Crime Trend : पाली.बेटी मैला लगाती और मां रुपए लेकर भाग जाती
पाली. बैंक से रुपए निकालने वालों की रैकी कर बीच रास्ते उनके कपड़ों पर मैला (गंदगी) लगाने के बाद आंख चुराकर रुपयों से भरा बैग व पर्स चोरी करने वाली मध्यप्रदेश के सांसी (सिसोदिया) गैंग की एक शातिर महिला को सुमेरपुर पुलिस ने गिरफ्तार किया। महिला अपनी नाबालिग बेटी के जरिए वारदात को अंजाम देती थी। पुलिस ने नाबालिग को भी संरक्षण में लिया। पूछताछ में महिला ने पाली जिले में पांच तथा राजस्थान, गुजरात, हरियाणा सहित अन्य कई राज्यों में 80 से ज्यादा वारदातें करना कबूली।
पुलिस अधीक्षक दीपक भार्गव ने बताया कि मामले में मध्यप्रदेश के अशोक नगर जिले के मुगावली निवासी मखनबाई (45) पत्नी अशोक सांसी (सिसोदिया) को गिरफ्तार किया तथा उसकी नाबालिग (12 वर्ष) बेटी को भी संरक्षण में लिया। प्रारंभिक पूछताछ में महिला ने पिछले दो-तीन साल में विभिन्न राज्यों में वारदात करना स्वीकार किया। महिला को खुद ही पता नहीं है कि उसने इस अवधि में कितनी वारदात की। महिला का सुसराल मध्यप्रदेश के कडिय़ा थाना पंचौर जिला राजगढ़ में है। महिला कडिय़ा गैंग से जुड़ी हुई है। जो गंदगी लगाकर रुपए व पर्स पार करने का काम करते हैं। महिला ने भीड़भाड़ वाले क्षेत्र में लोगों के पर्स व थैलों से भी रुपए चोरी करना स्वीकार किया।
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ऐसे आए पकड़ में
सुमेरपुर थानाप्रभारी सुमेरसिंह ने बताया कि सुमेरपुर के एक बैंक के सीसीटीवी फुटेज खंगाले तो एक संदिग्ध नाबालिग बैंक में घूमते नजर आई। जिस पर मुखबिरों का जाल बिछाकर उसका पता लगाया तो सामने आया कि मध्यप्रदेश की सांसी गैंग इस तरह की वारदातें करती हैं और यह नाबालिग उसी गैंग से जुड़ी हो सकती है। जिस पर एक टीम गठित कर मध्यप्रदेश के अशोक नगर जिले के मुगावली भेजी गई। टीम ने मखनबाई व नाबालिग को पकड़ सुमेरपुर थाने लाई। पूछताछ में महिला ने सुमेरपुर, पाली, अजमेर, जयपुर, उदयपुर सहित कई राज्यों में वारदात करना स्वीकारा। जिस पर महिला को गिरफ्तार किया तथा नाबालिग को संरक्षण में लिया गया।
साडि़यां भी साथ में रखती
लोगों को चकमा देने के लिए महिला अपने साथ साडिय़ां रखती थी। ट्रेन में भी टिकट नहीं लेती। कोई पूछताछ करता तो कह देती कि साडिय़ां बेचने आई हैं। वारदात करने के बाद दोनों मां-बेटी ट्रेन से वापस चले जाते थे। अधिकतर उन क्षेत्रों में वारदात करते थे जहां रेलवे स्टेशन हो। वारदात के लिए अधिकतर महिलाओं व वृद्धों को ही निशाना बनाते थे।
ऐसे करते थे वारदात
महिला अपनी नाबालिग बेटी के साथ ट्रेन से आती थी। जिस शहर में जाते, वहां के बैंक में बेटी को भेजती और स्वयं बैंक के आस-पास खड़ी रहती। बैंक से कौन कितनी राशि निकाल रहा है। नाबालिग इसकी रैकी करती। फिर टारगेट बनाने के बाद दोनों मां-बेटी उस व्यक्ति का पीछा करती। नाबालिग बिस्किट मुंह में डालकर उसकी लुगदी बनाकर उसके कपड़ों पर लगा देती थी। व्यक्ति को लगता कि शर्ट पर गंदगी लगी हुई है, वह बैग या थैली रखकर उसे साफ करता इतने में आंख चुराकर नाबालिग रुपयों से भरा बैग लेकर फरार हो जाती। कुछ ही दूरी पर खड़ी अपनी मां के साथ मिलकर दोनों फरार हो जाते।
स्वीकार की यह वारदात
- सुमेरपुर के एसबीबीजे बैंक से रुपए निकाल कर जा रहे एक आदमी का पीछाकर उसकी मोटर साइकिल के बैग से 20 हजार रुपए चुराए।
- छह जून 2016 को सुमेरपुर के एसबीबीजे बैंक रुपए निकालकर जा रहे एक व्यक्ति का पीछा किया। किराणे की दुकान पर सामान लेने के लिए 50 हजार रुपयों से भरी थैली रखी। नाबालिग उसे लेकर फरार हो गई।
- रानी के एसबीबीजे बैंक शाखा के अंदर एक आदमी के बैग से 20 हजार रुपए चुराए।
- पाली के सूरजपोल स्थित एसबीआई बैंक के अंदर एक आदमी के बैग से आंख चुराकर 10-15 हजार निकालना।
- पाली के मुकेश फैंसी स्टोर के पास दुकान से एक औरत के पर्स से 500-600 रुपए निकाले।
- बारां के बैंक के अंदर एक महिला के पर्स से रुपए निकाले।
- अजमेर के मैन बाजार में एक आदमी के पर्स से 4-5 हजार रुपए निकाले।
- अजमेर के ही मैन बाजार में एक महिला के पर्स से रुपए निकाले।
- जयपुर के बाजार में एक दुकान में कपड़े खरीद रही महिला का पर्स चुराया। जयपुर में ऐसी तीन-चार वारदात की।
- उदयपुर में भी बाजार में एक महिला का पर्स चुराया, मोबाइल फेंका।
- गुजरात के बड़ोदा में एक बैंक के अंदर एक व्यक्ति से 30 हजार चुराए।
- हरियाणा के गुडग़ांव में तीन बार चोरी की घटनाएं की।
- आगरा के बाजार में तीन-चार बार चोरी की।
- भोपाल के मैन बाजार के अंदर से एक आदमी के पर्स से रुपए चुराए।
- इंदौर के मैन बाजार से अलग-अलग स्थानों से महिलाओं से तीन पर्स चोरी किए। इसके साथ ही आरोपित महिला ने बताया कि पिछले दो-तीन वर्षों में उसने अस्सी से अधिक वारदातें की।