जमीन से जुड़े अपराधों के मामले बढ़े…… मेघ चंद मीणा
बाड़मेर बाड़मेर में अपराध के मामलों में जमीन से जुड़े अपराधों के मामले बढ़े हैं। बाड़मेर दौरे पर आए आईजी क्राइम मेघ चंद मीणा ने यहां पत्रकारों से बातचीत के दौरान यह बात स्वीकारी। उन्होंने कहा कि इस तरह के अपराधों पर अंकुश लगाने के लिए निर्देश दिए गए हैं। आईजी मीणा ने बताया कि उन्होंने अपराध के समीक्षा में पाया कि यहां जमीन संबंधी मामलों को लेकर अपराध बढ़ रहे हैं। जमीनों के भाव बढऩे के कारण ऐसे अपराध ट्रेंड में आ रहे हैं।ऐसे अपराधों पर अंकुश लगाने के लिए पुलिस की सतर्कता जरूरी है। जनता में पैठ बढ़ाकर ऐसे अपराधों की रोकथाम की कोशिश करने के निर्देश दिए हैं।
रोमिंग पर रहेगी नजर
सीमावर्ती थानों को लोगों की आवाजाही पर विशेष नजर रखने के निर्देश दिए गए हैं। पहले भी सीमावर्ती क्षेत्रों में हथियार बरामद हुए हैं। इसके मद्देनजर रोमिंग पर विशेष नजर रखने की जरूरत है। इसके लिए जनता के बीच भी पैठ बनाना जरूरी है जिससे ऐसे तत्वों की सूचना मिल सके।
लोग अवेयर हुए हैं
पुलिस के मामले दर्ज करने से टरकाने व ज्यादातर मामले इस्तगासा के जरिए दर्ज होने की बात पर लोगों में अवेयरनेस बढ़ी है। इसलिए अब ज्यादा मामले थाने तक पहुंचने लगे हैं।
महिला थाने की जरूरत नहीं
जिले में महिलाओं से जुड़े अपराधों में बढ़ोतरी और महिला थाना नहीं होने के सवाल पर उन्होंने कहा कि जिले में 498 से जुड़े मामले बहुत कम हैं।अन्य मामलों में पुलिस इंवेस्टीगेट कर लेती है। लिहाजा यहां महिला थाने की जरूरत नहीं महसूस की गई।
ज्यादा पेंडेंसी नहीं
आईजी मीणा ने दावा किया कि जिले में ज्यादा पेंडेंसी नहीं है।कुछ मामले जो कोर्ट में विचाराधीन हैं वे ही पेंडिंग हैं। उन्होंने दावा किया कि उनके लेवल पर महज 5-7 मामले ही पेंडिंग हैं।
मामला दर्ज करवाएं
कल्याणपुरा थाना के हाल के सवाल पर उन्होंने एसपी से पूछा। एसपी ने बताया कि थाना आवास विभाग संस्थान ने पहले 25 लाख की लागत आई। लेकिन उसकी कंडीशन सही नहीं थी। फिर पांच लाख रुपए दिए गए।लेकिन आज भी भवन सही नहीं है। इसपर आईजी ने इस मामले में मामला दर्ज करवाने के निर्देश दिए।
नफरी की कमी है
आईजी ने कहा कि जिले में 150 कांस्टेबल, 18 सब इंस्पेक्टर, 6 इंस्पेक्टर की कमी है। छह थानों में जीप नहीं थी। हालांकि इनमें से चार में गुरुवार को ही जीप उपलब्ध करा दी गई है।
बॉर्डर पर सतर्कता बढ़ाई जाएगी
आईजी मीणा ने कहा कि यहां विशेष सतर्कता की जरूरत है। सीमावर्ती थानों पर सुविधाओं की समीक्षा की गई है। एक दो थानों पर नाइट विजन डिवाइस नहीं है। वहीं सीमावर्ती थानों पर वाहन, ईंधन आदि की जहां भी कमी है उसे दूर किया जाएगा।
रोमिंग पर रहेगी नजर
सीमावर्ती थानों को लोगों की आवाजाही पर विशेष नजर रखने के निर्देश दिए गए हैं। पहले भी सीमावर्ती क्षेत्रों में हथियार बरामद हुए हैं। इसके मद्देनजर रोमिंग पर विशेष नजर रखने की जरूरत है। इसके लिए जनता के बीच भी पैठ बनाना जरूरी है जिससे ऐसे तत्वों की सूचना मिल सके।
लोग अवेयर हुए हैं
पुलिस के मामले दर्ज करने से टरकाने व ज्यादातर मामले इस्तगासा के जरिए दर्ज होने की बात पर लोगों में अवेयरनेस बढ़ी है। इसलिए अब ज्यादा मामले थाने तक पहुंचने लगे हैं।
महिला थाने की जरूरत नहीं
जिले में महिलाओं से जुड़े अपराधों में बढ़ोतरी और महिला थाना नहीं होने के सवाल पर उन्होंने कहा कि जिले में 498 से जुड़े मामले बहुत कम हैं।अन्य मामलों में पुलिस इंवेस्टीगेट कर लेती है। लिहाजा यहां महिला थाने की जरूरत नहीं महसूस की गई।
ज्यादा पेंडेंसी नहीं
आईजी मीणा ने दावा किया कि जिले में ज्यादा पेंडेंसी नहीं है।कुछ मामले जो कोर्ट में विचाराधीन हैं वे ही पेंडिंग हैं। उन्होंने दावा किया कि उनके लेवल पर महज 5-7 मामले ही पेंडिंग हैं।
मामला दर्ज करवाएं
कल्याणपुरा थाना के हाल के सवाल पर उन्होंने एसपी से पूछा। एसपी ने बताया कि थाना आवास विभाग संस्थान ने पहले 25 लाख की लागत आई। लेकिन उसकी कंडीशन सही नहीं थी। फिर पांच लाख रुपए दिए गए।लेकिन आज भी भवन सही नहीं है। इसपर आईजी ने इस मामले में मामला दर्ज करवाने के निर्देश दिए।
नफरी की कमी है
आईजी ने कहा कि जिले में 150 कांस्टेबल, 18 सब इंस्पेक्टर, 6 इंस्पेक्टर की कमी है। छह थानों में जीप नहीं थी। हालांकि इनमें से चार में गुरुवार को ही जीप उपलब्ध करा दी गई है।
बॉर्डर पर सतर्कता बढ़ाई जाएगी
आईजी मीणा ने कहा कि यहां विशेष सतर्कता की जरूरत है। सीमावर्ती थानों पर सुविधाओं की समीक्षा की गई है। एक दो थानों पर नाइट विजन डिवाइस नहीं है। वहीं सीमावर्ती थानों पर वाहन, ईंधन आदि की जहां भी कमी है उसे दूर किया जाएगा।