जैसलमेर आखिर आयुक्त चाहते क्या है,ट्रांसफर चाहते है तो जनप्रतिनिधियों को इन्हें यही रख काम करवाना चाहिए*
*जेसलमेर किसी सक्षम अधिकारी को रुतबे से कम पोस्ट मिलती है तो कैसे जनता और जनहित कार्यो पर अपनी खुनस निकलते है यह जेसलमेर में नगर परिषद के वरिष्ठ आर ए एस अधिकारी दिखा रहे।।जनाब इससे पहले पाली जैसे जिले में अतिरिक्त जिला कलेक्टर पद पर कार्यरत थे।विधानसभा चुनावों के बाद इन्हें जेसलमेर लगाया।।इनके लगने के बाद नगर परिषद की स्थति बद से बदतर हो गई।।जनहित के कार्यो को अनदेखा करना।जनता के अधिकारों का हनन करना आम हो गया।।।गत दिनों पर्यावरण सरंक्षण की मुहिम के खिलाफ खलनायक बनकर उभरे।बड़ी मेहनत,लग्न और निष्ठा के साथ दो वर्ष पूर्व जेसलमेर के युवाओ द्वारा गड़ीसर की पाल पर रोपित पौधों को बिना किसी ठोस वजह के उखाड़ फेंका पर्यावरण सरंक्षण के अभियान में न केवल गतिरोध पैदा कीट बल्कि पर्यावरण के लिए कार्य कर रहे हज़ारो लोगो को निराश कर उन्हें सोचने पर विवश कर डित की वो किसके लिए पौधे लगाए ।जब लगाए पौधे ही उखड़े जा रहे ।इतने से आयुक्त रुके नहीं। सत्ताधारी नेताओ से जानबूझ कर टकराहट की स्थतिया पैदा की ताकि शिकायत करें ट्रांसफर हो जाये।उन्होंने युवाओ के खुलाफ़ प्राथमिकी दर्ज कर दी क्योंकि ये युवा पौधे उखाड़ने का विरोध करने मौके पर पहुंचे थे।इनमें जिला युवा कांग्रेस के जिला अध्यक्ष विकास व्यास भी शामिल है।जिनके साथ न केवल अभद्रता की बल्कि राजकीय कार्य मे बाधा जा मुकदमा दर्ज करवा दिया।।जबकि आयुक्त की इस जनविरोधी कार्यवाही का प्रभारी मंत्री बी डी कल्ला,काबीना मंत्री साले मोहम्मद और जिला कलेक्टर अनुचित मान चुके है ऐसे में आयुक्त द्वारा आने द्वारा की गई गलत कार्यवाही पर पर्दा डालने के लिए युवा वर्ग पर मुकदमे करवा दिए।इतनी हठधर्मिता ब्यूरोक्रेसी में उचित नही।आयुक्त को शायद गुमान है कि उनका ट्रांसफर ही जाएगया ऐसी वैसी हरकते करने से।।स्थानीय जन प्रतिनिधियों को चाहिए ऐसे बदमिजाज आयुक्त को यही इसी पद और रख जनहित के कार्य करवाए जाए।।आयुक्त महोदय ने निंदनीय कृत्य किया।।इस मुद्दे को स्थानीय युवा सही ढंग से रख नहीं पाए। वन एवम ओआर्यवर्ण सरंक्षण अधियम और एन जी टी में मामले को ले जाना चाहिए।बात पौधों की नहीं भविष्य में फिर को ऐसा दुःसाहस नही कर सके। आयुक्त की सत्ताधारियों के साथ टकराहट जेसलमेर की जनता का नुकसान अवश्य कराएगी।।शहर में सफाई व्यवस्था किसी से छुपी नही।सड़को का पेचवर्क नहीं हो रह।विकास कार्य ठप है।।नगर परिषद में मातम छाया रहता है।पार्षदों के काम नही हो रहे।।जिला कलेक्टर को इस मामले में हस्तक्षेप कर सुलझाने का प्रयास प्रथमिकत से करना चाहिए।।
*जेसलमेर किसी सक्षम अधिकारी को रुतबे से कम पोस्ट मिलती है तो कैसे जनता और जनहित कार्यो पर अपनी खुनस निकलते है यह जेसलमेर में नगर परिषद के वरिष्ठ आर ए एस अधिकारी दिखा रहे।।जनाब इससे पहले पाली जैसे जिले में अतिरिक्त जिला कलेक्टर पद पर कार्यरत थे।विधानसभा चुनावों के बाद इन्हें जेसलमेर लगाया।।इनके लगने के बाद नगर परिषद की स्थति बद से बदतर हो गई।।जनहित के कार्यो को अनदेखा करना।जनता के अधिकारों का हनन करना आम हो गया।।।गत दिनों पर्यावरण सरंक्षण की मुहिम के खिलाफ खलनायक बनकर उभरे।बड़ी मेहनत,लग्न और निष्ठा के साथ दो वर्ष पूर्व जेसलमेर के युवाओ द्वारा गड़ीसर की पाल पर रोपित पौधों को बिना किसी ठोस वजह के उखाड़ फेंका पर्यावरण सरंक्षण के अभियान में न केवल गतिरोध पैदा कीट बल्कि पर्यावरण के लिए कार्य कर रहे हज़ारो लोगो को निराश कर उन्हें सोचने पर विवश कर डित की वो किसके लिए पौधे लगाए ।जब लगाए पौधे ही उखड़े जा रहे ।इतने से आयुक्त रुके नहीं। सत्ताधारी नेताओ से जानबूझ कर टकराहट की स्थतिया पैदा की ताकि शिकायत करें ट्रांसफर हो जाये।उन्होंने युवाओ के खुलाफ़ प्राथमिकी दर्ज कर दी क्योंकि ये युवा पौधे उखाड़ने का विरोध करने मौके पर पहुंचे थे।इनमें जिला युवा कांग्रेस के जिला अध्यक्ष विकास व्यास भी शामिल है।जिनके साथ न केवल अभद्रता की बल्कि राजकीय कार्य मे बाधा जा मुकदमा दर्ज करवा दिया।।जबकि आयुक्त की इस जनविरोधी कार्यवाही का प्रभारी मंत्री बी डी कल्ला,काबीना मंत्री साले मोहम्मद और जिला कलेक्टर अनुचित मान चुके है ऐसे में आयुक्त द्वारा आने द्वारा की गई गलत कार्यवाही पर पर्दा डालने के लिए युवा वर्ग पर मुकदमे करवा दिए।इतनी हठधर्मिता ब्यूरोक्रेसी में उचित नही।आयुक्त को शायद गुमान है कि उनका ट्रांसफर ही जाएगया ऐसी वैसी हरकते करने से।।स्थानीय जन प्रतिनिधियों को चाहिए ऐसे बदमिजाज आयुक्त को यही इसी पद और रख जनहित के कार्य करवाए जाए।।आयुक्त महोदय ने निंदनीय कृत्य किया।।इस मुद्दे को स्थानीय युवा सही ढंग से रख नहीं पाए। वन एवम ओआर्यवर्ण सरंक्षण अधियम और एन जी टी में मामले को ले जाना चाहिए।बात पौधों की नहीं भविष्य में फिर को ऐसा दुःसाहस नही कर सके। आयुक्त की सत्ताधारियों के साथ टकराहट जेसलमेर की जनता का नुकसान अवश्य कराएगी।।शहर में सफाई व्यवस्था किसी से छुपी नही।सड़को का पेचवर्क नहीं हो रह।विकास कार्य ठप है।।नगर परिषद में मातम छाया रहता है।पार्षदों के काम नही हो रहे।।जिला कलेक्टर को इस मामले में हस्तक्षेप कर सुलझाने का प्रयास प्रथमिकत से करना चाहिए।।