बाबा के बीज पर उमड़ा आस्था का ज्वार ,रिकार्ड तोड़ आए मेलार्थी
जैसलमेर रामदेवरा , 27 अगस्त/ द्वारकाधीश भगवान श्रीकृष्ण के कुलयुगी अवतार बाबा रामदेव की अवतरण तिथि भादवा-शुक्ला द्वितीया के उपलक्ष में बाबा की कर्मस्थली रामदेवरा में ब्रहम मुहर्त में सम्पन्न हुई मंगला आरती के अवसर पर बाबा की समाधी के मस्तक पर स्वर्ण मुकूट प्रतिष्ठापन्न के साथ 630 वाॅं अंतर प्रांतीय बाबा रामदेवरा मेला बुधवार, 27 अगस्त से विधिवत् रूप प्रारम्भ हो गया है। देश के पश्चिमी अंचल के कुम्भ माने जाने वाले सुविख्यात मेले के शुभारम्भ अवसर पर जिला कलक्टर एन.एल.मीना एवं जिला पुलिस अधीक्षक विकास शर्मा , बाबा के वंषज और गादीपति भोंमसिंह तँवर , ने बाबा रामदेव जी की समाधी की पूजा-अर्चना की एवम् देश व प्रदेश में खुशहाली की कामना की।
जिला कलक्टर मीना , पुलिस अधीक्षक शर्मा , पूर्व विधायक गोपाराम मेघवाल ने श्रृद्धाभावना सहित बाबा रामदेव जी की समाधी के दर्शन किए तथा समाधी का पंचामृत से अभिषेक किया । उन्होंने समाधी पर इत्र एवं प्रसाद चढ़ाया एवं समाधी पर चंवर ढुलाया तथा बाबा के अखण्ड जौत के दर्शन किए एवं मंदिर परिसर का भ्रमण कर मेला व्यवस्थाओं का जायजा लिया।
मंगला आरती के अवसर पर दूध , दही , सहद ,इत्र एवं पंचामृत से अभिषेक किया गया। बाबा को मेवा मिष्ठान एवं मिश्री का भोग लगाया गया। पूजारी कमल छंगाणी ,ओम शर्मा के साथ ही बाबा के वंषज तँवर समाज के गणमान्य नागरिक भी मंगला आरती के अवसर पर उपस्थित थे। बाबा की समाधी पर नई चादर चढ़ाई गयी एवं बुधवार को प्रातः बाबा की भोग आरती की गई।
मंगला आरती के दौरान समिति के पूजारी कमल छंगाणी ने जिला कलक्टर मीना एवं पुलिस अधीक्षक शर्मा से शास्त्रोक्त विधि से पूजा-अर्चना करायी। बाबा की समाधी पर चढ़ाये गये मुकूट के केषर से तिलक लगाया गया एवं बाबा की समाधी पर चढ़ाई गई मालाएं इन अतिथियों को पहनाई गई।
सहायक मेलाधिकारी एवं तहसीलदार पोकरण सुभाष हेमानी , अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक फलौदी एवं कानून व्यवस्था के प्रभारी रमेष मोर्य ,सहायक मेलाधिकारी एवं विकास अधिकारी नारायणलाल सुथार , तहसीलदार भणियांणा पुखराज भार्गव ,सरपंच रामदेवरा भोमाराम मेघवाल , ग्रामसेवक मोतीराम ,पटवारी रामदेवरा गोकुलराम के साथ ही मंदिर समिति के पदाधिकारीगण भी मंगला आरती के समय उपस्थित थे एवं उन्होंने बाबा की अखण्ड जौत के दर्शन किए एवम् समाधी के आगे नतमष्तक होकर नमन् किया।
मंगला आरती के अवसर पर मंदिर के प्रमुख प्रवेश द्वार के खुलते ही मेलार्थी बाबा के जयकारे लगाते हुए बड़े उत्साह के साथ निज मंदिर में प्रवेश किया। अनेक श्रृद्धालुओं ने बाबा की बीज के अवसर पर अपने ईष्टदेव के दर्शन कर अपने आप को धन्य महसूस किया। श्रृद्धालूगण बाबा की अवतरण तिथि भादवासुदी बीज के अवसर पर ईष्ट देव के दर्शन करने के लिये रात्रि में ही बैरीकेटिंग के मध्य डेरा जमाए रखा था।