जैसलमेर.जवानों के परिवारजनों को सीमा क्षेत्र का भ्रमण करवाया
जैसलमेर. सीमा सुरक्षा बल की 149 वीं वाहिनी डाबला में कार्यरत जवानों के परिवारजनों को सीमा क्षेत्र का भ्रमण करवाया गया। इस दौरान वाहिनी परिसर में रहने वाले 110 परिवारों के सदस्यों को लक्ष्मण सीमा चौकी पर भ्रमण करवाया व बॉर्डर पर होने वाले कार्यों की जानकारी दी। इस दौरान सभी ने देखा कि जवानों को कठिन परिस्थितियों में मुस्तैदी के साथ अपना कर्तव्य का निर्वहन कर रहे हैं। इस दौरान आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम में जवानों के परिवार जनों ने उत्साह के साथ भाग लिया। इस दौरान देशभक्ति के गीतों व भारत माता की जय के नारों से वातावरण गुंजायमान हो गया। वाहिनी के कमांडेट शिवानंद यादव ने कहा कि वाहिनी में कार्यरत जवानों के परिवारजनों को पहली बार सीमा क्षेत्र का भ्रमण करवाया गया है। परिवारों और बच्चों ने जमीनी हकीकत को देखा । उन्होंने सीमा चौकियों पर परोसे जाने वाले भोजन का स्वाद लिया, जवान बैरकों को देखा और पानी के महत्व को भी जाना । उन्हें सिवनी घास और गायों की थापरकर नस्ल दिखाई गई।इस मौके पर हथियारों की प्रदर्शनी का भी आयोजन किया गया। परिवारों और 12 से 18 आयु वर्ग के बच्चों ने गर्व की अनुभूति की। एक अनूठा अनुभव जवानों के लिए अपने बच्चों के साथ परिवार को देखना एक भावनात्मक आश्चर्य था, जिसमें माता-पिता भी शामिल थे। सीमा पर सैनिकों और उनके परिवारों के बीच प्यार और सम्मान का अनूठा माहौल देखने को मिला। ऐसे कई परिवार थेए जिन्हें पहली बार यह अवसर मिला था। सीसुब के 149 वीं वाहिनी के समादेष्टज्ञ शिवानंद यादव और अधिकारी सपत्नीक पहुंचे। सीमा चौकी पर कल्याणकारी बैठक भी आयोजित की गई।
जैसलमेर. सीमा सुरक्षा बल की 149 वीं वाहिनी डाबला में कार्यरत जवानों के परिवारजनों को सीमा क्षेत्र का भ्रमण करवाया गया। इस दौरान वाहिनी परिसर में रहने वाले 110 परिवारों के सदस्यों को लक्ष्मण सीमा चौकी पर भ्रमण करवाया व बॉर्डर पर होने वाले कार्यों की जानकारी दी। इस दौरान सभी ने देखा कि जवानों को कठिन परिस्थितियों में मुस्तैदी के साथ अपना कर्तव्य का निर्वहन कर रहे हैं। इस दौरान आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम में जवानों के परिवार जनों ने उत्साह के साथ भाग लिया। इस दौरान देशभक्ति के गीतों व भारत माता की जय के नारों से वातावरण गुंजायमान हो गया। वाहिनी के कमांडेट शिवानंद यादव ने कहा कि वाहिनी में कार्यरत जवानों के परिवारजनों को पहली बार सीमा क्षेत्र का भ्रमण करवाया गया है। परिवारों और बच्चों ने जमीनी हकीकत को देखा । उन्होंने सीमा चौकियों पर परोसे जाने वाले भोजन का स्वाद लिया, जवान बैरकों को देखा और पानी के महत्व को भी जाना । उन्हें सिवनी घास और गायों की थापरकर नस्ल दिखाई गई।इस मौके पर हथियारों की प्रदर्शनी का भी आयोजन किया गया। परिवारों और 12 से 18 आयु वर्ग के बच्चों ने गर्व की अनुभूति की। एक अनूठा अनुभव जवानों के लिए अपने बच्चों के साथ परिवार को देखना एक भावनात्मक आश्चर्य था, जिसमें माता-पिता भी शामिल थे। सीमा पर सैनिकों और उनके परिवारों के बीच प्यार और सम्मान का अनूठा माहौल देखने को मिला। ऐसे कई परिवार थेए जिन्हें पहली बार यह अवसर मिला था। सीसुब के 149 वीं वाहिनी के समादेष्टज्ञ शिवानंद यादव और अधिकारी सपत्नीक पहुंचे। सीमा चौकी पर कल्याणकारी बैठक भी आयोजित की गई।