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सोमवार, 30 मार्च 2020

जैसलमेर मुख्यमंत्री जन रसोई योजना ,नगरपरिषद शहर की कच्ची बस्तियों में गरीब लोगों को बांट रही है भोजन के पैकेट

जैसलमेर  मुख्यमंत्री जन रसोई योजना ,नगरपरिषद शहर की कच्ची बस्तियों में गरीब लोगों को बांट रही है भोजन के पैकेट

जब भी जिले पर विपदा आई है यहां के लोगों ने एकजुट होकर उसका सामना किया
है। इतना ही नहीं हर जरूरतमंद को राहत पहुंचाने के लिए हर बार भामाशाह
आगे आए हैं। कोरोना के इस संकट में भी भामाशाहों ने अपनी जिम्मेदारी
समझते हुए गरीबों के लिए आगे आए हैं।

जनता कर्फ्यू वाले दिन से ही लॉकडाउन शुरू हो गया। पहले दिन से ही लोग
आगे आने शुरू हो गए। प्रशासन व सरकार की अपील से पहले ही लोगों ने अपना
योगदान शुरू कर दिया। वर्तमान में यह स्थिति है कि जिले में एक भी गरीब
इस संकट की घड़ी में भूखा नहीं सो रहा है। प्रशासन, नगरपरिषद, भामाशाह,
पार्षद सहित कई लोग इस दौर में आगे आए हैं।

कोरोना से जंग में जहां स्वास्थ्यकर्मी व पुलिसकर्मी योद्धा के तौर पर
नजर आ रहे हैं वहीं ये भामाशाह भी किसी योद्धा से कम नहीं है। ये उन
लोगों की मदद कर रहे हैं जो दिहाड़ी मजदूर है और रोज कमाकर खाने वाले हैं।
बंद के चलते इनकी रोजी रोटी पर संकट खड़ा हो गया है।

सभापति की पहल पर भामाशाहों ने जन रसोई योजना के लिए दिए सात लाख रुपए

मुख्यमंत्री जन रसोई योजना के लिए युवा सभापति हरिवल्लभ कल्ला लगातार
भामाशाहों को प्रेरित कर रहे हैं। दो दिन पूर्व युवा सभापति के प्रयासों
से सात लाख रुपए मुख्यमंत्री जन रसोई योजना के तहत रात्रि एकत्रित हुई
थी।

नगरपरिषद पिछले कई दिनों से शहर की कच्ची बस्तियों सहित जहां भी मजदूर
वर्ग के लोग रहते हैं उनके लिए भोजन के पैकेट की व्यवस्था की जा रही है।
नगरपरिषद की ओर से राशन कार्ड पर सुबह व शाम भोजन के पैकेट बांटे जा रहे
हैं। इसके अलावा अन्य कई भामाशाह राशन के पैकेट जरूरतमंदों को बांट रहे
हैं। अब तक नगरपरिषद व प्रशासन के पास भामाशाहों ने 15 लाख से अधिक रुपए
की सहायता दे दी है। यह सिलसिला अभी तक भी नहीं थमा है।

शनिवार, 28 दिसंबर 2019

जैसलमेर शहर में Rs.133 लाख की लागत से बिछेगी पाइप लाइन, आधे शहर को मिलेगा लाभ

जैसलमेर  शहर में Rs.133 लाख की लागत से बिछेगी पाइप लाइन, आधे शहर को मिलेगा लाभ

जैसलमेर नगरपरिषद के सभापति हरिवल्लभ कल्ला द्वारा स्वर्णनगरी के विकास के लिए विकास कार्याे की मंजूरी दी है।...

जैसलमेर नगरपरिषद के सभापति हरिवल्लभ कल्ला द्वारा स्वर्णनगरी के विकास के लिए विकास कार्याे की मंजूरी दी है। सभापति बनने के एक माह के कार्यकाल में हरिवल्लभ कल्ला ने शहर में विशेष रूप से पेयजल व्यवस्था को सुदृढ करने के लिए नए विकास कार्यों की मंजूरी जारी कर दी है। पेयजल योजना को सुचारु बनाए रखने के लिए सभापति हरिवल्लभ कल्ला ने एक दर्जन से अधिक कार्यों की स्वीकृति जारी कर दी है। जिसका जल्द ही शहरवासियों को लाभ मिलेगा। सभापति हरिवल्लभ कल्ला ने बताया कि नगर परिषद क्षेत्र में पेयजल व्यवस्था को सुदृढ एवं मजबूत बनाने के लिए विभिन्न नए कार्यों को मंजूरी दे दी गई। इसका लाभ जल्द ही शहरवासियों को मिलेगा।

ट्रांसपोर्ट नगर चौराहे से सूली डूंगर हैडवर्क्स तक 450 एमएम की डीआई पाइप लाइन बिछेगी, आधे शहर में लीकेज की समस्या से मिलेगी निजात

स्वर्णनगरी के वाशिंदों को पेयजल सुविधा को सुलभ करवाने के लिए 133 लाख की लागत से नई पाइप लाइन बिछाने की स्वीकृति जारी की गई है। इससे स्वर्णनगरी के करीबन आधे आबादी क्षेत्र को लाभ मिलेगा। नगर परिषद ने ट्रांसपोर्ट नगर चौराहे से सूली डूंगर हैडवर्क्स तक 450 एमएम की डीआई पाइप लाइन बिछाने के कार्य की स्वीकृति जारी कर दी है। इसके तहत करीबन आधे शहर में पेयजल व्यवस्था में सुधार होगा। वहीं शहर के भीतरी भागों में पानी के प्रेशर से आमजन को राहत मिलेगी। गौरतलब है कि ट्रांसपोर्ट नगर से सूली डूंगर हैडवर्क्स तक पुरानी पाइप लाइन होने से लीकेज की समस्या रहती थी। वहीं पानी का प्रेशर भी कम आता था। लेकिन अब नई पाइप लाइन के बिछने से आमजन को राहत मिलेगी।

जैसलमेर. गजरुपसागर स्थित फिल्टर प्लांट।

20 लाख लीटर की क्षमता का टैंक बनेगा : जैसलमेर में पानी के स्टोरेज के लिए नगर परिषद जल्द ही पानी संग्रहण के लिए दो नए वाटर टैंक बनाएगी। जगरूप सागर फिल्टर प्लांट पर 20 लाख लीटर पानी की क्षमता का संग्रहण टैंक बनाए जाने के कार्य की स्वीकृति जारी कर दी गई है। इससे समय पर होने वाले शट डाउन से राहत मिलेगी। वहीं बीपी टैंक पंपिंग स्टेशन पर भी 5 लाख लीटर क्षमता के पानी संग्रहण का टैंक बनाया जाएगा। शहरी क्षेत्र में दोनों वाटर टैंक के निर्माण के साथ ही शट डाउन व बार बार विद्युत व्यवधान से होने वाली समस्या से पेयजल आपूर्ति में व्यवधान नहीं रहेगा।

पार्क व वाटिकाओं को हरा भरा करने के लिए भी परिषद ने योजना बनाई

स्वर्णनगरी में पेयजल आपूर्ति व्यवस्था में सुधार के लिए विभिन्न स्थानों पर नई पेयजल पाइप लाइन बिछाई जाएगी। इसके तहत एयरफोर्स चौराहे से एयरफोर्स गेट, बीपी टैंक से गड़ीसर चौराहे व राणीसर कालोनी से बीपी टैंक तक नई पाइप लाइन बिछाने की योजना भी नगर परिषद ने स्वीकृत कर दी है। वहीं स्वर्णनगरी के पार्क व वाटिकाओं को हरा भरा करने के लिए भी नगर परिषद ने योजना बना ली है। नगर परिषद द्वारा बीपी टैंक से नेहरू पार्क, मंगलसिंह पार्क, अमर शहीद सागरमल गोपा विद्यालय व नेहरु वाटिका से नई पाइप लाइन के कार्य स्वीकृत किए गए हैं। नई पाइप लाइन बिछने से पार्क व उद्यान की तस्वीर व तकदीर बदल जाएगी। पार्क व उद्यान हरे भरे होने से बच्चों के साथ सैलानियों को भी लाभ मिलेगा।

रविवार, 16 मार्च 2014

जैसलमेर नगरपरिषद विकास के नाम पर 20 लाख का चूना!

जैसलमेर। जैसलमेर मे नगरपरिषद के निर्माण कार्यो मे वित्तीय अनियमितता बरतने का मामला सामने आया है। जांच मे यह पुष्टि हुई है कि विकास के लिहाज से कराए गए कार्य मे करीब 20 लाख रूपए का नुकसान नगरपरिषद को पहुंचा है। गौरतलब है कि पंचायत समिति सम से गीता आश्रम मार्ग तक डिवाइडर, रैलिंग व पौधे लगाने का कार्य एक फर्म को दिया गया। गत 18 फरवरी 2013 को कनिष्ठ अभियंता की रिपोर्ट पर कार्य की ले आउट देखने पर कार्य प्रगति पर होना पाया गया।
इसके बाद जब 5 मार्च 2013 को 20 लाख 41 हजार 309 रूपए का बिल बनाकर सहायक अभियंता को पेश किया और 1 मई 2013 को 17 लाख 4 हजार 493 रूपए का भुगतान करने के बाद कनिष्ठ अभियंता ने रिपोर्ट की कि "फिलहाल सप्लाई कार्य का भुगतान करना उचित है।" फर्म के निवेदन पर कार्य के लिए 30 नवंबर 2013 तक समयावधि बढ़ाई गई। फर्म ने 8 नवंबर 2013 को लिखित मे रैलिंग कार्य का भुगतान करने का निवेदन आयुक्त से किया, जिसमे यह लिखा गया कि फर्म ने करीब 34 लाख का कार्य कर दिया गया है और करीब 14 लाख का भुगतान बाकी है, जो दिलाया जाए।

यहां निकला गड़बड़झाला

संबंधित कार्य की माप कनिष्ठ अभियंता से कराया गया। पूर्व मे कनिष्ठ अभियंता ने 511 नंबर फ्रेम का भुगतान 28 , 8 6 6 किग्रा बनाया गया। वर्तमान कनिष्ठ अभियंता की जांच के अनुसार मौके पर 38 3 नग विभिन्न साइज के लगाए हुए पाए गए, जिनका वजन 19, 308 .71 किग्रा पाया गया। यह पूर्व भुगतान बिल से 9557 किग्रा कम पाया गया है। जांच मे पाया गया कि 5, 8 3, 426 रूपए का अधिक भुगतान फर्म को किया गया। मौके पर लगाए गए रैलिंग, फ्रेम व कार्य के लिए टेडर मे लिया गया आईटम भिन्न है। कार्य तकनीमा के अनुसार नहीं होने से नगरपरिषद को 20 लाख 41 हजार 309 रूपए की वित्तीय हानि पहुंचाई गई।

पहले भी उजागर हो चुका है गड़बड़झाला

करीब एक साल पहले बिना काम किए ही 6 2 लाख का भुगतान उठा लेने का मामला सामने आ चुका है। कागजो मे शहरी विकास को लेकर सड़क बनाने से लेकर नाली व फर्श निर्माण का कार्य हो गया और भुगतान भी उठा लिया, वह भी करीब 6 2 लाख। हकीकत मे मौके पर कोई कार्य ही नहीं हुए। इस संबंध मे हुई जांच मे घोर अनियमितताएं व फर्जीवाड़ा उजागर हुआ। यह मामला जैसलमेर नगर मे गीता आश्रम कच्ची बस्ती में नाली-फर्श और बाड़मेर तिराहे से एसबीबीजे चौराहा जाने वाले सड़क मार्ग पर कारपेट बिछाने के कार्य था, जहां हकीकत मे यहां कोई कार्य ही देखने को नहीं मिला, जबकि इसकी एवज मे 6 2 लाख रूपए का भुगतान भी हो गया।

इन्होने कहा

काम पूरा नहीं होने के बाद भी पेमेंट होना भ्रष्टाचार को दर्शाता है। इस संबंध मे मुख्यमंत्री को अवगत कराया जाएगा, ताकि बोर्ड मे भ्रष्टाचार पर नकेल कसी जा सके।-दलपतराम मेघवाल, पार्षद, नगरपरिषद, जैसलमेर

विकास कार्य मे अनियमितता सबंधी मामला सामने आने पर मौके पर जांच कराई गई और पूरा कार्य तकनीमा के अनुसार नहीं हुआ है और पूरा कार्य गलत हुआ है। -जयसिंह परिहार, सहायक अभियंता, नगरपरिषद, जैसलमेर -