बाद घर के पीछे खेत में काम करने गया था। शाम 5 बजे अचानक पहाड़ी की ओर से तेंदुआ आया और श्यामलाल के गले पर हमला किया। गले से दबाेचकर उसे जंगल की तरफ ले जाने लगा। आस-पास के खेत में काम कर रहे लाेग बच्चे काे तेंदुए के जबड़े में देखकर उसके पीछे भागे। 500 मीटर दूर तेदुंआ शव छाेड़कर जंगल की ओर भाग गया।

गुरुवार, 4 जुलाई 2019

उदयपुर पति बच्चों को छोड़ प्रेमी के साथ गई थी भाग, संदिग्ध परिस्थिति में मिली विवाहिता की लाश

पति बच्चों को छोड़ प्रेमी के साथ गई थी भाग, संदिग्ध परिस्थिति में मिली विवाहिता की लाश

पति बच्चों को छोड़ प्रेमी के साथ गई थी भाग, संदिग्ध परिस्थिति में मिली विवाहिता की लाश

उदयपुर में एक विवाहिता के अपने प्रेमी के साथ भाग कर और कहीं रहने के दौरान उसकी मौत हो जाने का मामला प्रकाश में आया है. बताया जा रहा है कि विवाहिता की मौत संदिग्ध परिस्थतियों में हुई है. उसकी लाश को ससुराल के लोग और पीहर पक्ष ने भी लेने से मना कर दिया है. इस वजह से उसकी लाश उदयपुर के एमबी अस्पताल की मोर्चरी में काफी समय तक रखी रही. पुलिस द्वारा काफी समझाए जाने के बाद आखिरकार शव को पीहर पक्ष को सौंपा जा सका. इधर विवाहिता का प्रेमी फरार हो गया है. उसकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस जगह-जगह छापेमारी कर रही है.

विवाहिता ने ससुराल व पीहर को छोड़ दिया था 

मिली जानकारी के अनुसार, निलोद में भूपालसागर की रहने वाली 28 वर्षीय मंजू की शादी गायरिवास मावली निवासी हीरालाल गाडरी से 2011 में हुई थी. वह दो बच्चों की मां भी थी. बताया जा रहा है कि
दो महीना पहले मंजू मावली के रहने वाले एक शख्स दिनेश डांगी के साथ भाग गई. इसकी रिपोर्ट उसके पति हीरालाल ने पुलिस में लिखा दी. रिपोर्ट में पति ने पत्नी के गुम होने और जेवर के साथ नकदी की चोरी होने की रिपोर्ट भी लिखाई. पुलिस ने रिपोर्ट लिखने के बाद मंजू को ढूंढ़ निकाला. लेकिन एक बार फिर मंजू उसी दिनेश डांगी के साथ चली गई. उसने अपने ससुराल के साथ ही पीहर पक्ष को भी छोड़ दिया.

तबीयत बिगड़ने पर अस्पताल में भर्ती
पिछले कुछ समय से मंजू अपने आशिक के साथ उदयपुर के राणा प्रतापनगर रेलवे कॉलनी में रह रही थी. जानकारी के अनुसार, गत समोवार को उसकी तबीयत खराब हो गई थी. इलाज के लिए उसे उदयपुर के एमबी अस्पताल में भर्ती कराया गया था. लेकिन डॉक्टर उसे बचा नहीं पाए. इलाज के दौरान ही उसकी मौत हो गई.

विवाहिता का आशिक हुआ फरार

उसकी मौत होने के बाद उसका आशिक दिनेश डांगी फरार हो गया है. इसके बाद पुलिस ने मंजू के शव को एमबी अस्पताल में मोर्चरी में रखवा दिया और इसकी सूचना परिजनों को दी गई. लेकिन ससुराल के साथ-साथ पीहर पक्ष ने भी मंजू की लाश लेने से इंकार दिया. इसके बाद प्रतापनगर थाना के अधिकारी विवेक सिंह ने पीहर पक्ष को काफी समझाया और आखिरकार उन्हें मंजू का शव सौंप दिया.

गुरुवार, 22 दिसंबर 2016

उदयपुर.उदयपुर में अन्नपूर्णा रसोई योजना, एटीएम वॉटर कूलर और स्मार्ट ऑटो की शुरुआत, मुख्यमंत्री ने किया उद्घाटन



उदयपुर.उदयपुर में अन्नपूर्णा रसोई योजना, एटीएम वॉटर कूलर और स्मार्ट ऑटो की शुरुआत, मुख्यमंत्री ने किया उद्घाटन


प्रदेश की मुख्यमंत्री ने उदयपुर में अपने प्रवास के दूसरे दिन गुरूवार को कई योजनाओं का उद्घाटन किया। सीएम ने होटल इन्दर रेजीडेंसी में पहुंचकर अन्नपूर्णा रसोई योजना, एटीएम वाटर कूलर और स्मार्ट ऑटो की शुरुआत की।



इस अवसर पर सीएम ने अन्नपूर्णा रसोई वैन और स्मार्ट ऑटो को हरी झंडी दिखा कर रवाना किया। अन्नपूर्णा रसोई योजना के अंतर्गत 8 वैन उदयपुर शहर में संचालित की जाएगी ।







इसके अलावा 5 एटीएम वाटर कूलर का उद्घाटन भी किया। ये शहर के विभिन्न टूरिस्ट पॉइंट पर स्थापित किए जाएंगे। इसमें लोग सिक्का डालकर न्यूनतम दर पर शुद्ध पानी खरीद सकेंगे। वहीं, नगर निगम और पर्यटन विभाग की और संचालित किए जा रहे स्मार्ट ऑटो भी पर्यटकों को शहर के साइट सीन कराने में सहायक साबित होंगे।

शनिवार, 12 नवंबर 2016

उदयपुर। शंका के चलते पति ने की पत्नी की हत्या, पुलिस ने किया खुलासा


उदयपुर। शंका के चलते पति ने की पत्नी की हत्या, पुलिस ने किया खुलासा


उदयपुर। जिले के कानोड़ थाना इलाके के एक गांव में दो दिन पहले महिला की हत्या के बाद जले हुए अवशेष मिलने के मामले पर शनिवार को पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है। इस हत्या के पूरे घटनक्रम का खुलासा तब हुआ, जब पुलिस को घटनास्थल से जंगल की तरफ जाने वाले रास्ते पर 2 किलोमीटर तक खून के निशान मिले, तो साथ ही जलाए जाने वाले स्थान पर किसी महिला की खोपड़ी व कुछ अवशेष भी मिले। मामले की गंभीरता के बाद जब पुलिस ने कड़ी से कड़ी जोडक़र, अपनी तहकीकात शुरू की, तो चौंकाने वाली बात सामने आई। यह हत्या और किसी ने नहीं बल्कि, एक पति ने ही अपनी अर्थांगिनी को शंका के चलते मौत के घाट उतार दिया।


दरसअल, कानोड़ कस्बे से सटे पिपड़ावास गांव में रहने वाले मांगीलाल रावत ने अपनी दूसरी पत्नी केसरी से 2 वर्ष पहले ही शादी की थी, लेकिन शंकालु प्रवर्ती के चलते रोज झगड़ा होना आम बात थी। इसी शंका के चलते 2 दिन पहले, (10 नवम्बर) को शराब के नशे में अपनी पत्नी केसरी को पत्थरो से मारकर उसकी हत्या कर दी। यह ही नहीं, आरोपी मांगीलाल ने पत्नी के शव को क्षत-विक्षत कर जंगल में घसीटते हुए 2 किमी आगे सुनसान जगह पर ले जाकर रात को जला दिया और हमेशा की तरह चुपचाप अपने घर आ गया।
थानाधिकारी राजेंद्र गोधरा ने बताया की, शनिवार सुबह ही इस संदिग्ध वारदात की सुचना स्थानीय लोगों ने दी थी। तो तुरंत पुलिस ने मौके पर पहुंचकर जले अवशेष और खोपड़ी के नमूने लिए। स्थानीय लोगों और बच्चों से बातचीत के बाद पुलिस ने मृतका के पति को हिरासत में लिया, जहां उसने अपनी पत्नी की हत्या करना कुबूला और जलाने की बात भी स्वीकार कर ली। पुलिस ने बताया कि आरोपी मांगीलाल ने शव जलाने के दौरान दो अन्य युवकों का भी सहयोग लिया था, जिनकी अब पुलिस तलाश में जुट गई है



पहली पत्नी को उतारा था मौत के घाट
जानकारी में यह भी सामने आया है कि मृतका केसरी आरोपी मांगीलाल की दूसरी पत्नी थी। पहले वाली पत्नी की भी संदिग्धावस्था में मौत होने पर आरोपित को जेल हुई थी। 2 साल पूर्व ही बाहर आने पर उसने केसरी से विवाह रचाया था। मृतका के मांगीलाल से विवाह के पूर्व ही चार बच्चे थे, जो अपने साथ ही लेकर आई थी। अभी उसके मांगीलाल से छह माह का दूधमुंहा बच्चा भी है। गांववालों के अनुसार कुछ साल पहले मांगीलाल ने अपनी पहली पत्नी की भी हत्या कर दी थी। इसके बाद गांववालों ने उसे गांव से बाहर कर दिया था, तब से वह गांव के जंगल की पहाड़ी पर अपने परिवार के साथ कच्चे मकान में रहता था। आरोपी मांगीलाल मकान निर्माण में काम आने वाले पत्थर निकालने की मजदूरी करता है।

सोमवार, 27 जून 2016

उदयपुर.उदयपुर की महिला सीआई बोली, बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ नारा मेरा



उदयपुर.उदयपुर की महिला सीआई बोली, बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ नारा मेरा
उदयपुर की महिला सीआई बोली, बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ नारा मेरा

जैसलमेर के धोरों में पल-बढ़ कर पुलिस सेवा में आई चेतना भाटी ने अपने गांव की बेटियों को आगे बढ़ाने व पढ़ाने के लिए खूब जी-तोड़ मेहनत की, कविताओं व लेखनी के जरिए 'बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओÓ का नारा भी बुलंद किया। इस नारे को पहले राज्य सरकार व बाद में केन्द्र सरकार ने काम में लेते हुए इस पर योजना बना डाली।



आज यह नारा पूरे देश में अपना अहम स्थान रखता है लेकिन इसे बुलंद करने वाली भाटी का नाम गुमनामी के अंधेरे में खो गया। भाटी ने इस नारे को लिखने का दावा करते हुए केन्द्र सरकार को दस्तावेज भिजवाए हैं।

ठेका कंपनी अफसर के घर पर हुई फायरिंग, अफवाह आनंदपाल की




उदयपुर में महिला थानाधिकारी पद पर सेवा दे रही चेतना भाटी का कहना है कि मुझे पद, पैसा व प्रमोशन नहीं चाहिए। आप तो सिर्फ इसे राजस्थान की बेटी को समर्पित कर राज्य का गौरव बढ़ा दीजिए। यह सम्मान किसी को भी मिले, मेरे राज्य का नाम होना चाहिए।

पहले सीएम, अब पीएमओ को लिखा खत

भाटी का कहना है कि जैसलमेर में कन्या भ्रूण हत्या रोक बेटियां बचाने के लिए उन्होंने कविताएं लिखकर पोस्टर बनाए थे। अगस्त 2012 में नागौर पुलिस लाइन में निरीक्षक थी, तब इस पोस्टर को तत्कालीन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को भेजा था और पोस्टर विमोचन का निवेदन किया था। पोस्टर कन्या भू्रण हत्या को रोकने के लिए जागृति के लिए था। इस पर बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ लिखा गया था। तत्कालीन सरकार से कोई जवाब नहीं मिला।

नौकरी के नाम पर बेरोजगारों से ठगी, 8 गिरफ्तार




जनवरी 2015 में प्रधानमंत्री व केन्द्र सरकार की ओर से इसे राष्ट्रीय योजना में शामिल किया गया। भाटी ने इस नारे के रचियता के संबंध में प्रधानमंत्री कार्यालय के लोक सूचना अधिकारी को पत्र लिखकर सूचना चाही। सभी ने योजना के बारे में जानकारी दे दी लेकिन रचियता के बारे में किसी ने नहीं बताया। भाटी ने इस नारे को रचने का दावा किया है।

शुक्रवार, 24 जून 2016

कानोड़, उदयपुर।राजस्थान में दबंगई की हदें हुई पार, प्रेमी के साथ विवाहिता को निवस्त्र कर सरेआम पीटा, VIRAL फोटो के बाद सच आया सामने



कानोड़, उदयपुर।राजस्थान में दबंगई की हदें हुई पार, प्रेमी के साथ विवाहिता को निवस्त्र कर सरेआम पीटा, VIRAL फोटो के बाद सच आया सामने
राजस्थान में दबंगई की हदें हुई पार, प्रेमी के साथ विवाहिता को निवस्त्र कर सरेआम पीटा, VIRAL फोटो के बाद सच आया सामने
नाता करने वाली युवती और पति को तीन दिन पहले निर्वस्त्र कर सरेआम पीटने, बेइज्जत करने का मामला सामने आया है। खुलासा गुरुवार को उस वक्त हुआ, जब पूर्व पति की रिपोर्ट पर जांच के लिए पुलिस गांव में पहुंची। युवती के पीहर पक्ष के परिजन बंधक मिले। उनसे मारपीट भी की गई। पुलिस की टीमें देर रात तक युवती की तलाश में जुटी रही।


मामला कानोड़ क्षेत्र के कसोटिया गांव का है। वहां रहने वाली शांता (26) पत्नी भंवरलाल मीणा ने 10 दिन पहले टेकण (लसाडिय़ा) निवासी लालूराम पुत्र रोड़ा मीणा से नाता कर लिया था। भंवरलाल और कसोटिया के ग्रामीण 20 जून को दोनों को गांव ले आए, जहां निर्वस्त्र कर एक-दूसरे से बांधा और मारपीट की। इसके फोटो वायरल होते ही भंवरलाल ने गुरुवार सुबह ससुराल पक्ष के खिलाफ मारपीट और पत्नी को जबर्दस्ती ले जाने का मामला दर्ज करवा दिया।


कानोड़ थाने से बीट कांस्टेबल दोपहर में जांच के लिए पहुंचा तो शांता की मां नाल का गुड़ा (भींडर) निवासी वरजू पत्नी वेलाराम मीणा सहित भीमा पुत्र वेला, नारायण पुत्र देवीलाल, लिंबा पुत्र अमरा, भगवान पुत्र वेलाराम और रूपा पुत्र कालू बंधक मिले। इन्हें पीटा गया था।










बीट कांस्टेबल की इत्तला पर जाप्ता पहुंचा और बंधकों को छुड़ाकर कानोड़ सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में इलाज कराया। शांता की तलाश में कानोड़ थानाधिकारी राजेन्द्र गोदारा के निर्देशन में टीमें आधी रात तक जुटी रही। इधर, वल्लभनगर एसडीओ मुकेशकुमार कलाल, एएसपी-ग्रामीण चन्द्रशील ठाकुर, डीएसपी घनश्याम शर्मा देर रात कानोड़ थाना पहुंचे।


फोटो वायरल हुए तो सामने आई ग्रामीणों की बेरहमी
युवक-युवती को निर्वस्त्र कर पीटने और गांव में घुमाने का खुलासा तीसरे दिन भी नहीं होता, यदि फोटो वायरल नहीं हुए होते। भंवरलाल की रिपोर्ट पर त तीश के लिए कानोड़ पुलिस कसोटिया पहुंची तो पाया कि जिनके खिलाफ मामला दर्ज है, वही बंधक हैं। वे अपने खिलाफ दर्ज रिपोर्ट से बेखबर थे और बेटी से मारपीट होने की आशंका पर पहुंचे थे। इन्होंने दामाद भंवरलाल पुत्र नारू सहित रामा पुत्र देवा, माला पुत्र देवा, रामा पुत्र गौतम, रूपा पुत्र वेवदा, नाथू पुत्र पदमा के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई है।


पुलिस ने वगतराम पुत्र पेमा, रामा पुत्र गौतम, प्रभु पुत्र कन्हैयालाल, नवलराम पुत्र वरदा निवासी कसोटिया, भंवरू पुत्र भग्गा निवासी रोयण फला तथा लोगर पुत्र ऊंकार निवासी कोठारिया को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की है। वल्लभनगर पुलिस और प्रशासन के अधिकारी देर रात तक कानोड़ थाने में हालात पर नजर जमाए रहे।

रविवार, 12 जून 2016

प्रेमी युगल ने सेल्फी ली, थोड़ी देर में ही हो गई हत्या

प्रेमी युगल ने सेल्फी ली, थोड़ी देर में ही हो गई हत्या

प्रेमी युगल के शव अलग-अलग मिले। साथ ही शरीर पर चोट के निशान होेने से लगता है कि उनकी हत्या की गई है।
बावलवाडा (उदयपुर)।उदयपुर से 80 किलोमीटर दूर बावलवाड़ा थाना क्षेत्र में एक प्रेमी युगल के शव मिलने से सनसनी फैल गई। शव को मृतक के परिजनों ने ही देखा। दोनों की हत्या की गई है। दोनों ने मौत से पहले सेल्फी ली थी। साथ दोनों के पास एक दूसरे के फोटो भी मिले हैं। पुलिस यह मामला प्रेम प्रसंग का मान रही है। दोनों किशोर हैं ...




- बावलवाड़ा थाना क्षेत्र में तातर पंचयात के महुड़िया गावं के जंगल में रविवार को प्रेमी युगल के शव मिले।

- पुलिस के अनुसार मृतक सोहनलाल पुत्र रघू के परिजन सुबह घर से दो किलोमीटर दूर जालदरा जंगल में घास लेने गए थे।

- वहां उन्होंने किशोर का शव देखा। शव देखकर उनके होश उड़ गए।

- उन्होंने पुलिस को सूचना दी।

- पुलिस ने वहां आस पास देखा तो थोड़ी दूर पर किशोरी का भी शव मिला।

- पुलिस ने बताया कि मृतक सोहनलाल (19) व युवती रीना डामोर (16) के शरीर पर गंभीर चोटों के निशान हैं।

- उनकी धारदार हथियार से हत्या की गई है।

- मामला प्रथम दृष्टया प्रेम प्रसंग का लगता है।

- दोनों के पास से एक दूसरे के फोटा बरामद हुए हैं।

- फोन में दोनों ने सेल्फी भी ले रखी है। दोनों शवों का खेरवाड़ा मोर्चरी में पोस्टमार्टम कराया गया।

गुरुवार, 3 जुलाई 2014

उदयपुर 9 महिलाओं सहित 20 को उम्रकैद



उदयपुर। नाई थाना क्षेत्र के डोडावली गांव में पांच वर्ष पूर्व मौत के बदले मौत की आग में पिता-पुत्र के हत्या करने वाले एक ही परिवार के बीस जनों को न्यायालय ने उम्रकैद की सजा सुनाई। आरोपियों में नौ महिलाएं शामिल है। निर्णय के बाद आरोपियों के परिजन व मासूम न्यायालय परिसर में बिलख पड़े।
9 Women gets life imprisonment in murder case with 20 people
डोडावली के आम्बा खादरा में गत 26 जून 2009 को दो परिवार के बीच हुए खूनी संघर्ष मे नारू गमेती (45) व उसका पुत्र नानजी (20) की मौत हो गई और नारू की पत्नी झमकू (40) व कुछ परिवार के सदस्य घायल हो गए थे। पुलिस ने झमकू की रिपोर्ट पर दोहरा हत्याकांड का मामला दर्ज कर बीस आरोपियों के विरूद्ध न्यायालय में आरोप पत्र पेश किया।

सुनवाई के दौरान अपर लोक अभियोजक सैय्यद हुसैन बंटी ने 28 गवाह व 111 दस्तावेज पेश किए। आरोप सिद्ध होने पर अपर जिला एवं सत्र न्यायालय क्रम-2 की पीठासीन अधिकारी ईश्वरीलाल वर्मा ने सभी आरोपियो को उम्र कैद की सजा सुनाई। पढ़ें उम्रकैद ञ्च पेज 21

इन्हे मिली सजा

न्यायालय ने आम्बा का खादरा निवासी वक्ता पुत्र धन्ना, लोगर पुत्र वक्ता, तकुड़ी पत्नी वक्ता, लीला पत्नी लोगर, वजा पुत्र चतरा, हरकू पत्नी चतरा, कमला पत्नी मोहन, मंगला पुत्र वागा, कालिया पुत्र मंगला, तकतिया पुत्र मंगला, चम्पा पत्नी तकतिया, देवला पुत्र भीमा, लक्ष्मी पत्नी देवला, चोखला पुत्र खीमा, झमकू पत्नी राजू, प्रभू पुत्र खीमा, सवली पत्नी कालिया, राजू पुत्र बागा, धूलिया पुत्र कन्ना व वरदी पत्नी धूलिया गमेती को धारा 302 व विभिन्न धाराओं में उम्रकैद व 38-38 हजार रूपए जुर्माने की सजा सुनाई। आरोपी लोगर व वक्ता को धारा 4/25 में दो-दो वर्ष की कैद व दो-दो हजार रूपए जुर्माने की अलग से सजा सुनाई।

घटनास्थल पर ही तोड़ा था दम

आरोपियों ने नारू के परिवार पर पहले पथराव किया और बाद में मकान में घुसकर तलवार, कुल्हाड़ी से ताबड़तोड़ वार कर दिए। हमले में नारू की एक टांग कट कर अलग हो गई व सिर में गहरी चोट लगी। उसके पुत्र नानजी के सिर व पेट में गंभीर चोटें आई। दोनों ने घटनास्थल पर ही दम तोड़ दिया था।

मौत का बदला मौत से

परिवादिया झमकू ने रिपोर्ट में बताया था कि घटना से करीब आठ माह पूर्व उसके पुत्र केसूलाल ने उसकी पत्नी वालकी को डोडावली निवासी मोहन पुत्र वक्ता के साथ आपत्तिजनक अवस्था में देख लिया था। केसू ने आवेश में आकर मोहन की हत्या कर दी थी। तब से वह जेल में ही है। इस हत्या के बाद मृतक के परिवार वालों के भय से केसा का पूरा परिवार गांव छोड़कर जंगल में चला गया। जून माह में बारिश होने यह परिवार खेतीबाड़ी के लिए वापस डोडावली गांव आया था। इन्हें देखते ही आरोपी वक्ता व उसके परिवार ने हमला कर दिया।

 

शनिवार, 23 जुलाई 2011

वास्तुकला के बेजोड़ नमूने- सास-बहू के मंदिर।

झीलों की नगरी उदयपुर से मात्र अट्ठाइस किलोमीटर की दूरी पर है- जगप्रसिद्ध एकलिंग जी का मंदिर। इस मंदिर से थोड़ा पहले, कच्चे रास्ते पर खड़े हैं वास्तुकला के बेजोड़ नमूने- सास-बहू के मंदिर। इन्ही मंदिरों के आसपास कभी मेवाड़ राजवंश की स्थापना हुई थी। इनकी पहली राजधानी थी- नागदा। नागदा के वैभव की याद दिलाने में ये सास-बहू के मंदिर आज भी सक्षम हैं। मेवाड़ राज्य के संस्थापक बप्पा रावल ने अपना प्रारंभिक जीवन यहीं नागदा में व्यतीत किया था।
मेवाड़ की यह प्राचीन राजधानी नागदा तो आज ध्वस्त हो चुकी है, लेकिन किसी तरह से यहाँ सास-बहू मंदिर बचे रह गए हैं। इन मंदिरों और नागदा के ध्वंसावशेष के आधार पर यह कहना अतिश्योक्तिपूर्ण नहीं होगा कि यहाँ कभी उत्कृष्ट कला का विकास हुआ।
मेवाड़ राज्य अपने जन्म से ही दिल्ली की आँख में चुभता रहा। दिल्ली के तत्कालीन सुल्तान शम्सुद्दीन अल्तमश ने तो इस पर आक्रमण कर इसे ध्वस्त कर डाला।
मंदिर सहस्रबाहु का
विक्रमी संवत ग्यारहवीं शताब्दी के आसपास बने सास-बहु के इन मंदिरों के बारे में अनुमान है कि मेवाड़ राजघराने की राजमाता ने विष्णु का मंदिर तथा बहू ने शेष नाग के मंदिर का निर्माण कराया। सास-बहू के द्वारा निर्माण कराए जाने से इन मंदिरों को सास-बहू के मंदिर के नाम से पुकारा जाता है। लेकिन, एक अन्य किंवदंती के अनुसार यहाँ पहले भगवान सहस्रबाहु का मंदिर था, जिसका नाम सहस्रबाहु से बिगड़कर सास-बहू हो गया। कारण जो भी रहा हो, आज ये मंदिर उस प्राचीन कला-संस्कृति के उत्कृष्ट नमूने हैं, जो कभी यहाँ फली-फूली थी।
वास्तुकला के बेजोड़ नमूने ये दोनों मंदिर एक ही परिसर में स्थित हैं। आज दोनों ही मंदिरों के गर्भगृहों में से देव प्रतिमाएँ गायब हैं। मंदिर बनानेवाले कलाकारों ने तत्कालीन परंपरा के अनुसार अपनी बारीक छैनी से समसामयिक जीवन व संस्कृति के अमर तत्वों को इन मंदिरों में उकेरा है। दोनों ही मंदिरों के बरामदों, तोरण-द्वारों व मंडपों को शिल्पकला के उत्कृष्ट नमूनों से सजाया है।
मंदिर की बाहरी दीवारों पर लगी सुर-सुंदरियों की प्रतिमाएँ नारी सौंदर्य का सजीव वर्णन करती-सी प्रतीत होती हैं। नर-नारी जीवन-जगत की गतिविधियों में शृंगार, नृत्य, क्रीड़ा और प्रेम आदि की अभिव्यक्ति बड़े सुंदर ढंग से अंकित की गई हैं। मिथुन-युगलों के बीच के प्यार-व्यापार को इतने सुंदर ढंग से दर्शाया गया है कि नर-नारी मूर्तियाँ शारीरिक सौंदर्य की पराकाष्ठा बन गई हैं।
कारीगरी, अद्भुत सूक्ष्म नक्काशी व भव्यता की दृष्टि से इन दोनों मंदिरों की समानता आबू पर्वत के जगप्रसिद्ध देलवाड़ा के मंदिरों व रणकपुर के जैन मंदिर से की जा सकती है। लेकिन प्राचीनता की दृष्टि से सास-बहू के मंदिर के प्रवेश-द्वार पर बने छज्जों पर महाभारत की पूरी कथा अंकित है। इन छज्जों से लगे बायें स्तंभ पर शिव-पार्वती की प्रतिमाएँ हैं, जो खजुराहो की मिथुन मूर्तियों से होड़ लेती-सी प्रतीत होती हैं। तोरणों का अलंकरण तो देखते ही बनता है।
मंदिर बहू का
बहू के मंदिर का सभामंडप तो अपने आप में अनूठा है। प्रत्येक स्तंभ पर लगभग चार फुट ऊँची, एक ही पत्थर से निर्मित प्रतिमाएँ लगी हुई हैं। ये नारी प्रतिमाएँ उत्कष्ट कलात्मक रूप में नारी सौंदर्य को दर्शाने के लिए उल्लेखनीय हैं। मंदिर के सामने एक ही भारी पत्थर से बना तोरण है, जिसमें तीन द्वार हैं। सास-बहू के दोनों मंदिरों के बीच में ब्रह्मा जी का मंदिर है। ब्रह्मा जी का मंदिर दोनों से छोटा है, फिर भी वह दोनों से कम नहीं है। इसके गुंबद को देखकर ऐसा लगता है मानो उसे बारीक जाली से ढक दिया गया हो।
हालाँकि, सास-बहू के ये मंदिर अपने समकालीन अन्य मंदिरों की तुलना में कहीं अच्छी दशा में हैं, फिर भी उचित साज-सँभाल के अभाव में ये धीरे-धीरे क्षरण का शिकार होने लगे हैं। समय के थपेड़ों ने मंदिर की दीवारों व मूर्तियों पर कालेपन की परछायीं डालना शुरू कर दी है। गर्भगृहों से आराध्य देवों की मूर्तियाँ गायब हैं। जब आराध्य देवों की मूर्तियाँ ही गायब हों, तो फिर मंदिर कैसा? राज्य पुरतत्व विभाग ने यहाँ एक नीला सूचना-पट्ट लगाकर उन्हें संरक्षित स्मारक घोषित कर अपने फ़र्ज़ से भी छुट्टी पा ली है। पर्यटन विभाग द्वारा ऐसे दुर्लभ स्मारकों की ख़ैर-ख़बर रख पाना तो और भी दूर की बात है। हालात, तो यहाँ तक बिगड़े हुए हैं कि उदयपुर स्थित राज्य सरकार के पर्यटन अधिकारी पूछने पर भी इन मंदिरों के बारे में किसी भी तरह की कोई जानकारी नहीं दे पाते। इन हालातों में तो ऐसे लगता है कि अब वह दिन दूर नहीं जब कि इन मंदिरों के खंडहर ढूँढ़े न मिलेंगे।

बुधवार, 1 जून 2011

नवजात का शव रखकर पैसे मांगता रहा डॉक्टर


नवजात का शव रखकर पैसे मांगता रहा डॉक्टर

उदयपुर.उदयपुर के मादड़ी गांव के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में मंगलवार को जो हुआ, उसने डॉक्टरी पेशे को शर्मसार कर दिया। डॉक्टर ने प्रसव के लिए तय किए 500 रु. नहीं मिलने पर मृत पैदा हुए नवजात का शव परिजनों को देने से मना कर दिया। वे करीब 18 घंटे तक डॉक्टर के सामने गिड़गिड़ाते रहे, लेकिन उसका दिल नहीं पसीजा। आखिर परिजनों ने भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) की शरण ली। तब कहीं जाकर डॉक्टर ओमप्रकाश अग्रवाल घूस लेते धरा गया और शव परिजनों को मिल पाया।
मृत पैदा हुआ था शिशु
एसीबी के उप महानिरीक्षक टीसी डामोर के अनुसार सुवेरी गांव के प्रकाश मीणा की पत्नी होमली सोमवार को प्रसव के लिए स्वास्थ्य केंद्र में आई थी। डॉक्टर ओमप्रकाश अग्रवाल ने प्रसव कराने के लिए 700 रु. की रिश्वत मांगी।
 
बाद में 500 रु. दिए जाने तय हुए। रात करीब साढ़े बारह बजे होमली ने मृत बच्चे को जन्म दिया। प्रकाश ने शिशु का शव मांगा तो डॉक्टर ने प्रसव के लिए तय हुई राशि देने की बात कही।
 
जननी सुरक्षा का चैक रोकने की धमकी
परिजन मंगलवार को भी शव देने की मिन्नत करते रहे, लेकिन डॉक्टर पैसे नहीं मिलने तक शव नहीं देने पर अड़ा रहा। परिजनों के अनुसार उसने जननी सुरक्षा योजना के तहत मिलने वाला 1700 रु. का चेक रोकने की धमकी भी दी।
 
आखिरकार प्रकाश ने एसीबी में शिकायत की। मंगलवार शाम एसीबी ने डॉक्टर को प्रकाश से मेल नर्स के सरकारी क्वाटर्स के सामने 500 रु. की रिश्वत लेते हुए दबोच लिया। एसीबी के दखल के बाद परिजनों को शव मिल पाया।
पकड़ा गया तो बोला- परिजनों ने जबरन जेब में रख दिए पैसे
आरोपी डॉक्टर ओमप्रकाश अग्रवाल ने कहा कि मंगलवार सुबह मैंने बच्चे का शव ले जाने के लिए कह दिया था।
 
मैंने पैसों की मांग नहीं की। बालक के पिता प्रकाश मीणा ने मेरी जेब में जबरन रुपए रख दिए। एसीबी की कार्रवाई के दौरान रिश्वत की राशि डॉक्टर की पैंट की पिछली जेब में मिली।
3 साल पहले स्थायी नियुक्ति
डॉक्टर अग्रवाल मूलत: बाहरी दरवाजा छबड़ा (बारां) जिले का रहने वाला है। वर्ष 2003 में संविदा में लगे इस डॉक्टर को वर्ष 2008 में स्थायी नियुक्ति मिल गई थी। मादड़ी गांव स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में वह पिछले तीन वर्षो से नियुक्त है।
विभागीय कार्रवाई करेंगे
"मामला मेरी जानकारी में नहीं है। यदि डॉक्टर ने रिश्वत के लिए नवजात का शव देने से इनकार किया तो यह गलत है। दोषी डॉक्टर के खिलाफ विभागीय कार्यवाही भी की जाएगी। डॉक्टरों को सेवा भाव से भी सोचना चाहिए।"

डॉ. आर.एन. बैरवा, सीएमएचओ उदयपुर

मंगलवार, 31 मई 2011

92 विश्वविद्यालयों के कुलपति उदयपुर में जुटेंगे


92 विश्वविद्यालयों के कुलपति उदयपुर में जुटेंगे
विदेशी विश्वविद्यालयों के भारत में आने से शिक्षा पर पडऩे वाले प्रभावों पर होगा मंथन
उदयपुर  विदेशी विश्वविद्यालयों के भारत में प्रवेश से शिक्षा पर पडऩे वाले प्रभावों पर मंथन के लिए देश के 92 विश्वविद्यालयों के कुलपति आगामी 29 व 30 जुलाई को उदयपुर में जुटेंगे। सुखाडिय़ा विश्वविद्यालय के स्वर्ण जयंती वर्ष में आयोजित इस कार्यक्रम के लिए उपराष्ट्रपति, मानव संसाधन विकास मंत्री, केन्द्रीय भूतल व परिवहन मंत्री व राजस्थान के मुख्यमंत्री को पत्र भेजे जा रहे हैं। सुविवि प्रवक्ता डा. संजय लोढ़ा ने बताया कि सम्मेलन में पश्चिम क्षेत्र में स्थित 92 विश्वविद्यालयों के कुलपति भाग ले रहे हैं। सम्मेलन में विदेशी विश्वविद्यालयों का भारत में प्रवेश व उससे पडऩे वाले प्रभावों पर मंथन करेंगे। इसके अलावा स्थानीय विश्वविद्यालयों में छात्रों को उच्च शिक्षा सहित कई मुद्दों पर चर्चा करेंगे। 

5 जून को साइकिल रैली : विश्व पर्यावरण दिवस पर 5 जून को शहर में चार स्थानों से साइकिल रैली निकाली जाएगी। प्रवक्ता डॉ. लोढा ने बताया कि पर्यावरण रैली को लेकर मंगलवार को छात्र कल्याण अधिष्ठाता कार्यालय में तैयारी बैठक रखी गई है, जिसमें वन विभाग के अधिकारी, शिक्षण संस्थाओं के प्रतिनिधि व पर्यावरण से जुड़े संगठनों के पदाधिकारियों को बुलाया गया है।

रविवार, 29 मई 2011

उदयपुर में प्रसव के दौरान विदेशी महिला की मौत

उदयपुर में प्रसव के दौरान विदेशी महिला की मौत
 

उदयपुर। राजस्थान में उदयपुर शहर के हिरण मगरी थाना क्षेत्र में एक निजी चिकित्सालय में प्रसव के दौरान एक विदेशी महिला की मौत हो गई पुलिस के अनुसार इजरायल की रहने वाली अनिशाग सिंह (34) को प्रसव पीड़ा होने पर शनिवार सुबह हिरण मगरी क्षेत्र में गीतांजलि मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था जहां बेहोशी के लिये लगाए गए इंजेक्शन से महिला को रिएक्शन हो गया जिससे उसकी मौत हो गई। उसके बाद मृतका के परिजनों ने अस्पताल में एकत्रित होकर आक्रोश व्यक्त किया। सिंह ने बताया कि घटना की जानकारी इजरायली दूतावास को दे दी गई है। सिंह ने छह वर्ष पूर्व उदयपुर के चांदपोल क्षेत्र में रहने वाले राजेन्द्र सिंह से शादी की थी। 

शुक्रवार, 27 मई 2011

युवती को नशीला पेय पिलाकर दुष्कर्म करने का मामला


युवती को नशीला पेय पिलाकर दुष्कर्म करने का मामला

उदयपुर शहर की एक होटल में ठहरी जयपुर की युवती को नशीला पेय पिलाकर दुष्कर्म करने का मामला सामने आया है। धानमंडी थाना क्षेत्र में नाड़ा खाड़ा स्थित होटल में हुई इस घटना में पीड़िता और आरोपी एक ही संस्थान राजस्थान अरबन इन्फ्रास्ट्रक्चर कोर्सेज एंड डवलपमेंट कॉरपोरेशन में संविदा पर कार्यरत हैं। 

धानमंडी पुलिस ने आरोपी युवक सहित उसके दो दोस्तों को हिरासत में ले लिया है। जयपुर निवासी युवती ने एमबीए डिग्रीधारी पुष्पेंद्र पुत्र मृगेंद्र शर्मा पर दुष्कर्म करने का आरोप लगाया है। पुष्पेंद्र के दो दोस्त जयपुर में मुरलीपुरा निवासी अजयसिंह धाकड़ व जेडीए कॉलोनी निवासी हरिओम जाट पर सहयोग देने का आरोप है, जिनको हिरासत में ले लिया है।
 

सर्वे के लिए आई थी युवती

युवती को कंपनी ने उदयपुर में सर्वे के लिए 23 मई को उदयपुर भेजा था। युवती और आरोपी एक ही होटल में अलग अलग कमरों में ठहरे हुए थे। बयानों के आधार पर 23 मई की रात को आरोपियों ने युवती को अपने कमरे में बुलाया और कोल्ड ड्रिंक में नशीला पदार्थ मिलाकर पिला दिया। बेहोशी की हालत में युवती के साथ दुष्कर्म किया गया। पुलिस का कहना है कि युवती के बयानों में विरोधाभास है।

पत्नियों के साथ मिलकर की सौतेले भाई की हत्या


पत्नियों के साथ मिलकर की सौतेले भाई की हत्या
उदयपुर शहर से 60 किमी दूर गोवर्धन विलास के सरु गांव में आपसी विवाद के चलते सौतेले भाई व उनकी पत्नियों ने मिलकर युवक की हत्या कर दी। दोनों पक्षों के बीच आए दिन विवाद होता रहता था। दोनों पक्षों के एक दूसरे के खिलाफ केस भी दर्ज हैं। पुलिस के अनुसार इस वारदात में सरु गांव निवासी प्रताप (36) पुत्र धर्मा मीणा की हत्या कर दी गई। 
पुलिस ने इस संबंध में प्रताप के सौतेल भाई सुरेश, सुरेश की पत्नी दुर्गा, कैलाश, इसकी पत्नी थावरी, लक्ष्मण व गोपाल के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया है। डिप्टी अताउर्रहमान के अनुसार बुधवार रात को प्रताप अपने सौतेले भाई सुरेश अपने घर में ले गया। इस दौरान सभी आरोपियों ने मिलकर लट्ठ से पीट पीट कर प्रताप की हत्या कर दी। इसके बाद फरार हो गए। पुलिस के अनुसार हाल ही में खेरवाड़ा अदालत से इनके बीच मारपीट के एक मामले में निस्तारण हुआ था।
बेटी के सामने कर दी हत्या
 : 
बताया गया कि हमले के दौरान प्रताप के चिल्लाने की आवाज पर उसकी बेटी रेखा घटना स्थल पर पहुंची। उसने बीच बचाव का प्रयास किया, लेकिन आरोपियों ने उसे भी धक्का देकर नीचे गिरा दिया। उसके सामने ही पिता पर बेरहमी से हमला करते रहे। गुरुवार को नाल गांव जाकर अपनी मां वालकी को घटना की जानकारी दी। पुलिस ने शव को ऋषभदेव अस्पताल रखवाया है।

सोमवार, 23 मई 2011

पिता ने अपनी नौ माह की बच्ची की पत्थरों पर पटक-पटककर हत्या कर दी



पिता ने अपनी नौ माह की बच्ची
की पत्थरों पर पटक-पटककर हत्या कर दी

उदयपुर। यहां हिरणमगरी थाना क्षेत्र में रविवार सुबह एक पिता ने अपनी नौ माह की बच्ची निवेदिता उर्फ रानू की पत्थरों पर पटक-पटककर हत्या कर दी। मूलत: करौली निवासी आरोपी पिता अशोक मीणा केन्द्रीय लोक निर्माण विभाग (सीपीडब्ल्यूडी) में कनिष्ठ अभियंता (जेईएन) पद पर कार्यरत है।
 पुलिस ने अशोक मीणा को गिरफ्तार कर लिया है। पड़ोसियों के मुताबिक पत्नी से झगड़े के बाद आवेश में आकर अशोक ने मासूम बच्ची की जान ली है। हालांकि पति-पत्नी की मानसिक स्थिति ठीक नहीं होने से हत्या के असली कारणों का पता नहीं चल पाया। 
रास्ते में ही तोड़ा दम
पुलिस ने बताया कि करौली जिले में मंडरायल के पास मुंगियापुरा गांव निवासी अशोक का शनिवार को वैष्णो देवी जाने का कार्यक्रम था और इस कारण ऑफिस से छुट्टी ले रखी थी।
  लेकिन पति-पत्नी में विवाद होने से वहां जाना स्थगित हो गया। इसके बाद उन्होंने गांव जाने का कार्यक्रम बनाया और इसी को लेकर रविवार सुबह फिर विवाद हो गया।  
सुबह करीब साढे नौ बजे अशोक मीणा अपनी पत्नी हेमा को घसीटते हुए कमरे से बाहर लाया। उस समय 9 माह की बच्ची निवेदिता आरोपी की गोद में ही थी। बाहर आते ही उसने वहां पड़े पत्थरों पर मासूम बालिका को कई बार पटका। लहूलुहान बालिका को पड़ोसी अस्पताल ले गए, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
सात साल पहले हुई थी शादी 
पुलिस ने बताया कि अशोक की शादी 2004 में जयपुर निवासी एफसीआई के जीएम आर.सी. मीणा (दिल्ली में पोस्टेड) की पुत्री हेमा से हुई। हेमा की चार वर्ष की नंदिता नाम की एक पुत्री और है। अशोक की तीन साल पहले उदयपुर में पोस्टिंग हुई है। पड़ोसियों ने बताया कि पहले भी दोनों में आए दिन झगड़ा होता था।