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गुरुवार, 11 अक्तूबर 2018

बाड़मेर भाजपा का अंतिम विकेट कभी भी गिर सकता है,*


बाड़मेर भाजपा का अंतिम विकेट कभी भी गिर सकता है,*

*बाड़मेर दलबदल के इस चुनावी दौर में एक से नो विकेट भाजपा के शिव विधायक मानवेन्द्र सिंह के साथ गिर चुके है अंतिम विकेट कभी भी गिर सकता है। एक यॉर्कर का इंतज़ार है।हमने यही पूर्व में लिखा था कि भाजपा की सत्ता वापसी की संभावना नही देख कई नेता दलबदल करेंगे।सत्ता के साथ चलने वाले ये नेता किसी एक पार्टी के सिद्धांतों के साथ नही बंधे।।ये सत्ता की आंधी के साथ उड़ते है।।मानवेन्द्र सिंह जैसे पार्टी के वफादार पार्टी छोड़ते है उसके पीछे बड़े कारण होते है। सत्ता का मोह इन्हें नही रह।इन्होंने पार्टी को अलविदा कर दिया। इनके साथ कई कर्मठ कार्यकर्ता पार्टी को तिलांजलि दे चुके है।।सूत्रों की माने तो एक और धमाका भाजपा में जल्द होने वाला  है ।पार्टी के नए नवेले दिग्गज पार्टी को अलविदा कहने जा रहे है ।सूत्रों ने बताया कि यह अंतिम विकेट जब चुनावी मैच पूरे रोमांच पर होगा मैच के आखरी बाल यॉर्कर होगी उसी पे यह विकेट गिरेगा। भाजपा के राजस्थान में जो हालात सामने आ रहे उससे पार्टी आलाकमान भी चिंतित है मगर वो अपने द्वारा ही कि गई भयंकर गलती के कारण कोई कदम नही उठा पा रहे वार्ना सामने हार दिखने पर सब तरह के प्रयोग जीतने के लिए किए जाते है।मगर अमित शाह और नरेंद्र मोदी की जोड़ी राजस्थान में कोई निर्णय वसुंधरा राजे के खिलाफ नही ले रहे इसके पीछे बहुत बड़ा कारण है।।सूत्रों ने बताया भाजपा में अभी राज्य के विभिन हिस्सो में त्याग पत्र के सिलसिले शुरू होंगे जो भाजपा को और अधिक परेशानी में डालेंगे।।

मंगलवार, 18 सितंबर 2018

राजस्थान चुनाव 2018 तो अमित शाह का विश्वास खो चुकी वसुंधरा राजे,अमित शाह के दौरों से यही लगता है*

राजस्थान चुनाव 2018

तो अमित शाह का विश्वास खो चुकी वसुंधरा राजे,अमित शाह के दौरों से यही लगता है*

*बाड़मेर न्यूज़ ट्रैक*

*राजस्थान की भाजपा की राजनीति में खलबली मची हुई है।।वसुंधरा राजे के प्रभाव के आगे नतमस्तक हुए राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने अपने राजस्थान के दौरों में मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे से दूरी बना के रखी है जो सत्ता के गलियारों में चर्चा बनी वही।राजनीति के धुरंधर कयास लगा रहे है। संघ और खुफिया एजेंसियों के रिपोर्टों ने केंद्रीय नेतृत्व की नींद उड़ा दी है।।संघ और खुफिया एजेंसियों की रिपोर्ट में वसुंधरा राजे की राजस्थान गौरव यात्रा पर विपरीत टिपणियां की रिपोर्ट पेश की जिसमे बताया कि वसुंधरा राजे यात्रा के दौरान प्रदेश संगठन के नेताओ को कोई तवज्जो नही दे रही।संगठन के समानांतर संगठन बना गौरव यात्रा निकाल रही जिससे भाजपा का कार्यकर्ता कन्फ्यूज हो रहा।।साथ ही राजस्थान गौरव यात्रा के विरोध,वसुंधरा राजे की खिलाफत विभिन वर्गों और समाजो द्वारा करने का उल्लेख भी इन रिपोर्ट में किया गया है।बाड़मेर न्यूज़ ट्रैक ने इसी पटल पर पूर्व में संकेत दिए थे कि राजस्थान की बागडौर खुद अमित शाह और नरेंद्र मोदी खुद संभालेंगे।।केंद्रीय नेतृत्व जान गया कि वसुंधरा राजे राजस्थान जीत नही सकती।।अमित शाह के दौरे उसी अनुरूप  बनाये गए।पूर्व में जोधपुर प्रवास के दौरान अमित शाह और वसुंधरा राजे का संयुक्त रोड शो का प्रस्ताव भेजा गया था।।मगर वसुंधरा राजे की यात्रा का जोधपुर संभाग में हुए विरोध को देखते हुए अमित शाह ने एकल कार्यक्रम को अंतिम रूप देकर वसुंधरा राजे को झटका दे दिया। एक और जंहा वसुंधरा राजे पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अशोक परनामी,राजेन्द्र राठौड़,यूनुस खान ,सुमन शर्मा की टीम के साथ अपनी यात्रा में लगी है तो अमित शाह ने भाजपा संगठन को तवज्जो देकर प्रदेश अध्यक्ष मदनलाल सैनी,संगठन महामंत्री चंद्र शेखर,भूपेंद्र यादव,ओमप्रकाश माथुर, गजेंद्र सिंह शेखवत के साथ अपने दौरे पूरे कर भाजपा कार्यकर्ताओ को संकेत दे रहे है कि उनके लिए भाजपा और कमल निशान महत्वपूर्ण है व्यक्ति विशेष नही। चुनाव में कमल को ध्यान में रखे। अलबत्ता सूत्रों की माने तो अमित शाह जोधपुर में कार्यकर्ताओं की कम उपस्थिति को भी अमित शाह ने गम्भीरत से लिया। आने वाले दिनों में भाजपा की अंदरूनी राजनीति में उठापटक की संभावनाओं से इनकार नही किया जा सकता। यह स्पष्ठ हो गया कि राजस्थान में भाजपा को ध्रुवों में बंट कर काम कर रही है।जो शुभ संकेत नही है।।*

रविवार, 4 जून 2017

नरेंद्र मोदी के सपनो को चकनाचूर कर रहे बीजेपी के स्थानीय जन प्रतिनिधि।।बाड़मेर को व्यवस्थित करने दीजिए।*




नरेंद्र मोदी के सपनो को चकनाचूर कर रहे बीजेपी के स्थानीय जन प्रतिनिधि।।बाड़मेर को व्यवस्थित करने दीजिए।*



*बाड़मेर तत्कालीन जिला कलेक्टर सुधीर कुमार शर्मा की अध्यक्षता में पुलिस अधीक्षक डॉ गगनदीप सिंगला की उपस्थिति में यातायात समिति की मैराथन बैठकों में निर्णय हुआ था कि बिना किसी दबाव में आये आयुक्त श्रवण विश्नोई अहिंसा सर्किल से ढाणी बाज़ार तक घोषित नॉन वेंडिंग जॉन से ठेले हटाएंगे।साथ ही चार फीट की हद में दुकानदार अपनी बाइक खड़ी कर।ऐसा नही करने पर भारी पेनल्टी ठोकने का निर्णय सर्वसम्मति स्व हुआ था।सत् ही महावीर टाउन हॉल के पीछे फ़ूड स्ट्रीट डेवेलोप करने का निर्णय लिया था।टेक्सी स्टैंड को पार्क के पीछे स्थान देना तय किया गया था।पूरे शहर में वेंडिंग नॉन वेंडिंग स्थान चयनित कर बोर्ड लगाने के निर्देश डटे गए थे।।इन कार्यो को पूरा करने के लिए समिति ने बीस दिन का समय दिया।इकिसवे दिन समीक्षा और फॉलो बैठक रखी।।आयुक्त द्वारा तूफानी गति से अतिक्रमन हटाने का कार्य आरंभ किया,वेंडिंग नॉन वेंडिंग जॉन के बोर्ड लग गए।पंजीकृत वेंडर्स को स्थान आवंटन की लॉटरी की तैयारी भी हुई।आयुक्त ने जैसे ही अहिंसा चोयरहे से हनुमान मंदिर तक तीतर बितर मनमर्जी से खड़े ठेके हटाने आरंभ किये ।स्थानीय भजोआ नेता उनके पक्ष में आ गए।कुछ को आयुक्त ने संजग दिया तो कुछ नही माने उसका नतीजा यह हुआ कि आज भी मुख्य बाजार तीतर बितर खड़े ठेले वालो से अतिक्रमित है।शाम के वक़्त इन मार्गो पर पैदल चलना भी दुष्कर है।।स्थानीय नेताओं के दबाव में बाड़मेर शहर को सुंदर बनाने और अतिक्रमण मुक्त करने की योजना को बीच मे बन्द करना पड़ा।इसके साथ ही फ़ूड स्ट्रीट और टैक्सी स्टैंड स्थापूत करने की योजना धूमिल हो गई।।*




*जिला कलेक्टर शिव प्रसाद एम नकाते को इस और धतं देकर ततायत समिति की पुनः बैठक तत्काल बुलाकर बाड़मेर शहर को व्यवस्थित करने के प्रयासों को पुनः आरंभ करने चाहिए।परधानमंत्री नरेंद्र मोदी की शहरी आजीविका मिशन का उद्देश्य पूरा करने में भाजपा के नेता ही अड़ंगे डाल रहे हैं।बाड़मेर शहर को सुधारने के आयुक्त द्वारा बेहतर क्रिनवीटी शुरू की मगर राजनीति के चलते एक बेहतरीन प्रयास को रोक दिया।जिला कलेक्टर को इन निर्णयों के पुनः बैठक कर रिव्यू करना चाहिए ताकि शहर तो सुंदर लगेगा ही आम आदमी की परेशानियां भी कम होगी।।*




*अव्यवस्थित खड़े पंजीकृत ठेलों को वेंडिंग जॉन में स्थान आवंटन कर जगह जगह खड़े ठेलों को जनहित में हटाया जाए सत्7 ही फ़ूड स्ट्रीट को डेवेलोप करने का कार्य भी आरंभ होने चाहिए।।*

शुक्रवार, 8 अगस्त 2014

ब्रेकिंग न्यूज़। जसवंत सिंह के स्वास्थ्य में कुछ सुधार ,नरेंद्र मोदी ने तीसरी बार किया फोन ,जेटली ने चिकितसकों के साथ की मीटिंग

ब्रेकिंग न्यूज़।  जसवंत सिंह के स्वास्थ्य में कुछ सुधार ,नरेंद्र मोदी ने तीसरी बार किया फोन ,जेटली ने चिकितसकों के साथ की मीटिंग 


दिल्ली आई सी यू आर आर अस्पताल में भर्ती पूर्व केंद्रीय मंत्री जसवंत सिंह की हालत में कुछ सुधर हुआ ,वाही वित्त मंत्री अरुण जेटली ने जसवंत सिंह के उपचार में जुटे चिकितसकों के साथ अहम बैठक कर जसवंत  स्वास्थ्य  को जल्द  रिकवर करने को कहा हैं। स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने  भी चिकित्सको को आवश्यक  निर्देश दिए ,इधर राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने अस्पताल पहुँच मानवेन्द्र सिंह से जसवंत सिंह के स्वास्थ्य की जानकारी ली ,राजस्थान के भाजपा के कई सांसद और सरकार में मंत्री गजेन्द्र सिंह खींवसर अरुण चतुर्वेदी सहित कई नेता अस्पताल पहुँच जसवंत सिंह की कुषलक्षेमं पूछी ,

मंगलवार, 1 जुलाई 2014

बाड़मेर नरेंद्र मोदी को वोट नहीं दिया तो दलित परिवार का आशियाना उजड़ दिया निर्दयी तहसीलदार ने

 

बाड़मेर नरेंद्र मोदी को वोट नहीं दिया तो दलित परिवार का आशियाना उजड़ दिया निर्दयी  तहसीलदार ने 

बाड़मेर लोकसभा चुनावो में दलित परिवार को नरेंद्र मोदी की पार्टी को वोट नहीं देना महंगा पड़ गया। उसे अपना आशियाना गंवाना  पड़ा.दलित परिवार खुले आकाश तले आ गया। दलित परिवार बिलख रहा हैं मगर उसकी सुनाने वाला कोई नहीं। 

जिले के बायतु उप खंड के बाटाडू के सिंघोड़िया गाँव में करीब ढाई सौ  गौचर भूमि पर बने हैं जिन्हे जिला प्रशासन ने अतिक्रमण चिन्हित कर रखा हैं। इसी बस्ती में ददलित परिवार के अतिरिक्त स्वर्ण जाती के परिवार भी सरकारी भूमि पर बेस हुए हैं। इसी में दलितगणपत मेघवाल का  परिवार रहता हैं। दो जून की रोटी को   मोहताज़ गणपत ने हल ही में एक एक पाई इकट्ठी कर आशियाना बना बच्चो को छत उपलब्ध कराई थी ,गणपत का परिवार लोक सभा चुनावो में नरेंद्र मोदी की पार्टी के उम्मीदवार की बजाय निर्दलीय जसवंत सिंह के प्रचार में था ,जिसके चलते स्थानित जान प्रतिनिधियों का दबाव था की इस दलित परिवार को गांव से बहार करे ,जान प्रतिनिधियों के दबाव के आगे झुकते हुए बायतु तहसीलदार महावीर जैन ने मंगलवार को निर्दयता पूर्वक गणपत का माकन बुलडोजर चला के तोड़ दिया जबकि अतिक्रमण की जद में ढाई सौ परिवार   अन्य जातियों के हैं मगर तहसीलदार ने किसी का अतिक्रमण नहीं हटाया सीधे सीधे गणपत का  क़ानूनी नोटिस दिए तुरंत फुरन्त तोड़ दिया ,दलित परिवार अपना आशियाना टूटते देख रोता बिलखता रहा मगर निर्दयी तहसीलदार राजनितिक दबाव के आगे बेबस था।  में तहसीलदार महावीर जैन से बातचीत में  की गणपत के परिवार ने नया अतिक्रमण किया था ,इसीलिए आज हटा दिया ,जब उनसे पूछा की इसी गौचर में ढाई सौ परिवार अतिक्रमी हे उन्हें क्यों नहीं हटाया ,उनका कहना था की सभी को नोटिस दिए हैं। राजनीती दखल की जब उनसे बात की तो हड़बड़ा गए और फोन बंद कर दिया ,इधर दलित परिवार से मुख्यमंत्री ,जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंप कर उन्हें न्याय दिलाने की मांग की हैं। 

 

रविवार, 29 जून 2014

बाड़मेर अंधेरगर्दी। ठेकेदार ने बस्ती को पानी से वंचित कर पाइप लाइन रिश्तेदार की ढाणी में बिछा दी


बाड़मेर अंधेरगर्दी। ठेकेदार ने बस्ती को पानी से वंचित कर पाइप लाइन रिश्तेदार की ढाणी में बिछा दी




ग्रामीणो की धमकी बात वसुंधरा राजे तक जायेगी


बाड़मेर भारतीय जनता पार्टी की मुखिया वसुंधरा राजे और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लाख प्रयासों के बाद भी भाई भतीजावाद और राजनितिक द्वेष भावना बाड़मेर में काम नहीं हो रही। जिले के पाकिस्तान से सटे सरहदी गांव में चौंकाने वाला वाकया सामने आया। जहा ठेकेदार ने राजनितिक दबाव के चलते जिस बस्ती पेयजल पाइप लाइन योजना को स्वीकृत स्थान पर बिछाने की बजाय अपने रिश्तेदार के एक मात्र परिवार को लाभान्वित करने के लिए पाइप लाइन बिछा दी। ग्रामीण मामले मांग कर रहे हैं वाही दोषी ठेकेदार कार्यवाही की मांग कर रहे हैं।


हुआ यूँ की गत वित्तीय वर्ष में शिव विधानसभा क्षेत्र के तत्कालीन विधायक और मंत्री अमिन खान की अनुसंशा पर बूठिया ग्राम पंचायत के पीरे का पर राजस्व गांव की हाजी कबूल की ढाणी को पेयजल पाइप लाइन योजना से जोड़ने की अनुसंशा पर जलदाय विभाग ने हाजी काबुल की ढाणी तक पाइप लाइन बिछाने के लिए निविदा आमंत्रित कर बाद में कार्यादेश जारी किया ,ठेकेदार अब तक ग्रामीणो को तकनिकी हवाला देते हुए गुमराह करता रहा की एक दो माह में काम शुरू हो जायेगा ,इस बार ग्रामीणो ने उच्च अधिकारियो से मिलकर समस्या बताई तो अधिकारी भौचंके रह गए की हाजी कबूल की ढाणी के लिए स्वीकृत योजना पूर्ण हो जिसका भुगतान भी उठ चुका हैं ,ग्रामीणो को जब बताया की योजना तो पूरी हो गयी ,ग्रामीणो ने इस सम्बन्ध ने अधिशाषी अभियंता शिव से मुलाकात की तो उन्होंने ग्रामीणो को टरका दिया ,बाद में साफ़ हुआ की राजनीती दबाव् बना कर ठेकेदार ने यह योजना अपने रिश्तेदार की ढाणी ले गया ,पाइप लाइन बिछा कर एम मात्र परिवार को फायदा पहुँचाया ,इस ढाणी में मात्र एक परिवार हे जबकि जिस ढाणी हाजी कबूल के लिए स्वीकृत की गयी थी वहा दो दर्जन से अधिक परिवार रहते हैं , पेयजल की किल्लत के बीच पाइप योजना में हुए घोटाले की जानकारी उच्च अधिकारियो तक ग्रामीणो द्वारा पहुँचाने के बाद भी कोई कार्यवाही नहीं की ,सत्ताशीन लोगो के दबाव और अधिकारियो की अंधेरगर्दी के कारन ग्रामीणो का पानी पीने का हक़ छें लिया गया ,ग्रामीण सोमवार से जिला कलेक्टर कार्यालय के सामने धन पर बैठने की तयारी में जुटे हैं।




ग्रामीण सफी मोहम्मद ने बताया की राजनितिक कारणों के चलते गरीब जनता का अधिकार छीन कर अपने रिश्तेदार को फायदा पहुंचा के ठेकेदार ने न केवल राज्य सरकार की योजना को पलीता लगाया बल्कि भरस्टाचार कर पैसे भी , हमारा अधिकार छीनने वाले अधिकारी ,कर्मचारी और ठेकेदार के खिला ग्रामीण शीघ्र मोर्चा खोलेंगे ,बात मुख्यमंत्री तक जायेगी।

सोमवार, 23 जून 2014

बाड़मेर नरेंद्र मोदी से राजस्थानी भाषा को संवेधानिक मान्यता की मांग ,भेजा ज्ञापन

बाड़मेर नरेंद्र मोदी से राजस्थानी भाषा को संवेधानिक मान्यता की मांग ,भेजा ज्ञापन





बाड़मेर अखिल भारतीय राजस्थानी भाषा मान्यता संघरश समिति बाड़मेर द्वारा राजस्थानी भाषा को संविधान की आठंवी अनुसूची में शामिल कर मान्यता देने की मांग को लेकर  प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के नाम ज्ञापन जिला कलेक्टर को जिला पाटवी रिडमल सिंह दांता द्वारा प्रदेश उप पाटवी चन्दन सिंह भाटी के नेतृत्व में सौंपा। मोटियार ओरिषद के प्रदेश मंत्री रमेश सिंह इन्दा ,मोटियार परिषद के जिला पाटवी हिन्दू सिंह तामलोर ,संघठन मंत्री बाबू भाई शेख ,किशोर सिंह ,अब्दुल रहमान जायडू ,चुतर सिंह ,मुराद खान सहित कई कार्यकर्ता पदाधिकारी उपस्थित थे ,प्रदेश उप पाटवी चन्दन सिंह भाटी ने बताया की 25 अगस्त को राजस्थानी भाषा की मान्यता हेतु राजस्थान विधानसभा में लिए गए सर्वसम्मत संकल्प प्रस्ताव को 11वर्ष पूर्ण हो रहे हैं। 25 अगस्त 2003 के संकल्प के तुरंत बाद राज्य सरकार ने केन्द्र को पत्र लिखा था। 17 दिसंबर 2006 को लोकसभा में तत्कालीन गृहराज्य मंत्री श्रीप्रकाश जायसवाल ने घोषणा की थी कि ‘राजस्थानी एवं भोजपुरी भाषा को संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल करने हेतु केन्द्र सरकार ने सैद्धांतिक सहमति दे दी है और बजट सत्र 2007 में इस हेतु विधेयक आ जाएगा। इसके लिए सरकार कृत संकल्प है।’ श्री जायसवाल ने उन दिनों यह बयान 5-7 बार अलग-अलग जगहों पर दोहराया भी था।

उन्होंने बताया की आपत्तियां एवं उनका निराकरण: तत्पश्चात गृह मंत्रालय ने कहा कि रिजर्व बैंक के गर्वनर का पत्र आया है कि नोट पर लिखने के लिए जगह नहीं है। UPSC के अध्यक्ष ने अपने पत्र में कहा कि आयोग की परीक्षाओं में इससे कार्यभार बढ़ जाएगा। मान्यवर, नौकरशाही द्वारा पैदा की गई यह तकनीकी समस्या मान्यता में बाधा व देरी का कारण बनी। जबकि सर्वविदित है कि नोट पर 15 भाषाएं लिखी हैं एवं 8 वीं अनुसूची में 22 भाषाएं हैं। इसलिए रिजर्व बैंक की आपत्ति अर्थहीन साबित हो गई है। वर्तमान में 2013 के शुरू में केन्द्र सरकार में एक कमेटी बनी जिसने अपनी रिपोर्ट में कहा कनि आठवीं अनुसूची में जोड़ने हेतु UPSC का अनापत्ति प्रमाण पत्र आवश्यक नहीं है। इससे पूर्व डॉ. मनमोहन सिंह सरकार के प्रथम कार्यकाल में 8 वीं अनुसूची में भाषा में भाषाओं को जोड़ने हेतु श्री सीताकान्त महापात्र समिति बनी जिसने राजस्थानी को समृद्ध व सशक्त भाषा माना परन्तु 2035 तक किसी भी भाषा को 8 वीं अनुसूची में नहीं जोड़ने की सिफारिश की। सरकार ने इस समिति की सिफारिश को अस्वीकार कर दिया। रिजर्व बैंक व UPSC की दोनों तकनीकी समस्याओं से भी निजात मिल गई है। अब राजस्थानी भाषा को 8 वीं अनुसूची में जोड़ने में कोई सरकारी तकनीकी समस्या नहीं रह गई है।

जिला पाटवी रिडमल सिंह दांता के अनुसार मान्यता से होने वाले प्रमुख लाभ: मान्यवर, आप जानते ही हैं कि डोगरी, मैथिली, संथाली सहित देश की 22 भाषाओं के माध्यम से IAS बनने की सुविधा है, जब कि देश की अत्यंत समृद्ध और बड़े समुदाय की भाषा राजस्थानी में यह सुविधा नहीं प्रदान की जाती। संवैधानिक मान्यता होने से IAS की मुख्य परीक्षा में 2000 में से 600 अंक का राजस्थानी भाषा-साहित्य का प्रश्न पत्र एवं राजस्थानी माध्यम की सुविधा देश के अन्य प्रांतों के युवाओं के समान राजस्थानी युवा को भी मिल सकेगी। केन्द्र की अन्य समस्त नौकरियों की भर्ती परीक्षाओं में अन्य राज्यों के युवाओं के समान राजस्थानी युवाओं को अपनी भाषा की सुविधा मिल सकेगी। RAS सहित प्रदेश की अन्य नौकरियों में राजस्थानी को तवज्जो मिलने से राजस्थान में राजस्थान मूल के प्रतिभागी ही अधिक सफल हो सकेंगे। उर्दू, सिंधी, गुजराती, पंजाबी की भांति राजस्थान के बालक तृतीय भाषा राजस्थानी भी पढ़ सकेंगे। मातृभाषा के माध्यम से शिक्षण का मार्ग प्रशस्त होगा। उन्होंने बताया की हमारा निवेदन: राजस्थानी भाषा को 8 वीं अनुसूची में जोड़ने की मांग अब सम्पूर्ण राजस्थानियों द्वारा प्रदेश व प्रवास से जोर-शोर से उठाई जा रही है। इस मांग के सर्थन में राजस्थाने सभी 25 सांसद भी एकमत हैं । जनगणना 2011 में भी राजस्थान के 4 करोड़ 83 लाख लोगों ने अपनी मातृभाषा राजस्थानी दर्ज करवाई है। प्रवासी राजस्थानियों की संख्या भी कम नहीं है। वहीं ‘घूमर’ लोकनृत्य को दुनिया के टोप टैन नृत्यों में चौथा स्थान मिलना, कालबेलिया नृत्य को UNO द्वारा विश्व विरासत घोषित किया जाना, अमेरिका की लायब्रेरी ऑफ कांग्रेस द्वारा राजस्थानी को दुनिया की तेरह समृद्धतम भाषाओं में शुमार किया जाना, अमेरिका की शिकागो, रूस की मास्को, लंदन की कैंब्रिज सहित दुनिया की श्रेष्ठ यूनिवर्सिटियों में राजस्थानी का अध्ययन-अध्यापन, अमेरिका सरकार की नौकरियों के लिए राजस्थानी को मान्यता दिए जाने सहित कई ऐसे प्रमाण हैं जो राजस्थानी को समृद्ध और बड़े समुदाय की भाषा ठहराते हैं। चूंकि राज्य सरकार राजस्थानी भाषा, साहित्य एवं संस्कृति के संरक्षण व संवर्धन के लिए प्रतिबद्ध है। अतः निवेदन है कि राजस्थानी भाषा की मान्यता हेतु आप एवं गृहमंत्री श्री राजनाथसिंह जी निर्णय ले कर राजस्थानी भाषा को शीघ्र ही मान्यता दिलवाएं। ऐसा होने से राजस्थान ही नहीं पूरे देश के प्रांतों से राजस्थानी समाज में हर्ष होगा एवं इस काम में अग्रणी नेताओं के साथ-साथ आपकी लोकप्रियता बढ़ेगी। अन्य दलों से ताल्लुक रखने वाले राजस्थानी भाषा प्रेमियों का स्वाभाविक झुकाव आपकी ओर होगा। इस काम का यश आपको पूरे देश से मिलेगा। अतः संसद के आगामी सत्र में राजस्थानी भाषा को संविधान की 8 वीं अनुसूची में जुड़वाने का पुनीत एवं ऐतिहासिक काम आप करवाएं और आप ही ऐसा करने में सक्षम भी हैं । आपसे ऐसी ही अपेक्षा भी है। इतिहास में इस काम के लिए आप सदा याद किए जा राजस्थानी समाज द्वारा चिरकाल तक सराहना के भागीदार होंगे।

सोमवार, 5 मई 2014

ऍन डी ए के बहुमत से दूर रहने रहने समभावना ?नए साथियों की तलाश ?पुराने दिग्गजों की होंगी पुछ ?

ऍन डी ए के बहुमत से दूर रहने रहने समभावना ?नए साथियों की तलाश ?पुराने दिग्गजों की होंगी पुछ ?


देश भर में चल रहे लोकसभा चुनावो में अंतिम दौर जैसे जैसे नजदीक आ रहा हें भाजपानीत ऍन ड़ी ऍ खी चिनता बढ्ती जाए रहि ह। पुरे देश में नरेंद्र मोदी की लहर का दावा करने वाली भाजपा खो संकेत मिल गए हें खी उन्हें पुरण बहमत नही मील रहा ,एस मे भजपा की नैता नयें राजनैतिक साथीयों क़ी जुगाड़ मे लग गाये ह। सूत्रानुसार भाजपा को 212 से 217 और एन डी ए को 230 से 235 सीट मिलाने की संभावनाए अधिक हे। ऐसे में नरेंद्र मोदी खो प्रधानमंत्री बानाना भजपा की लीये दुष्कर होगा भाजपा खो सरक़ार बानाने की लीये ममता बॅनर्जी ,मुलायम सिंह यादव ,जय ललिता ,नितीश कुमार ,नवीन पटनायक ,शरद पंवार ,मायावती जैसे धुरंधर नेताओ की दलोँ की सह्योग खी ज़रूरत पड सकती हेन। चूँकि ऊपर लिखित सभी नरेंद्र मोदी के नाम पर समर्थन नहीं देंगे। ऐसे में भाजपा के सामने सरकार बनाने में दिक्कत हो सकती हैं। राजनाथ सिंह को नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री पद तक पहुँचाने नही देंगे। ऐसे में पुराने दिग्गज नेता  लाल कृश्णा आडवाणी ,सुषमा स्वराज ,लालजी टंडन ,मुरली मनोहर जोशी ,और जसवंत सिंह खी पार्टीं मे पुछ बढेगी । जोड़ तोड़ खी राजनीती में माहिर समझे जाने वाले जसवंत सिंह खो मुलायम सिंह ,जे ललिता ,नीतीष कूमार ,नविन पटनायक खो साठ लेनी खी जिम्मेदारि दिए जाए सकती हेन। चूँकि जसवंत सिंह अभी भजपा से निष्काशित ह एस मे उन्हें ऍन ड़ी ऍ मे जिम्मदारी क़ी चर्चाए शुरू हो गईं हैं। जसवंत सिंह एन डी ए में बाखूबी ला सकते हैं मगर खी यह दल नरेन्द्रा मोदी खो प्रधनमंत्री पद पार स्वीकार्य नही करेँगे ऐसे मे लाल कृश्न आडवाणी और सुषमा स्वराज खा भाग्य खूल सकते हं। भाजपा को सरकार समझौते करने पड़ेंगे।

सोमवार, 14 अप्रैल 2014

नरेंद्र मोदी के बयान से भाजपा में खलबली ,जसवंत समर्थको में नया जोश

नरेंद्र मोदी के बयान से भाजपा में खलबली ,जसवंत समर्थको में नया जोश


बाड़मेर एक निजी चैनल में भाजपा के प्रधानमंत्री पद के दावेदार और लोक प्रिय नरेंद्र मोदी को अब मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और राजनाथ सिंह के खेल और षड़यंत्र का सारा मामला समझ में आ गया। नरेंद्र मोदी ने जनता की अदालत में स्पष्ट कहा की जसवंत सिंह की टिकट काटने की मैं कैसे जुर्रत कर सकता हूँ ,लाल क्रिंष्ण आडवाणी और जसवंत सिंह की अंगुली पकड़ कर मैंने राजनीती सीखी हैं ,जसवंत मेरे आदर्श हैं ,नरेंद्र मोदी के इस बयान ने भाजपा और वसुंधरा राजे की नींद उड़ा दी ,कल तक मोदी को प्रधानमंत्री बनाने वाले भाजपा कार्यकर्ता मोदी के इस सन्देश को समझ गए ,भाजपा के कांग्रेसी प्रत्यसि का साथ छोड़ जसवंत की राह में लौट आये ,जसवंत मई हुए बाड़मेर जैसलमेर के क्षेत्रो में नरेंद्र मोदी की बालोतरा सभा चर्चा में हैं ,इस सभा में पहली बार नरेंद्र मोदी ने अपने प्रत्यासी के लिए वोट नहीं मांगे। पहली बार नरेंद्र मोदी ने कहा की मुझ पर विशवास हो तो वोट देना नहीं तो मत देना। जब नरेंद्र मोदी को भी पता हैं की उनका प्रत्यासी भरोसे लायक नहीं हैं ,नरेंद्र मोदी जसवंत के गाँव के समीप सभा ले रहे थे मगर उन्होंने जसवंत के शब्द नहीं बोला। उन्होंने अपनी पार्टी के प्रत्यासी का नाम तक नहीं लिया उन्हें वोट देने की अपील करना तो दूर की बात थी। नरेंद्र मोदी की अनुभवी नज़रो ने कांग्रेसी भीड़ और थोड़े बहुत नरेंद्र मोदी भक्तो के बुझे चेहरों का भांप लिया।

रविवार, 30 मार्च 2014

बाड़मेर से होकर गुजरेगा नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनाने का रास्ता

बाड़मेर से होकर गुजरेगा नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनाने का रास्ता 

नई दिल्ली। मिशन लोकसभा 2014 के समर से सभी दल जीत के लिए हर मुमकिन कोशिश में जुटे हुए हैं। मतदाता किस दल को अपने सिर आंखों पर बैठाएंगे यह तो भविष्य के गर्भ में है, लेकिन ओपिनियन पोल के जरिए उनकी संभावित रूझान के संकेत मिल रहे हैं।

मतदाताओं के मूड का आंकलन करने के लिए एबीपी न्यूज-नील्सन ने एक सर्वे कराया है। इस ताजा सर्वे के मुताबिक यूपीए को 119, एनडीए को 233, लेफ्ट को 23 और अन्य को 168 सीटें मिलने की संभावना है। वोटों के मत प्रतिशत की बात करें तो यूपीए को 26 फीसदी, एनडीए को 32 फीसदी, लेफ्ट को पांच फीसदी और अन्य को 37 फीसदी मत मिलने की उम्मीद है।

एबीपी न्यूज-नील्सन के ताजा सर्वे के मुताबिक यूपीए को इस्ट में 32, नार्थ में 27, साउथ में 35 और वेस्ट में 25 सीटें मिल सकती हैं। एनडीए को इस्ट में 39, नार्थ में 87, साउथ में 21 और वेस्ट में 86 सीटें मिलती दिख रही हैं। लेफ्ट को इस्ट में 14, साउथ में 9 सीटें मिल सकती हैं. वेस्ट और नार्थ में तो लेफ्ट का खाता भी नहीं खुलता दिख रहा है। अन्य की बात करें तो इस्ट में 57, नार्थ में 37, साउथ में 69 तो वेस्ट में 5 सीटें मिलने की संभावना है।

दक्षिण भारत में जगन और जयललिता होंगे किंगमेकर

दक्षिण भारत में बीजेपी के पीएम उम्मीदवार नरेंद्र मोदी का जादू नहीं चल रहा है। यहां यूपीए अभी भी एनडीए पर भारी दिख रही है। दिल्ली की सत्ता की चाबी जगन-जयललिता और टीआरएस के हाथों में हो सकती है। एबीपी न्यूज-नील्सन के ताजा सर्वे के मुताबिक दक्षिण भारत की कुल 134 सीटों में यूपीए को 35 एनडीए को 21, लेफ्ट को 9 और अन्य को 69 सीटें मिल सकती हैं।

एबीपी न्यूज-नील्सन के ताजा सर्वे के मुताबिक कर्नाटक में एक बार फिर बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभर रही है। कर्नाटक में बीजेपी को 15, कांग्रेस को 10, जेडीएस को 3 सीटें मिलने की संभावनाएं हैं। अब जरा तमिलनाडु पर नजर दौड़ाएं तो यहां सर्वे के मुताबिक एआईएडीएमके को 21, डीएमके को 10, कांग्रेस को 1, बीजेपी को 4 और अन्य को 3 सीटें मिल सकती हैं। आंध्र प्रदेश में कांग्रेस को 9, वाईएसआर कांग्रेस को 17, टीआरएस को 7, टीडीपी को 7 और अन्य को दो सीटें मिल सकती हैं।

केरल में बीजेपी का खाता भी नहीं खुल सकता है। यहां कांग्रेस को 12 और लेफ्ट को 8 सीटें मिलने की संभावना जताई जा रही है। अब गोवा पर ताजा सर्वे के मुताबिक बीजेपी और कांग्रेस ड्रॉ नतीजे देंगे। कांग्रेस को 1 तो बीजेपी को भी एक ही सीट मिलने की संभावनाएं हैं।

उत्तर भारत में मोदी की आंधी

एबीपी न्यूज-नील्सन के ताजा सर्वे के मुताबिक उत्तर भारत के कुल 151 सीटों में एनडीए को 87, यूपीए को 27 और अन्य को 37 सीटें मिलने की संभावनाएं हैं।

उत्तर प्रदेश में पिछले सर्वे के मुकाबले इस बार मोदी की लहर कुछ कम हो रही है। फिर भी बीजेपी राज्य की सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभर कर सामने आ रही है। यूपी में बीजेपी को 38, बीएसपी को 17, कांग्रेस और उसके गठबंधन दल को 11, एसपी को 12 और अन्य को दो सीटें आ सकती हैं। राजस्थान में बीजेपी बढ़त बनायी हुई है। यहां बीजेपी को 20 तो कांग्रेस को महज पांच सीटों से संतोष करना पड़ सकता है।

हरियाणा में सबसे अहम बात यह है कि अरविंद केजरीवाल की पार्टी खाता भी नहीं खोल पा रही है। यहां भी बीजेपी एक तरफा जंग जीत रही है। बीजेपी को 9 तो कांग्रेस को एक सीट मिलती दिख रही है। उत्तराखंड में बीजेपी ने कांग्रेस का सूपड़ा साफ कर दिया है। यहां बीजेपी सभी पांच सीटें अपने खाते में कर सकती है।

हिमाचल में भी बीजेपी एक तरफा जीत हासिल करते हुए दिख रही है। कुल चार सीटें बीजेपी को मिलती दिख रही हैं। जम्मू कश्मीर में कांग्रेस को तीन बीजेपी को एक और अन्य को दो सीटें मिलती दिख रही हैं।

दिल्ली में लड़ाई केजरीवाल और बीजेपी के बीच मुख्य रूप से लड़ी जा रही है। यहां बीजेपी को 3, आप को 3 और कांग्रेस को एक सीट मिल सकती है। चंडीगढ़ से आप को खुशखबरी मिल रही है. यहां से एक सीट आप के खाते में जाती दिख रही है।

पश्चिम भारत में मोदी का जादू

एबीपी न्यूज-नील्सन के ताजा सर्वे के मुताबिक पश्चिम भारत की कुल 116 सीटों में बीजेपी को 86 तो यूपीए को महज 25 और अन्य को पांच सीटें मिल सकती हैं।
गुजरात में बीजेपी की 21 और कांग्रेस को महज पांच सीटें मिल सकती हैं। मध्य प्रदेश में भी नमो नमो का जादू चल रहा है। यहां बीजेपी को 23 सीटें तो कांग्रेस को 5 और अन्य को एक सीट मिलने की संभावनाएं जताई जा रही हैं।

छत्तीसगढ़ में तो नमो के लहर में कांग्रेस का पत्ता ही गोल है। यहां बीजेपी को 9 तो कांग्रेस को महज 2 सीटों पर संतोष करना पड़ सकता है। महाराष्ट्र में बीजेपी को 31, कांग्रेस को 13 और अन्य को 4 सीटें मिल सकती हैं। दादर नागर हवेली मे बीजेपी को 1 और दमन और दीव में भी बीजेपी को ही एक सीट जाती दिख रही हैं.

पूर्वोत्तर

एबीपी न्यूज-नील्सन सर्वे के ताजा सर्वे के मुताबिक कुल 142 सीटों में एनडीए को 37, यूपीए को 22, लेफ्ट को 14 तो अन्य को 69 सीट मिल सकती है।

बिहार में नरेंद्र मोदी का जलवा बरकरार नहीं है क्योंकि पिछले सर्वे के बाद से इनकी सीटों की संख्या में कमी आई है लेकिन इसके बावजूद बिहार में बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी के रूप में सामने आ रही है। बीजेपी और उसके सहयोगियों को 21, कांग्रेस और आरजेडी को 12, जेडीयू को 6 तो अन्य को एक सीट मिलने की संभावना है।

बंगाल में सर्वे के मुताबिक अभी भी ममता बनर्जी का जादू लोगों के सिर चढ़कर बोल रहा है। बंगाल से मोदी को खुशखबरी आ रही है. टीएमसी को 28, लेफ्ट को 10, कांग्रेस को 3 तो बीजेपी को एक सीट मिलने की संभावना है।

ओडिशा की बात करें तो यहां नवीन पटनायक का जादू बरकरार है। बीजेडी को 17 तो बीजेपी को 2 और कांग्रेस को भी दो पर ही संतोष करना पड़ सकता है।

झारखंड में नमो नमो का बयार चल रहा है। बीजेपी को 10, कांग्रेस को एक, जेएमएम को एक और अन्य को दो सीटें मिलने की संभावनाएं हैं। असम से भी बीजेपी को खुशखबरी मिल रही है। यहां से बीजेपी को 3 तो कांग्रेस को 8 और अन्य को तीन सीटें मिल सकती हैं।

शुक्रवार, 21 मार्च 2014

जसवंत कि अनदेखी से भाजपा के लिए मारवाड़ खतरे में जोधपुर ,जालोर ,पली और बीकानेर होंगे प्रभावित


जसवंत कि अनदेखी से भाजपा के लिए मारवाड़ खतरे में

जोधपुर ,जालोर ,पली और बीकानेर होंगे प्रभावित


बाड़मेर भारतीय जनता पार्टी ने वरिष्ठ नेता जसवंत सिंह को बाड़मेर से टिकट न देकर नरेंद्र मोदी कि प्रधानमंत्री कि राह कठिन कर दी ,अब जसवंत सिंह निर्दलीय चुनाव लड़ेंगे ,जसवंत सिंह कि टिकट काटने से जोधपुर ,पली ,बीकानेर ,जालोर में भाजपा प्रत्यासियो कि राह कठिन हो जायेगी ,

नरेंद्र मोदी लहर कि चकाचौंध में भाजपा प्रदेश को मुगालता था कि भाजपा से पत्थर खड़ा करेंगे जीत जायेंगे ,वसुंधरा राजे ने कई स्थानो पर पत्थर खड़े कर दिए ,लोगो कि भावनाए जिन प्रत्यासियो के साथ जुडी थी उनको दरकिनार कर गैरो और पार्टी लाइन से बाहर के लोगो को टिकट दिया।

राजस्थान में मिशन 24 खतरे में 14 सीटो पर सिमट जायेगी

राजस्थान भाजपा के मिशन 25 कि हवा टिकट वितरण के साथ निकल गयी ,जोधपुर ,जयपुर ग्रामीण ,जालोर ,चित्तोड़ ,,भीलवाड़ा सीकर ,अजमेर और पाली भाजपा से दूर हो रही हें। सभी पच्चीस टिकटों कि घोषणा के बाद जोधपुर ,पाली ,बीकानेर ,और जालोर भाजपा के हाथ से एकदम छिटकती नज़र आ रही हें ,बाड़मेर से वसुंधरा राजे कि हठधर्मिता के कारन जसवंत सिंह को टिकट नहीं देने से राजपूत समाज में भाजपा के प्रति आक्रोश बढ़ा जिसके साथ नरेंद्र मोदी प्रभाव भी प्रभावित हो गया ,बाड़मेर से जसवंत सिंह निर्दलीय सोमवार को अपंने नामांकन दाखिल करेंगे ,आदर्श स्टेडियम में करीब दो लाख लोगो कि मौजूदगी में जसवंत सिंह ,नामांकन दाखिल करेंगे ,इसके लिए जसवंत सिंह के वकील डूंगर सिंह से नामांकन फॉर्म के चार सेट उठाए गए हें।

रविवार, 22 दिसंबर 2013

'महागर्जना' रैली में कांग्रेस पर गरजे मोदी ने दिया 'वोट फॉर इंडिया' का नारा

मुंबई. भारतीय जनता पार्टी के प्रधानमंत्री पद के उम्‍मीदवार नरेंद्र मोदी ने 'महागर्जना रैली' में मराठी में भाषण की शुरुआत की। उन्‍होंने छत्रपति शिवाजी और बाबा साहेब अंबेडकर का नाम लेने के बाद मराठी में ही 'कांग्रेस मुक्‍त भारत' का नारा दिया। मोदी ने कुशासन को डायबिटीज जैसी बीमारी बताया। उन्‍होंने आईएनएस विक्रांत की नीलामी पर कहा कि दिल्‍ली की सरकार धरोहरों को बेच रही है, जबकि हम गांव-गांव से लोहा मंगाकर धरोहर बनाने का प्रयास कर रहे हैं।
उन्‍होंने लोगों से अपील करते हुए कहा- दल से बड़ा देश होता है और मैं आपसे अपील करता हूं कि 2014 चुनाव में आप देश के मतदान करें। उन्‍होंने महागर्जना रैली में 'वोट फॉर इंडिया' का नारा दिया। मोदी ने रैली में आए लोगों से कहा- वंशवाद से मुक्ति से आप वोट फॉर इंडिया के नारे को साकार करें।
'महागर्जना' रैली में कांग्रेस पर गरजे मोदी ने दिया 'वोट फॉर इंडिया' का नारा
मोदी ने राहुल गांधी का नाम लिए बगैर कहा कि शनिवार को मैंने कांग्रेस के एक बड़े नेता को सुना। इनकी हिम्‍मत तो देखो, एक तरफ तो भ्रष्‍टाचारी नेताओं को महाराष्‍ट्र सरकार बचाती है और दूसरी ओर दिल्‍ली में उनके नेता भ्रष्‍टाचार के खिलाफ बड़ी-बड़ी बातें करते हैं। मोदी ने चायवालों को उनकी रैली में वीआईपी पास दिए जाने की बात करते हुए कहा कि आने वाले वक्‍त में देश का हर गरीब वीआईपी होगा।

मोदी ने महाराष्ट्र सरकार पर चुटकी लेते हुए कहा कि गुजरात में 365 दिन, 24 घंटे बिजली आती है। उन्‍होंने महाराष्‍ट्र और गुजरात के सीमाई क्षेत्रों का जिक्र करते हुए कहा- मैंने एक बार स्‍थानीय लोगों से पूछा कि आपको कैसे पता चलता है कि कौन सा गांव गुजरात का है और कौन सा महाराष्‍ट्र का है, ये कैसे पता चलता है तो लोगों ने मुझे ने कहा कि जिस गांव में अंधेरा है, वह महाराष्‍ट्र है और जिस गांव में उजाला है वह गुजरात में है।

मोदी की रैली को लेकर कांग्रेस में हलचल है। यही कारण है कि कांग्रेस पार्टी जल्‍द से जल्‍द मुंबई में सोनिया गांधी की रैली आयोजित करने जा रही है। पार्टी के स्‍थानीय नेताओं का कहना है कि सोनिया गांधी की रैली जनवरी में हो सकती है। कांग्रेस कार्यकर्ता इस रैली की तैयारियों में अभी से जुट गए हैं।

2009 लोकसभा चुनाव में भाजपा-शिवसेना गठबंधन मुंबई की सभी छह लोकसभा सीटों पर हार गया था। भाजपा-शिवसेना को सबसे ज्‍यादा नुकसान राज ठाकरे की पार्टी महाराष्‍ट्र नव निर्माण सेना (एमएनएस) ने पहुंचाया था। 'महागर्जना' रैली में पूरे महाराष्‍ट्र से लोगों को बुलाया जा रहा है। बीजेपी नेताओं का दावा है कि रैली में करीब पांच लाख लोग जुट रहे हैं। रैली स्‍थल तक लोगों को लाने के लिए 22 ट्रेनों स्‍पेशल ट्रेन लगाई गईं।

मुंबई रैली में महाराष्‍ट्र ही नहीं, बल्कि आसपास के राज्‍यों से भी लोगों को बुलाया गया। मोदी के रणनीतिकार लोकसभा चुनाव में महाराष्‍ट्र पर विशेष ध्‍यान दे रहे हैं। इस राज्‍य में 48 लोकसभा सीटें हैं और यह उन गिने-चुने राज्‍यों में एक है, जहां पर कांग्रेस आज भी मजबूत स्थिति में हैं।

बुधवार, 27 नवंबर 2013

मोदी के बाद अब गुजरात सरकार के मंत्रियो और सांसदो ने राजस्थान चुनावो में संभाला मोर्चा

मोदी के बाद अब गुजरात सरकार के मंत्रियो और सांसदो ने राजस्थान चुनावो में संभाला मोर्चा

चन्दन सिंह भाटी

बाड़मेर राजस्थान विधानसभा चुनावो में मोदी ने अब अपनी पूरी ताकत झोक दी है जहा एक और भाजपा को जिताने के लिए ताबड़ तोड़ रेलिया कर रहे है वही अब मोदी ने अपनी पूरी गुजरात सरकार को राजस्थान चुनाव प्रचार में मैदान में उतार दिया है एक तरफ पीएम एन वेटिंग मोदी ने अब राजस्थान चुनाव चुनावी सभाओ कर भाजपा को जिताने की अपील कर रहे है तो नरेंद्र मोदी कि गुजरात सेना जिसमे केबिनेट मंत्री से लेकर सांसद तक बाड़मेर में अब चुनावी सभाए कर मोदी के नाम पर भाजपा को जिताने के लिए अपील करते नजर आ रहे है
वीओ 1 चुनाव में अब सिर्फ चार दिन बाकि है जहा भाजपा के बड़े नेता इन दिनों राजस्थान में ताबड़ तोड़ चुनावी सभाए कर आरहे है वही अब गुजरात सरकार के केबिनेट मंत्री से लेकर गुजरात के सांसंद भी अपना धुआ धार प्रचार इन दिनों राजस्थान कमे करते नजर आ रहे है इस कड़ी में गुजरात सरकार के शिक्षा मंत्री भूपेंद्र कुमार ने बाड़मेर जिले मोर्चा सभाल रखा है आज पुरे दिन करीब पाच चुनावी देर शाम भाजपा प्रत्याशी प्रियंका के समर्थन में विशाल सभा को सम्बोधित कर रहे है शिक्षा मंत्री भूपेंद्र ने गुजरात सरकार का जमकर गुणगान किया साथ ही मोदी को प्रधानमन्त्री बनाने के नाम पर जनता से वोट मागे शिक्षा मंत्री भूपेंद्र के अनुसार वो पिछले दो दिनों से राजस्थान के बाड़मेर जालोर चुनावी सभाए कर रहे है और 29 दिसंबर तक राजस्थान में भाजपा का चुनाव प्रचार ही करेगे शिक्षा मंत्री भूपेंद्र ने कहा कि लोगो गहलोत सरकार से उब गए इसलिए इस बार वसुंधरा राजे कि सरकार कभीज होगी


ऐसा नहीं है कि गुजरात सरकार के मंत्री ही भाजपा का प्रचार घूम घूम कर रहे है गुजरात के कच्च से भाजपा से सांसद बहन पूनम ने भी बाड़मेर जिले आज कई सभाओ को सम्बोधित किया सांसद बहन पूनम के अनुसार हमारे गुजरात कि सरकार और भाजपा गुजरात सगठन ने राजस्थान में चुनाव प्रचार में अपनी पूरी ताक़त झोक रखी है सांसद बहन पूनम ने कहा कि आज मेने गावो में मानवेन्द्र सिंह के लिए कई सभाए की तो वह सेकड़ो लोगो जूट जिसे देख कर तो यह लग रहा है इस बार भाजपा ही राजस्थान में सरकार बनाएगी


दरसल बाड़मेर जिले कि सीमा गुजरात से लगती है भाजपा को ऐसा लगता है कि गुजरात के नेताओ का प्रभाव इस इलाके में पड़ सकता है इसलिए भाजपा ने गुजरात के नेताओ को भी मैदान में उतार दिया अब इन नेताओ का जादू चेलगा यह 8 दिसंबर को ही पता चेलेगा

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