अजमेर.अजमेर पुलिस की अनूठी पहल -अब पुलिस थाने जाने की नहीं कोई जरूरत, घर बैठे मिलेगी यह सभी सुविधाएं
स्मार्ट सिटी की तर्ज जिला पुलिस ने भी मंगलवार को स्मार्ट पुलिसिंग की दिशा में कदम बढ़ा दिए। मुख्यमंत्री ने अजमेर यात्रा के दौरान रीजनल कॉलेज स्थित हैलीपेड पर जिला पुलिस का अजमेर पुलिस एप लॉन्च किया। उन्होंने पुलिस एप की सराहना करते हुए आमजन की सुरक्षा के साथ रक्तदान जैसे सामाजिक सरोकार से जोडऩे वाला बताया।प ुलिस उप महानिरीक्षक व एसपी नितिनदीप ब्लग्गन ने रीजनल कॉलेज स्थित हैलीपेड पर मुख्यमंत्री को अजमेर पुलिस एप की जानकारी दी। मुख्यमंत्री ने एप खोलकर लॉन्च किया।
आईजी अजमेर रेंज मालिनी अग्रवाल व कलक्टर गौरव गोयल ने अजमेर पुलिस एप को खोला। ब्लग्गन ने बताया कि एप लॉन्च के साथ ही जिला पुलिस की यातायात शाखा में ऑनलाइन चालान व्यवस्था शुरू हो गई है। एप के माध्यम से यातायात पुलिसकर्मियों के साथ आमजन भी यातायात नियमों का उल्लंघन करने वालों का चालान बनवा सकेंगे।
छात्रों ने बनाया
ब्लग्गन ने बताया कि जिला पुलिस की साइक्लोन टीम ने इंजीनियरिंग कॉलेज के छात्रों की मदद से अजमेर पुलिस एप तैयार किया है। टीम में मुकेश कुमार भाटी, रोहित कामरा, लक्ष्मण माली के साथ फैकल्टी मेम्बर में डॉ. राकेश राठी, ज्योति गजरानी और विनेश जैन शामिल है।
ये है छह फीचर्स
अजमेर पुलिस एप को प्ले स्टोर से डाउनलोड कर इस्तेमाल किया जा सकता है। पुलिस एप पर आपातकालीन डेस्क सहित पुलिस से जुड़ी मदद की सेवाओं को शामिल किया है। इसके अलावा इसमें पब्लिक कम्प्लेंड्स, नियर बाय पुलिस स्टेशन, पुलिस के कॉन्टेक्ट नम्बर, खून की जरूरत पर मदद (ब्लड रिक्वेस्ट), रूल्स एंड इन्फॉर्मेशन (नियम-कायदों की जानकारी) आदि फीचर्स हैं। ब्लग्गन के मुताबिक भविष्य में एप पर आमजन से जुड़े फीचर्स शामिल किए जा सकते हैं।
1-आपातकालीन डेस्क पुलिस एप का पहला फीचर आपातकालीन डेस्क है। इसमें एप डाउन लोड करने वाला व्यक्ति अपने दो परिचित या परिवार के सदस्यों को सुरक्षा की दृष्टि से आपातकालीन डेस्क पर डाल सकता है। संकट की स्थित में आपातकालीन डेस्क पर रेड बटन दबाने पर संबंधित नम्बरों के नाम, नम्बर और लोकेशन के साथ मदद के लिए मैसेज पहुंच जाएगा।
2-पब्लिक कम्प्लेंड्स पब्लिक कम्पलेंड्स में कोई भी व्यक्ति यातायात नियम का उल्लंघन करने वाले वाहन की फोटो, पंजीयन नम्बर, पते के साथ उससे जुड़े अपराध में वाहन पर चलते हुए मोबाइल का इस्तेमाल, स्टॉप लाइन का उल्लंघन, नो-पार्किंग में गाड़ी खड़ी करने, रेड लाइट का उल्लंघन, गलत साइड में गाड़ी चलाना, बिना हेलमेट दुपहिया वाहन चलाना, तीन सवारी दुपहिया वाहन का इस्तेमाल की शिकायत कर सकता है। हालांकि पुलिस ने झूठी शिकायत करने वाले पर कार्रवाई का भी प्रावधान रखा है।
3. नियर बाय पुलिस स्टेशन
तीसरे फीचर के इस्तेमाल से मोबाइल के जीओ नेटवर्क के जरिए एप का इस्तेमाल करने वाला व्यक्ति अपने नजदीकी पुलिस स्टेशन के संबंध में जानकारी जुटा सकता है।
4 . कॉन्टेक्ट पुलिस(सम्पर्क सूत्र)
चौथे फीचर में जिला पुलिस के आलाधिकारियों के साथ पुलिस थाने और पुलिस चौकी के दूरभाष नम्बर की सूची देखी जा सकती है।
5. ब्लड रिक्वेस्ट
पांचवें फीचर में जिला पुलिस ने सामाजिक सरोकार को जोड़ते हुए रक्तदान से जोड़ा है। ब्लड रिक्वेस्ट ऑप्शन का इस्तेमाल करते हुए एप इस्तेमाल करने वाला व्यक्ति आपात स्थिति में रक्तदाता को ढूंढ सकता है। इसमें ब्लड ग्रुप को चुनने के पश्चात, स्थान, नाम, दो मोबाइल नम्बर के साथ अपना मैसेज डाल सकते है। रिक्वेस्ट करते ही अजमेर पुलिस एप का इस्तेमाल करने वालों प्रत्येक व्यक्ति के पास रक्तदान के लिए मैसेज पहुंच जाएगा। इससे रक्तदाता संबंधित व्यक्ति से सम्पर्क कर सकेगा।
6. रूल्स एंड इन्फॉरर्मेशन
छठे फीचर में एमवी एक्ट एंड रूल्स (मोटरयान अधिनियम के नियम-कानून), अनिवार्य नियम (मैंडेटरी रूल्स) और सजग रहने के नियम बताए गए है।