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शनिवार, 23 मई 2020

जैसलमेर ,कोरोना वारियर्स कोरोना पॉजिटिव मरीजों के उपचार में जुटे जांबाज़ चिकित्सक



जैसलमेर ,कोरोना वारियर्स

कोरोना पॉजिटिव मरीजों के उपचार में जुटे जांबाज़ चिकित्सक




जैसलमेर जहां जैसलमेर शहर में कोरोना अपने पांव पसार च ुका है। जहंा अभी तक की

मेडीकल वार्ड एंव आईसोलेसन वार्ड से लेकर सारी काॅल की जिम्म्म ेवारी जिला

चिकित्सालय के वरिष्ठ विषेषज्ञ औषध - डाॅ. रेंवतराम पंवार के कंधो पर थी। अभी तक

उन्होंन े अपन े काम को बखूबी अंजाम दिया है। जंहा 17 सालों की जंग में वे मेडिसिन

विभाग मे ं हर जगह अकेले ही हर कार्य को सम्भाल रहे है।

अपने आप में काबिल े - तारीफ है। व उनका काम साबित करता है कि प्रत्यक्ष को

प्रमाण की आवष्यकता नहीं होती।

वर्तमान में डाॅ. रेंवतराम पंवार द्वारा दिवसकालीन ड्यूटी में आईसोलसे न वार्ड

,म ेडीकल वार्ड, इमरजेन्सी काॅल एंव पाॅजिटिव कोरोना मरीज के ईलाज को बखूबी

सम्भाला जा रहा है।

कोरोना पाॅजिटिव मरीजो ं के ईलाज म ें ओर भी डाॅ. आगे आये है जिनमें डाॅ. रोहिताष

कुमार गुर्जर, डाॅ. राजकुमार लाखीवाल एंव डाॅ. भवानीषंकर परिहार मुख्य है।

वर्तमान मं डाॅ. रोहिताष कुमार गुर्जर(एम.डी. फिजिषियन) पुत्र रूडाराम ग ्राम े

पोस्ट- झाड़ली तहसील श्रीमाधोपुर, जिला - सीकर के द्वारा 6 घण्टे की दिवसकालीन

ड्यूटी के दौरान पाॅजिटिव मरीजो एंव आईसोलसन वार्ड  में भर्ती मरीजो के ईलाज की

जिम्मेदारी अपने कंधो पर ले रखी है। पाॅजिटिव मरीजो के राउण्ड के दौरान के उनके

ईलाज के अलावा उनको सायॅकोलोजिकल सर्पाेट दके र उनका मनोबल बढा रहे है।

डाॅ. रोहिताष कुमार गुर्जर ने अपनी एमबीबीएस की पढाई एसएमएस मेडिकल

काॅलेज जयपुर से एंव एमडी की पढाई आरएनटी मेडीकल काॅलेज उदयपुर से की है व

बताते है कि उनके पिता खेती का काम करते है और उनके दो सगे भाई डाक्ॅटर है ।

डाॅ. राजकुमार लाखीवाल (एमडी फिजिषियन) पुत्र सुरेष कुमार लाखीवाल

गांव/पोस्ट- मंउ तहसील- श्रीमाधोपुर जिला सीकर के द्वारा 12 घण्टे की रात्रिकालीन

ड्यूटी में आईसोलसन वार्ड  , पाॅजिटिव कोरोना मरीजों एंव मेडिसिन संबंधित काॅल भी

इनके द्वारा ली जा रही हैं। डाॅ. राजकुमार लाखीवाल बतात े है कि उन्होंन े अपनी

एमबीबीएस की पढाई ळव्टज् डम्क्प्ब्।स् ब्।स्स्।ळम् ए ज्ञव्ज्। एंव एमडी की पढाई एसपी मेडीकल

काॅलेज बीकानेर से की है।

डाॅ. रोहिताष कुमार एंव डाॅ. राजकुमार लाखीलवाल दोनों एमडी फिजिषियन के

रूप में विषेषतः कोरोना महामारी से निपटने के लिए सरकार द्वारा जैसलमरे में लगाये

गय े हे। यदि य े यहां रूककर अपनी सेवाएं देगें तो शायद कोरोना के आलावा मेडिसिन

क्षेत्र में भी लोगों को ईलाज में फायदा मिल सकेगा। ल ेकिन कोरोना के दौरान मरीजों

को इनकी सेवाओं का लाभ मिलना तय है।

डाॅ. भवानीषंकर परिहार पु़त्र तोगाराम गांव- काठोड़ा पोस्ट- रामा, जैसलमेर

जिले के रहने वाले है। डाॅ. भवानीषंकर परिहार चिकित्सालय में षिषु रोग विषेषज्ञ के

पद पर अपनी सेवाओं से मरीजों को लाभान्वित कर रहे है। लेकिन कोरोना पाॅजिटिव

बच्चों के ईलाज की जिम्मेदारी अपने कंधो पर ले रखी है वे काम के प्रति समर्पण एंव

सक्रियता से कार्य  को अंजाम दे रहे हे। कोरोना पाॅजिटिव बच्चो ं के अलावा कोरोना

महामारी के दौरान भी डाॅ. भवानीषंकर परिहार काम मं े पीछे नहीं हटे।

बच्चा वार्ड  एंव एफबीएनसी वार्ड में बच्चों के ईलाज एंव काॅल के अलावा संदिग्ध

मरीजों की स्क्रीनिंग में हिस्सा लेना एंव नाॅर्थ बंगाल से आय े 60 बीएसएफ जवानों की

रात ढाई बजे तक स्क्रीनिंग एव मेडिकल चेकअप करने मं े अपनी अमूल्य सेवाएं दी है ।

डाॅ. भवानीषंकर परिहार की धर्मपत्नी डाॅ. समता परिहार एक आय ुष डाॅक्टर जो कोरोना

महामारी के दौरान उनके साथ मरीजों से स्टे सेफ - स्टे होम की अपील कर रही है।





सोमवार, 18 मई 2020

कोरोना वारियर्स मुकेश वीरा,वीरा ने जेसलमेर पोकरण को कोरोना हब बनने से बचाया

कोरोना वारियर्स  मुकेश वीरा,वीरा ने जेसलमेर पोकरण को कोरोना हब बनने से बचाया
मुकेश वीरा

जैसलमेर एक शख्स ने जैसलमेर पोकरण को कोरोना संक्रमण का हब बनने से अपने इंटेलिजेंट दिमाग का इस्तेमाल कर रोक दिया अगर मुकेश वीरा ने अपना पुलिसिया दिमाग इस्तेमाल न किया होता तो पोकरण कोरोना के हब के रूप में होता।कोरोना कंट्रोलर मुकेश वीरा जेसलमेर पुलिस में साइबर सेल का मन्जा हुआ सिपाही है ।क्रिमिनल केसों में मुकेश बीरा ने सैकड़ो केस सॉल्व करवाने में मदद की।।करोना संक्रमण का पहला केस जब पोकरण में मिला तो पॉजिटिव मिले व्यक्ति की कोई ट्रेवल हिस्ट्री नही थी।।जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन के लिए यह पेचीदा मामला था कि पॉजिटिव मरीज आखिर संक्रमित हुआ कैसे।।इस चैन को ढूंढने  का कार्य जिला पुलिस अधीक्षक डॉ किरण कंग ने जेसलमेर पुलिस के साइबर सेल के होनहार मुख्य आरक्षी मुकेश बीरा को सौंपा।।मुकेश वीरा ने पोकरण में रहकर 24 घण्टे में सनक्रमित व्यक्ति संपर्क ढूंढ निकाला।।मौलवी हुई के रूप में।मौलवो हुई की ट्रेवल हिस्ट्री निकाल मुकेश वीरा ने सबको चोंका दिया।जिला कलेक्टर नमित मेहता और पुलिस अधीक्षक डॉ किरण कंग सिंद्धु ने भी वीरा की इंटेलीजेंसी का लोहा मांन लिया।।वीरा के कारण ट्रेस हुए मौलवी हुई को समय पर कवरेन्टीन करने से सैकड़ो लोग उसके संपर्क में आने  से बच गए हुई समय पर कवरेन्टीन हो गया।।  मौलवी हुई कि रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद उसके द्वारा भ्रमण किये गोमट,उज्जला और थाट में जाकर कॉन्टेक्ट हिस्ट्री निकाल ली।मौलवी  के सम्पर्क में जो आया उन्हें प्रशाससन ने आइसोलेट कर दिया।।जिससे संक्रमण का फैलाव नहीं हो पाया ,क्राइम कंट्रोलर मुकेश वीरा कोरोना कंट्रोलर उभर कर सामने आये ,कोरोना संक्रमण काल और लॉक डाउन के दौरान मुकेश वीरा ने जो हौसला ,जज्बा और कर्तव्यनिष्ठा दिखाई जैसलमेर वासी नतमस्तक हैं ,कोरोना संबंधित जितने पॉजिटिव केस आये उनकी ट्रेवल और कांटेक्ट हिस्ट्री खंगालने की जिम्मेदारी वीरा के पास हैं,वीरा अपना काम बखूबी कर रहे हैं जिसके चलते वो अपने अधिकारियो और जैसलमेर वासियो के चहेते हैं ,सायबर क्राइम के केसों के खुलासे में भी उनका अहम योगदान रहता हैं ,

शुक्रवार, 15 मई 2020

जैसलमेर कोरोना वारियर्स कपिल महेचा आइसोलेसन और कोरोना आई सी यु में ड्यूटी कर दोहरी जिम्मेदारी का निर्वहन

 जैसलमेर कोरोना वारियर्स कपिल महेचा आइसोलेसन और कोरोना आई सी यु में ड्यूटी कर दोहरी जिम्मेदारी का निर्वहन 

कपिल मेहचा

जैसलमेर वैश्विक कोरोना माहमारी के चलते प्रदेश के हाईरिस्क जिला जैसलमेर में कोरोना वॉरियर्स के रूप में नर्सिंगकर्मी  कपिल मेहचा जिला चिकित्सालय जैसलमेर में कोरोना को हराने के लिए कर्मवीर पूर्णरूप से तत्पर है । पिछले चार महीनों से बिना रुके बिना थके कोरोना योद्धा  के रूप में जिले से बाहर से आने वालों सभी लोगो की स्क्रीनिंग व सैंपलिंग जैसे  रेपिड रेस्पॉन्स टीम स्क्रीनिंग,सैंपलिंग ,टीमो के साथ साथ मोनिटरिंग का कार्य बेखूबी से करते है ।कपिल महेचा जिले के प्रथम नर्सिंगकर्मी हे जीने योग्यता और सेवाभाव के कारन आइसोलेसन वार्ड के साथ साथ सबसे महत्वपूर्ण कोरोना आई सी यु वार्ड की जिम्मेदारी दे राखी हैं ,चिकित्सक और मरीज के बीच सेतु का कार्य करने वाले कपिल प्रतिदिन रेंडम छह घंटे की बजाय दो घंटे अतिरिक्त ड्यूटी करते हैं ,आइसोलेसन वार्ड में आने वाले मरीजों

   कोरोना संक्रमण से आमजन को  सुरक्षित रखने के लिए कोरोना वारियर्स की प्रथम पंक्ति में हमारे नर्सिंगकर्मी मजबूती से खड़े हैं ,सेवा और समर्पण भाव से चिकित्सक और मरीज के बीच सेतु का काम करने वाले नर्सिंग कर्मी सेवा का सच्चा आइना हैं ,आज देश संकटकाल से गुजर रहा हे तो लाखो की तादाद में नर्सिंग कर्मी कोरोना संक्रमितों के सर्वे ,स्क्रीनिंग ,सेम्पलिंग से लेकर आइसोलेसन केयर टेकर के रूप में असामान्य सेवाए दे रहे हैं ,जिंदगी को दांव पे लगा ये हर दिन मौत से टकराते हैं ,इन्हे पता हे की कोरोना संक्रमितों की सेवा से उनकी और उनके परिवार की जिंदगी खतरे में हे फिर भी अपने फर्ज को निजी हितों पर हावी होने नहीं देते ,जैसलमेर के जवाहर चिकित्सालय में कार्यरत ऐसे कर्मठ ,निष्ठावान ,सेवाभावी और समर्पित नर्सिंग कर्मी कपिल महेचा से रूबरू करवाते हैं ,जो आइसोलेसन वार्ड  और कोरोना आई सी यु में दोहरी जिम्मेदारी निभा रहे हैं , 

कोरोना संक्रमण के शुरूआती दौर से नर्स ग्रेड द्वितीय कपिल महेचा आइसोलेसन वार्ड में नियमित सेवाए दे रहे हैं ,पिछले दो माह से कपिल महेचा छह घंटे नियमति ड्यूटी अलावा दो घंटे अतिरिक्त सेवा के लिए देते हैं ,आइसोलेसन वार्ड में भर्ती कोरोना  संदिग्धों की नियमित देखभाल के साथ उनके सेम्पलिंग ,स्क्रीनिंग ,मेडिसन देना आदि के कार्य इनके जिम्मे रहते हैं ,आइसोलेसन वार्ड में  स्थाई ड्यूटी कपिल महेचा की योग्यता ,निष्ठां ,लगन और दक्षता की कहानी खुद ब्यान कर रही हैं ,कोरोना आई सी यु में कपिल महेचा फ्रंट लाइन में तीसरी मर्तबा ड्यूटी को सौभाग्य मानते हैं , निष्ठा और कर्तव्य  परायणता के चलते उन्हें सेवा का मौका मिल  रहा हैं ,कपिल निरंतर आइसोलेसन  आई सी यु में ड्यूटी देने वाले प्रथम नर्सिंगकर्मी हैं ,जैसलमेर जिला मुख्यालय पर इनका आवास होने के बावजूद ये घर नहीं जाते  ,संक्रमण की आशंका के चलते इन्होने अपने लिए अलग से व्यवस्था का रखी हैं ,

मंगलवार, 12 मई 2020

जैसलमेर सेवा और समर्पण भाव का प्रतिक हे नर्सिंग कर्मी कोरोना संक्रमण से जुंझ रहे हे हमारे नर्सिंग कर्मी ,24 घंटे सेवा में तत्पर

 जैसलमेर  सेवा और समर्पण भाव का प्रतिक हे नर्सिंग कर्मी

कोरोना संक्रमण से जुंझ रहे हे हमारे नर्सिंग कर्मी ,24 घंटे सेवा में तत्पर











जैसलमेर कोरोना संक्रमण से आमजन को  सुरक्षित रखने के लिए कोरोना वारियर्स की प्रथम पंक्ति में हमारे नर्सिंगकर्मी मजबूती से खड़े हैं ,सेवा और समर्पण भाव से चिकित्सक और मरीज के बीच सेतु का काम करने वाले नर्सिंग कर्मी सेवा का सच्चा आइना हैं ,आज देश संकटकाल से गुजर रहा हे तो लाखो की तादाद में नर्सिंग कर्मी कोरोना संक्रमितों के सर्वे ,स्क्रीनिंग ,सेम्पलिंग से लेकर आइसोलेसन केयर टेकर के रूप में असामान्य सेवाए दे रहे हैं ,जिंदगी को दांव पे लगा ये हर दिन मौत से टकराते हैं ,इन्हे पता हे की कोरोना संक्रमितों की सेवा से उनकी और उनके परिवार की जिंदगी खतरे में हे फिर भी अपने फर्ज को निजी हितों पर हावी होने नहीं देते ,जैसलमेर के जवाहर चिकित्सालय में कार्यरत ऐसे कर्मठ ,निष्ठावान ,सेवाभावी और समर्पित नर्सिंग कर्मियों से रूबरू करवाते हैं ,जो आइसोलेसन ,कैंसर वार्ड और ऑपरेशन थियेटर में ड्यूटी कर अपना कर्तव्य निभा रहे ,हैं।

कपिल महेचा

कोरोना संक्रमण के शुरूआती दौर से नर्स ग्रेड द्वितीय कपिल महेचा आइसोलेसन वार्ड में नियमित सेवाए दे रहे हैं ,पिछले दो माह से कपिल महेचा छह घंटे नियमति ड्यूटी अलावा दो घंटे अतिरिक्त सेवा के लिए देते हैं ,आइसोलेसन वार्ड में भर्ती कोरोना  संदिग्धों की नियमित देखभाल के साथ उनके सेम्पलिंग ,स्क्रीनिंग ,मेडिसन देना आदि के कार्य इनके जिम्मे रहते हैं ,आइसोलेसन वार्ड में  स्थाई ड्यूटी कपिल महेचा की योग्यता ,निष्ठां ,लगन और दक्षता की कहानी खुद ब्यान कर रही हैं ,कोरोना आई सी यु में  कपिल महेचा फ्रंट लाइन में तीसरी मर्तबा ड्यूटी को   सौभाग्य मानते हैं , निष्ठा और कर्तव्य  परायणता के चलते उन्हें सेवा का मौका मिल  रहा हैं ,






विक्रम सिंह भाटी 

-नर्स ग्रेड द्वितीय विक्रम सिंह भाटी भी कपिल महेचा की तरह आइसोलेसन और कोरोना आई सी यु वार्ड में पिछले दो माह से लगातार अपनी ड्यूटी दे रहे हैं,कोरोना संक्रमण काल में नियमित रूप से आइसोलेसन और आई सी यु वार्ड में छह छह घंटे  हैं , इसी तरह आइसोलेसन वार्ड में रहकर मरीजों की चौथ सिंह भाटी,विजेंद्र सिंह राहड़ ,मुकेश दैया दिलीप कुमार ,सभी कोरोना के खिलाफ देश की जंग के भागीदार बने हैं





पूनम कुमारी - 

पिछले लम्बे समय से ऑपरेशन थियेटर में अपना कर्तव्य निभा रही पूनम की सेवा और समर्पण को जेसलमेरवासी भली भांति जानते हैं ,अपने कर्तव्य के प्रति निष्ठावान पूनम कोई कई मर्तबा ऑपरेशन थियेटर में चौबीस घंटे काम करना होता हैं ,लगातार ऑपरेशन  होने से पूनम को सेवार्थ थियेटर में ही रहना होता हैं। कोरोना काल में समय और परिस्थिति को देखते हुए उन्होंने अपने आठ वर्षीय पुत्र हनी को ननिहाल झुंझुनू भेज दिया ,ताकि इस संकटकाल में परिवार फर्ज के बीच न आये ,

स्वेता सिन्ड्रोला -

परिचारिका के रूप में अपनी सेवाएं देने वाली स्वेता सिंड्रेला को कोरोना वायरस आइसोलेसन वार्ड में नियुक्त कर रखा हैं ,आइसोलेसन वार्ड में स्वेता बिना डरे ,सहमे अपना कर्तव्य निभा रही रही हैं , सेवा और समर्पण के चलते स्वेता को आईसोलेशन वार्ड की जिम्मेदारी दी हैं

हरीश जांगिड़


नर्स ग्रेड द्वितीय हरीश जांगिड़ पिछले सत्रह सालो से जवाहर चिकित्सालय में अपनी निरंतर सेवाएं दे रहे हैं ,पिछले चार सालो से जांगिड़ कैंसर वार्ड में अपनी सेवाएं दे रहे हैं ,जैसलमेर का कैंसर वार्ड बेहतरीन हैं ,जंहा डॉ वर्मा के साथ जांगिड़ कैंसर रोगियों की सेवा में जुटे हैं ,अभी कोरोना काल में आईसोलेशन वार्ड में  कर्तव्य का निर्वहन कर रहे हैं ,

बाड़मेर, कोरोना वारियर्स टाइगर के नेतृत्व में प्रभावी भूमिका में बाड़मेर पुलिस सरहद पर खाकी चाक चौबंद ,कोरोना की किलेबंदी में जुटे खाकी के जांबाज़


 बाड़मेर, कोरोना वारियर्स टाइगर के नेतृत्व में प्रभावी भूमिका में बाड़मेर पुलिस ,
सरहद पर खाकी चाक चौबंद ,कोरोना की किलेबंदी में जुटे खाकी के जांबाज़

चंदन सिंह भाटी 

बाड़मेर सीमावर्ती बाड़मेर कोरोना संक्रमण से लम्बे समय मुक्त रहा,अंततः बहरी जिलों और राज्यों से प्रवेश हुआ ,इसके बावजूद शहरी क्षेत्र के आलावा निन्यानवे फीसदी लोग कोरोना संक्रमण के दायरे से मुक्त हैं तो इसके पीछे हमारे पुलिस विभाग के कर्तव्यनिष्ठ ,लगन ,हौसला और ज़ज़्बा हैं ,पुलिस अधीक्षक आनंद शर्मा के नेतृत्व में पुलिस के मंझे हुए अधिकारी अपना दायित्व न केवल बखूबी निभा रहे बल्कि आम जन में पुलिस के प्रति विश्वास पैदा करने में भी सफल रहे ,बारमेर जिले में कोरोना की तालेबंदी करने वाले इन पुलिस अधिकारियो के त्याग और कर्तव्य परायणता को नहीं भुला जा सकता ,सर्दी के मौसम में शुरू हुई कोरोना के खिलाफ जंग भीषण गर्मी के दौर में पहुंच चुकी हे इसके बावजूद बारमेर पुलिस के जांबाज़ योद्धा बाड़मेर की जनता को सुरक्षित रखने में जुटे हैं ,आइये आपको रूबरू करवाते  साहसिक अधिकारीयों से ,


आनंद शर्मा
आनंद शर्मा आईपीएस पुलिस अधीक्षक बाड़मेर

कानून व्यवस्था के साथ प्रवासियांे की आवाजाही की चुनौती



आम जन के लिए आशा की किरण बन कर कोरोना संकट काल में आये ,शर्मा पुलिस महकमे में ब्रिलिएंट अधिकारी के रूप में जाने जाते हैं ,बांसवाड़ा ,झालावाड़ ,पाली के बाद  ब बाड़मेर में पुलिस अधीक्षक की जिम्मेदारी बेहतरीन तरीके से निभा रहे ,मार्च के पहले हफ्ते में अपना पदभार  के साथ उन्होंने बाड़मेर की लचर कानून व्यवस्था को सुधरने  बाड़मेर की जनता में पुलिस  खोया विश्वास पाने के इरादे जाहिर कर दिए थे ,कोरोना वायरस से  लगाए गए लॉक डाउन की पालना करने ,लोगो में समझाई ,मास्क की अनिवार्यता की पालना ,के साथ  व्यवस्था बनाये रखना अहम् जिम्मेदारी थी जिसे उन्होंने अपनी मजबूत टीम के  बखूबी निभाया ,आनद शर्मा की असली परीक्षा  साठ हजार प्रवासियों को जिले में शांतिपूर्वक प्रवेश दिलाने की थी ,प्रवासियों की १३ नाको पे जांच  ,उनका होम आइसोलेसन ,कोरोना संक्रमित क्षेत्रो में कर्फ्यू की पालना जैसे अहम कार्य उनके हिस्से रहे जिन्हे आनंद शर्मा से निष्ठां ,लग्न और हौसलों के साथ पूरा किया ,कोरोना योद्धा के रूप में  पुलिस विभाग के जांबाज़ कार्मिको और अधिकारियो ने आपके नेतृत्व में न केवल बेहतरीन कार्य किया बल्कि लोगो का खोया विश्वास भी हासिल किया ,मार्च में पदभार गृहण  के बाद से लगातार वर्दी में अपने कर्तव्य को अंजाम दे रहे हैं ,

खींव सिंह भाटी आर पी एस अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक
खींव सिंह भाटी 

कोरोना से जंग,हर मोर्चे पर रहते है तैनात।

दो बार राष्ट्रपति पुरस्कार और ढाई सौ से अधिक विभागीय सम्मान पाने वाले जांबाज़ अधिकारी खींव सिंह भाटी पुलिस महकमे में एक इतिहास के रूप में जाने जाते हैं ,बहादुरी ,और जांबाज़ी उनके नस नस में हैं , दीगर हे की सेवानिवृति के एक माह पहले तक अपने कर्त्यव्य को निष्ठापूर्वक  अंजाम दे रहे ,हैं बाड़मेर जिले में लॉक डाउन की पालना ,आमजन में घरों में रहने की समझाईस ,कानून व्यवस्था बनाये रखने ,के साथ अपने अधीनस्थ जवानो की नियमित हौसला अफ़ज़ाई ,होम आईसोलेट किये संदिग्धों की देखरेख ,कर्फ्यूग्रस्त क्षेत्रो में माकूल व्यवस्थाएं ,इन सबसे अलग उन्होंने साठ हजार  जिले में प्रवेश को चुनौतीपूर्ण कार्य माना था ,ये दीगर हे की  अट्ठाईस हजार प्रवासी बाड़मेर आ चुके हैं ,आमजन में खींव सिंह भाटी का खासा प्रभाव्  हे उनके द्वारा आमजन को अपील करते ऑडियो खूब वायरल हुए ,सबसे बड़ी बात की उनकी बात लोगो को अपील करती हैं ,शहर में लॉक डाउन की पलना में गस्त के दौरान खुद मोटर बाइक पे गस्त करते हैं ,मृदुभाषी ,सहज और सरल व्यव्हार के धनी  भाटी ने कोरोना संक्रमणकाल में बाड़मेर वासियो का दिल जीता निसंदेह ,उच्च अधिकारी भाटी की कार्यशैली के न केवल कायल हे बल्कि उन पर भरोसा करते हैं ,भाटी उन पर खरा उतारते हे क्यूंकि वो चुनोतियो से निपटना जानते हैं

डॉ अजय सिंह
डॉ अजय सिंह आईपीएस
33 हजार से अधिक प्रवासियों को सरहद से प्रवेश की जिम्मेदारी

कोरोना संक्रमण और  लॉक डाउन अवधि में राज्य सरकार द्वारा प्रवासियों को जिलो में आने की स्वीकृति देने के साथ बाडमेर में 33 हजार और ,जालोर जिलो में हजारों की तादाद में प्रवासी प्रवेश कर चुके है। प्रवासियों के सुरक्षित प्रवेश ,और कानून व्यवस्था के लिए राज्य सरकार द्वारा बाडमेर जालोर सरहद पर आईपीएस डॉ अजय सिंह को नियुक्त किया है।।डॉ अजय सिंह करीब पंद्रह दिनों से दिन रात नाकों पर प्रवासियों के प्रवेश,उनकी स्क्रीनिंग,मेडिकल जांच,उनका होम आइसोलेशन सहित उनकी समस्याओं को ततपरता से निपटाने में लगे हुए है।।आने वाले प्रवासी रेड जोन क्षेत्र महाराष्ट्र और गुजरात से आ रहे है ऐसे में प्रवासियों के साथ कार्य संपादित कर अपनी जान की परवाह किये बिना डॉ अजय सिंह जांबाजी और निष्ठा के साथ अपने को दी जिम्मेदारी का निर्वहन कर रहे है।।अजय सिंह बाडमेर और जालोर दोनो जिलो की सीमाओं पर अपनी चौकस निगाहों से प्रवासियों की सेवा में जुटे है। अजय सिंह ने बताया कि राज्य सरकार ने प्रवासियों की जिम्मेदारी दी है।।सेवा का मौका मिला है।।नाकों पर 24 घण्टे रहना पड़ता है।।प्रवासीयो का आवागमन दिन रात चलता है।।अलबत्ता मौका मिलता है तो थोड़ी नींद ले लेते है।।अभी तक बाडमेर में करीब पच्चीस हजार से अधिक प्रवासियों को प्रवेश करवा चुके है।।कोरोना के साथ जंग में आईपीएस डॉ अजय सिंह अहम भूमिका निभा रहे है।अक्सर देख रहे है राज्य के अन्य अन्तर्राज्यो के नाकों पर   प्रवासी हंगामा कर रहे है मगर बाडमेर जालोर नाकों पर अमूमन शांति पूर्वक प्रवेश हो रहा है।।अजय सिंह जैसे निडर,निष्ठावान,कर्तव्य परायण अधिकारी ने सुरक्षा की डोर अपने हाथों में ले रखी है मतलब बाडमेर मज़बूत और सुरक्षित हैं

 पुष्पेंद्र सिंह आढा पुलिस उप अधीक्षक बाडमेर

लॉक डाउन की सख्ती से पालना
पुष्पेंद्र सिंह आढा 

कोरोना संक्रमण से सुरक्षा और लॉक डाउन की पालना कराने में पुलिस महकमे के एक किरदार ने बड़ी भूमिका निभाई।।यह किरदार पुलिस उप अधीक्षक के रूप में कार्यरत पुष्पेंद्र सिंह आढा है।।पुष्पेंद्र सिंह ने 21 मार्च से मोर्चा संभाल दिया।।तब से लेकर अब तक निरंतर बाडमेर में कानून व्यवस्था को लेकर सजग रहे।।लॉक डाउन की पालना में आमजन को समझाईस हो या आमजन की मदद।।हर तरफ से सकारात्मक रुख के साथ लोगो की सेवा को ध्येय बनाया।।पुष्पेंद्र सिंह पुलिस सेवा के अनुभवी अधिकारी है।कोरोना संकटकाल में उन्होंने अपने अनुभव ,मृदुभाषी शैली,कर्तव्य निष्ठा,लगन और जांबाजी के साथ अपने दायित्व को निभाया।।बाडमेर रेंज की कमान आपके हाथ मे थी।जिला मुख्यालय पर लॉक डाउन की पालना के साथ अवैध वाहनों पर कार्यवाही,बिना मास्क घूमने,वालो पर कार्यवाही।चौबीस घण्टे की ड्यूटी।।इमरजेंसी में रात्रि को भी वर्दी पहने निकल पड़ते है।।तीन महीने से लगातार जन सेवा में जुटे पुष्पेंद्र सिंह निसंदेह एक कोरोना वारियर्स के रूप में लोगो की पहली पसंद बन उभरे।।



रविवार, 3 मई 2020

कोरोना वारियर्स बाड़मेर दी रियल हीरो नीरज मिश्रा ,हरफनमौला अधिकारी की सक्रियता के कायल हे बाड़मेर के लोग

कोरोना वारियर्स बाड़मेर 

दी रियल हीरो नीरज मिश्रा ,हरफनमौला अधिकारी की सक्रियता के कायल हे बाड़मेर के लोग   

बाड़मेर कोरोना संक्रमण से अब बचाना बड़ी चुनौती मानते हे मिश्रा ,दिव्यांता को कर्तव्य के आड़े नहीं आने देते    

दी रियल हीरो नीरज मिश्रा

बाड़मेर कोरोना संक्रमण को रोकने और लॉक डाउन की पालना के साथ जिला मुख्यालय पर कानून व्यवस्था को सँभालने में बाड़मेर में हरफनमौला आर ए एस अधिकारी नीरज मिश्रा की कर्तव्य परायणता ,निष्ठां ,लगन और ज़ज़्बे के बाड़मेर वासी कायल हो गए ,मिश्रा गत तीन  सालो से बाड़मेर उप खंड अधिकारी पद पर कार्य कर रहे सहज ,सरल कुशल प्रशासक के रूप में अपनी खास पहचान बना चुके हैं ,मिश्रा पिछले डेढ़ माह से कोरोना संक्रमण से आमजन को सुरक्षित रखने और लॉक डाउन की कड़ाई से पालना कराने में अपनी महत्ती भूमिका निभा रहे हैं ,मिश्रा के पास जिला कलेक्टर द्वारा निर्धारित कई जिम्मेदारियां हैं,कोरोना संक्रमण काल के प्रारम्भ में  क्वारेंटेन केन्द्रो ,आइसोलेसन वार्डो ,की व्यवस्था करना महत्वपूर्ण जिम्मेदारी उन्हें दी गयी ,जिसको बखूबी निभाकर समय पर आइसोलेसन वार्ड और क्वरेन्टेन केन्द्रो की स्थापना कर ली ,साथ ही कोरोना का हौव्वा होते हे बाड़मेर पहला जिला मुख्यालय था जंहा  पूरा शहर सेनेटाइज हुआ ,शहरी और  ग्रामीण क्षेत्रों में  मिश्रा की सक्रियता से सेनेटाइज पूरा किया ,मिश्रा ने बेहतरीन प्रबंधन का परिचय देकर जरुरतमंदो और आर्थिक रूप से कमज़ोर परिवारों के लिए खाद्य सामग्री और भोजन की व्यवस्था सलीके से करवाकर लोगो को बड़ी  प्रदान कर रहे हैं ,अमूमन ऐसे संकटकाल में जिला प्रशासन के प्रबंधन की परीक्षा होती हैं ,कोरोना के शुरूआती दौर में तत्कालीन जिला कलेक्टर अंशदीप ने अपने विश्वस्त अधिकारियो के साथ जो व्यू रचना बनाई थी उसके नीरज मिश्रा अहम किरदार रहे हैं ,इस वक़्त प्रवासियों ,श्रमिकों ,छात्रों को वापस लाने और बाहरी श्रमिकों को भेजने की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी  ,इन सबके लिए परमिशन देने का कार्य मिश्रा को सौंप रखा ,हैं इस कार्य ने मिश्रा की नींद उड़ा रखी हैं ,परमिशन लेने वालो की लम्बी कतरो के साथ सिफारिसो के आने वाले टेलीफोन कॉल  परेशानी बढ़ा दी ,मिश्रा ने बताया की दिन रात फोन की घंटिया बजती  रहती हैं ,जिनको परमिशन लेनी हे उनके लिए सिफारशी फोन  श्रमिक परमिशन लेके रवाना हुए उन्हें रास्तों में दिक्कत आ जाए तो सीधे फोन करते हैं ,रात भर फोन कॉल के चलते कई दिनों से सो नहीं पाए ,सबसे बड़ी दिक्कत जिले में कार्यरत कंपनियों में नियुक्त श्रमिकों की समस्याओ के समाधान की ,श्रमिकों द्वारा भुगतान ,भोजन ,आवास और अन्य सुविधाएं कंपनियों द्वारा उपलब्ध न कराने पर शिकायते की जा रही हे इन समस्याओ के समाधान में बड़ी  दिक्कतें आई मगर हमने टीम भावना से यह  दिखाया ,मिश्रा सुलझे हुए अधिकारी हैं ,पिछले तीन माह से परिवार से दूर हैं,उनका घर कोई ज्यादा दूर नहीं हैं महज दो सौ किलोमीटर दूर जोधपुर में ही हैं मगर कर्तव्य परायणा के चलते वो घर जाने की बजाय सेवा में लगे हैं ,

इस संकटकाल का हमने डटकर मुकाबला किया , किसी तरह की रियायतें नहीं , निष्ठा के साथ अपना कार्य कर रहे हैं यही वजह से की बाड़मेर कोरोना की भयावहता से सुरक्षित हैं ,प्रशासन आमजन को सुरक्षित रखने के लिए अपना सौ फीसदी से ज्यादा योगदान दे रहे हैं ,निजी समस्याएं आती हैं मगर इस वक़्त समस्याओ के लिए कोई जगह नहीं हैं ,राज धर्म निभाना प्राथमिकता हैं ,मेरा देश सुरक्षित रहे ,हजारो की तादाद में प्रवासियों के आने के बाद बाड़मेर को कोरोना संक्रमण से सुरक्षित रखना चुनौती हैं ,नीरज मिश्रा ,उप खंड अधिकारी बाड़मेर 

शनिवार, 2 मई 2020

जैसलमेर*कोरोना वारियर्स पति सुरक्षा तो पत्नी स्वास्थ्य मोर्चे पर कोरोना से लड़ रही जंग

जैसलमेर*कोरोना वारियर्स पति सुरक्षा तो पत्नी स्वास्थ्य मोर्चे पर कोरोना से लड़ रही जंग
फोटो। . देवकिशन जीनगरसुषमा जीनगर 

जैसलमेर कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए देश का हर व्यक्ति जुटा  हैं ,कोरोना वारियर्स अपने फर्ज को  निष्ठां और लग्न के साथ घर परिवार और बच्चो से दूर रह  निभा रहे हैं ,कहीं परिवार के दस तो कही चार  जंग में जुड़े हैं ,जैसलमेर जिले के फलसुंड थानाधिकारी देवकिशन  जीनगर और उनकी पत्नी फलौदी जोधपुर में आईसोलेशन वार्ड में अपनी सेवाएं देकर कर्तव्य पालन कर रहे हैं ,पिछले डेढ़ महीने से ये लोग अपने अपने क्षेत्रो में अपनी जिम्मेदारियां घर परिवार से दूर रह कर निभा रहे हैं ,बाड़मेर जिले के मूल निवासी देव  किशन जीनगर पुलिस निरीक्षक हे इन्हे फलसुंड थाने  की जिम्मेदारी हैं ,फलसुंड तीन जिलों को जोड़ने वाला केंद्रीय कस्बा हैं ,यहाँ पुलिस की हार्ड ड्यूटी रहती हैं। चौबीस घंटे अलर्ट,न खाने की सुध न पीने की ,इसके बावजूद इनके जज्बे में कोई कमी नहीं हैं ,देव किशन की पत्नी फलोदी जी एन एम् हैं इनके पास कोरोना संदिग्धों की स्क्रीनिंग और आइसोलेसन वार्ड की जिम्मेदारी हैं जिसे बखूबी निभा रही हैं ,पति पत्नी दोनों कोरोना वारियर्स की अग्रिम पंक्ति में अपना योगदान पूर्ण निष्ठां और लगन के साथ दे रहे हैं ,पिछले दो माह से  पति पत्नी अपने अपने क्षेत्रो में राजधर्म निभा रहे हैं ,

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मंगलवार, 28 अप्रैल 2020

कोरोना वारियर्स* जैसलमेर *कोरोना जंग का सबसे महत्वपूर्व किरदार,डेढ़ माह से आइसोलेशन वार्ड में निभा रहे 24 घण्टे अपना कर्तव्य*

कोरोना वारियर्स*

जैसलमेर   *कोरोना जंग का सबसे महत्वपूर्व किरदार,डेढ़ माह से आइसोलेशन वार्ड में
निभा  रहे 24 घण्टे अपना कर्तव्य*

*डॉ रेवन्त राम पंवार,न घर ,न बच्चे सिर्फ आइसोलेट मरीजों की सेवा कर
अपना धर्म निभा रहे*
डॉ रेवन्त राम पंवार

*जैसलमेर 

धरती का भगवान चिकित्सक को यूंही नही कहा जाता।।आम आदमी का
विश्वास और आस्था जुड़ी होती है चिकित्सक के प्रति।।जेसलमेर में ऐसा
किरदार सामने आया जो 10 मार्च से आइसोलेशन वार्ड में अपनी ड्यूटी बिना
किसी थकावट के कर रहे है।।फिजिशियन डॉ रेवन्त राम पंवार।।।पंवार जेसलमेर
के एकमात्र फिजिशियन है जिन पर जनता भरोसा करती है।इस बार कोरोना संक्रमण
काल मे डॉ पंवार असली नायक के रूप में उभर कर सामने आए है।हालांकि जवाहर
चिकित्सालय में और भी चिकित्सक है मगर कोरोना जंग में डॉ पंवार ने जिस
तरह जंग लड़ी वो काबिले तारीफ है।यहां तक कि उनके विरोधी भी उनकी मरीजों
के प्रति निष्ठा,लग्न और कर्तव्य परायणता को नमन करते नजर आते
है।।राजस्थान में इटली के नागरिक का जब पहला केस सामने आया और उनकी
ट्रेवल हिस्ट्री में जेसलमेर का नाम भी शुमार था।।उसी दिन चिकित्सा विभाग
और जिला प्रशासन अलर्ट हुआ।।पहला कार्य आइसोलेशन वार्ड की व्यवस्था।।इटली
के नागरिक और उनके ग्रुप के संपर्क में आये लोगो को प्रथम बार आइसोलेट
किया।उसी दिन से डॉ पंवार की सेवाएं इसी वार्ड में शुरू होती है।।कार्य
की गंभीरता को देखते हुए उन्होंने अपने परिवार को गांव भेज दिया।।ताकि
उनके कर्तव्य की राह में कोई बाधा न हो ।

16 घंटे लगातार बिना पानी पिये, बिना टॉयलेट जाए, प्लास्टिक का PPE किट
पहने बिना AC के गर्मी में (AC नहीं चलते क्योंकि कोरोना फैल सकता है) N
95 मास्क लगाए जिसमें सांस लेने में भी दिक्कत होती है, जब डॉक्टर अपनी
ड्यूटी पूरी करके पी पी ई किट उतारता है तक एक चिकित्सक और
स्वास्थ्यकर्मियों की क्या हालत होती होगी यह हम जान सकते है।।ऊपर से
इंफेक्शन का खतरा हर तरफ होता है, अगर सामने वाला मामूली जुकाम में भी
छींक दे , डॉक्टर के तो सब तरफ कोरोना के मरीज होते हैं, उनके मुँह से
सैंपल लेने होते हैं,अपनी जिन्दगि दांव पे लगा के दुस्सरो को जिंदगी देने
के कारण ही डॉ को धरती का भगवान कहते है।जैसलमेर में पिछले डेढ़ माह से
जवाहर चिकित्सालय के वरिष्ठ फिजिशियन डॉ रेवंतराम पंवार ऐसे ही आईसोलेसन
वार्ड में अपनी सेवाएं दे रहे है।।डॉ रेवंतराम अब तक आइसोलेशन वार्ड में
करीब तीन  सौ से अधिक संदिग्द मरीजों के सेम्पल लेने से लेकर उनकी
देखभाल और उपचार कर चुके है अभी भी प्रतिदिन संदिग्धो की जांच का जिम्मा
उनके पास है।।

18 सालों से जेसलमेर की सेवा में,कोई चिकित्सक यहां रहना नही चाहते

*डॉ पंवार की पहली पोस्टिंग वर्ष 2000 में जालोर जिले में हुई।उसके बाद
2003 से डॉ पंवार लगातार जेसलमेर के जवाहर चिकित्सालय में अपनी सेवाएं दे
रहे है।।जबकि जेसलमेर कोई भी चिकित्सक टिकता नही।।अस्पताल चिकित्सको की
कमी से झुंझ रहा था उस दौर में डॉ पंवार ने कमान संभाली।।18 सालों से
अपनी सेवाएं देकर  लोगो का दिल जीत लिया।।

डॉ रेवंतराम पंवार  जवाहर  अस्पताल के सबसे अनुभवी चिकित्सक हे ,कोरोना
संक्रमण को रोकने के लिए उनका योगदान अतुल्य ,जिस तरह वो सेवाएं दिन रत
दे रहे हैं, मुश्किल होता हैं ,मगर डॉ पंवार ने अपनी जिम्मेदारी बखूबी
निभाई हैं ,उनकी सेवाओं के कारन  जैसलमेर कोरोना मुक्त हैं ,बी एल बुनकर
, चिकित्सा अधिकारी ,जवाहर अस्पताल जैसलमेर

शनिवार, 25 अप्रैल 2020

कोरोना वारियर्स *बाडमेर प्रशासनिक मोर्चे पर कोरोना से जंग लड़ रहे सब कुछ भुलाकर युवा आर ए एस रतनू*


कोरोना वारियर्स

*बाडमेर प्रशासनिक मोर्चे पर कोरोना से जंग लड़ रहे सब कुछ भुलाकर युवा आर
ए एस रतनू*
मोहनदान रतनू

*बाडमेर सरहदी जिले बाडमेर में कोरोना वायरस के संक्रमण की रोकथाम के लिए
लॉक डाउन अवधि के दौरान जिले के प्रशासनिक अधिकारियों ने जो ज़ज़्बा और
हौसला दिखाया वो लोगो के दिलो में बस गया।।बाडमेर जिले के  आर ए एस
अधिकारी रात दिन एक कर जनसेवा में जुटे है।इस दौरान इनको सिवाय
कर्तव्यबोध के कुछ और नही सूझता।घर परिवार से दूर रहकर जरूरतमंद लोगों के
लिए व्यवस्थाओं में जुटे है तो कोरोना संदिग्धो के लिए कवरेन्टीन
व्यवस्था,प्रवासियों के लिए भोजन आवास की व्यवस्था,प्रतिदिन चेक पोस्टों
की सघन जांच।।साथ ही साथ प्रशासनिक कार्यो को अंजाम देना।।आइए रूबरू
करवाते है हमारे होनहार और निष्ठावान अधिकारी से।।

मोहनदान रतनू,मुख्य कार्यकारी अधिकारी बाडमेर

कुशल प्रशासक के रूप में अपनी अलग पहचान बनाने वाले युवा आर ए एस मोहनदान
रतनू मुख्य कार्यकारी जिला परिषद बाडमेर के पद पर कार्यरत है।।अपनी साफ
और सहज कार्यशैली के चलते जिला कलेक्टरों के विश्वशनीय साथी बने।आपको
जिले के कवरेन्टीन सेंट्रो की व्यवस्था की जिम्मेदारी ग्रामीण क्षेत्रो
में दी गई थी।जिसे बखूबी निभाकर समय पर सेंट्रो में व्यवस्थाएं कर राहत
प्रदान की।लॉक डाउन के दौरान ग्रामीण क्षेत्रो में जरूरतमंद परिवारों का
सर्वे कर उनकी सूचियां बनाने के साथ प्रत्येक परिवार के पास फ़ूड किट
पहुंचने की जिम्मेदारी बेहतर तरीके से निभाई।।रतनू 22 मार्च जनता कर्फ्यू
के दिन से अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन प्रभावी तरीके से कर रहै
है।।ग्रामीण क्षेत्रो में कोई भी परिवार भूखा न रहे इसकी माकूल व्यवस्था
अपनी टीम के साथ कि।।कवरेन्टीन केंद्रों और होम आइसोलेशन की प्रभावी
मोनिटरिंग का ही कमाल है कि बाडमेर में कोरोना का कोई पॉजिटिव केस नहीं
आया।दो केस जो आये वप बाहरी जिलो से आयात थे।।रतनू की गंभीर कार्यशैली के
सभी आला अधिकारी और जन प्रतिनिधि कायल है।।लॉक डाउन के दौरान मनरेगा
योजना के तहत एक ही दिन में सभी ग्राम पंचायतों में व्यक्तिगत कार्य न
केबल स्वीकृत किये बल्कि उन्हें चालू करवा श्रमिक नियोजित कर राजस्थान
में टॉप का दूसरे जिले के रूप में नॉमित करवाया।पहले नम्बर पर भीलवाड़ा
है।।आज की तारीख में नरेगा कार्यो पर तरेपन हजार की लेबर कार्य कर रही
है। इन कार्यो पर सेनेटाइजर,मास्क की व्यवस्था के साथ साथ सोसल डिस्टसिंग
का पूरा ख्याल रखा जा रहा है।।बाडमेर के होनहार ,योग्यतम अधिकारी रतनू ने
बताया कि कोरोना संकटकाल के समय जिला कलेक्टर और उच्च अद्धिकारियो द्वारा
दी गई जिम्मेदारी को निभाने का पूरा प्रयास किया।।उनका गृह जिले जेसलमेर
है घर कोड़ा गांव में है बुजुर्ग माता पिता को भी उनकी देखभाल की दरकार है
मगर महज नब्बे किलोमीटर दूर अपने पैतृक गांव नही गए अपना कर्तव्य बाडमेर
रहकर निभा रहे है।उनका मानना है यह चुनोती पूर्ण समय है बाडमेर की जनता
के लिए।।ऐसे में अपनी जिम्मेदारियों को प्राथमिकता से निभाना राज्य धर्म
है।।

बुधवार, 22 अप्रैल 2020

जैसलमेर कोरोना वारियर्स हम सुरक्षित हे क्यूंकि हमारी युवा प्रशासनिक टीम मोर्चे पर हे ,

जैसलमेर  कोरोना वारियर्स  हम सुरक्षित हे क्यूंकि हमारी युवा प्रशासनिक टीम मोर्चे पर हे ,

 जैसलमेर कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के लिए लॉक डाउन के दौरान जिला प्रशासन की अनमोल युवा टीम ने जैसलमेर को सुरक्षित रखने का जो ज़ज़्बा ,निष्ठां ,लगन ,दृढ निश्चिंतता और कर्तव्य परायणता दिखाई उसी की बदौलत हम आज हम अपने परिवारों के साथ सुरक्षित हैं , ऊर्जावान और धुनि जिला कलेक्टर नमित मेहता के कुशल निर्देशन में जिला प्रशासन के युवा अधिकारियो की टीम ने अपने आपको पूरी तरह जनता की सुरक्षा के लिए झोंक रखा हैं ,हमे इन अधिकारियो के हौसले ,ज़ज़्बे,निष्ठां और कर्तव्य परायणता पर नाज़ करना चाहिए ,इन अधिकारियो ने जिले भर में दी गयी जिम्मेदारियों का मोर्चा बखूबी संभाल रखा हैं ,ये दिन देखते हे न रात ,लगातार अपने अपने क्षेत्र में सक्रीय रहते हैं ,सुबह सूरज की पहली किरण के साथ अपने वाहनों के साथ अपने अपने क्षेत्र में निकल पड़ते हैं ,बहुत सी परेशानियों का सामना करना पड़ता हैं ,लोगों को समझाईस करना सबसे कठिन कार्य हे खासकर प्रवासी मजदूरों को ,प्रवासी मजदूरों का पलायन किसी हद तक थमा हे तो इन अधिकारियो कार्यकुशलता के कारण ,जिला कलेक्टर नमित मेहता के पास युवा अधिकारियो की बेहतरीन टीम हे जिन्होंने अपने कप्तान और जैसलमेरवासियों को निराश नहीं किया,आइये इन अधिकारियो आपको रूबरू करवाते हैं ,


ओमप्रकाश विश्नोई अतिरिक्त जिला कलेक्टर जैसलमेर


प्रशानिक अनुभव और तेज ;तर्रार कार्यशैली के लिए जाने जाने वाले वरिष्ठ आर ए एस ओमप्रकाश विश्नोई covid 19 की समस्त प्रशासनिक गतिविधियों के नोडल अधिकारी हैं ,विश्नोई ने अपने अनुभवों के कोरोना संक्रमण के दौरान लॉक डाउन में अपनी महती भूमिका निभाई हैं ,आश्रय स्थलों ,प्रवासी मजदूरों के लिए व्यवस्था ,उनके पलायन को रोकना ,प्रशासनिक स्वीकृतियां ,आमजन की निराकरण ,प्रशानिक गतिविधियों पर बारीकी से देखरेख ,सहित बहुत सी जिम्मेदारियां हे उनके पास जिनको बखूबी निभाया हैं ,कई मर्तबा विश्नोई मध्यरात्रि को ही आश्रय स्थलों के आकस्मिक निरीक्षण को निकल पड़े ,सरहदी गाँवो तक पहुँच गए , विश्नोई का एक ही ध्येय हे की जिला कलेक्टर नमित मेहता के कोरोना मुक्त जैसलमेर का ध्येय पूरा करने में जी जान लगा दे ,युवाओ जैसा आज भी बरकरार हैं।


ओमप्रकाश मेहरा मुख्य कार्यकारी अधिकारी जिला परिषद

जिला कलेक्टर की टीम के सबसे विश्वस्त और ऊर्जावान अधिकारी हे ओमप्रकाश मेहरा ,अपनी तेज कार्यशैली के लिए खास जगह बनाने वाले ओमप्रकश महरा ने अपनी जिम्मेदारी बखूबी निभाई हैं ,अलग अलग समय में इन्हे अलग अलग क्षेत्रो की जिम्मेदारी जिला कलेक्टर द्वारा दी गयी ,लॉक डाउन के दौरान कोरोना संक्रमण के संदिग्ध मरीजों के लिए जिले भर में क्वारेंटेन सेंट्रो की स्थापना बहुत मुश्किल कार्य था ,जिन्हे दिन रात की मेहनत से बखूबी कर दिखाया ,समय पर क्वारेंटेन सेंट्रो की स्थापना के साथ साथ उनमे निर्धारित व्यवस्थाए भी बखूबी कर दी ,प्रवासी मजदूरों के लिए आश्रय स्थलों की व्यवस्था के साथ साथ उनके भोजन ,और जरूरतों को पूरा करने की जिम्मेदारी रही हैं , ग्रामीण क्षेत्रो में जरूरतमंद परिवारों का सर्वे और उनके लिए भोजन सामग्री व्यवस्था की जिम्मेदारी को ंबखूबी अंजाम दिया ,सबसे सबसे महत्वपूर्ण जिम्मेदारी भामाशाहों से संपर्क कर उन्हें प्रेरित करना और फंड का जनहित में उपयोग की योजना बनाने की जिम्मेदारी का पालना जिस तरह की वो एक मिशाल हैं , जिला कलेक्टर महत्वपूर्ण बैठकों में भी मेहरा को साथ रखते हैं ,प्रतिदिन अपने निर्धारित क्षेत्र पोकरण और सांकड़ा के प्रवासी केन्द्रो की व्यवस्थाओ को अंजाम देना उनकी उनकी प्राथमिकता हैं ,


अनुराग भार्गव ,सचिव ,यु आई टी

कोरोना संक्रमण से सुरक्षा लॉक डाउन में प्रशानिक व्यवस्थाओ को अंजाम तक पहुंचाकर आमजन को राहत प्रदान करने में अनुराग भार्गव महत्ती भूमिका निभा रहे हैं ,चपल प्रशासनिक अधिकारी अनुराग भार्गव जिला कलेक्टर की टीम के विश्वशनीय साथी हैं ,कलेक्टर द्वारा पहले शुरूआती दौर में भार्गव को क्वारेंटेन सेंट्रो की स्थापना और उनकी व्यवस्थाओ की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी दे राखी थी ,साथ ही ईरान से आये भारतियों के लिए हवाई अड्डे पर प्रोटोकॉल में भार्गव में अपने कार्य बेहतरीन किया ,मौजूदा वक़्त में उन्हें रामगढ़ क्षेत्र में जरुरतमंद परिवारों ,प्रवासी मजदूरों के लिए आवास ,भोजन और उनकी जरूरतों को पूरा करने जिम्मेदारी हैं,जिन्हे भार्गव अच्छे से निभा रहे हैं ,सहज और सरल स्वाभाव के धनी अनुराग भार्गव चुस्त अधिकारियो में गिने जाते हैं ,कोरोना संक्रमण काल और लॉक डाउन के दौरान उन्होंने अपनी क्षमता को साबित कर जिला कलेक्टर द्वारा दी गयी जिमेदारी बखूबी निभा रहे हैं,अपनी पूर्ण निष्ठां ,लगन और कारत्व परायणता के साथ निभा रहे हैं ,कई मर्तबा भार्गव व्यवस्थाएं सँभालने रात को ही निकल पड़ते हैं ,प्रवासी मजदूरों को संतुष्ट करने उन्हें आश्रय स्थलों पर रखना टेड़ा कार्य हैं ,इसके बावजूद भार्गव जनता और हाकिम के विश्वास पर खुद को खरा साबित कर दिखाया।


भारत भूषण गोयल,सहायक लोक प्रशासनिक अधिकारी

कोरोना संक्रमण के खिलाफ जंग लड़ने वाली जिला कलेक्टर नमित मेहता की टीम के अहम किरदार सहायक लोक प्रशासनिक अधिकारी भारत भूषण गोयल ।।नमित मेहता के विश्वशनीय साथी।गोयल को जिला कलेक्टर ने कोरोना जंग में महत्वपूर्ण जिम्मेदारिया दे रखी है।।गोयल कोरोना जंग के लिए प्रशासन द्वारा स्थापित वार रूम के प्रभारी है।।जिले भर से आने वाली समस्याओं और योजनाओं को चरणबद्ध तरीके से लागू करने की अहम जिम्मेदारी के साथ मुख्यमंत्री जन सम्पर्क पोर्टल पर कोरोना संकरण काल सम्बंधित शिकायतों के निवारण की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी आप द्वारा बखूबी निभाई जा रही है।।कुशल प्रशासनिक क्षमता के धनी गोयल को जिला कलेक्टर ने मरु महोत्सव के आयोजन की जिम्मेदारी दी थी जिसे बेहतरीन तरीके से सफलतापूर्वक निभा कर प्रशासन की टीम के अहम किरदार बने।गोयल को नाचना क्षेत्र में प्रवासी मजदूरों के लिए भोजन ,आवास की व्यवस्थाओं की जिम्मेदारी दे रखी है।।प्रतिदिन लम्बे छोड़े नाचना क्षेत्र में पहुंच प्रवासी मजदूरों के लिए किए इंतजामात देखते है।।करीब दो हजार मजदूरों के लिए आप द्वारा व्यवस्थाओं की मॉनिटरिंग की जा रही है।।शान्त, सहज,सरल और मृदुभाषी गोयल ने कोरोना जंग में अहम भूमिका निभा रहे है।।गोयल करीब बीस घण्टे का समय कोरोना जंग में दे कर अपने कर्तव्य परायणता ,निष्ठा और लगन का परिचय दे रहे है।।कई मर्तबा तो खाने को नही मिलता।।परिवार को वक़्त नही दे पा रहे।उनका कहना है कि पहली प्राथमिकता कोरोना संक्रमण से जेसलमेर की जनता सुरक्षित रहे यही प्रयास है।।कई बार देर रात्रि को भी क्षेत्र में निकलना पड़ता है।।

अजय अमरावत उप खण्ड अधिकारी पोकरण

जेसलमेर में करोना संक्रमण का हॉट स्पॉट बना परमाणु नगरी पोकरण के उप खण्ड अधिकारी अजय अमरावत के कंधों पर बड़ी जिम्मेदारी है।।लॉक डाउन की व्यवस्थाएं,क्वीरेन्टर सेंटरों की व्यवस्थाएं,कर्फ्यू की पालना,प्रवासी मजदूरों के लिए व्यवस्थाएं,ग्रामीणों के लिए भोजनशालाओ की व्यवस्थाएं।बहुत बड़ी जिम्मेदारी को अपना कर्तव्य समझ दिन रात एक कर अपना फर्ज निभा रहे।अमरावत पोकरण को कोरोना मुक्त करने के लिए लड़ाई लड़ रहे है।।बीस घण्टे से अधिक की वर्किंग में एक समय का खाना मिल जाये तो ठीक नही तो नाश्ते से काम चला लेते है।।अजय अमरावत लगातार पोकरण क्षेत्र में अपने दायित्व को अंजाम दे रहे है।।,

जैसलमेर जिला प्रशासन जैसलमेर जिले में  कोरोना संक्रमण रोकने और इससे आमजन  को सुरक्षित रखने के लिए समस्त अधिकारी कर्मचारी टीम के रूप में कार्य कर रहे ,सभी अधिकारी अपनी जिम्मेद्दारियो को बखूबी निभा रहे हैं ,में जिला प्रशासन की टीम का तहेदिल से शुक्रिया अदा करता हूँ की इनकी कर्तव्यनिष्ठा ,लगा ,और जज्बे के कारन ही जैसलमेर के लोग सुरक्षित हैं ,जिला कलेक्टर नमित मेहता


मंगलवार, 14 अप्रैल 2020

कोरोना वारियर्स जैसलमेर पुलिस रियल हीरो,जैसलमेर वासियो के दिलो में बस गई पुलिस* आयरन लेडी के नाम को सार्थक कर दिखाया डॉ किरण कंग सिंद्धु ने

कोरोना वारियर्स जैसलमेर पुलिस रियल हीरो,जैसलमेर वासियो के दिलो में बस गई पुलिस*

आयरन लेडी के नाम को सार्थक कर दिखाया डॉ किरण कंग सिंद्धु ने

चंदन सिंह  भाटी
डॉ किरण कंग सिंद्धु


जैसलमेर  कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए जब से जंग का ऐलान लॉक
डाउन के माध्यम से स्वर्ण नगरी में हुआ है पहले दिन से कोरोना वारियर्स
के रूप में स्वर्ण नगरी वासियो के दिल जीत पुलिस अधीक्षक डॉ किरण कंग
सिद्धू के कुशल नेतृत्व में जेसलमेर पुलिस एक नम्बत पायदान पर बनी हुई
है।।आयरन लेडी के नाम को सार्थक कर दिखाया डॉ किरण कंग सिद्धू ने।।


जनता कर्फ्यू के साथ शुरू हुई जेसलमेर पुलिस की जिम्मेदारी पुलिस अधीक्षक
की बेहतरीन टीम ने लॉक डाउन और पोकरण में कर्फ्यू के दौरान बखूबी
निभाई।यही वजह है कि जेसलमेर वासी आज जैसलमेर पुलिस को एक वास्विक नायक
के रूप में सलाम कर रहे है।।जैसलमेर पुलिस के कर्तव्य के प्रति निष्ठा
,लग्न और जज़्बे को जेसलमेर के युवा ,वरिष्ठ ,महिलाएं सोसल मीडिया पर न
केवल सराह रहे बल्कि जेसलमेर पुलिस को आदर्श पुलिस के रूप में आभार प्रकट
कर रहे है।यही वजह से जेसलमेर पुलिस को द रियल हीरो का तमगा भी जनता ने
दे दिया।।

जेसलमेर की पुलिस अधीक्षक डॉ किरण कंग अपनी पुलिस टीम के साथ अपने परिवार
और छोटे बच्चों की परवाह किये बगैर कानून व्यवस्थाओं को अमली जामा पहनाने
में जुटी रहती है।।अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक युवा तुर्क राकेश बैरवा,पुलिस
उप अधीक्षक श्याम सुंदर सिंह,सिटी कोतवाल किशन सिंह चारण, पोकरण उप
अधीक्षक मोटाराम चौधरी सहित जेसलमेर पुलिस के समर्पित महिला और पुरुष
पुलिसकर्मियों ने जिस निष्ठा के साथ अपना फर्ज कोरोना जंग में निभाया वह
सालों तक याद रखा जाएगा ।जजेसलमेर की जनता ने भी जेसलमेर पुलिस का सम्मान
रखते हुए हर कदम पर पूर्ण सहयोग दिया।।जजेसलमेर में गत 22 दिनों में एक
भी दिन ऐसा नही आया जब पुलिस को लोगो के साथ सख्ती और आक्रामक होना पड़ा
हो।।लॉक डाउन सफल होने में यदि सबसे बड़ा योगदान किसी का है तो वह जेसलमेर
की प्रतिभाशाली टीम है जिन्होंने अपनी अपनी जिम्मेदारी बखूबी
निभाई।।पुलिस ड्यूटी के साथ साथ सामाजिक सरोकार भी निरंतर निभा
रहे।।असहाय ,जरूरतमंदों को भोजन के पैकेट अपने हाथों से उपलब्ध करवा रहे
तो सेनेटाइजर और मास्क भी इन्होंने अपने खर्चे से उपलब्ध कराए।।कोरोना
वायरस को लेकर जो जिम्मेदारी पुलिस ने  निभाई वह इतिहास बनेगी।।पुलिस
अधिक्षक खुद जिला कलेक्टर के साथ मध्य रात्रि को दूर दराज के गांवो में
व्यवस्थाओं का जायजा लेने निकल पड़ती है तो पोकरण में कोरोना संक्रमित केस
आने के बावजूद बिना किसी ख़ौफ़ के पोकरण को जिस तरह पुलिस का चक्रव्यूह रच
लॉक किया वह काबिल ए तारीफ है।।पुलिसकर्मी 14 से 16 घंटे अपना कर्तव्य
पालन कर रहे हे तो अधिकारियो ने अपने आपको चौबीस घंटे उपलब्ध रखा हैं
,साइबर सेल  कार्मिको का ज़ज़्बा भी कम नहीं हे ड्रोन के माध्यम से चौबीस
घंटे पुरे शहरी क्षेत्र निगाह रखे हैं

ग्रामीण क्षत्रो चाहे मोहनगढ़ हो या नाचना या रामगढ़ या फतेहगढ़ सभी जगह
जेसलमेर पुलिस मुस्तैदी से अपना राष्ट्र धर्म और फर्ज निभाते नजर
आएंगे।।अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राकेश बैरवा मध्य रात्रि को ही अपने
जवानों की टोह लेने पैदल निकल पड़ते है बिना किसी लवाजमे के।।तो पुलिस उप
अधीक्षक श्याम सुंदर सिंह लोगो को अच्छे से समझाईस कर रहे है वही सिटी
कोतवाल किशन सिंह चारण शहर की व्यवस्थाओं का जिम्मा बखूबी निभाये हुए
है।।दिन रात की गश्त के बावजूद जेसलमेर पुलिस के किसी भी वॉरियर के चेहरे
पे शिकन नही।।संकट की इस घड़ी में जेसलमेर पुलिस अपने कर्तव्य परायणता
,निष्ठा ,लगन और अपनेपन के चलते लोगो के दिलो दिमाग पे छा गए।।पुलिस की
सबसे बड़ी सफलता और इनाम यही है कि लोग जेसलमेर पुलिस का सम्मान दिल से
करते है उनका मान रखते है।।जिसके चलते आपसी सौहार्द बना हुआ है।।

कोरोना संक्रमण को रोकने और लॉक डाउन सफल बनाने के साथ साथ आमजन के संकट
की इस घड़ी में जैसलमेर पुलिस एक परिवार की तरह जज्बे और निष्ठां के साथ
खड़ी हैं,आमजन को किसी तरह की परेशानी न हो यह हमारा प्रथम दायित्व हे
जिसे टीम पूरी निष्ठां के साथ निभा रही हैं,आमजन का पुलिस को पूरा सहयोग
और सम्मान मिल रहा हे जो हमे और जिम्मेदार बनता हैं ,डॉ किरण कंग सिद्धू
पुलिस अधीक्षक जैसलमेर