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शुक्रवार, 31 जुलाई 2020

जैसलमेर का 865 वां स्थापना दिवस परम्परागत रूप से राजपरिवार ने सादगी पूर्ण मनाया

जैसलमेर का 865 वां स्थापना दिवस परम्परागत रूप से राजपरिवार ने सादगी पूर्ण मनाया





जैसलमेर। जैसलमेर का 865 वां स्थापना दिवस सादगी से जैसलमेर दुर्ग महल में शुक्रवार को मनाया गया। यहां धार्मिकता का माहौल था तो लोक संस्कृति और शाही परंपरा के रंग भी दिखाई दिए। मौका था जैसलमेर के 865  वें स्थापना दिवस का। जैसलमेर के सोनार दुर्ग का नजारा अलग ही नजर आया। स्थापना दिवस परंपरागत रूप से मनाया गया।


कार्यक्रमों का आगाज भाटी वंश की कुल देवी मां स्वांगिया का पूजन कर किया गया। सोनार दुर्ग स्थित महारावल महल के स्वांगियां चौक में जैसलमेर की खुशहाली के लिए गायत्री यज्ञ का आयोजन किया गया, जिसमें मंत्रोच्चार के बीच आहुतियां दी गई। दुर्ग स्थित राजमहल की छत पर रियासतकालीन ध्वज का पूजन किया गया। गौरतलब है कि दुर्ग की स्थापना महारावल जैसलदेव की ओर से वि. सं. 1212 में श्रावण सुदी 12 को की गई थी।

 इस दौरान जैसलमेर के संस्थापक महारावल जैसलदेव का पूजन तथा जैसलमेर रियासतकालीन ध्वज का पूजन किया गया। कार्यक्रम में पूर्व राजघराने महारावल बृजराज सिंह ,युवराज चैतन्य राज सिंह के सदस्य राजेश्वरी राज्य लक्ष्मी व जन्मेजयराज सिंह ने भाटी कुल की कुलदेवी मां स्वांगिया का पूजन किया। इस दौरान उनके सानिध्य में जैसलमेरकी खुशहाली के लिए गायत्री यज्ञ किया गया।इस अवसर पर राजपरिवार के सदस्यों सहित स्थानीय मोजिज लोगो ने शिरकत की।


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