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गुरुवार, 16 जून 2016

झालावाड़ के जिला कलक्टर डॉ. जितेन्द्र कुमार सोनी को इस वर्ष का साहित्य अकादमी युवा पुरस्कार



झालावाड़ के जिला कलक्टर डॉ. जितेन्द्र कुमार सोनी को इस वर्ष का साहित्य अकादमी युवा पुरस्कार
झालावाड़ के युवा जिला कलक्टर डॉ. जितेन्द्र कुमार सोनी को साहित्य अकादमी नई दिल्ली ने उनके राजस्थानी काव्य रणखार के लिये वर्ष 2016 का साहित्य अकादमी युवा पुरस्कार घोषित किया है।

साहित्य अकादमी के सचिव डॉ. के. श्रीनिवास राव द्वारा जारी विज्ञप्ति के अनुसार डॉ. जितेन्द्र कुमार सोनी की काव्य पुस्तक रणखार को निर्णायक मण्डल द्वारा युवा पुरस्कार 2016 के लिये चुना गया है। पुरस्कारों की घोषणा साहित्य अकादमी के अध्यक्ष विश्वनाथ प्रसाद तिवारी की अध्यक्षता में गुरुवार 16 जून को अकादमी के कार्यकारी मण्डल की इम्फाल में आयोजित बैठक में की गई। इस वर्ष विभिन्न भाषाओं की 24 पुस्तकों को इस पुरस्कार के लिये चयनित किया गया है जिनमें डॉ. सोनी की काव्य पुस्तक रणखार शामिल है। ज्ञातव्य है कि पुरस्कार स्वरूप 50 हजार रुपये तथा एक उत्कीर्ण ताम्रफलक प्रदान किया जाता है। इस पुरस्कार के लिये 35 वर्ष से कम आयु के युवा साहित्यकारों को ही चुना जाता है।

डॉ. सोनी का जन्म 29 नवम्बर 1981 को हनुमानगढ़ जिले के धन्नासर गांव में हुआ। उन्होंने विज्ञान विषयों से स्नातक उपाधि प्राप्त करने के बाद दर्शन शास्त्र एवं राजनीति विज्ञान से स्नातकोत्तर उपाधियां प्राप्त कीं। उन्होंने दर्शन शास्त्र से स्लेट की परीक्षा तथा राजनीति विज्ञान से नेट की प्रतिष्ठित परीक्षा तीन बार उत्तीर्ण की। डॉ. सोनी ने राजनीति विज्ञान से जेआरएफ, उर्दू से बीएड, सीजीएनआर तथा पीएचडी की बहु-प्रतिष्ठित उपाधियां भी प्राप्त कीं। उन्होंने सैंकड़ों युवाओं का मार्गदर्शन किया है जिससे उन युवाओं का प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता अर्जित करने का मार्ग प्रशस्त हो सका।

युवा वर्ग में सोनी सर के नाम से विख्यात डॉ. जितेन्द्र सोनी संवेदनशील साहित्यकार भी हैं। उनकी चर्चित रचनाओं में रणखार के साथ-साथ हिन्दी भाषा में काव्य संग्रह उम्मीदों के चिराग तथा राजस्थानी में अनुवाद कृति म्हारै पांती रा पानां भी बहुत चर्चित हुई हैं। राजस्थानी भाषा में प्रकाशित होने वाले थार सप्तक के छठे अंक में डॉ. सोनी को प्रमुख राजस्थानी कवि के रूप मंे सम्मिलित किया गया।

साहित्यिक उपलब्धियों के साथ-साथ डॉ. सोनी ने प्रशासनिक हलकों में भी अपनी छाप छोड़ी है। उनके द्वारा जालोर जिले से आरम्भ किये गये चरण पादुका कार्यक्रम की राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय जगत में खासी चर्चा रही। राजस्थान सरकार ने इस कार्यक्रम को पूरे राज्य में सरकारी योजना के रूप मंे आरम्भ किया है। वर्ष 2014-15 में डॉ. सोनी ने जालोर जिले में कलक्टर रहते हुए बाढ़ बचाव कार्यक्रम में अपनी जान पर खेलकर कई लोगों की जान बचाई थी जिसकी चर्चा पूरे राज्य में रही। मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे की प्रेरणा से डॉ. सोनी ने झालावाड़ जिले में जनता का अभूतपूर्व सहयोग प्राप्त कर मोक्षदायिनी पौराणिक नदी चन्द्रभागा के पुनरुद्धार का अभूतपूर्व कार्य किया है।