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सोमवार, 4 मई 2020

बाड़मेर, तेरह हजार प्रवासी लौटे घर क्वारेंटाईन की कड़ाई से पालना ही मात्र बचाव - मीणा

 बाड़मेर,  तेरह हजार प्रवासी लौटे घर
क्वारेंटाईन की कड़ाई से पालना ही मात्र बचाव - मीणा


बाड़मेर, 4 मई। देशभर से जिले में प्रवासियों के आगमन के मद्देनजर जिला कलक्टर विश्राम मीणा ने क्वारेंटाईन की कड़ाई से पालना करने की सख्त हिदायत दी है। उन्होने बताया कि यही एकमात्र जरिया है, जिससे जिले को कोरोना से सुरक्षित रखा जा सकता है। वह सोमवार सांय विडियो कॉन्फ्रेसिंग के जरिए जिले में लॉकडाउन 3 की पालना की समीक्षा कर रहे थे।
इस मौके पर जिला कलक्टर ने बताया कि 4 मई से लॉकडाउन 3 जारी हो चुका है एवं जिले के ऑरेन्ज जॉन में होने के कारण काफी रियायतें प्रदान की गई है। लेकिन इसमें प्रतिबंधों का भी समावेश है, जिनकी कड़ाई से पालना करवाकर कोरोना संक्रमण से बचा जा सकता है। उन्होने बताया कि दुकानें प्रातः 7 से सांय 6 बजे तक ही खुलेगी तथा सांय 7 बजे से लेकर प्रातः 7 बजे तक कर्फ्यू रहेगा। इसकी पालना जिले भर में सुनिश्चित की जाए। उन्होने कहा कि ऑरेन्ज जॉन की छूट को सावधानी के साथ प्रयोग किया जाए। दुकानदार मास्क लगाएं तथा सोशल डिस्टेंसिंग की पालना अनिवार्यतः करें एवं बिना मास्क खरीददारी करने आए ग्राहकों को सामान नहीं बेंचे तथा दुकान पर 5 से अधिक ग्राहक एकत्र नहीं हो पाएं आदि नियमों की अत्यंत कड़ाई से पालना करने के निर्देश दिए। 

उन्होने बताया कि जिले में सोमवार तक 10 हजार से अधिक प्रवासियों का आमगन हो चुका है। लोक डाउन के कारण अन्य राज्यों में फंसे राज्य के प्रवासियों की वापसी तथा अन्य राज्यों के वासियों को पहुंचाने का कार्यजारी है। सोमवार को जिले में कुल 2865 श्रमिकों एवं प्रवासियों का आगमन हुआ। साथ ही 103 लोगों को अन्य राज्यों के लिए प्रस्थान करवाया गया। सोमवार को गुजरात, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, उतरप्रदेश, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, दिल्ली, पंजाब, पश्चिम बंगाल, छतीसगढ, केरल, दमनदीप एवं तेलंगाना से राज्य के प्रवासियों एवं श्रमिकों को जिले कि सीमा में प्रवेश दिया गया है। उन्होंने बताया कि जिले में शनिवार को गुजरात से 2425, महाराष्ट्र से 363, मध्यप्रदेश से 10, उतरप्रदेश से 8, कर्नाटक से 18, दिल्ली से 7, आंध्र प्रदेश से 6, पश्चिम बंगाल से 1, छतीसगढ से 6, केरल से 4, दमनदीप से 1, पंजाब से 1 तथा तेलंगाना से 15 को मिलाकर कुल 2865 राज्य के प्रवासियों को सरकारी एवं निजी वाहन से जिले में प्रवेश की अनुमति दी गई है। उन्होंने बताया कि जिले में अब तक कुल 10647 प्रवासियों का आगमन हुआ है। उन्होंने बताया कि जिले में अन्य राज्यों के प्रवासियों को सरकारी एवं निजी वाहनों से भेजा भी जा रहा है। जिले से सोमवार को मध्यप्रदेश, उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, हरियाणा, गुजरात, दिल्ली तथा उत्तराखंड के लिए कुल 103 श्रमिकों को जिले की सीमा से प्रस्थान करवाया गया है। उन्होंने बताया कि अब तक जिले से 2470 लोगों को अपने मूल राज्यों के लिए प्रस्थान हेतु अनुमति दी गई है।
स्वास्थ्य मानक हो पुरे

उन्होने बसों की रवानगी से पूर्व सभी यात्रियों की चिकित्सा जांच कर केवल स्वस्थ यात्रियों को भेजने को कहा। वहीं जिले में आने वाले हर यात्री या प्रवासी की स्क्रीनिंग करने के निर्देश दिए। चौक पोस्ट पर निजी वाहनों में आने वाले सभी यात्रियों के मोबाईल नम्बर अंकित करने को कहा, ताकि क्वारेंटाईन के दौरान ट्रेसिंग सुनिश्चित हो सके।
क्वारेंटाइन का कड़ाई से पालन

जिला कलेक्टर ने बताया कि जिले के बाहर से आने प्रवासी श्रमिकों को 14 दिन का क्वारेंटाइन पीरीयड का कड़ाई से पालन करना होगा। किसी भी कीमत पर क्वारेंटाइन में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। प्रत्येक क्वारेंटाईन वाले घर के बाहर लाल रंग में नोटिस चस्पा करवाया जाए, ताकि प्रत्येक व्यक्ति को इसकी जानकारी मिल सके। साथ ही क्वारेंटाईन की प्रतिदिन निगरानी समिति द्वारा मॉनिटरिंग करवाई जाए।
इस मौके पर पुलिस अधीक्षक आनंद शर्मा ने कहा कि उपखण्ड अधिकारी अपने वृताधिकारी के साथ उपखण्ड के व्यापार संघों से बात कर एक रणनीति तैयार कर दुकाने खुलवाएं ताकि बाजार में कम से कम भीड़ हो। वहीं आवश्यक वस्तुओं को छोडकर अन्य दुकानों का समय दिन में निर्धारित कर दिया जाए ताकि लोग जरूरत पडने पर खरीददारी कर सकें।

इससे पूर्व अतिरिक्त जिला कलक्टर राकेश कुमार शर्मा ने उपखण्ड अधिकारियों से लॉकडाउन 3 की गाईडलाईन की बिन्दुवर समीक्षा की। वहीं मुख्य कार्यकारी अधिकारी मोहनदान रतनू ने ग्रामीण क्षेत्रों में नरेगा के तहत नियोजित श्रमिकों की समीक्षा की।
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