पंद्रह अगस्त को बेन्कौक में गूंजी राजस्थानी भाषा और लोक संस्कृति
भारतीय राजनायीक ने किया फकीरा खान का सम्मान
बाड़मेर पश्चिमी राजस्थान के बाड़मेर जिले के अन्तराष्ट्रीय लोक कलाकार फकीरा खान एंड पार्टी ने पन्द्र अगस्त को थाईलेंड में राजस्द्थानी लोक संस्कृति से रूबरू कराया .उन्होंने भारतीय राजनयिक के समक्ष राजस्थानी लोक संस्कृति का परचम लहराया .लोक कलाकार फकीरा खान के सात सदसीय दल के साथ भारतीय संस्कृतिक सम्बन्ध परिषद् देहली के शकूर खान लंगा और आसीन खान लंगा के साथ राजस्थानी लोक गयीकी की धूम मचा कर थाई के लोगो को झुमने पर मजबूर कर दिया .जोधपुर की कालबेलिया नार्तिकाओ ने राजस्थानी लोक गीतों पर शानदार प्रस्तुतिय देकर वह वाही लुटी ,राजस्थानी लोक संस्कृति के इन पहरुओ ने थाई के बैंकॉक ,चिन्ग्मई में शानदार प्रस्तुतिय देकर सभी का मन मोघ लिया ,फकीरा खान ने वन्दे मातरम के साथ अपनी गयीक का आगाज़ कर केसरिया बालम आओ नी पधारो म्हारे देश ,निम्बुदा निम्बुदा ,दमदंम मस्द्त कलंदर जैसी प्रस्तुतिय देकर लोगो को स्टेज पर आकर झोपोमाने को मजबूर कर दिया ,बैंकॉक स्थित भारतीय दूतावास में स्वाधीनता दिवस पर झंडारोहण के समय पूरा राजनयिक परिसर राजस्थानी लोक संस्कृति में डूब सा गया ,फकीरा खान एंड पार्टी के स्वयं फकीरा खान विशाला ,बाबुखां रेडाना ,फकीरा खान भादरेस ,बाबुखां विशाला ,चांदा खान ने राजस्थानी लोक गीत संगीत को परवान चदा दिया .अपने आठ दिवसीय कार्यक्रमों में राजस्थानी भाषा और संस्कृति की धूम मचा दी ,उन्होंने बैंकॉक ,थाईलेंड और चिन्ग्मई में छः कार्यक्रमों से राजस्थानी की धाक जमा दी .भारतीय राजनयिक ने फकीरा खान एंड पार्टी को विशेष तौर से पुरस्कृत कर उनके सम्मान में अपने घर दावत भी दी .फकीरा खान ने बताया की अपनी मायड़ भाषा से उन्हें विशेष लगाव हें ,उन्होंने धरती धोरा की शानदार प्रस्तुतिय देकर सबका दिल जीत लिया .फकीरा खान के दल के साथ रिदम ऑफ़ राजस्थान के निदेशक नितिन नाथ हर्ष साथ थे .
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