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सोमवार, 9 नवंबर 2015

ये हैं दीपावली महापर्व के 5 दिन आैर उनके खास उपाय, जानिए शुभ मुहूर्त


दीपावली 5 पर्वों का महापर्व माना जाता है। पांचों दिन इन पर्वों को हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है। इन पांच दिनों में घरों एवं बाजारों में उत्सवी माहौल रहता है। दीपावली के 5 अति शुभ पर्व धनतेरस से शुरू होकर भाई दूज तक चलते है। इस पांचों दिनों का अपना अलग और विशेष महत्व है। इन सभी दिनों में की गई पूजा-अर्चना और उपायों को यदि सही मुहूर्तों में किया जाए तो व्यक्ति के सभी मनोरथ सिद्ध हो जाते है। इस बार धनतेरस सोमवार को शिव के वार के साथ आने से विशेष फलदायी रहेगी। धन्वंतरि पूजा का समय शाम 5.59 से 7.06 बजे तक रहेगा। खरीदारी के लिए धनतेरस के दिन सूर्योदय से 8.07 बजे तक अमृत, 9.28 से 10.49 बजे तक शुभ, दोपहर 2.53 से शाम 5.35 तक चर, लाभ एवं अमृत का चौघड़िए में सोना चांदी, वाहन, जमीन, इलेक्ट्रॉनिक्स सामान आदि खरीदने के लिए अति शुभ है। इसके अतिरिक्त 5.35 से 8.13 बजे तक प्रदोषकाल एवं 5.59 से 7.55 बजे तक वृषभ काल में खरीददारी का शुभ महूर्त है, इसलिए जहां तक संभव हो हर किसी को इन्ही समय में अपनी विशेष खरीददारी करनी चाहिए। धनतेरस के दिन भगवान धन्वंतरि, कुबेर और माता लक्ष्मी की पूजा भी होती है। इस दिन पूजा का शुभ मुहूर्त हर व्यक्ति को अपने घर और प्रतिष्ठान में पूजा अवश्य ही करनी चाहिए। धनतेरस से शुरू कर 5 दिनों तक गृहस्थ को दीपदान करने का विधान है।धनतेरस के अगले दिन मंगलवार को नरक चतुर्दशी है। इस दिन पितरों का तर्पण अवश्य चाहिए। इस दिन सुबह भगवान यम का तर्पण करके शाम को घर की चौखट पर यम दीपक जलाने से उस घर में किसी की भी अकाल मृत्यु नहीं होती है। नरक चतुर्दशी को संकटमोचन हनुमान की पूजा अवश्य करनी चाहिए। बुधवार को दीपावली मनाई जाएगी। इस वर्ष कार्तिक कृष्ण पक्ष की अमावस्या 11 नवम्बर को पड़ रही है। दीपावली में मां लक्ष्मी का विशेष पूजन किया जाता है। इस रात्रि को जागरण करके धन की देवी लक्ष्मी माता का विधिपूर्वक पूजन करने से मनुष्यों को सभी भौतिक सुख सुविधाओं की प्राप्ति होती है। लक्ष्मी मां की प्रदोष काल, स्थिर लग्न में पूजा विशेष फलदायी मानी गयी है। गुरुवार को गोवर्धन पूजा होगी। शुक्रवार को भाई और बहन के अटूट प्रेम का त्योहार भैया दूज मनाया जाएगा। इस दिन टीका मुहूर्त दोपहर 1.15 से 3.24 बजे तक तिलक किया जा सकता है। 

गुरुवार, 23 अक्टूबर 2014

बाड़मेर भारत पाक सरहद दीयों की जगमगाहट से नहा उठी

बाड़मेर भारत पाक सरहद दीयों  की जगमगाहट से नहा उठी 

घर से हज़ारो मील दूर जवान सरहद पर मना  रहे दिवाळी 


बाड़मे भारत पाकिस्तान की पश्चिमी सरहद पर तैनात सीमा सुरक्षा बल के जवानों ने सरहद पर स्थित तारबंदी के सहारे खुबसूरत दीप मालाएं सजा कर दीपावली की पूर्व संध्या पर जश्न मनाया। सरहद दीयो की जगमगाहट से नहा उठी।

अपने घरो से हज़ारो मील दूर बियाबान पाकिस्तान से सटी भारतीय सरहद की सुरक्षा में जुटे सीमा सुरक्षा बल के जवान आपस में मिलकर दीपो का त्यौहार धूमधाम से मना रहे हैं। पिछले दो दिनों से जवानो ने सरहद को दीयों की रौशनी से नहला रखा। धन  तेरस की रात से जवान प्रतिदिन रात को सरहद पर दीपक जला देश की खुशहाली की कामना कर रहे हैं। 

पश्चिमी राजस्थान की करीब एक हज़ार किलोमीटर से अधिक लम्बी सरहद दीपो की जगमगाहट से बेहद खूबसूरत नज़र आ रही हैं। जवान करीब शाम सात बजे से ही दीप  जलने में जुट जाते हैं   ,फिर शुरू होता हे नाच गानो के साथ जश्न 

अपने परिवारो से दूर सरहद की सुरक्षा में जुटे जवानो को थोड़ा अफ़सोस हे इस पावन पर्व पर वो अपने परिवार के साथ नहीं हे मगर सरहद पर सभी जवान एक साथ मिलकर परिवार की तरह दीपावली मानाने की तयारी पूर्ण कर ली हे। इस बार जवान धूमधड़ाके के साथ दीवाली मनाएंगे