chalan लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं. सभी संदेश दिखाएं
chalan लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं. सभी संदेश दिखाएं

शनिवार, 30 जून 2018

बाड़मेर बाड़मेर सलाम टाइगर बाड़मेर*उनरोड दुष्कर्म प्रकरण में पुलिस ने अपना वादा निभा सात दिन में न्यायालय में चालान पेश किया*

बाड़मेर बाड़मेर सलाम टाइगर बाड़मेर*उनरोड दुष्कर्म प्रकरण में पुलिस ने अपना वादा निभा सात दिन में न्यायालय में चालान पेश किया*

*बाड़मेर पिछले सप्ताह हरसाणी क्षेत्र के उनरोड गांव में एक सात वर्षीय मासूम बालिका के साथ दुष्कर्म और उसके बाद हत्या ,हत्या के बाद फिर दुष्कर्म करने के मामले में बाड़मेर के पुलिस अधीक्षक डॉ गगनदीप सिंगला ने अपना वादा निभाते हुए सात दिवस के भीतर सक्षम न्यायालय में पूर्ण जांच और दस्तावेजो के साथ चालान पेश कर दिया। पुलिस का यह कदम न केवल सराहना योग्य है बल्कि अपराधियो को भी एक चेतावनी हैं। दिल दहलाने वाले इस प्रकरण का आरोपी राशिद खान पूर्व में गिरफ्तार हो चुका था।।वो न्यायिक हिरासत में था।विचलित करने वाली इस घटना ने पुलिस अधीक्षक को भी अंदर तक हिला के रख दिया जो उन्होंने अभिव्यक्त भी किया।।ऐसा घृणित अपराध उन्होंने अपनी पुलिस लाइफ में नही देखा।।पुलिस टीम का गठन कर टाईगर ने इस केस को स्पेसल अफसर केस में लेकर सात दिन में चालान पेश करने का वादा किया था ।।जगह जगह धरने और प्रदर्शनों के बीच पुलिस टीम अपनी जांच में जुटी रही।।सात दिनों में वो समस्त तथ्य एयर सबूत जुटाए जो चालान करने के लिए आवश्यक थे।।पुलिस विभाग की इस केस के प्रति जवाबदेही और एक जज्बा देखते बना।।पूरे मनोयोग से इस केस को पुलिस अधीक्षक ने अपनी निगरानी में हैंडल किया।तथा एक आदर्श प्रस्तुत करते हुए सात दिन के भीतर शनिवार को सक्षम न्यायालय में चालान पेश किया।न्यायालय ने आगामी पांच तरीख को पुनः सुनवाई रखी जिसमे आरोपी को आरोप सुनाए जाएंगे।।सुप्रीम कोर्ट और राज्य सरकार के 12 साल से कम उम्र की बालिका के साथ दुष्कर्म के आरोपी को फांसी के प्रावधान के बाद यह तय लग रहा है कि आरोपी को फांसी की सज़ा जल्द मिलेगी।फिर भी न्यायालय का अपना फैसला होगा जिसपे सबकी नजर टिकी हैं।।*

*अलबत्ता बाड़मेर पुलिस अधीक्षक डॉ गगनदीप सिंगला के जज्बे को राजस्थान ही नही देश की जनता की तरफ से सलाम की दुष्कर्म के इस घ्रणित प्रकरण में सात दिन में चालान पेश कर एक आदर्श उदाहरण पेश किया ।।देश भर के पीड़ित परिवारों में न्याय की एक आस जगाई की पुलिस चाहे तो कुछ भी असंभव नही।।बाड़मेर केस के सात दिन में चालान पेश करने से अन्य उन स्थानों की पुलिस पर निसंदेह दबाव बनेगा जंहा ऐसे घटना कारित हुई।।इस केस में बाड़मेर पुलिस ने निःसंदेहः एक आदर्श प्रस्तुत किया।।पुनः बाड़मेर पुलिस को सलाम।*