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शनिवार, 28 मई 2016

बाड़मेर बून्द बून्द पानी को तरसते सीमावासियों के बीच व्यर्थ बहता हे चौबीस घंटे पानी


बाड़मेर बून्द बून्द पानी को तरसते सीमावासियों के बीच व्यर्थ बहता हे चौबीस घंटे पानी


मिठडाऊ गांव में पानी का दुरूपयोग

सरहद से चन्दन सिंह भाटी


बाड़मेर बाड़मेर में पिछले एक माह से पानी के लिए हां हा कार मचा हे ,शहर की तांग गलियों में थारवासि नल खुलने की उम्मीदें खो चुके हैं ,शहर से बदतर हालत भारत पाक आंतराष्ट्रीय सीमा पर बसे गाँवों का हैं ,जहना एक एक बून्द पानी की सहेजी जाती हैं ,पेयजल समस्या और सरहदवसियो का चोली दामन का साथ जगजाहिर हैं ,इस बार थार में पड़ी भीषण गर्मी ने जिला प्रशासन के माकूल व्यवस्थाओं की सारी पोल खोल के रख दी ,पानी की समस्या से दो चार हो रहे सीमावर्ती गाँवो के बीच एक गाँव हैं मिठडाऊ ,अनुसूचित जाती बाहुल्य यह गाँव अपने हस्तशिल्प उत्पादनो के लिोए काफी मशहूर हैं ,करीं आठ सौ घरों की बस्ती वाले इस गांव में कभी पानी की बड़ी समस्या थी ,मगर पिछले सालो में यहाँ जी एल आर और पानी की होदी बनने के बाद ग्रामीणों और आसपास की ढाणियों को काफी राहत मिल गयी ,इस होदी के आसपास धनि गाँवो से आये पानी भरने वालो की कतारें लगती हैं ,बैलगाड़ी ,गधे ,ओंठो पर पानी की पखाले रख भर कर ले जाते हैं ,










एक ही पाल पर इंसान और जानवर पानी पीते हैं ,इसी होज में ग्रामीणों का पशुधन पानी पीटा हैं ,तो इंसान भी अपने पानी की व्यवस्था इसी होज से पखाले भर कर करते हैं ,जितनी सुविधा इस गांव में पानी की हैं पुरे जिले में और कंही नहीं ,गाँव की सड़के पानी से धोई जाती हैं तो दुकानदार दिन भर दुकानों के आगे पानी का छिड़काव इसी होज के पानी से कर बहुमूल्य पानी को व्यर्थ करते हैं ,चौबीस घटे इस होज में पानी चलता हैं ,चौबीस घंटे यह होज ओवर फ्लो रहता हैं ,ग्रामीण पानी की महत्वता को समझ रहे हैं ,संवाददाता जब इस गांव में पहुंचे तो ग्रामीणों का एक ही प्रश्न था की हमने पानी के लिए अक्सर लड़ाईयां लड़ी एक एक घड़ा भरने में दिन पूरा खप जाता था ,आज पानी दिन भर व्यर्थ बाह रहा हैं हमारा जी जलता हैं ,






जलदाय विभाग का कोई कर्मचारी यहाँ उपस्थित नहीं था ,भारत पाक अंतर्राष्ट्रीय सरहद के पास बसे इस गाँव में सीमा सुरक्षा बल की बी ओ पी स्थापित हैं ,पानी को कोई सहेज नहीं रहा जबकि इन्ही श्रृंखला के गाँवो के लोग बून्द बून्द पानी को तरस रहे हैं ,




चौबीसो घंटे बहते पानी से लाखो गेलंन पानी का दुरूपयोग हो रहा हैं ,अक्सर इस खुले होज में गांव के बच्चे और पशु अठखेलिया करते हैं ,इसी पानी को पीने के काम लिया जाता हैं ,बहरहाल अकाल के हालातो से जूझ रहे बाड़मेर जिले में आमजन को पेयजल समस्या से राहत एक और जिला प्रशासन पानी के टेंकरो से पानी सप्लाई कर रहा हे तो दूसरी एयर ऐसे कई गाँवो में पानी व्यर्थ बाह रहा हैं