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बुधवार, 6 नवंबर 2019

जैसलमेर हाफिज सईद के पश्चिमी राजस्थान की सीमा से आंतकवादियो की घुसपैठ की सुचना के बाद ,सीमा सुरक्षा बल को 10 अतिरिक्त बटालियन बॉर्डर पर भेजने के दिए निर्देश


 जैसलमेर  हाफिज सईद के पश्चिमी राजस्थान की सीमा से आंतकवादियो की घुसपैठ की सुचना के बाद ,सीमा सुरक्षा बल को 10 अतिरिक्त बटालियन बॉर्डर पर भेजने के दिए निर्देश


पाकिस्तान के साथ लगातार तनाव के बीच केंद्रीय गृह मंत्रालय ने सीमा सुरक्षा बल को 10 अतिरिक्त बटालियन बॉर्डर पर भेजने के दिए निर्देश

जैसलमेर पाकिस्तान के साथ लगातार तनाव के बीच केंद्रीय गृह मंत्रालय ने सीमा सुरक्षा बल को 10 अतिरिक्त बटालियन बॉर्डर पर भेजने के निर्देश दिए हैं। एक बटालियन में एक हजार सैनिक होते हैं। ये 10 हजार अतिरिक्त सीमा प्रहरी जम्मू-कश्मीर से गुजरात से सटी अन्तरराष्ट्रीय सीमा पर तैनात होंगे। इसके अलावा पाकिस्तान से सटी सरहद के कुछ स्थानों पर ड्रोन और अन्य निगरानी उपकरणों के जरिए नजर रखी जा रही है। इनसे मिल रहे फीडबैक के आधार पर भी सीमा प्रबंधन की कवायद शुरू की गई है। सीमा पर तारबंदी पर कई जगह ऑटोमेटिक इलेक्ट्रोनिक डिवाइस लगाए हैं। इनकी मॉनिटरिंग के लिए बॉर्डर के समीप कंट्रोल रूम स्थापित किया है। सूत्रों का कहना है कि जम्मू – कश्मीर में धारा 370 हटाने के बाद बौखलाई पाक सेना बॉर्डर पर सैनिकों की संख्या बढ़ाने के साथ चरमपंथियों के समूह भी इकठ्ठा कर रही है। पाक खुफिया एजेंसी आइएसआइ और बलूच रेजिमेंट ने आर्मी बेस कैंप के पास बंकर बनाने शुरू कर दिए हैं। जम्मू-कश्मीर में घुसपैठ बढ़ाने के लिए पाकिस्तानी सेना लगातार सीजफायर का उल्लंघन कर आतंकियों को फायरिंग कवर देकर घुसपैठ करवाने की कोशिश में लगी है। भारतीय एजेंसयिों ने पाकिस्तान से लगती सीमा पर करीब एक हजार ‘लूप होल’ चिह्नित किए हैं, जहां से घुसपैठ या तस्करी की आशंका बनी रहती है।

लश्कर ने शुरू किया रिक्रूटमेंट

लश्कर-ए-तैयबा ने पाकिस्तान – अफगानिस्तान सीमा से लगते स्वात वैली, पेशावर, क्वेटा के जनजातीय इलाके में चरमपंथियों की भर्ती शुरू की है। आइएसआइ और चरमपंथी संगठन पाक अधिकृत कश्मीर (पीओके) में कश्मीरी जिहाद नाम से कंट्रोल रूम स्थापित करने की योजना बना रहे हैं। चरमपंथी संगठन अपने संसाधन और आतंकियों को अफगानिस्तान के जनजातीय इलाकों से जम्मू कश्मीर में शिफ्ट करने की योजना पर भी काम कर रहे हैं। लश्कर के मीरपुर और सियालकोट स्थित आंतकवादी कैंप को फिर से सक्रिय किया गया है। लश्कर का ‘सैकंड इन कमांड’ और हाफिज सईद का बेटा तलहा सईद इनका नेतृत्व कर रहा है,हाफिज सईदकी स्वयं सेवी संस्था के इन क्षेत्रो में हर गांव में केंद्र खोले हुए हे ,हाफिज सईद अक्सर सिंध प्रान्त के इन क्षेत्रो में आता रहता हैं,इन केन्द्रो के माध्यम से सईद आंतकवादी केम्पों का संचालन करता हैं , मुम्बई बम कांड की तर्ज पर इसी पश्चिमी राजस्थान के रास्ते प्रशिक्षित आंतकवादियो की घुसपैठ करवा सकता हैं


chandan singh bhati 
7597450029

बुधवार, 27 फ़रवरी 2019

पाकिस्तान के आन्तकवादी हाफिज के सिंध प्रांत में है आतंकी कैम्प* *संस्था की आड़ में चला रहा है केम्प*

पाकिस्तान के आन्तकवादी  हाफिज के सिंध प्रांत में है आतंकी कैम्प*

*संस्था की आड़ में चला रहा है केम्प*

*बाडमेर न्यूज़ ट्रैक के लिए चन्दन सिंह भाटी की खास रिपोर्ट*

*कट्टरपंथी कुख्यात आन्तकवादी हाफिज सईद पिछले कई समय से पाकिस्तान के सिंध प्रांत में अपनी स्वयं सेवी संस्था की आड़ में आतंकी ट्रेनिंग सेंटर चला रहा है। सूत्रों की माने तो सिंध प्रांत के लगभग हर गांव में हाफिज सईद ने आतंकी केंद्र खोल रखे है।।कुछ स्थानों पर खैराती अस्पतालों की आड़ में आतंकी ट्रेनिंग सेंटर चला रहा है।।इन केंद्रों पर दस हज़ार से अधिक युवाओ को हथियार चलाने का प्रशिक्षण दिया जाता है।।ये शिविर वर्तमान में भी सुचारू चलाये जा रहे है।।

बाड़मेर मुंबई हमले का मुख्य आरोपी कुख्यात आंतकवादी हाफिज सईद पाकिस्तान में महफूज हैं। इन दिनों हाफिज पाकिस्तान के राजस्थान प्रान्त से साते सिंध प्रान्त के गाँवो में अपनी स्वयं सेवी संस्था फलह ए इंसानियत तंज़ीम के सेवा कार्यो का जायजा लेने के साथ लोगो को रहत पहुंचा रहा हैं। हाफिज को पाकिस्तान की खिफिया एजेंसी आई इस आई ने सिंध प्रान्त को हिन्दू मुक्त करने का टारगेट दे रखा हैं।

सीमा पर से मिली जानकारी के अनुसार हाफिज सईद का एन जी ओ चार वर्ष पूर्व सिंध प्रान्त में आए बाढ़ के समय सक्रीय हुआ था ,हाफिज के संस्था का मुखिया शफकत हुसैन अब्बासी और चेयरमैन अब्दुल गफ्फूर सिद्दीकी हैं ,इस संस्था द्वारा सिंध प्रान्त के ग्रामीण इलाको में चिकित्सा सेवा का कार्य किया जा रहा हैं ,संस्था द्वारा बड़ी संख्या में एम्बुलैंस सेवा आम लोगो के लिए उपलब्ध करा राखी हैं साथ ही एक खैराती अस्पताल भी खोल रखा हैं जिसमे आधुनिक चिकित्सा सुविधाए आम जान के लिए उपलब्ध हैं। चूँकि हाफिज सईद पर पाकिस्तान में किसी तरह का कोई प्रतिबन्ध नहीं हे ऐसे में वह खुले में आसानी से कहीं भी आ जा रहा हैं। अमूमन सिंध प्रान्त वह तीन माह के अंतराल के बाद आता रहता हैं। सूत्रों की माने तो हाफिज की संस्था आम लोगो के लिए सेवार्थ कार्य करने के साथ सरहदी क्षेत्रो में कट्टरपंथ का पाठ पद्धति हैं इसी के चलते कट्टरपंथियों के निशाने पर सिंध के हिन्दू परिवार आ गए ,इनसे परेशान हिन्दू परिवार थार एक्सप्रेस के जरिये पाकिस्तान से भारत पलायन कर रहे हैं। गत दो सालो में सिंध से करीब दस हज़ार से अधिक परिवार राजस्थान के विभिन जिलो में आकर बस चुके हैं।


सिंध प्रान्त के सिंधी मुस्लिम जिन्हे मुहाजिर मन जाता हे को मुस्लिम धर्म की मुख्य धरा में शामिल कर उन्हें कटटर पंथ की रह में रहा हैं हाफिज वाही सिंध के युवाओ को आंतकवादी प्रशिक्षण शिविरो में भी भेज रहा हैं। सूत्रानुसार हाफिज सईद की संस्था मीठी ,छाछरो ,सांगड ,बहावलपुर ,,नौकात, गड़रा सिटी ,खैरपुर ,नवाब सिटी ,जेकबाबाद ,लरकाना ,सक्कर ,दादु आदि जगहों पर संस्था की आड़ में आंतकी केम्प चलाने का काम  कर रहा हैं। सईद करींबी चार दिन से सिंध रहा पिछले दिनों,सामान्य लोगो की तरह आम जन के साथ घुल मिल रहा हैं।

गुरुवार, 3 जुलाई 2014

foto...खास खबर हाफ़िज़ सईद स्वयं सेवी संस्था के माध्यम से कट्टरपंथ का पाठ पढ़ा रहा हैं सिंध प्रान्त में








खास खबर कुख्यात आंतकवादी हाफिज सईद का एक और चेहरा ,सिंध के लोगो का हे रॉबिनहुड  ?


हाफ़िज़  स्वयं सेवी संस्था के माध्यम से कट्टरपंथ का पाठ पढ़ा रहा हैं सिंध प्रान्त में


बाड़मेर मुंबई हमले का मुख्य आरोपी कुख्यात आंतकवादी हाफिज सईद पाकिस्तान में महफूज हैं। इन दिनों हाफिज पाकिस्तान के राजस्थान प्रान्त से साते सिंध प्रान्त के गाँवो में अपनी स्वयं सेवी संस्था फलह ए इंसानियत तंज़ीम के सेवा कार्यो का जायजा लेने के साथ लोगो को रहत पहुंचा रहा हैं। हाफिज को पाकिस्तान की खिफिया एजेंसी आई इस आई ने सिंध प्रान्त को हिन्दू मुक्त करने का टारगेट दे रखा हैं।

सीमा पर से मिली जानकारी के अनुसार हाफिज सईद का एन जी ओ चार वर्ष पूर्व सिंध प्रान्त में आए बाढ़ के समय सक्रीय हुआ था ,हाफिज के संस्था का मुखिया शफकत हुसैन अब्बासी और चेयरमैन अब्दुल गफ्फूर सिद्दीकी हैं ,इस संस्था द्वारा सिंध प्रान्त के ग्रामीण इलाको में चिकित्सा सेवा का कार्य किया जा रहा हैं ,संस्था द्वारा बड़ी संख्या में एम्बुलैंस सेवा आम लोगो के लिए उपलब्ध करा राखी हैं साथ ही एक खैराती अस्पताल भी खोल रखा हैं जिसमे आधुनिक चिकित्सा सुविधाए आम जान के लिए उपलब्ध हैं। चूँकि हाफिज सईद पर पाकिस्तान में किसी तरह का कोई प्रतिबन्ध नहीं हे ऐसे में वह खुले में आसानी से कहीं भी आ जा रहा हैं। अमूमन सिंध प्रान्त वह तीन माह के अंतराल के बाद आता रहता हैं। सूत्रों की माने तो हाफिज की संस्था आम लोगो के लिए सेवार्थ कार्य करने के साथ सरहदी क्षेत्रो में कट्टरपंथ का पाठ पद्धति हैं इसी के चलते कट्टरपंथियों के निशाने पर सिंध के हिन्दू परिवार आ गए ,इनसे परेशान हिन्दू परिवार थार एक्सप्रेस के जरिये पाकिस्तान से भारत पलायन कर रहे हैं। गत दो सालो में सिंध से करीब दस हज़ार से अधिक परिवार राजस्थान के विभिन जिलो में आकर बस चुके हैं।


सिंध प्रान्त के सिंधी मुस्लिम जिन्हे मुहाजिर मन जाता हे को मुस्लिम धर्म की मुख्य धरा में शामिल कर उन्हें कटटर पंथ की रह में रहा हैं हाफिज वाही सिंध के युवाओ को आंतकवादी प्रशिक्षण शिविरो में भी भेज रहा हैं। सूत्रानुसार हाफिज सईद की संस्था मीठी ,छाछरो ,सांगड ,बहावलपुर ,,नौकात, गड़रा सिटी ,खैपुर ,नवाब सिटी ,जेकबाबाद ,लरकाना ,सक्कर ,दादु आदि जगहों पर काम कर रहा हैं। सईद करींबी चार दिन से सिंध हैं ,सामान्य लोगो की तरह आम जन के साथ घुल मिल रहा हैं। अपनी संस्था द्वारा उपलब्ध कराई जा रही राहत का जायजा ले रहा हैं ,सूत्रानुसार हाफिज सिंध के पश्चिमी सीमावर्ती गाँवो में पड़े भीषण अकाल के मदीनज़र राहत शिविर शुरू करने जा रहा हैं। सूत्रानुसार हाफिज की संस्था में कचरा संग्रह के दो बड़े ख़रीदे हैं।


सिंध प्रान्त में हाफिज खुले आम आंतकी गतिविधियों का हिस्सा नहीं बनते। परदे के पीछे रह कर अपनी कार्य योजना को समाज सेवा के माद्फ्ह्यम से अंजाम तक पहुँचाने का प्रयास में जूता हैं। हाफिज सईद संस्था के लिए पैसो का इंतज़ाम खुद करता हैं। बहरहाल सिंध प्रान्त में हाफिज का ठहराव होने से पश्चिमी सरहद पर चर्चा अवश्य हैं मगर हाफिज के कारन हाई अलर्ट की स्थति नहीं हैं। सीमा सुरक्षा बल के अधिकारियो का कहना हैं की सरहद पर सीमा सुरक्षा बल सदैव हाई अलर्ट रहता हैं। हाफिज के सिंध आने से हमारी सुरक्षा व्यवस्था पर कोई असर नहीं पडेगा ,