नागौर/पांचौड़ी गुढ़ा मुठभेड़ के बाद आनंदपाल 50 किमी तक पैदल भागा, केर की झाड़ियों में छुपा
पुलिस के पूछताछ में गिरफ्तार कुलदीप ने पांचौड़ी थाने में किया खुलासा
नागौर/पांचौड़ी
गुढ़ाभगवानदास क्षेत्र में 21 मार्च की रात को पुलिस कुख्यात अपराधी आनंदपाल के बीच हुई मुठभेड़ के बाद आनंदपाल अपने साथी कुलदीप के साथ 50 किमी पैदल भागा था। यह खुलासा मंगलवार को पांचौड़ी थाने में पूछताछ के दौरान कुलदीप ने किया है। मेड़ता डिप्टी राजेंद्र प्रसाद स्वामी की टीम ने मंगलवार को मुठभेड़ सहित जिन गांवों से वो और आनंदपाल भागा थे, उस संबंधी पूछताछ की। मौका पर ले जाया। कुलदीप ने बताया कि आनंदपाल सहित चार साथियों की पुलिस के क्यूआरटी जवानों से मुठभेड़ हुई। इसके बाद वह और आनंदपाल करीब अपने दो साथियों से अलग दिशा में निकले गए। उन्होंने बताया कि वे दोनों दो रात दो दिन तक करीब 50 किमी से ज्यादा तक पैदल ही भागे। इसके अलावा उन्होंने देऊ के ग्रामीण की एक बाइक पर बैठकर 13 किमी तथा उसके सहयोगियों की एक गाड़ी का करीब 30 किमी सफर तय कर नोखा पहुंचे।
यहां से वह दोनों अलग-अलग बसों से अागे के रास्ते भाग निकले। कुलदीप ने पूछताछ में बताया कि वह 21 मार्च रात को मुठभेड़ के बाद आनंदपाल सहित चारों साथी करीब 7 किमी दूरी पर पहुंचकर रात खड़काली के धोरों में गुजारी थी। उनके दो अन्य साथ यहां से अलग दिशा में निकले थे। वह और आनंदपाल दोनों सुबह यहां से पैदल निकल कर करीब 30 किमी के सफर में चलकर देर शाम तक देऊ पहुंचे थे। दोनों ने सुथारों की ढाणी स्थित मोहनराम सुथार के घर रुके। यहां से दोनों देर रात घर मालिक की बाइक लेकर 13 किमी दूर स्थित तांतावास की सरहद में पहुंचे गए। यहां सुबह होने पर दोनों ने बाइक को छोड़कर सीधे खेतों के रास्ते 6 किमी दूर भोजास पहुंचे। यहां अधिक रात होने के कारण एक केर की झाड़ियों में छिपकर रात निकाली थी। यहां से दोनों सुबह निकले 10 किलोमीटर साधूणा गांव पहुंचे। बाद में दोनों ने फोन के माध्यम से अपने सहयोगियों की गाड़ी मंगवाई। इस दौरान यहां गाड़ी लेकर पहुंचे उनके सहयोगियों ने दोनों को करीब 30 किलोमीटर बीकानेर के नोखा पहुंचा दिया था। दोनों यहां से अलग-अलग बसों के माध्यम से भाग निकले।