जैसलमेर नदी बहाव में बोलेरो बही,दो की मौत ,रेस्क्यू में ५ को बचाया
बरमसर गांव के पास बहने वाली बरसाती नदी में गुरुवार की शाम बरसाती नदी के तेज बहाव में एक बोलेरो तीन पलटकर बह गई। बोलेरो में सवार 8 लोगों में से 3 ने कूदकर जान बचा ली, वहीं पांच लोग तेज बहाव में बहने लगे। इनमें एक महिला समेत तीन लोगों को रेस्क्यू कर बचा लिया, वहीं दो लोगों की मौत हो गई। दोनों के शव बरामद कर अस्पताल पहुंचाया गया, दूसरी ओर बोलेरो कुछ दूरी पर जाने के बाद एक पेड़ में अटक गई। हादसे के बाद करीब 150 ग्रामीण मौके पर जमा हो गए, सूचना पर 46वीं बटालियन के कमांडेंट पृथ्वी सिंह के नेतृत्व में बीएसएफ के जवानों ने बचाव कार्य व सर्च अभियान चलाया, लेकिन दो लोगों की जान नहीं बचाई जा सकी।
शाम के समय अंधेरे के कारण नदी के बहाव का अंदाजा नहीं लगा सका बोलेरो चालक
जैसलमेर. बरमसर के पास बरसाती नदी में रेस्क्यू ऑपरेशन के तहत बोलेरो निकालती जेसीबी।
तेज बहाव में बहने के बाद डूबने से बोलेरो में सवार प्रेम प्रजापत (50) पुत्र शंकरा राम व गंभीर सिंह (45) पुत्र देवीसिंह की मौत हो गई। वहीं शैतान सिंह (50), उम्मेद सिंह (40) व कंवरा कंवर (48) सिंह को रेस्क्यू ऑपरेशन के तहत बचा लिया गया। इसके साथ ही गाड़ी पलटने के समय जसवंत सिंह, मनोहर सिंह, जीवण लाल सुथार ने कूदकर अपनी जान बचा ली। शैतान सिंह व कंवरा कंवर का जवाहर अस्पताल में उपचार चल रहा है।
तनोट माता के दर्शन कर लौट रहे थे सभी लोग
हादसे के शिकार हुए बोलेरो सवार सभी लाेग बरमसर गांव के ही निवासी हैं। नवरात्र के कारण सभी लोग तनोट माता के दर्शन कर गांव लौट रहे थे। गांव के पास पहुंचने पर बरसाती नदी के तेज बहाव में बोलेरो नदी में पलट गई और बोलेरो सवार बह गए। इसके बाद बीएसएफ के जवानों ने रेस्क्यू ऑपरेशन चलाकर तीन लोगों की जान बचा ली, जबकि प्रेम प्रजापत व गंभीर सिंह के शव बरामद कर लिए।
करीब दो घंटे रेस्क्यू चलाया, बचाई 3 की जान
प्रशासन को सूचना देने के बाद ग्रामीणों व पुलिसकर्मियों ने उपलब्ध संसाधनों से ही अपने स्तर पर ही रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर तीन लोगों की जान बचा ली। जेसीबी के माध्यम से पेड़ में फंसी बोलेरो से डूब रहे लोगों को बचाया गया। इसके बाद जेसीबी से बोलेरो भी बाहर निकाली गई, तब तक सभी प्रशासन के अधिकारी मौके पर पहुंचे।
एक साल पहले भी बहाव में बहने से तीन महिलाओं की हुई थी मौत
पिछले साल भी इसी बरसाती नदी में 17 अगस्त, 2018 को वाहन पलटने से तीन महिलाओं की मौत हो गई थी। वहीं पांच महिलाओं ने खेजड़ी पर चढ़कर अपनी जान बचाई थी। जानलेवा बन रही इस नदी को लेकर प्रशासन कोई सख्त कदम नहीं उठा रहा है।
बरमसर गांव के पास बहने वाली बरसाती नदी में गुरुवार की शाम बरसाती नदी के तेज बहाव में एक बोलेरो तीन पलटकर बह गई। बोलेरो में सवार 8 लोगों में से 3 ने कूदकर जान बचा ली, वहीं पांच लोग तेज बहाव में बहने लगे। इनमें एक महिला समेत तीन लोगों को रेस्क्यू कर बचा लिया, वहीं दो लोगों की मौत हो गई। दोनों के शव बरामद कर अस्पताल पहुंचाया गया, दूसरी ओर बोलेरो कुछ दूरी पर जाने के बाद एक पेड़ में अटक गई। हादसे के बाद करीब 150 ग्रामीण मौके पर जमा हो गए, सूचना पर 46वीं बटालियन के कमांडेंट पृथ्वी सिंह के नेतृत्व में बीएसएफ के जवानों ने बचाव कार्य व सर्च अभियान चलाया, लेकिन दो लोगों की जान नहीं बचाई जा सकी।
शाम के समय अंधेरे के कारण नदी के बहाव का अंदाजा नहीं लगा सका बोलेरो चालक
जैसलमेर. बरमसर के पास बरसाती नदी में रेस्क्यू ऑपरेशन के तहत बोलेरो निकालती जेसीबी।
तेज बहाव में बहने के बाद डूबने से बोलेरो में सवार प्रेम प्रजापत (50) पुत्र शंकरा राम व गंभीर सिंह (45) पुत्र देवीसिंह की मौत हो गई। वहीं शैतान सिंह (50), उम्मेद सिंह (40) व कंवरा कंवर (48) सिंह को रेस्क्यू ऑपरेशन के तहत बचा लिया गया। इसके साथ ही गाड़ी पलटने के समय जसवंत सिंह, मनोहर सिंह, जीवण लाल सुथार ने कूदकर अपनी जान बचा ली। शैतान सिंह व कंवरा कंवर का जवाहर अस्पताल में उपचार चल रहा है।
तनोट माता के दर्शन कर लौट रहे थे सभी लोग
हादसे के शिकार हुए बोलेरो सवार सभी लाेग बरमसर गांव के ही निवासी हैं। नवरात्र के कारण सभी लोग तनोट माता के दर्शन कर गांव लौट रहे थे। गांव के पास पहुंचने पर बरसाती नदी के तेज बहाव में बोलेरो नदी में पलट गई और बोलेरो सवार बह गए। इसके बाद बीएसएफ के जवानों ने रेस्क्यू ऑपरेशन चलाकर तीन लोगों की जान बचा ली, जबकि प्रेम प्रजापत व गंभीर सिंह के शव बरामद कर लिए।
करीब दो घंटे रेस्क्यू चलाया, बचाई 3 की जान
प्रशासन को सूचना देने के बाद ग्रामीणों व पुलिसकर्मियों ने उपलब्ध संसाधनों से ही अपने स्तर पर ही रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर तीन लोगों की जान बचा ली। जेसीबी के माध्यम से पेड़ में फंसी बोलेरो से डूब रहे लोगों को बचाया गया। इसके बाद जेसीबी से बोलेरो भी बाहर निकाली गई, तब तक सभी प्रशासन के अधिकारी मौके पर पहुंचे।
एक साल पहले भी बहाव में बहने से तीन महिलाओं की हुई थी मौत
पिछले साल भी इसी बरसाती नदी में 17 अगस्त, 2018 को वाहन पलटने से तीन महिलाओं की मौत हो गई थी। वहीं पांच महिलाओं ने खेजड़ी पर चढ़कर अपनी जान बचाई थी। जानलेवा बन रही इस नदी को लेकर प्रशासन कोई सख्त कदम नहीं उठा रहा है।