crudoli लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं. सभी संदेश दिखाएं
crudoli लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं. सभी संदेश दिखाएं

शनिवार, 22 जुलाई 2017

बाड़मेर *क्या है तेल गैस फील्ड की सुरक्षा।कल को कोई RDX रख आएगा।*



बाड़मेर *क्या है तेल गैस फील्ड की सुरक्षा।कल को कोई RDX रख आएगा।*



*बाड़मेर तेल गैस खोज में अग्रणी केयर्न इंडिया अपने आयल फील्ड को लेकर हमेशा बड़े बड़े दावे करती हैं।इन दावों को क्रूड ऑयल चोरों ने खोखला साबित कर दिया।कितनी आसानी से सुरक्षा कवच को भेद अरबो रुपयों की तेल चोरी कर ली।इस प्रकरण से एक प्रश्न जेहन में आता है कि पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आई एस आई कि नजर केयर्न के इन आयल फील्ड पर लम्बे समय से हैं।ये बहुप्रचारित भी किया जा चुका है।आई एस आई कि इस मंशा के बाद कंपनी ने अपने आयल फील्ड की सुरक्षा चाक चौबंद करने का दावा भी कई बार किया।मगर हकीकत कोसो दूर है।तेल के खेल ने सुरक्षा व्यवस्थाओ के दावों की पोल खोल के रख दी,सुरक्षा में लगे अधिकारियों और कर्मचारियों की मिलीभगत के बगैर यह खेल नही खेला जाता।जब दो वर्ष पूर्व मामले को उजागर किया था बाड़मेर न्यूज़ ट्रैक ने तो उस वक़्त मंगल फील्ड की सुरक्षा की जिम्मीदरी निभा रहे सबसे ईमानदार माने जाने वाले के एस राठौड़ की तेल चोरों के साथ मिली भगत उजागर हुई थी।कम्पनी ने बिना कोई उन पर कार्यवाही किये उन्हें चलता कर दिया था।पूरी सुरक्षा कड़ी को बदला था।मगर कहानी फिर दोहराई गई।बात ये है कि जब इतनी सुरक्षा के बीच आयल फील्ड से तेल चोरी हो सकता है तो कोई भी जाकर इन टेंकरो के माध्यम से विस्फोटक सामग्री भी आसानी से रख इन्हें उड़ा सकता था।केयर्न अधिकारियों की लापरवाही के चलते ही यह खेल लम्बे चला।कोई दो राय नही केयर्न के ईमानदार अधिकारियों के तेल चोरी रोकने के भरसक प्रयासो पर पैसों की खनक में बिकने वाले अधिकारी भारी पड़े,राष्ट्रीय धरोहर घोषित तेल गैस की सुरक्षा इतनी लचर होगी कोई विश्वास नही करेगा।मगर हकीकत सामने आई।पुलिस ने जो कार्यवाही की वो काबिल ए तारीफ है मगर केयर्न के उच्च अधिकारियों की खामोशी गले नह उतर रही।केयर्न ने अपनी तरफ से इन तेल चोरी के षड्यंत्र में शामिल कर्मचारियों और अधिकारियों और ठेकेदारों के खिलाफ कोई कार्यवाही नही की नही मुकदमे दर्ज कराए।।केयर्न को चाहिए पर्दे के पीछे तेल के खेल में शामिल सफेद पोशों को बेनकाब कर राष्ट्रद्रोह का मामला दर्ज कराए।।पुलिस ने दस्तावेजो के आधार पर गिरफ्तारियां की है मगर सब जानते है कि पर्दे के पीछे कौन कौन लोग है।छोटे अनजान मोहरे तो पुलिस की गिरफ में आ गए मगर बड़ी मछलियां अभी भी इस खेल से बाहर हैं। पुलिस की मजबूरियां हो सकती है मगर कंपनी की कोई मजबूरी नही।इस खेल में गांधी धाम के ठेकेदार से लेकर बायतु के ठेकेदार शामिल है।तो बाड़मेर शहर के कई नामी चेहरे इस खेल में शामिल हैं।इस प्रकरण को उच्च स्तर पर सी बी आई को सौंप देना चाहिए।।राष्ट्रद्रोह का कृत्य है राष्ट्र की अनमोल संपदा की चोरी राधट्रद्रोह से कम नही।।*




*बाड़मेर न्यूज़ ट्रैक*