बाड़मेर, जसोल पांडाल हादसा
दुःख की इस घड़ी में पूरा प्रदेश पीड़ित परिवारों के साथ - मुख्यमंत्री
सीएम घायलों से मिले, घटनास्थल का भी जायजा लिया
बाड़मेर, 24 जून। मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत सोमवार प्रातः जयपुर से बाड़मेर जिले के जसोल पहुंचे और रामकथा के दौरान पांडाल गिरने से हुए हादसे में मृत लोगों के परिजनों से मिले। मुख्यमंत्री हैलीपेड से सीधे मृतकों के घर पहुंचे और उनके परिजनों को सांत्वना दी। श्री गहलोत जसोल स्थित मुक्तिधाम भी गए और वहां मृतकों के परिजनों को ढांढस बंधाया। उन्होंने कहा कि दुःख की इस घड़ी में पूरा प्रदेश पीड़ि़त परिवारों के साथ है।
मुख्यमंत्री ने घटनास्थल का भी दौरा किया और वहां मौजूद प्रत्यक्षदर्शियों, जनप्रतिनिधियों एवं प्रशासन के अधिकारियों से हादसे के बारे में जानकारी ली। उन्होंने हादसे के समय घटना स्थल पर उपस्थित पुलिसकर्मी दौलाराम एवं गेमाराम द्वारा तुरंत विद्युत तार हटाकर कई लोगों की जान बचाने की जानकारी मिलने पर दोनों पुलिसकर्मियों की सराहना की।
घायलों के समुचित इलाज के लिए दिए निर्देश
श्री गहलोत बालोतरा के नाहटा अस्पताल भी पहुंचे और वहां विभिन्न वार्डों में जाकर घायलों की कुशलक्षेम पूछी और चिकित्सकों को समुचित उपचार के निर्देश दिए। उन्होंने आश्वस्त किया कि जरूरत पड़ने पर घायलों को जोधपुर या जयपुर रेफर करने की पूरी व्यवस्था की गई है। बालोतरा में ब्लड बैंक खोलने की मांग पर उन्होंने कहा कि उसे जल्द खुलवाने के प्रयास किए जाएंगे। इसके अलावा बालोतरा में ट्रोमा सेन्टर खोलने पर विचार किया जाएगा। उन्होंने कहा कि हमने पहले ही रिफाइनरी की रिव्यू मीटिंग के दौरान तय किया था कि रिफाइनरी आएगी, तो आईटीआई, स्कूल और हॉस्पिटल भी खोले जाने चाहिए। इन पर योजना बनाकर कार्य किया जा सकता है।
भविष्य में ऐसी घटना नहीं हो इसके लिए एडवाइजरी जारी होगी
मुख्यमंत्री ने जसोल में कहा कि यह घटना बहुत दःुखद है और प्रदेश में जिसने भी इसके बारे में सुना उसका मन विचलित हुआ है। राज्य सरकार ने संभागीय आयुक्त जोधपुर को इसकी जांच के आदेश दे दिए हैं। मृतकों के आश्रितों को 5-5 लाख एवं घायलों को अधिकतम 2-2 लाख सहायता राशि की घोषणा कल ही कर दी गई थी। उन्होंने कहा कि भविष्य में इस तरह की घटना नहीं हो और ऐसे आयोजनों के समय पर्याप्त सुरक्षा इंतजाम किए जाएं, इसके लिए एक एडवाइजरी भी जारी की जाएगी।
मुख्यमंत्री के साथ ऊर्जा मंत्री एवं जिले के प्रभारी मंत्री डॉ. बीडी कल्ला, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री डॉ. रघु शर्मा, श्री मानवेन्द्र सिंह,राजस्व मंत्री श्री हरीश चौधरी, विधायक सर्वश्री हेमाराम चौधरी, मेवाराम जैन, मदन प्रजापत, पूर्व सांसद बद्री जाखड़, एवं अन्य जनप्रतिनिधि, संभागीय आयुक्त श्री बीएल कोठारी, पुलिस महानिरीक्षक श्री सचिन मित्तल, बाड़मेर कलक्टर श्री हिमांशु गुप्ता एवं पुलिस अधीक्षक राशि डोगरा डूडी एवं विभिन्न प्रशासनिक अधिकारी जन प्रतिनिधि भी थे।
जोधपुर जाकर घायलों से मिले
मुख्यमंत्री जसोल से जोधपुर पहुंचे और वहां मथुरादास माथुर अस्पताल में भर्ती इस हादसे के पीडितों से मिले और चिकित्सकों को उनके समुचित इलाज के निर्देश दिए। इसके बाद वे शास्त्री नगर गए और पांडाल हादसे में दिवंगत हुए जोधपुर गैस एजेन्सी के श्री अविनाश व्यास के परिजनों से मिलकर उन्हें सांत्वना दी।
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दुःख की इस घड़ी में पूरा प्रदेश पीड़ित परिवारों के साथ - मुख्यमंत्री
सीएम घायलों से मिले, घटनास्थल का भी जायजा लिया
बाड़मेर, 24 जून। मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत सोमवार प्रातः जयपुर से बाड़मेर जिले के जसोल पहुंचे और रामकथा के दौरान पांडाल गिरने से हुए हादसे में मृत लोगों के परिजनों से मिले। मुख्यमंत्री हैलीपेड से सीधे मृतकों के घर पहुंचे और उनके परिजनों को सांत्वना दी। श्री गहलोत जसोल स्थित मुक्तिधाम भी गए और वहां मृतकों के परिजनों को ढांढस बंधाया। उन्होंने कहा कि दुःख की इस घड़ी में पूरा प्रदेश पीड़ि़त परिवारों के साथ है।
मुख्यमंत्री ने घटनास्थल का भी दौरा किया और वहां मौजूद प्रत्यक्षदर्शियों, जनप्रतिनिधियों एवं प्रशासन के अधिकारियों से हादसे के बारे में जानकारी ली। उन्होंने हादसे के समय घटना स्थल पर उपस्थित पुलिसकर्मी दौलाराम एवं गेमाराम द्वारा तुरंत विद्युत तार हटाकर कई लोगों की जान बचाने की जानकारी मिलने पर दोनों पुलिसकर्मियों की सराहना की।
घायलों के समुचित इलाज के लिए दिए निर्देश
श्री गहलोत बालोतरा के नाहटा अस्पताल भी पहुंचे और वहां विभिन्न वार्डों में जाकर घायलों की कुशलक्षेम पूछी और चिकित्सकों को समुचित उपचार के निर्देश दिए। उन्होंने आश्वस्त किया कि जरूरत पड़ने पर घायलों को जोधपुर या जयपुर रेफर करने की पूरी व्यवस्था की गई है। बालोतरा में ब्लड बैंक खोलने की मांग पर उन्होंने कहा कि उसे जल्द खुलवाने के प्रयास किए जाएंगे। इसके अलावा बालोतरा में ट्रोमा सेन्टर खोलने पर विचार किया जाएगा। उन्होंने कहा कि हमने पहले ही रिफाइनरी की रिव्यू मीटिंग के दौरान तय किया था कि रिफाइनरी आएगी, तो आईटीआई, स्कूल और हॉस्पिटल भी खोले जाने चाहिए। इन पर योजना बनाकर कार्य किया जा सकता है।
भविष्य में ऐसी घटना नहीं हो इसके लिए एडवाइजरी जारी होगी
मुख्यमंत्री ने जसोल में कहा कि यह घटना बहुत दःुखद है और प्रदेश में जिसने भी इसके बारे में सुना उसका मन विचलित हुआ है। राज्य सरकार ने संभागीय आयुक्त जोधपुर को इसकी जांच के आदेश दे दिए हैं। मृतकों के आश्रितों को 5-5 लाख एवं घायलों को अधिकतम 2-2 लाख सहायता राशि की घोषणा कल ही कर दी गई थी। उन्होंने कहा कि भविष्य में इस तरह की घटना नहीं हो और ऐसे आयोजनों के समय पर्याप्त सुरक्षा इंतजाम किए जाएं, इसके लिए एक एडवाइजरी भी जारी की जाएगी।
मुख्यमंत्री के साथ ऊर्जा मंत्री एवं जिले के प्रभारी मंत्री डॉ. बीडी कल्ला, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री डॉ. रघु शर्मा, श्री मानवेन्द्र सिंह,राजस्व मंत्री श्री हरीश चौधरी, विधायक सर्वश्री हेमाराम चौधरी, मेवाराम जैन, मदन प्रजापत, पूर्व सांसद बद्री जाखड़, एवं अन्य जनप्रतिनिधि, संभागीय आयुक्त श्री बीएल कोठारी, पुलिस महानिरीक्षक श्री सचिन मित्तल, बाड़मेर कलक्टर श्री हिमांशु गुप्ता एवं पुलिस अधीक्षक राशि डोगरा डूडी एवं विभिन्न प्रशासनिक अधिकारी जन प्रतिनिधि भी थे।
जोधपुर जाकर घायलों से मिले
मुख्यमंत्री जसोल से जोधपुर पहुंचे और वहां मथुरादास माथुर अस्पताल में भर्ती इस हादसे के पीडितों से मिले और चिकित्सकों को उनके समुचित इलाज के निर्देश दिए। इसके बाद वे शास्त्री नगर गए और पांडाल हादसे में दिवंगत हुए जोधपुर गैस एजेन्सी के श्री अविनाश व्यास के परिजनों से मिलकर उन्हें सांत्वना दी।
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