आहोर (जालोर) पुलिस ने कराया टोटका, वृद्ध की तबीयत बिगड़ी
आहोर (जालोर). कस्बे के मेघवालों का वास स्थित भादरूओं की गली में पिछले कुछ दिनों से घरों पर पत्थर फेंकने के मामले में गुरुवार को नया मोड़ आया। इस मामले को लेकर आरोपितों की पहचान करने के लिए पुलिसकर्मियों की ओर से शाम को मोहल्ले में मोहल्लेवासियों की उपस्थिति में टोटका करवाया गया तथा बाद में एक वृद्ध को धमकाया गया। पुलिस की डांट से वृद्ध की अचानक तबीयत बिगड़ गई। जिसके चलते परिजनों ने वृद्ध को रात को कस्बे के निजी अस्पताल में भर्ती करवाकर उसका उपचार करवाया। जानकारी के अनुसार भादरूओंं की गली में पिछले कुछ दिनोंं से घरों पर पत्थर फेंके जा रहे है। इसको लेकर मोहल्ले के छगनाराम मेघवाल ने पुलिस थाने में रिपोर्ट दी थी। मेघवाल ने गत २० जुलाई को थाने में रिपोर्ट देकर बताया कि मीणों का वास निवासी तारीया, मेसीया व सवीया पुत्र मोतीया, पपीया व गीया पुत्र रावता मीणा उनके घरों पर पत्थर फेंक रहे है। जिस पर पुलिस ने इन्हें पकड़कर पूछताछ की तथा बाद में उन्हें छोड़ दिया। लेकिन गुरुवार शाम को इस मामले ने अलग ही मोड़ ले लिया। मीणों का वास निवासी ताराराम पुत्र मोतीराम मीणा ने आरोप लगाया कि शाम को भादरूओं की गली स्थित खेतलाजी मंदिर प्रांगण में पुलिसकर्मियों की ओर से दोनो मोहल्ले के वाशिंदों को जमा कर आरोपितों की पहचान को लेकर टोटका करवाया गया। जिसके तहत पुलिसकर्मियों ने मंदिर के पीछे रखी एक कपड़े की ढकी मटकी के उपर छेद में उपस्थित लोगों से अंगुली डलवाई गई। पुलिसकर्मियों ने बताया कि जिसकी अंगुली सिंदूर में होगी वो आरोपित नहीं है तथा जिनकी अंगुली सिंदूर में नहीं होगी वो पत्थर फेंकने का आरोपी होगा। यहां पर बैठे उसके वृद्ध पिता मोतीराम मीणों को भी अंगुली डालने के लिए कहा गया। लेकिन उसके पिता की अंगुली में चोट के चलते कपड़ा बंधा होने से पूरी अंगुली अन्दर नहीं गई तथा अंगुली सिंदूर में नहीं हो पाई तो पुलिसकर्मियों ने उसके पिता को आरोपी ठहराते हुए धमकाया। जिसके चलते उनकी अचानक तबीयत बिगड़ गई तथा उपचार के लिए उन्हें रात को कस्बे के निजी अस्पताल में भर्ती करवाना पड़ा। इस मामले को लेकर थाना प्रभारी राजेश बाफना को फोन लगाया लेकिन उन्होंने कॉल रिसिव नहीं किया।