युद्धाभ्यास / ऑपरेशन सुदर्शन चक्र से पाक को चुनौती, पहली बार शूटर ग्रिड सेंसर के साथ 40 हजार जवान शामिल
बाड़मेर दुश्मन देश को ताकत दिखाने के लिए सेना ने सरहदी जिले बाड़मेर में ऑपरेशन सुदर्शन चक्र से पाक को चेतावनी दी है। युद्धाभ्यास में 40 हजार जवान अपनी प्रतिभा का लोहा मनवा रहे हैं। दुश्मन के काल्पनिक ठिकानों को महज चंद मिनटों में नेस्तनाबूद करने के लिए भारतीय सेना के जवान अपना हुनर दिखा रहे हैं। भारतीय सेना की सबसे ताकतवर-21 स्ट्राइक कोर से भी युद्धाभ्यास किया जा रहा है। 13 नवंबर को शुरू हुआ यह अभ्यास 18 नवंबर तक चलेगा।
टैंक और अत्याधुनिक रक्षा उपकरणों का प्रयोग
6 दिन तक चलने वाले इस युद्धाभ्यास में जवान लगातार 12 घंटों तक युद्ध करने का अपना कौशल तराश रहे हैं। पिछले 3 महीनों से पोकरण क्षेत्र के आसपास भारतीय सेना युद्धाभ्यास में फायर पाॅवर का सयुंक्त अभ्यास कर रही थी। लेकिन अब यह युद्धाभ्यास पाकिस्तान से सटे बाड़मेर में हो रहा है। युद्धाभ्यास के दौरान टैंक और अत्याधुनिक रक्षा उपकरणों का प्रयोग किया जा रहा है। वायु सेना अपनी ताकत दिखाने के लिए जोधपुर एयरबेस से लड़ाकू विमान उड़ा कर चंद मिनटों में दुश्मन के ठिकानों तबाह कर रही है। युद्धाभ्यास में वायुसेना के सुखोई, मिग, जगुआर और रूद्र दुश्मन के महत्वपूर्ण ठिकानों को ध्वस्त किया गया। रक्षा प्रवक्ता कर्नल सोंबित घोष के मुताबिक 13 से 18 नवंबर तक चलने वाले इस युद्धाभ्यास में सेना के जवान अपनी ताकत का जोश के साथ प्रदर्शन कर रहे हैं।
29 नवंबर से युद्धाभ्यास स्ट्राइक कोर सुदर्शन चक्र वाहिनी के साथ होगा
पोकरण फील्ड फायरिंग रेंज में 29 नवंबर से युद्धाभ्यास भारतीय सेना के दक्षिणी कमान के अन्तर्गत भोपाल स्थित स्ट्राइक कोर सुदर्शन चक्र वाहिनी के साथ किया जाएगा। दूसरे चरण का यह युद्धाभ्यास 4 दिसंबर तक आयोजित होगा। इसमें 40 हज़ार सैनिक शामिल होंगे। इसमें टैंक व इन्फेंट्री कॉम्बेक्ट व्हीकल्स से युक्त पूरे यंत्रीकृत संरचनाओं से अभ्यास किया जाएगा। अभ्यास में टी-90 टैंकों, बीएमपी के साथ पहली बार युद्धाभ्यास में शामिल हो रही अत्याधुनिक भारत निर्मित -9 वर्जा गन और 130 एमएम गन, 105 एमएम गन आदि के माध्यम से जबरदस्त मारक क्षमता के साथ दुश्मन के काल्पनिक ठिकानों को नेस्तनाबूत किया जाएगा। एडवांस लाइट हेलीकॉप्टर रूद्र का भी प्रदर्शन होगा। इससे पहले थार के धोरों में वॉर गेम एक्सरसाइज का आयोजन किया गया था।
बाड़मेर दुश्मन देश को ताकत दिखाने के लिए सेना ने सरहदी जिले बाड़मेर में ऑपरेशन सुदर्शन चक्र से पाक को चेतावनी दी है। युद्धाभ्यास में 40 हजार जवान अपनी प्रतिभा का लोहा मनवा रहे हैं। दुश्मन के काल्पनिक ठिकानों को महज चंद मिनटों में नेस्तनाबूद करने के लिए भारतीय सेना के जवान अपना हुनर दिखा रहे हैं। भारतीय सेना की सबसे ताकतवर-21 स्ट्राइक कोर से भी युद्धाभ्यास किया जा रहा है। 13 नवंबर को शुरू हुआ यह अभ्यास 18 नवंबर तक चलेगा।
टैंक और अत्याधुनिक रक्षा उपकरणों का प्रयोग
6 दिन तक चलने वाले इस युद्धाभ्यास में जवान लगातार 12 घंटों तक युद्ध करने का अपना कौशल तराश रहे हैं। पिछले 3 महीनों से पोकरण क्षेत्र के आसपास भारतीय सेना युद्धाभ्यास में फायर पाॅवर का सयुंक्त अभ्यास कर रही थी। लेकिन अब यह युद्धाभ्यास पाकिस्तान से सटे बाड़मेर में हो रहा है। युद्धाभ्यास के दौरान टैंक और अत्याधुनिक रक्षा उपकरणों का प्रयोग किया जा रहा है। वायु सेना अपनी ताकत दिखाने के लिए जोधपुर एयरबेस से लड़ाकू विमान उड़ा कर चंद मिनटों में दुश्मन के ठिकानों तबाह कर रही है। युद्धाभ्यास में वायुसेना के सुखोई, मिग, जगुआर और रूद्र दुश्मन के महत्वपूर्ण ठिकानों को ध्वस्त किया गया। रक्षा प्रवक्ता कर्नल सोंबित घोष के मुताबिक 13 से 18 नवंबर तक चलने वाले इस युद्धाभ्यास में सेना के जवान अपनी ताकत का जोश के साथ प्रदर्शन कर रहे हैं।
29 नवंबर से युद्धाभ्यास स्ट्राइक कोर सुदर्शन चक्र वाहिनी के साथ होगा
पोकरण फील्ड फायरिंग रेंज में 29 नवंबर से युद्धाभ्यास भारतीय सेना के दक्षिणी कमान के अन्तर्गत भोपाल स्थित स्ट्राइक कोर सुदर्शन चक्र वाहिनी के साथ किया जाएगा। दूसरे चरण का यह युद्धाभ्यास 4 दिसंबर तक आयोजित होगा। इसमें 40 हज़ार सैनिक शामिल होंगे। इसमें टैंक व इन्फेंट्री कॉम्बेक्ट व्हीकल्स से युक्त पूरे यंत्रीकृत संरचनाओं से अभ्यास किया जाएगा। अभ्यास में टी-90 टैंकों, बीएमपी के साथ पहली बार युद्धाभ्यास में शामिल हो रही अत्याधुनिक भारत निर्मित -9 वर्जा गन और 130 एमएम गन, 105 एमएम गन आदि के माध्यम से जबरदस्त मारक क्षमता के साथ दुश्मन के काल्पनिक ठिकानों को नेस्तनाबूत किया जाएगा। एडवांस लाइट हेलीकॉप्टर रूद्र का भी प्रदर्शन होगा। इससे पहले थार के धोरों में वॉर गेम एक्सरसाइज का आयोजन किया गया था।