जोधपुर की राजकीय बालिका गृह की सुपरिटेंडेंट सस्पेंड, बच्चियों के साथ करती थी बदसलूकी
जोधपुर. जोधपुर के राजकीय बालिका गृह से बच्चियों के साथ बदसलूकी का मामला सामने आया है. बाल संरक्षण आयोग की अध्यक्ष के औचक निरीक्षण के दौरान बच्चियों ने बालिका गृह अधीक्षक के खिलाफ गंभीर आरोप लगाए है. बच्चियों की बात सुनने के बाद आयोग अध्यक्ष ने अधीक्षक को निलंबित कर दिया है. बाल संरक्षण आयोग की अध्यक्ष ने अधीक्षक के साथ ही तीन केयर टेकर को हटा दिया है. बालिका गृह की अधीक्षक असमां पीरजादा वहां रहने वाली बालिकाओं से अभद्र व्यवहार करती थी. अधीक्षक पर बच्चियों ने यह भी आरोप लगाया है कि मासिक धर्म के दौरान जब बच्चियां सेनेट्री नैपकिन मांगती तब उनसे अभद्रता की जाती थी. पीड़ित बच्चियों ने आरोप लगाया कि अनजान लोगों को भामाशाह के नाम पर बालिका गृह में प्रवेश दिया जाता है और लड़कियों को उनसे मिलने पर मजबूर किया जाता है. बच्चियों के ऐसा नहीं करने पर उनसे मारपीट की जाती है.
अधीक्षक पर अनजान लोगों को बालिका गृह में प्रवेश देने का भी आरोप
दरअसल यह मामला तब खुला जब राजस्थान बाल अधिकारी संरक्षण आयोग की अध्यक्ष संगीता बेनीवाल ने बालिका गृह का औचक निरीक्षण किया. बालिका गृह में रहने वाली करीब एक दर्जन लड़कियां बेनीवाल से मिली और उन्होंने इसकी शिकायत की.
रेखा शेखावत को बनाया गया बालिका गृह की अधीक्षक
राजस्थान बाल अधिकारी संरक्षण आयोग की अध्यक्ष संगीता बेनीवाल ने अधीक्षक असमा पीरजादा को निलंबित कर दिया है. इसके साथ ही तीन केयर टेकर को भी बालिका गृह से हटा दिया गया है. आयोग की अध्यक्ष ने बालिका गृह का चार्ज नारी निकेतन की अधीक्षक रेखा शेखावत को सौंप दिया गया है. नया पदभार मिलने के बाद रेखा शेखावत ने बालिकाओ को अच्छा माहौल देने का वादा किया है.
जोधपुर. जोधपुर के राजकीय बालिका गृह से बच्चियों के साथ बदसलूकी का मामला सामने आया है. बाल संरक्षण आयोग की अध्यक्ष के औचक निरीक्षण के दौरान बच्चियों ने बालिका गृह अधीक्षक के खिलाफ गंभीर आरोप लगाए है. बच्चियों की बात सुनने के बाद आयोग अध्यक्ष ने अधीक्षक को निलंबित कर दिया है. बाल संरक्षण आयोग की अध्यक्ष ने अधीक्षक के साथ ही तीन केयर टेकर को हटा दिया है. बालिका गृह की अधीक्षक असमां पीरजादा वहां रहने वाली बालिकाओं से अभद्र व्यवहार करती थी. अधीक्षक पर बच्चियों ने यह भी आरोप लगाया है कि मासिक धर्म के दौरान जब बच्चियां सेनेट्री नैपकिन मांगती तब उनसे अभद्रता की जाती थी. पीड़ित बच्चियों ने आरोप लगाया कि अनजान लोगों को भामाशाह के नाम पर बालिका गृह में प्रवेश दिया जाता है और लड़कियों को उनसे मिलने पर मजबूर किया जाता है. बच्चियों के ऐसा नहीं करने पर उनसे मारपीट की जाती है.
अधीक्षक पर अनजान लोगों को बालिका गृह में प्रवेश देने का भी आरोप
दरअसल यह मामला तब खुला जब राजस्थान बाल अधिकारी संरक्षण आयोग की अध्यक्ष संगीता बेनीवाल ने बालिका गृह का औचक निरीक्षण किया. बालिका गृह में रहने वाली करीब एक दर्जन लड़कियां बेनीवाल से मिली और उन्होंने इसकी शिकायत की.
रेखा शेखावत को बनाया गया बालिका गृह की अधीक्षक
राजस्थान बाल अधिकारी संरक्षण आयोग की अध्यक्ष संगीता बेनीवाल ने अधीक्षक असमा पीरजादा को निलंबित कर दिया है. इसके साथ ही तीन केयर टेकर को भी बालिका गृह से हटा दिया गया है. आयोग की अध्यक्ष ने बालिका गृह का चार्ज नारी निकेतन की अधीक्षक रेखा शेखावत को सौंप दिया गया है. नया पदभार मिलने के बाद रेखा शेखावत ने बालिकाओ को अच्छा माहौल देने का वादा किया है.