सीमा सुरक्षा बल महिला कैमल सफारी बाड़मेर सरहद पर- -----
बाड़मेर बछेन्द्री पाल के नेतृत्व में महिला कैमल सफारी दल भारत पाकिस्तान सरहद गुजरात से राजस्थान सीमा बी के डी में प्रवेश किया।सताईस सदस्यीय महिला कैमल सफारी दल का भव्य स्वागत उप महानिरीक्षक प्रतुल गौतम सहित सीमा सुरक्षा बल के अधिकारियो ने और ग्रामीणों ने कियाअर्जुन पुरस्कार ज़ से नवाजी बछेंद्री पाल प्रेमलता और डॉ सरोज के नेतृत्व में गुजरात पाकिस्तान सरहद का सात सौ पचास किलोमीटर का सफ़र तय कर बी जी डी पोस्ट में प्रवेश किया।जंहा दल के समनं में सांस्कृतिक कार्यक्रम जा आयोजन किया किया।मुख्य आरक्षी राजेश कुमार ने देश भक्ति गीतों की शानदार प्रस्तुति दी।इस वसर पर मुनाबाव कमांडेंट रविन्द्र ठाकुर ,शेर सिंह ,विजय चाहर सहित सीमा सुरक्षा बल के कई अधिकारी मौजूद थे ,बाखासर के जन प्रतिनिधियों और बड़ी तादाद में उपस्थित ग्रामीणो ने दल का स्वागत किय।
यह पहला अवसर होगा कि सीमा सुरक्षा बल की महिला कैमल सफारी इन दिनों सरहद पर है।- यह महिला टीम करीब 2300 किमीका सफर तय करेगी। सीमा सुरक्षा बल के स्थापना के स्वर्ण जयन्ती के उपलक्ष्य में आयोजित किये जा रहे विभिन्न कार्यक्रमों की श्रृखला में वृहद महिला कैमल सफारी इन दिनों सरहद के दौरे पर है। महिला कैमल सफारी 2015 का शुभारम्भ- 24 फरवरी को 30 बटालियन सीमा सुरक्षा बल भुज (गुजरात) में- एम के सिघंला (आईपीएस) अपर महानिदेशक, सीमा सुरक्षा बल द्वारा ध्वज दिखाकर रवाना किया गया। इस अवसर पर- सन्तोष मेहरा (आईपीएस) महानिरीक्षक, गुजरात सीमान्त सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी , अधीनस्थ अधिकारी, बल के अन्य कार्मिक तथा उनके परिवारजन उपस्थित थे।
सीमा सुरक्षा बल राजस्थान फ्रंटीयर के सूत्रों अनुसार कैमल सफारी के रवानगी से पूर्व एक रंगारंग और भव्य समारोह आयोजित किया गया जिसमें कैमल परेड और टैटू शो का भी आयोजन किया गया। इसके पश्चात् मुख्य अतिथि द्वारा महिला ऊँट सवारों- का परिचय प्राप्त किया गया। महिला कैमल सफारी का नेतृत्व डॉ. सुजाता शिंदे, सहायक कमाण्डेंट, पशु चिकित्साधिकारी द्वारा किया जा रहा है। सफारी में- सीमा सुरक्षा बल की 13 महिला आरक्षक और टाटा फांउडेशन की 14 महिलायें भी हिस्सा ले रही है।
सीमा सुरक्षा बल राजस्थान फ्रंटीयर के सूत्रों अनुसार कैमल सफारी भुज (गुजरात) से शुरू होकर पाकिस्तान के साथ लगी अन्तरराष्ट्रीय सीमा मे भारत के सीमाई गाँवों से गुजरती हुई 22 मार्च- को अपने समापन स्थल पंजाब में भारत पाक सीमा पर स्थित अट्टारी- पर रीट्रिट परेड के दौरान होगा। कैमल सफारी 3 राजयों गुजरात ( लगभग 900 किलोमीटर), राजस्थान ( लगभग 1100 किलोमीटर) एवं पंजाब (लगभग 300 किलोमीटर)े कुल लगभग 2300 किलोमीटर का सफर तय करेगी। इस अवसर पर आयोजित समारोह को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि ने कहा कि- ऐसे कार्यक्रमों के आयोजन से महिलाशक्ति को बढावा मिलता है। यह कैमल सफारी- सीमाई इलाकों में रहने वाले लोगों के मन में सुरक्षा की भावना पैदा करेगी। साथ ही सीमाई गांव के लोग सीमा सुरक्षा बल द्वारा कठिन परिस्थ्तियों में की जा रही- ड्यूटी के बारे में अवगत होगें। कैमल सफारी-2 मार्च- को राजस्थान सीमान्त में प्रवेश कर गयी