बीएसएफ लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं. सभी संदेश दिखाएं
बीएसएफ लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं. सभी संदेश दिखाएं

रविवार, 2 अगस्त 2020

जैसलमेर, एडीएम पहुंचे अन्तर्राष्ट्रीय सीमा पर,जांबाजों की चरण धूलि लगाई माथे पर, चमकाई सीमा प्रहरियों की चरण पादुकाएँ

 जैसलमेर,  एडीएम पहुंचे अन्तर्राष्ट्रीय सीमा पर,

मुँह मीठा कर जवानों को दी राखी की बधाई, मिठाई भेंट की, की हौंसला अफजाई

जांबाजों की चरण धूलि लगाई माथे पर, चमकाई सीमा प्रहरियों की चरण पादुकाएँ




जैसलमेर, 2 अगस्त/अतिरिक्त जिला कलक्टर ओ.पी. विश्नोई ने रविवार को भारत-पाक अन्तर्राष्ट्रीय सीमा पर बबलियान चौकी पहुंचकर सीमा पर तैनात बीएसएफ के जवानों को रक्षाबंधन की बधाई दी और मुँह मीठा किया।

उन्होंने सीमा रक्षकों को राखी की बधाई एवं शुभकामनाओं के साथ िमठाई भेंट करते हुए उनकी हौसला अफजाई की। अतिरिक्त जिला कलक्टर ने देश के इन रक्षावीरों के प्रति भाव विह्वल होते हुए कृतज्ञता भाव से चरण चूमे और चरण धूलि अपने माथे पर लगाने के साथ ही खुद के हाथों पॉलिश कर जांबाज सीमा प्रहरियों की चरण पादुकाओं की चमकाया।

सीमा पर आत्मीय मुलाकात के दौरान अतिरिक्त जिला कलक्टर ओपी विश्नोई ने अपने आपको भारतीय सीमा रक्षकों के बीच पाकर अभिभूत अनुभव किया और कहा कि जिन कठिन हालातों में देश के हमारे सीमा प्रहरी दिन-रात रक्षा में तैनात हैं, उनका योगदान अमूल्य और स्तुत्य है। धरती माता के इन सपूतों की अहर्निश मेहनत और सुरक्षा की बदौलत ही हम सभी लोग महफूज हैं। उन्होंने कहा कि भारत माता के सच्चे सपूतों की जितनी भी सेवा की जाए, वह कम है। उनके प्रति आदर और श्रद्धा भाव का हमेशा दरिया उमड़ता है।

बीएसएफ के अधिकारियों एवं सीमा रक्षकों ने कहा कि इस पहल से सैनिकों में उत्साह का संचार हुआ है।

शुक्रवार, 10 अप्रैल 2020

बाड़मेर के गरीबों में राशन बांट रहे बीएसएफ जवान, कही दिल को छू लेने वाली बात

बाड़मेर के गरीबों में राशन बांट रहे बीएसएफ जवान, कही दिल को छू लेने वाली बात
   
संपूर्ण विश्व कोरोना महामारी से लड़ रहा है और संपूर्ण भारत में लॉकडाउन कर दिया गया है।

बाड़मेर। चीन से निकले कोरोनावायरस ने पूरे विश्व को चपेट में ले लिया। भारत में भी तेजी से वायरस पैर पसार रहा है, जिसके केंद्र और राज्य की सरकार लगातार रोकने के लिए आवश्यक कदम उठा रही है।


मूल्यांकन में लॉकडाउन के 19 दिन पूरे हो चुके हैं। बॉर्डर पर देश की सीमाओं की रक्षा करने वाले जवान अब इस महामारी में भी भारत-पाक सीमा से सटे गाँवों में खाद्य सामग्री दे रहे हैं, जो अपने आप का निले तारीफ है। भारत और पाकिस्तान के बीच हुए युद्ध में इन गांवों में रहने वाले लोगों ने सेना के जवानों के साथ भी कंधे से कंधे मिलाकर युद्ध लड़ने में मदद की थी। अब बीएसएफ की अलग-अलग बटालियन इन दर्जनों गांवों में जरूरतमंदों को खाद्य सामग्री भी सोशल डिस्टेंस के साथ बांट रहे हैं।


सीमा सटे दर्जनों गांवों में खाद्य सामग्री वितरण की। बीएसएफ जवानों के मुताबिक, पूरे विश्व कोरोना महामारी से लड़ रहा है और पूरे भारत में लॉकडाउन कर दिया गया है। भारत की केंद्र, राज्य सरकारें, संस्थाए, संगठन, हर व्यक्ति जरूरतमंदों की मदद करते हुए खाद्य सामग्री और अन्य वस्तुओं तक पहुंच रहे हैं। सीमा सुरक्षा बल ने भी सीमा से सटे गांव जुम्मे की बस्ती, अकली सहित दर्जनो गांव में खाद्य सामग्री दी और कहा कि हमारी फर्ज भी बन जाती है कि इस विकट परिस्थितियों में हमें जरूरतमंदों की सहायता करनी चाहिए।


गौरतलब है कि सरकारों की मंशा है कि कोई भी व्यक्ति भूखा न सोए और देशभर के भामाशाहो से अपील की है कि इस वैश्विक महामारी में आगे आकर अपने धन का सदुपयोग करें। सीमा प्रहरी भी इसमें पीछे नहीं है।

बुधवार, 11 दिसंबर 2019

बीएसएफ ने 88500 नशीली गाेलियाें की बरामदगी के साथ ही एक कार अाैर बाइक सहित तीन तस्कर भी पकड़े

बीएसएफ ने  88500 नशीली गाेलियाें की बरामदगी के साथ ही एक कार अाैर बाइक सहित तीन तस्कर भी पकड़े 


बीएसएफ ने अनूपगढ़ अाैर पदमपुर पुलिस के साथ मिलकर नशा तस्करी की दाे बड़ी कार्रवाईयाें काे मंगलवार देर शाम तक अंजाम दिया। इन कार्रवाईयाें में 88500 नशीली गाेलियाें की बरामदगी के साथ ही एक कार अाैर बाइक सहित तीन तस्कर भी पकड़े गए हैं। पुलिस ने दाे अाैर पदमपुर पुलिस ने एक अाराेपी के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट में प्रतिबंधित घटक की नशीली गाेलियाें की तस्करी के अाराेप में दाे मुकदमे दर्ज किए हैं।
पहली कार्रवाई में पकड़ी गई 75000 नशीली गोलियां

बीएसएफ की गुप्तचर शाखा के डिप्टी कमांडेंट जितेंद्र नागल ने बताया कि अनूपगढ़ एसएचअाे पुष्पेंद्र सिंह के साथ बीएसएफ की 156 वीं बटालियन ने बांडा काॅलाेनी गांव के निकट नेशनल हाइवे नंबर 3 पर संयुक्त नाकेबंदी की गई।टीम ने रायसिंहनगर से आ रही कार काे रुकवाकर तलाशी ली। कार की डिग्गी में दाे थैले बरामद हुए। इनमें 75000 प्रतिबंधित घटक की नशीली गाेलियां बरामद हुई। अाराेपी कार सवार श्रीविजयनगर के वार्ड एक निवासी अभिषेक दुबे पुत्र हरिनारायण दुबे तथा वार्ड तीन निवासी अशाेककुमार पासवान पुत्र मुन्नालाल काे हिरासत में लेकर मुकदमा दर्ज किया गया है। अाराेपियाें से बरामद कार तथा तीन माेबाइल फाेन अाैर 900 रुपए भी बरामद किए गए हैं।

बीएसएफ व पुलिस ने बांडा के पास लगाया था नाका, वहीं पर पकड़ा

अनूपगढ़ एसएचअाे पुष्पेंद्रसिंह ने बताया कि अाराेपियाें की कार से बरामद दाे बड़ी पैकिंगाें पर फलाैदी के किसी राजू का नाम लिखा हुअा है। अाराेपियाें ने प्रारंभिक पूछताछ में बताया कि उक्त नशीली गाेलियाें की खेप जाेधपुर जिले से मंगवाई गई थी। दोनों युवक इस क्षेत्र में नए प्रवेश कर रहे हैं। अाराेपियाें ने फलाैदी के तस्कर से टेलीफोन पर सौदे किए थे। हालांकि सच जानने काे अाराेपियाें से रिमांड पर लेकर पूछताछ की जाएगी।

कार में पकड़े जाने का डर, बचने काे बस में ले जा रहे थे 25 हजार नशीली गाेलियां और 37 किलाे पाेस्त
श्रीगंगानगर| बिरधवाल हैड पर पकड़े गए मादक पदार्थ तस्करी के तीनाें अाराेपी बेहद शातिर प्रवृत्ति के हैं। रविवार शाम काे बिरधवाल हैड पर इनकाे एनडीपीएस एक्ट में प्रतिबंधित 25 हजार नशीली गाेलियाें अाैर 37 किलाे डाेडा पाेस्त के साथ पकड़ा गया था। अाराेपियाें ने पुलिस से बचने काे निजी वाहन के बजाय बसाें से तस्करी करना अधिक सुरक्षित समझा। इसलिए चाराें जाेधपुर से बस पर सवार हाेकर बिरधवाल तक पहुंचे थे। चाराें के पास पिट्ठू बैगाें में मादक पदार्थ भरा हुअा था। सूटेड बूटेड 24 से 26 साल की अायु के चाराें युवकाें काे बस में काेई पहचाने नहीं इसलिए पिट्ठू बैग में मादक पदार्थ भरा हुअा था। बस की सवारियाें काे चाराें युवक एेसे लगते रहे जैसे पढ़ने वाले युवक किसी परीक्षा काे देकर वापस लाैट रहे हाें। एसपी हेमंत शर्मा की अाेर से गठित स्पेशल 18 टीम की अाेर से जुटाई गई जानकारी के अाधार पर अाराेपी संदेह के दायरे में अा गए। राजियासर एसएचअाे सुरेश कस्वां अाैर बिरधवाल चाैकी प्रभारी एएसअाई जयकुमार भादू की टीम ने जाेधपुर जिले के बाप तहसील के चाैधरियाें का बास निवासी 25 वर्षीय दुलीचंद उर्फ साेनू शर्मा पुत्र बिशनाराम, फिराेजपुर जिले के जलालाबाद तहसील के गुरुहरसहाय थाना क्षेत्र के रुकना बाेदला निवासी 25 वर्षीय कृष्णसिंह रायसिख पुत्र महेंद्रसिंह, रुकना बाेदला व हाल रामसिंहपुर के निकट कूपली निवासी 24 वर्षीय बलदेव कुम्हार पुत्र गाेपीराम काे गिरफ्तार कर लिया था। चाैथा अाराेपी जैसलमेर जिले के पाेकरण तहसील के पूनिया का बास निवासी राम निवास पुत्र गाेवर्धनराम पुलिस काे चकमा देकर भागने में कामयाब हाे गया था।सूरतगढ़ सदर थानाधिकारी पवनकुमार ने बताया कि पकड़े गए तीनाें व फरार हुए अाराेपी के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है। इनमें से अाराेपी बलदेव कुम्हार पर जलालाबाद, जाेधपुर में मादक पदार्थ डाेडा पाेस्त तस्करी का एक-एक मुकदमा हाेने की जानकारी सामने अाई है। चित्ताैड़गढ़ पुलिस द्वारा की गई एक कार्रवाई में तस्करी में काम ली गई गाड़ी भी बलदेव की बताई गई है। अाराेपी फिराेजपुर जिले के जलालाबाद तहसील के रुकना बाेदला गांव काे छाेड़कर कुछ समय से रामसिंहपुर थाना क्षेत्र के गांव कूपली में रहने लगा था। यहां उसके रिश्तेदार रहते हैं।

दूसरी कार्रवाई में 13500 नशीली गाेलियाें सहित पकड़ा तस्कर

पदमपुर थानाधिकारी विक्रम तिवाड़ी अाैर उनकी टीम ने बीएसएफ की सूचना पर साेमवार देर शाम श्रीकरणपुर राेड पर नाकेबंदी के दाैरान पदमपुर के वार्ड एक निवासी भाेलाराम बाजीगर पुत्र चांदीराम काे एनडीपीएस घटक की प्रतिबंधित 13500 नशीली गाेलियाें सहित पकड़ा है। अाराेपी के खिलाफ दर्ज किए गए मुकदमे की जांच एएसपी सहीराम बिश्नाेई के अादेश से मटीली राठान एसएचअाे राकेश स्वामी काे दी गई है। पुलिस ने अाराेपी काे मंगलवार दाेपहर बाद अदालत में पेशकर एक दिन का रिमांड लिया है। अाराेपी के पास से बिक्री के 5200 रुपए,एक माेबाइल अाैर बाइक भी बरामद की थी।
पदमपुर थानाधिकारी विक्रम तिवाड़ी ने बताया कि आरोपी भोला राम काफी समय से नशीली दवा के अवैध कारोबार से जुड़ा हुआ है।अाराेपी ने अपने 17 साल के बेटे काे भी इसी तस्करी के दलदल में धकेलकर उसका जीवन भी बर्बाद कर दिया है। इसका नाबालिग पुत्र 20 जनवरी को 5500 गोलियों के साथ पकड़ा गया था। नाबालिग हाेने के कारण न्यायालय ने उसकाे जमानत पर छाेड़ दिया था। अाराेपी भाेलाराम बाजीगर यह खेप श्रीनगर निवासी नवदीप उर्फ माधा उर्फ रवि मजहबी नामक आदमी से खरीदकर लाया था।
जुलाई में लावारिस मिली 68000 नशीली गाेलियां तस्कर दुर्गाराम अग्रवाल ने फैंकी थी पार्क के पास, परिवार सहित फरार : पदमपुर एसएचअाे तिवाड़ी के अनुसार 20 जुलाई काे शहीद हेमू कालानी पार्क के पास 68000 नशीली गाेलियां बरामद हुई थीं। पार्क अाैर गली के अास पास के सीसी कैमराें की जांच में सामने अाया कि उक्त नशीली गाेलियाें की खेप पार्क के पास रहने वाले दुर्गाराम पुत्र डिप्टी अग्रवाल ने फिकवाई थी। अाराेपी परिवार सहित फरार हो गया है। उसके खिलाफ गिरफ्तारी वारंट निकाल रखा है। अब गिरफ्तार भोलाराम ने बताया कि पहले वह पदमपुर निवासी हरीश उर्फ रिमपा पुत्र हंस राज अग्रवाल ओर बिंदर मिस्त्री के साथ मिलकर नशीली गाेलियाें की तस्करी का काम करता था। ये लाेग नशीली गाेलियाें का स्टाॅक दुर्गाराम अग्रवाल के घर रखते थे। काम करने के एवज में भाेलाराम काे 30 हजार रुपए मंथली मिलते थे। भोलाराम ने बताया कि पार्क के पास दुर्गाराम अग्रवाल ने ही 68000 नशीली गाेलियां फेंकी थी।
भोलाराम बाजीगर

शुक्रवार, 25 अक्टूबर 2019

भारत-पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय बॉर्डर की तारबंदी में फंसा मिला GPS लगा साइबेरियन बर्ड

भारत-पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय बॉर्डर की तारबंदी में फंसा मिला GPS लगा साइबेरियन बर्ड


जैसलमेर. पश्चिमी राजस्थानमें स्थित जैसलमेर जिलेमें भारत-पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय बॉर्डरकी तारबंदी में जीपीएस लगा साइबेरियन बर्ड मिला है. करीब 10 दिन पहले मिले इस प्रवासी पक्षी के पैर में जीपीएस और टैग लगा हुआ था. सीमा सुरक्षा बल के जवानों ने पक्षी को सुरक्षित बाहर निकालकर उसे उपचार के लिए जैसलमेर भेजा, लेकिन रास्ते में ही उसकी मौत  हो गई.

पैर में जीपीएस और एक टैग लगा हुआ था
बीएसएफ सूत्रों के अनुसार यह प्रवासी पक्षी पेट्रोलिंग कर रहे बीएसएफ के जवानों को भारत-पाक सीमा की तारबंदी में मिला था. प्रवासी पक्षी को तारबंदी में फंसा देखकर बीएसएफ के जवानों ने उसकी जांच पड़ताल की तो उसके पैर में जीपीएस और एक टैग लगा हुआ था. इससे बीएसएफ में हड़कंप मच गया. डबल फेन्सिंग के बीच में नीचे गिरने यह प्रवासी पक्षी बुरी तरह से घायल हो गया था. बीएसएफ के जवानों ने प्रवासी पक्षी को सुरक्षित जिंदा बाहर निकालकर उसे उपचार के लिए जैसलमेर भेजा, लेकिन उसने रास्ते में दम तोड़ दिया

मेडिकल बोर्ड से पक्षी का पोस्टमार्टम करवाया


बाद में बीएसएफ ने प्रवासी पक्षी के शव की अच्छी तरह से जांच पड़ताल कर उसे स्केन करवाया. वेटेनरी चिकित्सकों के मेडिकल बोर्ड से उसका पोस्टमार्टम करवाया गया. पक्षी के पैर में टैग लगा होने के कारण बीएसएफ पूरे मामले की गंभीरता से जांच-पड़ताल करने में जुटी है. अभी तक मामले का पूरा खुलासा नहीं हो पाया है. इस पक्षी के रूस के किसी इलाकों से आने की बात सामने आ रही है. लेकिन उसके जीपीएस लगा होने के कारण बीएसएफ चिंता बढ़ गई. वह पूरी तरह से अलर्ट है.

कुछ दिन पहले श्रीगंगानगर में सरहद पार से आया था कबूतर
उल्लेखनीय है कि कुछ दिन पहले श्रीगंगानगर में भी सरहद पार से आया एक कबूतर मिला था. सरहद पार से उड़कर आए इस कबूतर की पूंछ पर और दाहिनी तरफ उर्दू भाषा में मुहर लगी हुई थी. वहीं कबूतर पर उर्दू भाषा में पूंछ पर कुछ नंबर (संभवत: फोन नंबर) और उस्ताद अख्तर तथा दाईं तरफ उर्दू भाषा में ही इरफान या मरफान लिखा हुआ था. कबूतर को पकड़े जाने के बाद पुलिस और इंटेलिजेंस एजेंसी की टीम इसकी गहनता से जांच पड़ताल की थी.

बुधवार, 11 सितंबर 2019

बाड़मेर आई एस आई ने भेजा पश्चिमी सरहद पर सेना की टोह लेने नाबालिग को ,पूछताछ में खुलासा

बाड़मेर आई एस आई ने भेजा पश्चिमी सरहद पर सेना की टोह लेने नाबालिग को ,पूछताछ में खुलासा 

बाड़मेर। अंतरराष्ट्रीय सीमा पार कर भारतीय सीमा में घुसे पाक नागरिक ने बड़ा खुलासा किया है। जानकारी मिली है कि पाक नागरिक भारतीय छावनियां और सैनिकों की तैनाती पता करने भारतीय सीमा में घुसा था।


उससे  पूछताछ के बाद पुलिस को सौंप दिया है। सोमवार को अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर पकड़े गए पाक नागरिक भागचंद को पूछताछ के बाद बीएसएफ ने मंगलवार शाम गडरारोड पुलिस को सौंपा, जहां आज उसे बाड़मेर लाया गया हैं । बाड़मेर में भारतीय सुरक्षा एंजेसियां नागरिक से संयुक्त पूछताछ करेगी।


अभी तक मिली जानकारी के अनुसार पाक नागरिक पूरी तैयारी के साथ भारतीय सरहद में चौकसी करने के लिए ही आया था। पाक युवक ने गहरे हरे रंग की सलवार कमीज पहनकर योजनाबद्ध तरीके सीमा में घुसपैठ की। तारबंदी के पास उगी हरी घास का और गहरे हरे रंग के कपड़ों की आड़ लेकर सुबह के समय भारतीय सरहद में घुसा। लेकिन बीएसएफ के जवानों की नजरों से नही बच सका। जवानों के ललकारने पर वह वहां से तुरंत भाग गया। बाद में ग्रामीणों के सहयोग से संदिग्ध युवक को पकड़ा गया।


थानाधिकारी अमरसिंह ने बताया कि अभी यह पूरी जांच का विषय है। फिलहाल की गई पूछताछ में युवक ने सही जानकारी नहीं दे रहा है। अभी तक हुई पूछताछ में युवक ने बताया कि सलीमखान पठान नाम के व्यक्ति ने इसे पता लगाने भेजा था कि भारतीय सरहद में कितनी छावनियां हैं, और कितने आदमी तैनात हैं। यह पाकिस्तान के गांव पीरकोट ,तहसील छोर जिला अमरकोट, सिंध का रहने वाला है।



 

रविवार, 25 अगस्त 2019

सुसाइड / बीएसएफ जवान ने खुद काे गाेली मारी, 7 माह में दाे जान दे चुके

सुसाइड / बीएसएफ जवान ने खुद काे गाेली मारी, 7 माह में दाे जान दे चुके
BSF jawan shot himself

श्रीकरणपुर (श्रीगंगानगर). श्रीगंगानगर जिले के श्रीकरणपुर क्षेत्र में भारत-पाक सेखसरपाल सीमा पोस्ट पर शनिवार काे बीएसएफ जवान वाघमारे राम दशरथ (42) ने खुद काे राइफल से गाेली मारकर जान दे दी। महाराष्ट्र के नांदेड़ जिले के बिलोली गांव निवासी वाघमारे के आत्महत्या के कारणाें का खुलासा नहीं हुआ है। वे 91 बटालियन सीमा सुरक्षा बल में कांस्टेबल थे।

इससे पहले 91 बीएन बीएसएफ के ही एक जवान के. रामनाथन ने इसी साल जनवरी में नग्गी पोस्ट पर आत्महत्या कर ली थी। प्रत्यक्षदर्शियाें के अनुसार वाघमारे दाेपहर 12 बजे तक पेट्रोलिंग गश्त पर थे। दाेपहर तीन बजे एक तरफ जाकर खुद पर गोली चला ली। दोपहर में ड्‌यूटी से आए जवान बैरकों में विश्राम कर रहे थे।

दाेपहर करीब तीन बजे पोस्ट के एक तरफ जाकर वाघमारे ने राइफल काे ठाेडी के नीचे लगाकर शनिवार गोली चला ली। गोली से उनके सिर का अाधा हिस्सा उड़ गया। उन्हें अस्पताल ले जाया गया। जहां डाक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। उनके तीन बच्चे हैं।

शनिवार, 20 जुलाई 2019

बाड़मेर, कारगिल विजय दिवस के उपलक्ष्य मंे निकली साइकिल रैली

बाड़मेर, कारगिल विजय दिवस के उपलक्ष्य मंे निकली साइकिल रैली

-बीएसएफ ने साइकिल रैली के जरिए बीएसएफ ने दिया देशभक्ति का संदेश।

बाड़मेर, 20 जुलाई। कारगिल विजय दिवस के उपलक्ष्य मंे शनिवार को बाड़मेर जिला मुख्यालय पर सीमा सुरक्षा बल ने साइकिल रैली निकालकर आमजन को देशभक्ति का संदेश दिया। आगामी 27 जुलाई तक बाड़मेर सेक्टर मंे कारगिल विजय दिवस समारोह के तहत विभिन्न कार्यक्रमांे का आयोजन होगा।
जिला मुख्यालय पर भगवान महावीर टाउन हाल से सीमा सुरक्षा बल बाड़मेर सेक्टर के उप महानिरीक्षक गुरपालसिंह,पुलिस अधीक्षक शिवराज मीणा एवं कमांडेंट शाम कपूर ने झंडी दिखाकर साइकिल रैली को रवाना किया। यह साइकिल रैली रेलवे स्टेशन, चौहटन चौराहा, सदर पुलिस स्टेशन, सिणधरी चौराहा, सर्किट हाउस, बाड़मेर-जैसलमेर रोड़ से होते हुए कलेक्ट्रेट से वापिस भगवान महावीर टाउन हाल पहुंची। इसमंे सीमा सुरक्षा बल की विभिन्न बटालियनांे के अधिकारी एवं जवान शामिल हुए। इस दौरान सीमा सुरक्षा बल के कमाडंेट नरेश कुमार चतुर्वेदी, कुलवंत कुमार, अजय कुमार समेत विभिन्न अधिकारी उपस्थित रहे। कार्यक्रम की शुरूआत मंे डिप्टी कमांडेट अरूण शर्मा ने कारगिल विजय तथा सीमा सुरक्षा बल की भूमिका के बारे मंे विस्तार से जानकारी दी। इस दौरान कमाडेंट अजयकुमार ने अतिथियांे, अधिकारियांे एवं साइकिल रैली मंे शामिल हुए प्रतिभागियांे को कारगिल विजय दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं दी। उन्हांेने आयोजन को सफल बनाने के लिए सबका आभार जताया।
पौधारोपण कर दिया पर्यावरण संरक्षण का संदेशः कारगिल विजय दिवस के उपलक्ष्य मंे बीएसएफ सेक्टर मुख्यालय पर पौधारोपण कर पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया गया। इस दौरान उप महानिरीक्षक गुरपालसिंह, कमांडेंट शाम कपूर, नरेश कुमार चतुर्वेदी, डिप्टी कमांडेंट मनोज कुमार, एन.के.तिवारी, विवेक ठाकुर, एम.एल. राजपुरोहित समेत सीमा सुरक्षा बल के विभिन्न अधिकारियांे एवं जवानांे ने पौधारोपण कर आमजन से अधिकाधिक पौधे लगाने का अनुरोध किया।

कारगिल विजय दिवस के उपलक्ष्य मंे आयोजित होंगे कई कार्यक्रम

बाड़मेर, 20 जुलाई। आमजन मंे देशभक्ति की भावना जगाने तथा कारगिल विजय के विविध पहलूआंे से रूबरू कराने के लिए सीमा सुरक्षा बल की ओर से आगामी 27 जुलाई तक विभिन्न कार्यक्रमांे का आयोजन होगा।
उप महानिरीक्षक गुरपाल सिंह ने बताया कि कारगिल विजय दिवस समारोह के तहत 21 जुलाई को समस्त बटालियन स्तर पर पौधारोपण, 22 जुलाई को समस्त बटालियनांे की ओर से कारगिल हीरोज के फोटोज मय विवरण प्रदर्शित किए जाएंगे। उन्हांेने बताया कि 23 जुलाई को सरहदी इलाकांे मंे देश की सुरक्षा मंे फोर्सेज के योगदान पर आधारित फोटो गैलेरी एवं सीमा सुरक्षा बल की डाक्यूमेट्री प्रदर्शित करने के साथ हथियारों की प्रदर्शनी लगाई जाएगी। इसके अलावा वालीबाल प्रतियोगिता आयोजित होगी। उप महानिरीक्षक सिंह ने बताया कि 24 जुलाई को सीमा चौकियांे पर कारगिल विजय पर बनी 7 मिनट की डाक्यूमेट्री प्रदर्शित करने के साथ सेक्टर मुख्यालय पर रक्तदान शिविर आयोजित होगा। इसमंे समस्त यूनिटस के अधिकारी एवं जवान रक्तदान करेंगे। इसी तरह 25 जुलाई को सरहदी इलाकांे के विद्यालयांे मंे ड्राइंग, पेंटिंग एवं गीत प्रतियोगिता का आयोजन होगा। उनके मुताबिक 26 जुलाई को शहीदांे के परिजनांे एवं गैलेट्री अवार्ड से सम्मानित जवानांे को सरहदी इलाकांे मंे सुविधाएं उपलब्ध कराने के साथ उनका अभिनंदन किया जाएगा। इसके अलावा सरहदी इलाकांे मंे शहीद स्मारक पर श्रद्धासुमन अर्पित किए जाएंगे। इसी तरह 26 एवं 27 जुलाई को सीमा सुरक्षा बल के अधिकारी एवं जवान विभिन्न विद्यालयांे एवं महाविद्यालयांे मंे विद्यार्थियांे को सीमा सुरक्षा बल, कारगिल विजय की जानकारी देने के साथ उनको प्रोत्साहित करेंगे। उन्हांेने बताया कि 27 जुलाई को बाड़मेर जिला मुख्यालय पर शहीदांे के लिए दौड़ का आयोजन होगा। इसके आयोजन का जिम्मा 115 वाहिनी को सौंपा गया है।

कोई भी बच्चा खसरा-रूबेला टीकाकरण से वंचित नहीं रहेःचौधरी
- 22 जुलाई से प्रारंभ होगा खसरा-रूबेला अभियान।

बाड़मेर, 20 जुलाई। बाड़मेर जिले में 9 माह से 15 वर्ष की आयु वर्ग के चिन्हित बच्चों को 22 जुलाई से खसरा-रूबेला का टीका लगाया जाएगा। इस टीकाकरण से कोई भी बच्चा वंचित नहीं रहना चाहिए। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डा.कमलेश चौधरी ने शनिवार को स्वास्थ्य भवन मंे पत्रकारांे से बातचीत के दौरान यह बात कही।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डा.कमलेश चौधरी ने बताया कि खसरा-रूबेला अभियान को शत-प्रतिशत रूप से सफल बनाने के लिए समुचित तैयारियां की गई है। इसके लिए संबंधित विभागीय अधिकारियांे एवं कार्मिकांे को निर्देशित किया गया है कि समस्त बच्चांे का टीकाकरण सुनिश्चित करें। साथ ही कोई भी बालक इससे वंचित नहीं रहे, इसको लेकर निगरानी रखी जाए। अभियान संबंधित कार्य योजना से स्कूलांे के संस्था प्रधानांे को अवगत कराया गया है। यह भी निर्देशित किया गया है कि बच्चों का भूखे पेट टीकाकरण नहीं किया जाए। उन्हांेेने बताया कि आने वाली पीढी का स्वास्थ्य अच्छा एवं निरोग रहे। इसके लिए कोल्ड चेन एवं दवाई तथा सुई आदि के संबंध में जारी दिशा निर्देशों की पालना सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए है। उन्हांेने बताया कि इस अभियान मंे प्रदेश मंे 2 करोड़ 78 लाख बच्चांे का टीकाकरण किया जाएगा। यह टीकाकरण समस्त विद्यार्थियांे, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रांे तथा आंगनबाड़ी केन्द्रांे पर होगा। उन्हांेने बताया कि यह टीका सुरक्षित है और अब तक भारत मंे 27 राज्यांे के 37 करोड़ बच्चांे को टीकाकरण किया जा चुका है। इस दौरान प्रजनन एवं शिशु स्वास्थ्य अधिकारी डॉ प्रीत मोहिंदर सिंह ने बताया कि इस टीके से बच्चो में जन्मजात बीमारियों बहरापन,मोतियाबिंद एवं हदय रोग से छुटकारा मिलेगा  सिंह ने बताया कि इसके लिए महिला स्वास्थ्य कार्यकर्त्ताआंे, आशाआंे ,आंगनवाड़ी कार्यकर्ताआंे एवं कोल्ड चैन हेन्डलर को मीजल्स रुबैला वैक्सीन के बारे में विस्तृत रूप से प्रशिक्षण दिया जा चुका है। यह अभियान पांच सप्ताह तक चलाया जाना है ,जिसमे पहले दो से तीन सप्ताह विद्यालयों में , चौथे एवं पांचवे सप्ताह में ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में आउटरीच सत्रों और मोबाइल टीमों की ओर से विद्यालय नहीं जाने वाले और छूटे हुए बच्चांे का टीकाकरण किया जाएगा। डॉ सिंह ने बताया कि निजी चिकित्सालयांे में यह टीका शुल्क अदा करने पर लगाया जाता है, जबकि सरकार यह टीके निःशुल्क लगवा रही है। डॉ सिंह ने सभी मीडियाकर्मियों से आग्रह किया कि आमजन तक मिजल्स रुबैला अभियान के प्रति जागरूकता के साथ टीकाकरण अभियान को सफल बनाने में अपेक्षित सहयोग करें। इस दौरान डब्ल्यूएचओ एसएमओ डॉ अपूर्वा सांगवा, यूनिसेफ प्रतिनिधि आलोक वर्मा,डीपीएम सचिन भार्गव समेत विभिन्न विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।         

टीकाकरण के लिए जिला कलक्टर ने अभिभावकों से किया आह्वान

बाड़मेर, 20 जुलाई। जिला कलक्टर हिमांशु गुप्ता ने बाड़मेर जिले में 22 जुलाई से शुरू होने वाले खसरा-रूबेला अभियान के दौरान समस्त अभिभावकों से आह्वान किया कि इस जानलेवा बीमारी के बचाव के लिए अपने बच्चों को यह टीका अवश्य लगवाएं।
       जिला कलक्टर हिमांशु गुप्ता ने अभिभावकों से आह्वान करते हुए बताया कि खसरा एक जानलेवा एवं तीव्र गति से फैलने वाला खतरनाक संक्रामक रोग है। यह रोग प्रभावित रोगी के खांसने एवं छींकने से फैलता है। इसके प्रभाव से बच्चों में निमोनिया, दस्त एवं मस्तिष्क में संक्रमण जैसी घातक बीमारियों का खतरा बना रहता है। यह रोग नवजात शिशुओं एवं बच्चों की मृत्यु का एक प्रमुख कारण है। इसी तरह गर्भावस्था के आरंभ से ही महिला को रूबेला का संक्रमण होने की संभावना बनी रहती है। इसकी वजह से शिशु में जन्मजात रूबेला सिन्ड्रोम हो सकता है। इसके कारण शिशु में अंधापन, बहरापन, मानसिक विमंदता एवं दिल की बीमारी हो सकती है। रूबेला संक्रमण से गर्भवती महिला में गर्भपात एवं मृत शिशु जन्म की आशंका बढ़ जाती है, इसलिए खसरा रूबेला का टीका अवश्य ही लगवाएं।
जल संग्रहण के लिए टांकांे के आगोर की
 सफाई का विशेष अभियान शुरू

बाड़मेर,20 जुलाई। बाड़मेर जिले मंे जल शक्ति अभियान के तहत बारिश के जल संग्रहण के लिए टांकांे के आगोर की सफाई का विशेष अभियान शुरू किया गया है। इसके तहत आमजन से व्यक्तिगत एवं सार्वजनिक टांकांे के आगोर की सफाई करने का अनुरोध किया गया है।
जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी मोहनदान रतनू ने बताया कि जिला कलक्टर हिमांशु गुप्ता के निर्देशानुसार बाड़मेर जिले मंे बारिश के जल के अधिकाधिक संग्रहण के लिए शनिवार से आगोर की सफाई का विशेष अभियान प्रारंभ हुआ। इसके तहत ग्रामीण विकास एवं पंचायतीराज विभाग के अधिकारियांे एवं कार्मिकांे को निर्देशित किया गया है कि वे दो दिन मंे ग्रामीणांे से संपर्क करके उनके व्यक्तिगत एवं सार्वजनिक टांकांे के आगोर की सफाई करवाना सुनिश्चित करवाएं। ताकि बारिश होने पर इन टांकांे मंे अधिकाधिक पानी एकत्रित हो सके। इसके तहत शनिवार को बड़ी तादाद मंे ग्रामीणांे ने टांकांे के आगोर की मरम्मत एवं सफाई का कार्य संपादित किया। इधर, जिला कलक्टर हिमांशु गुप्ता ने सरकारी कार्यालयांे की छतांे की सफाई करने एवं आमजन से अपने मकानांे की छत तथा टांकांे के आगोर की सफाई करने का अनुरोध किया है। ताकि अधिकाधिक मात्रा मंे बारिश का पानी एकत्रित किया जा सके।

बुधवार, 17 जुलाई 2019

जैसलमेर,बीएसएफ की 149 बटालियन में वृक्षारोपण के साथ मनाया तीज महोत्सव --- लेडीज क्लब की ओर से रोचक कार्यक्रमों का आयोजन

जैसलमेर,बीएसएफ की 149 बटालियन में वृक्षारोपण के साथ मनाया तीज महोत्सव
---
लेडीज क्लब की ओर से रोचक कार्यक्रमों का आयोजन

(जैसलमेर, 17 जुलाई, 2019) बीएसएफ वाईफ्स वेलफेयर एसोेशिएसन की ओर से सीमा सुरक्षा बल की डाबला स्थित 149 बटालियन के प्रांगण में वृक्षारोपण के साथ तीज महोत्सव मनाया गया। क्षेत्रीय मुख्यालय, जैसलमेर (दक्षिण) में संचालित एसोशिएसन की अध्यक्षा श्रीमती माधुरी राज के नेतृत्व में आयोजित इस समारोह में चारों वाहीनियों की 30 महिलाओं ने भाग लिया। यह क्लब महिलाओं की सृजनात्मक क्षमता को बढाने, सामाजिक समरसता से जोड़ने एवं परिसर में बेहतर समन्वय के साथ कल्याणकारी कार्यक्रमों का आयोजन करने का कार्य करत है। 

बल की 149 बटालियन के कमाण्डेन्ट शिवानन्द यादव ने बताया कि सावन माह के आगमन के उपलक्ष्य में आयोजित इस कार्यक्रम के दौरान क्लब की अध्यक्षा श्रीमती माधुरी राज के साथ श्रीमती अरविन्द गडियाल और श्रीमती यादव ने सौन्दर्य का प्रतीक एरेका पाॅम के पौधे लगाए। महोत्सव के दौरान महिलाओं ने झूले का आनन्द उठाया तथा तीज क्वीन, मेहन्दी और नेलपेन्ट प्रतियोगिता में भाग लिया। उन्होंने बताया कि ऐरेका पाॅम का पौधा जैसलमेर में नहीं पाया जाता है इसे अहमदाबाद से मंगाया गया है। इन पौधों को जैसलमेर की जलवायु में पनपने के लिए प्रायोगिक तौर पर लगाया गया है। इनके पनपने पर बटालियन में और पौधे लगाए जाएंगे।

कमाण्डेन्ट यादव ने बताया कि वाहिनी की महिलाओं द्वारा संचालित क्लब के माध्यम से सामाजिक सरोकार से जुडे़ अन्य सेवाकार्य भी किए जाने का निश्चय किया गया है। इसके दौरान सीमा सुरक्षा बल के परिसर में रहने वाले परिवारों से अनुरोध किया गया है कि बच्चों की पुरानी किताब और खाली काॅपियाॅं तथा काम लेने लायक पुराने कपड़े परिसर में स्थित संग्रहण केन्द्र पर जमा करें ताकि इनको जरूरतमंद बच्चों को वितरित किया जा सके।
-----------

सोमवार, 1 जुलाई 2019

बाडमेर,बीएसएफ के जवानांे की मदद से आग पर काबू पाया

बाडमेर,बीएसएफ के जवानांे की मदद से आग पर काबू पाया


बाडमेर, 01 जुलाई। बींजासर गांव में कल रात्रि मंे आग लगने से तीन झौंपे एवं घरेलू सामान जल गया। आगजनी की सूचना मिलने पर पहुंचे बीएसएफ के जवानांे ने आग बुझाई। इससे कई ढाणियां आग की चपेट मंे आने से बच गई।
सरूपे का तला मंे तैनात सीमा सुरक्षा बल के कंपनी कमांडर पानसिंह को रविवार रात्रि मंे दूरभाष पर सूचना मिली कि मेवाराम एवं पीराराम पुत्र महेन्द्राराम निवासी बींजासर के घर मंे आग लग गई है। इसकी सूचना मिलने पर कंपनी कमांडर पानसिंह एएसआई कमल पतारी एवं जीतराम के साथ पानी का टैंकर लेकर घटनास्थल पर पहुंचे। जहां बीएसएफ के जवानांे एवं ग्रामीणांे ने मिलकर आग पर काबू पाया। समय पर आग पर काबू पाने से कई अन्य ढाणियांे की इसकी चपेट मंे आने से बच गई। सीमा सुरक्षा बल के इस कार्य की ग्रामीणांे ने सराहना की। इस आगजनी मंे तीन झौंपांे के साथ बीस बोरी बाजरा एवं दो बोरी ग्वार के साथ घरेलू सामान का नुकसान हुआ।

बुधवार, 16 अगस्त 2017

बाड़मेर से वाघा बोर्डर के लिए कैमल सफारी रवाना, महिला सशक्तिकरण का देगी संदेश



बाड़मेर से वाघा बोर्डर के लिए कैमल सफारी रवाना,

महिला सशक्तिकरण का देगी संदेश

- बाड़मेर जिला मुख्यालय पर राजस्व राज्य मंत्री अमराराम चौधरी ने झंडी दिखाकर रवाना किया।

बाडमेर, 16 अगस्त। बाड़मेर से वाघा बोर्डर तक सरहदी इलाको मंे बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ और महिला सशक्तिकरण का संदेश देने के लिए बीएसएफ एवं वायुसेना के महिला अधिकारियांे एवं जवानांे की कैमल सफारी को राजस्व राज्य मंत्री अमराराम चौधरी ने मंगलवार को झंडी दिखाकर रवाना किया। यह रैली 1368 किमी का सफर तय करते हुए दो अक्टूबर को वाघा बोर्डर पहुंचेगी।

आदर्श स्टेडियम मंे आयोजित स्वतंत्रता दिवस समारोह के दौरान राजस्व राज्य मंत्री अमराराम चौधरी ने सीमा सुरक्षा बल एवं वायुसेना के महिला जवानांे की कैमल सफारी मंे भागीदारी की सराहना की। उन्हांेने कहा कि महिलाएं किसी भी क्षेत्र मंे पीछे नहीं है। महिलाआंे ने समय-समय पर विभिन्न क्षेत्रांे मंे बेहतरीन कार्य किया है। इस अवसर पर सीमा सुरक्षा बल गुजरात फ्रंटियर के महानिरीक्षक ए.के.तोमर,उप महानिरीक्षक प्रतुल गौतम, वायुसेना के एयर आफिस कमाण्डिंग संजय शर्मा, जिला कलक्टर शिवप्रसाद मदन नकाते, जिला प्रमुख श्रीमती प्रियंका मेघवाल, यूआईटी चैयरमैन डा.प्रियंका चौधरी, पुलिस अधीक्षक डा.गगनदीप सिंगला, सीमा सुरक्षा बल के कमाडेंट शाम कपूर, सत्येन्द्रसिंह सहरावत समेत विभिन्न विभागीय अधिकारी एवं गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे। इस कैमल सफारी मंे सीमा सुरक्षा बल एवं वायुसेना की दस-दस महिला अधिकारी एवं जवान शामिल है। सीमा सुरक्षा बल बाड़मेर सेक्टर के उप महानिरीक्षक प्रतुल गौतम के मुताबिक यह कैमल सफारी 1368 किमी का सफर तय करके 49 दिन बाद 2 अक्टूबर को वाघा बोर्डर पहुंचेगी। बाड़मेर सेक्टर मंे यह कैमल सफारी दल बीकेडी, सोमराड़, गडरारोड़, केलनोर, मुनाबाव एवं सुंदरा होते हुए सात दिन के प्रवास पर रहेगा। उन्हांेने बताया कि इस कैमल सफारी दल मंे सीमा सुरक्षा बल की पहली महिला अधिकारी तनुश्री पारीक भी शामिल है। उप महानिरीक्षक गौतम ने बताया कि यह कैमल सफारी सरहदी इलाकांे मंे आमजन से रूबरू होने के साथ सांस्कृतिक कार्यक्रमांे के जरिए बेटी बचाओ-बेटी पढाओ और महिला सशक्तिकरण का संदेश दे रही है।

शुक्रवार, 11 अगस्त 2017

बाड़मेर,बीएसएफ के डेजर्ट कमांडो शामिल होंगे परेड मंे, एयरफोर्स के स्काई ड्राइवर दिखाएंगे करतब




बाड़मेर,बीएसएफ के डेजर्ट कमांडो शामिल होंगे परेड मंे,

एयरफोर्स के स्काई ड्राइवर दिखाएंगे करतब


-बाड़मेर जिला मुख्यालय पर स्वतंत्रता दिवस समारोह रहेगा मुख्य आकर्षण का केन्द्र।

बाड़मेर, 11 अगस्त। जिला मुख्यालय पर पहली मर्तबा जिला स्तरीय स्वतंत्रता दिवस समारोह मंे सीमा सुरक्षा बल के डेजर्ट कमांडो की टीम परेड मंे शामिल होगी। वहीं वायुसेना के स्काई ड्राइवर पैराट्रिपिंग एवं पैरासैलिंग के जरिए कई करतब दिखाएंगे।

जिला मुख्यालय पर आदर्श स्टेडियम मंे आयोजित होने वाले स्वतंत्रता दिवस के मुख्य समारोह मंे सीमा सुरक्षा बल के कमांडो की तीस सदस्यीय टीम शामिल होगी। सीमा सुरक्षा बल के यह कमांडो टेकनपुर मंे तैयार होते है। इनको विशेष प्रकार का प्रशिक्षण दिया जाता है। ये कमांडो पानी के अंदर हो या फिर जंगल सब जगह ऑपरेशन को अंजाम दे सकते हैं। मुख्य समारोह के दौरान वायुसेना के आकाशगंगा टीम के स्काई ड्राइवर पैराट्रिपिंग एवं पैरासैलिंग के जरिए विभिन्न प्रकार के करतब दिखाएंगे।

बीएसएफ के स्पेशल कमांडोः बीएसएफ के कमांडो दुश्मन के बगल मंे मौजूद रहते है लेकिन उसे उनकी भनक नहीं लगती। इनकी वेशभूषा, उनके चेहरे का रंग और बिजली जैसी चाल, यह कमांडो आसपास के माहौल और मौसम से ऐसे घुल मिल जाते हैं कि इनको पहचानना मुश्किल हो जाता है।

मगरमच्छ से लेते हैं प्रेरणाः बीएसएफ के कमांडो जंगल के सबसे खतरनाक शिकारी मगरमच्छ से प्रेरणा लेते हैं, जिस तरह मगरमच्छ अपने शिकार के करीब आने का इंतजार करता है, धैर्य रखते हुए बेहद खामोश रहता है। पानी में सिर्फ आंखें नजर आती हैं। उसी तरह यह कमांडो भी भारत पाकिस्तान की सरहद पर चौबीसों घंटे रहते हैं।

स्मार्ट विलेज के कार्याें को अनुमोदित कराने के निर्देश

बाड़मेर, 11 अगस्त। महात्मा गांधी नरेगा योजनान्तर्गत स्मार्ट विलेज मंे लिए जाने वाले कार्याें को 15 अगस्त को आयोजित होने वाली ग्राम सभाआंे मंे अनुमोदित करवाने के निर्देश दिए गए है।

जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एम.एल.नेहरा ने बताया कि ग्रामीण विकास एवं पंचायतीराज विभाग ने स्मार्ट विलेज मंे कराए जाने वाले कार्य स्वराज पथ, खेल मैदान, चारागाह विकास, माडल तालाब निर्माण एवं राजकीय विद्यालयांे की चारदीवारी के निर्माण कार्य ग्राम सभाआंे मंे अनुमोदित करवाने के निर्देश दिए है।

मंगलवार, 13 जून 2017

बाड़मेर, बीएसएफ के उप महानिरीक्षक गौतम उत्कृष्ट सेवा के लिए पुलिस पदक से सम्मानित



बाड़मेर, बीएसएफ के उप महानिरीक्षक गौतम उत्कृष्ट सेवा के लिए पुलिस पदक से सम्मानित
बाड़मेर, 13 जून। सीमा सुरक्षा बल बाड़मेर सेक्टर के उप महानिरीक्षक प्रतुल गौतम को विज्ञान भवन मंे बीएसएफ के 15वें अलंकरण समारोह के दौरान सराहनीय सेवा के लिए पुलिस पदक से सम्मानित किया गया। हर साल सीमा सुरक्षा बल के संस्थापक रुस्तम जी के जन्मदिन को एसएसबी अपने अलंकरण दिवस के तौर पर मनाती है। इस दौरान अधिकारियों एवं जवानों को वीरता पुलिस पदक और सराहनीय सेवा पुलिस पदक से सम्मानित किया जाता है।

केन्द्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने उप महानिरीक्षक प्रतुल गौतम को 31 वर्ष की सराहनीय एवं बेदाग सेवा के लिए पुलिस पदक से सम्मानित किया गया। इस दौरान गृहमंत्री सिंह ने वर्दी पर पदक लगाकर उप महानिरीक्षक गौतम को प्रशस्ति पत्र प्रदान किया। इस अवसर पर गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने राष्ट्र की रक्षा करते हुए अपने प्राणों का बलिदान देने वाले बलों और जवानों पर देश को गर्व है। उन्होंने कहा कि जब कोई बीएसएफ, केन्द्रीय सशस्त्र पुलिस बल अथवा सेना में शामिल होने का निर्णय लेता है, तो उसके मस्तिष्क में राष्ट्र की सेवा करने का जुनून अवश्य होना चाहिए। सिंह ने कहा कि वह बीएसएफ को एक सामान्य संगठन के तौर पर नहीं देखते, बल्कि वह इसे “रक्षा की पहली दीवार” मानते हैं। उन्होंने देश की सीमाओं पर तस्करी और जाली करंसी नोटों को रोकने में बीएसएफ की अतुलनीय भूमिका की सराहना की। केन्द्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने “सिविक एक्शन प्रोग्राम” के लिए भी बीएसएफ की सराहना की। बीएसएफ की महानिदेशक के. के. शर्मा ने कहा कि बीएसएफ के जवान देश की रक्षा में सर्वोच्च बलिदान दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि एयर विंग, वाटर विंग, आर्टिलरी विंग, कैमल विंग और डॉग स्क्वॉयड बीएसएफ में अहम समर्थन करते हैं। उन्होंने कहा कि बीएसएफ अपने सामाजिक दायित्व को भी बेहतर तरीके से निभा रहा है। उन्हांेने कहा कि अपनी 186 बटालियनों का संचालन करने वाले 2.5 लाख कर्मियों की ताकत के साथ, बीएसएफ सीमाओं की सुरक्षा करने वाली दुनिया का सबसे विशाल सुरक्षा बल है। बीएसएफ भारत की रक्षा के पहले घेरे के रूप में सीमारेखा की रक्षा करने में एक अहम भूमिका निभाता है। इसके अतिरिक्त, ये बल आंतरिक सुरक्षा, अंतरराष्ट्रीय शांति और सीमा प्रबंधन सहित कई कार्यों को सफलतापूर्वक कर रहा है। इस समारोह मंे आईबी के निदेशक राजीव जैन, बीएसएफ और गृह मंत्रालय के पूर्व महानिदेशक एवं वरिष्ठ अधिकारीगण उपस्थित रहे।

बुधवार, 9 नवंबर 2016

बाड़मेर, 09 नवंबर। शहीद के अंतिम संस्कार में भाग लेगे पाॅयलट



बाड़मेर, 09 नवंबर। शहीद के अंतिम संस्कार में भाग लेगे पाॅयलट

पाक गोलाबारी में शहीद हुए बीएसएफ के जवान प्रेमाराम सारण के अंतिम संस्कार मंे लेगे भाग

बाड़मेर, 09 नवंबर।

पाकिस्तान द्वारा निरन्तर किए जा रहे शीजफाॅयर उलंघन में बुधवार को बाड़मेर जिले के बायतु पंचायत समिति के शहर गांव निवासी बीएसएफ का एक जवान शहीद हो गया। शहीद के इस अंतिम संस्कार में भाग लेने के लिए प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष सचिन पाॅयलट गुरूवार को बाड़मेर पहुंचेगे।

यह जानकारी देते हुए जिला कांग्रेस कमेटी के जिलाध्यक्ष फतेह खान ने बताया कि पाकिस्तान द्वारा निरन्तर किए जा रहे शीजफाॅयर उलंघन में बुधवार को बाड़मेर जिले के बायतु पंचायत समिति के शहर गांव निवासी बीएसएफ के जवान प्रेम चैधरी शहीद हो गए। शहीद का शव गुरूवार को उनके पैतृक गांव लाया जाएगा जहां पर उन्हे श्रद्धांजलि देने एवं अंतिम संस्कार में भाग लेने के लिए प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष सचिन पाॅयलट भाग लेने पहुंचेगे। यहां पर वह शहीद के परिवारजनो से मिलकर उन्हे सात्वना देगे एवं ढ़ाढ़स बंधाएगे। इस दौरान जिले के कांग्रेस कमेटी के पदाधिकारी एवं जनप्रतिनिधि मौजुद रहेगे।

सोमवार, 25 जुलाई 2016

नई दिल्ली।अब भारतीय अर्द्घसैनिक बल पहनेंगे बुलेटप्रूफ हेलमेट, 10 लाख जवानों को अत्याधुनिक सुरक्षा देने के लिए केंद्र का बड़ा फैसला



नई दिल्ली।अब भारतीय अर्द्घसैनिक बल पहनेंगे बुलेटप्रूफ हेलमेट, 10 लाख जवानों को अत्याधुनिक सुरक्षा देने के लिए केंद्र का बड़ा फैसला

अब भारतीय अर्द्घसैनिक बल पहनेंगे बुलेटप्रूफ हेलमेट, 10 लाख जवानों को अत्याधुनिक सुरक्षा देने के लिए केंद्र का बड़ा फैसला
अर्द्घसैनिक बलों के 10 लाख जवानों को अत्याधुनिक सुरक्षा देने के लिए केंद्र सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। अब जल्द ही इन्हें हल्के वजन वाले बुलेटप्रूफ हेलमेट मिलेंगे। गृहमंत्री ने इसके लिए मंजूरी दे दी है। अभी तक अमरीका की सेना में इस तरह के हेलमेट का इस्तेमाल होता है।


दरअसल, सीआरपीएफ, असम राइफल्स, बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स (बीएसएफ), इंडो-तिब्बत बार्डर पुलिस (आईटीबीपी) जैसे अर्द्घसैनिक बलों में इनका इस्तेमाल होगा। हालांकि कुछ बलों के पास बुलेटप्रूफ हेलमेट हैं लेकिन वे इतने अत्याधुनिक नहीं हैं। बता दें कि केवल साढ़े तीन लाख जवानों वाली सीआरपीएफ और ढाई लाख जवानों वाली बीएसएफ में पुराने बुलेटप्रूफ हेलमेट का प्रयोग हो रहा है। सीआरपीएफ के पास सिर्फ दो हजार ऐसे हेलमेट हैं। इसके अलावा बीएसएफ के पास केवल 500 हेलमेट हैं।

केंद्र सरकार के अनुसार, अब इन पुराने हेलमेट की जगह बेहद अत्याधुनिक हेलमेट की जरूरत है। इनकी 98 फीसदी कमी है। इनकी संख्या बढ़ाने और इन्हें अपग्रेड करने के लिए नए हेलमेट जवानों को दिए जाएंगे।

देश की आंतरिक सुरक्षा के प्रहरी
सीआरपीएफ जवान नक्सल प्रभावित इलाकों से लेकर कश्मीर घाटी में तैनात हैं। आए दिन उन पर हमल होते हैं। कश्मीर में इन दिनों भीड़ पत्थरों व ग्रेनेड से सुरक्षाबलों पर हमला कर रही है। अत्याधुनिक हेलमेट न होने की वजह से कई जवानों को गंभीर रूप से चोटें आईं।


अभी दो किलो के हेलमेट पहनते हैं

फिलहाल सुरक्षाबलों के जवान पारंपरिक और पुराने हेलमेट पहनकर मोर्चे पर डटते हैं। इनका वजन दो किलोग्राम है। लंबे समय तक लगातार इन्हें पहनने से जवानों को सिरदर्द की शिकायत होती है। वे तनाव में आ जाते हैं।

गुरुवार, 14 जुलाई 2016

बाड़मेर. मिठड़ाऊ और केलनोर में बनेंगे बीएसएफ के क्वार्टर



बाड़मेर. मिठड़ाऊ और केलनोर में बनेंगे बीएसएफ के क्वार्टर



पश्चिमी सरहद पर तैनात बीएसएफ के जवानों को परिवार के साथ रहने का अवसर देने के लिए अब मिठड़ाऊ व केलनोर में क्वार्टर निर्माण का प्रस्ताव भेजा गया है। बीएसएफ की ओर से क्वार्टर नहीं मिलने पर किराए के मकान पर भी परिवार सहित रहने की सुविधा देने पर विचार किया जा रहा है।




सीमा सुरक्षा बल की ओर से निर्णय किया गया है कि अब सरहद पर लगातार ड्यूटी दे रहे जवानों के तनाव को कम करने के लिए उन्हें परिवार के साथ रहने की अनुमति दी जा सकती है। इसके लिए तैयारियां प्रारंभ कर दी गई है। बाड़मेर सेक्टर मुख्यालय की ओर से सीमावर्ती मिठड़ाऊ व केलनोर में बीएसएफ के जवानों के लिए क्वार्टर निर्माण का प्रस्ताव भेजा गया है। यहां पर बड़ी संख्या में परिवार एक साथ रहेंगे और उनके लिए क्वार्टर के साथ रहवासी सुविधाओं का भी खाका तैयार किया गया है।

जिला मुख्यालय से 100 किलोमीटर दूर

सरहद के ये दोनों गांव जिला मुख्यालय से 100 किलोमीटर से भी अधिक दूर है। यहां पर बीएसएफ की निकट की एक दर्जन से ज्यादा चौकियां लगती है, जहां पर जवान तैनात रहते हैं। यहां क्वार्टर बनने के बाद ड्यूटी के आठ घंटे बाद जवान को घर आने का अवसर मिलेगा और परिवार सहित रहकर वह उनका ख्याल भी रख सकेगा।

किराए के लिए भी विचार

क्वार्टर के प्रस्ताव के साथ ही इसमें देरी होने पर सीमावर्ती क्षेत्रों में किराए के मकान लेकर इन जवानों को यहां परिवार सहित रहने की अनुमति दी जा सकती है। इसको लेकर अभी तक निर्णय नहीं हुआ है, लेकिन मामला विचाराधीन है।

जवानों को मिलेगी सुविधा

सीमावर्ती क्षेत्र में सैकड़ों जवान तैनात है। परिवार से दूर ये जवान यहां पर 12 से 14 घंटे ड्यूटी करते हैं और इसके बाद परिवार से मोबाइल पर बात हो जाती है। पारिवारिक परेशानियां जवानों को काफी परेशान करती है। उनके लिए छुट्टी पर जाना और छुट्टी नहीं मिलने पर कुंठाग्रस्त होने की स्थितियां भी रही है। एेसे में अब जवानों को परिवार के साथ रहते हुए ड्यूटी करने का अवसर मिलने पर उनके लिए परिवार की चिंता कम होगी।

प्रस्ताव भेजा है

जवानों के परिवार सहित सीमावर्ती क्षेत्र में रहने के लिए मिठड़ाऊ और केलनोर का प्रस्ताव भेजा गया है। निर्णय उच्च स्तर से किया जाएगा।

- प्रतुल्ल गौतम, उप महानिरीक्षक, बीएसएफ बाड़मेर सेक्टर

गुरुवार, 23 जून 2016

बीकानेर बीएसएफ ने चाइनीज पिस्टल के साथ एक युवक को पकड़ा



बीकानेर बीएसएफ ने चाइनीज पिस्टल के साथ एक युवक को पकड़ा


सीमावर्ती क्षेत्र में अवैध हथियारों की तस्करी के मामले लगातार सामने आ रहे हैं। बुधवार को भी बीएसएफ ने घड़साना क्षेत्र में एक व्यक्ति को अवैध हथियार के साथ पकड़ा है।

बीएसएफ ने चाइनीज पिस्टल के साथ एक युवक को पकड़ा


आरोपी को बीएसएफ व पुलिस निगरानी में रखा गया है।उप समादेष्टा (सामान्य) क्षेत्रीय मुख्यालय बीकानेर के रेप्सवाल महेन्द्रसिंह एवं उनकी टीम एवं घड़साना पुलिस ने संयुक्त कार्रवाई की।




बीएसएफ को मुखबीर से सूचना मिली कि घड़साना क्षेत्र में कुछ संदिग्ध लोग हथियारों के साथ घुम रहे हैं जो किसी वारदात को अंजाम देन की फिराक में है। पूछताछ करने पर आरोपित ने अपना नाम बूटासिंह पुत्र सुखदेवसिंह और अनूपगढ़ के छह एमएसआर का निवासी बताया।




बीएसएफ ने आरोपित को घड़साना पुलिस के हवाले कर दिया है। पुलिस आरोपित से सघन पूछताछ कर रही है।

गुरुवार, 4 सितंबर 2014

बाड़मेर भाजपा नेताओं के बेटों ने बाड़मेर फायरिंग रेंज में चलाई गोलियां -

बाड़मेर  69 सेकेंड के एक वीडियो ने राजस्थान भाजपा के दो नेताओं के बेटों की करतूत और बीएसएफ अधिकारियों की लापरवाही की पोल खोल दी है।sons of rajasthan bjp leaders fire in barmer bfs shooting range
वीडियो में भाजपा नेताओं के बेटों को बाड़मेर में बीएसएफ के फायरिंग रेंज में सुरक्षाबलों के हथियारों से फायरिंग करते दिखाया गया है।

इस वीडियो के सामने आने के बाद मचे बवाल को देखते हुए बीएसएफ ने मामले की जांच का आदेश दिया है।

बीएसएफ ने उस डिप्टी कमांडेंट को कारण बताओ नोटिस भेजा है जिसे वीडियो में उन दो लड़कों को फायरिंग में मदद करते हुए देखा गया है।

यह वीडियो मंगलवार शाम को एक स्थानीय टीवी चैनल पर प्रसारित हुआ था। उस वीडियो में भाजपा के वरिष्ठ नेता जोगराज सिंह के बेटे गौरव सिंह को कम से कम 7 बार फायरिंग करते हुए दिखाया गया है।

एक अन्य भाजपा नेता और पूर्व सरपंच रूप सिंह के बेटे शिव प्रताप सिंह को भी फायरिंग करते देखा गया है। बताया जाता है कि उस वीडियो को शिव प्रताप के भाई अजीत सिंह ने रिकॉर्ड किया था।

इंडियन एक्सप्रेस में प्रकाशित खबर के अनुसार, सूत्रों का कहना है कि शिव और गौरव के पिता क्षेत्र के राजपूत नेताओं में गिने जाते हैं। उन दोनों ने पिता के रसूख का इस्तेमाल करके बीएसएफ अधिकारियों के साथ फायरिंग रेंज में पहुंच गए और सुरक्षाबलों के हथियारों से निशानेबाजी की।

क्या कहना है भाजपा नेता और उनके बेटे का
भाजपा नेता रूप सिंह का कहना है कि उनको इस घटना की जानकारी नहीं है, लेकिन उन्होंने कहा कि बीएसएफ को ऎसी अनुमति नहीं देनी चाहिए। ऎसा नहीं होना चाहिए। वह एक प्रतिबंधित क्षेत्र है। वे लोग ऎसी चीजों की अनुमति कैसे दे सकते हैं?

गौरव सिंह का कहना है कि उस वीडियो में वह नहीं हैं। एक मीडियाकर्मी सेव्यक्तिगत विवाद के कारण उनको जानबूझकर इस मामले में फंसाया जा रहा है। वह जालिपा फायरिंग रेंज में गए ही नहीं थे। फायरिंग रेंज उनके गांव के रास्ते में ही पड़ता है लेकिन वे कभी भी वहां नहीं रूके।

एक सप्ताह पहले की है घटना
बीएसएफ के एक उच्च सूत्र ने बताया कि यह घटना एक सप्ताह पहले की है। उस समय फायरिंग का वार्षिक अभ्यास हो रहा था। उसमें जवानों के निशानेबाजी की दक्षता देखी जाती है।

बीएसएफ के आईजी संतोष मेहरा ने कहा कि इस घटना के बारे में उनको रिपोर्ट मिली है। वे लोग वीडियो की जांच कर रहे हैं और एक जांच समिति का भी गठन कर दिया है।

शनिवार, 19 जुलाई 2014

बाड़मेर-बीएसएफ के जवान ने अपनी बंदूक से गोलीमार की आत्महत्या

बाड़मेर-बीएसएफ के जवान ने अपनी बंदूक से गोलीमार की आत्महत्या 



बाड़मेर-बीएसएफ के जवान ने अपनी बंदूक से गोलीमार की आत्महत्या जवान मीठड़ाऊ के एन आर के डी चौकी पर था तैनात आत्महत्या के कारणो का नही हुआ खुलासा मृतक खड़ी जलगांव महाराष्ट्र का था निवासी
दो दिन पूर्व की बताई जा रही घटना जिले के बिजराड़ थाना क्षेत्र का है मामला बीएसएफ ने दो दिन तक मामले को नहीं होने दिया उजागार.

रविवार, 1 जून 2014

बॉर्डर मुद्दों पर भारत-पाक अफसरों ने की मंत्रणा



मुनाबाव में मासिक बैठक आयोजित, सौहार्दपूर्ण माहौल पर की चर्चा
 

बॉर्डर मुद्दों पर भारत-पाक अफसरों ने की मंत्रणा




  बाड़मेर पाक रेंजर्स व बीएसएफ की शनिवार को मुनाबाव स्थित कांफ्रेंस हॉल में आयोजित बैठक में बॉर्डर से जुड़े विभिन्न मुद्दों पर विचार विमर्श किया गया। दोनों मुल्कों के अफसरों ने सरहद पर सौहार्दपूर्ण माहौल पर मंत्रणा करते हुए कई सुझाव भी दिए। भारत की अगुवाई कमाडेंट एम.एल. गर्ग व पाकिस्तान की तरफ से कमांडर मोहम्मद सिद्दीक ने की। इस मौके पर पाक रेंजर्स का स्वागत किया गया।
पाक रेंजर्स व बीएसएफ अधिकारियों की मासिक बैठक शनिवार को मुनाबाव कांफ्रेंस हॉल में आयोजित हुई। जिसमें फ्लड लाइटें, पशुओं का आवागमन, सुरक्षा समेत तमाम मुद्दों पर सिलसिलेवार चर्चा की गई। पाक रेंजर्स ने विभिन्न मुद्दों को लेकर सुझाव दिए। वहीं बीएसएफ अधिकारियों ने भी कई पहलुओं पर विचार विमर्श करते हुए अपनी बात रखी। दोनों मुल्क के अधिकारियों ने बॉर्डर पर सौहार्दपूर्ण माहौल पर मंत्रणा की। भारत की तरफ से बीएसएफ के कमांडेंट एम.एल. गर्ग के नेतृत्व में सैकंड कमाडेंट ए.के. तिवारी, डिप्टी कमांडेंट सुरेश कुमार, डिप्टी कमांडेंट आर.एस. प्रसाद, एन.एल. चौधरी मौजूद थे। उल्लेखनीय है कि मासिक बैठक एक बार भारत में तो दूसरी बार पाक क्षेत्र में आयोजित होती है, जिसमें दोनों देशों के अधिकारी बॉर्डर से जुड़े मुद्दों पर विचार विमर्श करते हैं।


शुक्रवार, 7 मार्च 2014

"बार्डर" पर बहादुरी की नई इबारत

श्रीगंगानगर। इसे पुरूष प्रधान क्षेत्र में घुसपैठ भी कह सकते हैं। या फिर यूं कहे कि पुरूष को "शक्ति स्वरूपा" खुद सुरक्षा के लिए आगे आ गई है। भारत-पाक सीमा पर श्रीगंगानगर सेक्टर की करीब 80 किलोमीटर लम्बी बॉर्डर लाइन पर बीएसएफ की 35 महिला सिपाही और अधिकारी कुछ ऎसा ही अहसास कराती हैं।
हर खतरे और प्रकृति की विषम परिस्थतियों का मुकाबला करते हुए ये सीमा पर देश की सुरक्षा में मस्तैदी से खड़ी है। पेट्रोलिंग के दौरान कई ऎसे मौके भी आए जब बॉर्डर पर घुसपैठ की कोशिश को इन महिला जवानों ने विफल कर दिया।

कंधे पर राइफल और कदमों में विश्वास
इनके न तो कंधे राइफल के बोझ से झुकते हैं और ना ही कदम लड़खड़ाते हैं। भारतीय नारी के लिए आम धारणा के विपरीत ये सिपाही शक्ति और साहस का अद्भुत संगम नजर आती है।

गुरूवार सुबह हिन्दुमलकोट सीमा चौकी पर बीएसएफ की उपनिरीक्षक का इशारा मिलते ही महिला सिपाहियों की टोली पेट्रोलिंग के लिए सीमा की तरफ बढ़ जाती है।

चौकस निगाहें और विश्वास के साथ बढ़ते कदम इनके हौसले की कहानी कहते है। महिला अधिकारी कहती है डेढ़ साल से यहां तैनात हैं। लोग सुरक्षित है। यही बात हौसला बढ़ाती है।

मां, बेटी और बहू
बॉर्डर पर तैनात महिला जांबाजों में जयपुर, अलवर, नागौर, झुंझुनूं के साथ गुजरात निवासी भी है। इनमें दो बच्चों की मां, अविवाहिता और पति के देहांत के बाद बीएसएफ की नौकरी ज्वाइन करने वाली एक युवती भी शामिल है।

महिला जांबाजों का कहना है कि पिछले कुछ सालों में यह बड़ा बदलाव आया है कि जोखिम और पुरूष आधिपत्य वाले क्षेत्र में महिलाओं के आने में समाज उन्हें प्रोत्साहित कर रहा है।

भाई से मिली प्रेरणा
झुंझुनूं निवासी सिपाही ने बताया कि उसका भाई बीएसएफ में नौकरी करता है। उसके वर्दी की नौकरी के प्रति जुनून ने उसे भी बीएसएफ में आने की प्रेरणा दी।

अलवर की युवती का पति तो बीएसएफ में ही नौकरी करता था। उसके सड़क हादसे में मौत के बाद अब वह सीमा पर डटी हैं। दोनों बच्चे नाना-नानी के पास है। -