जैसलमेर जज़्बा और ऊर्जा हो तो नमित मेहता जैसी,ये थकता नहीं रुकता नहीं
कलेक्टर के रूप में नमित मेहता ने जैसलमेर को विकास में जो नई ऊंचाइयां दी
जैसलमेर एक साल भर में जिला कलेक्टर के रूप में नमित मेहता ने जैसलमेर को विकास में जो नई ऊंचाइयां दी है वो बहुत कम देखने को मिलती है।।सभी अधिकारी अपना बेस्ट देने की कोशिश करते है ।।मगर नमित मेहता का बेस्ट अभी आना बाकी है।।मेहता जिस ज़ज़्बे और ऊर्जा के साथ जैसलमेर के विकास के लिए मेहनत कर रहे है वो अद्भुत है।।जिला कलेक्टर के रूप में नवाचार अक्सर करते है।।सभी विभागों की मॉनिटरिंग इनकी दिनचर्या का हिस्सा है।।ये एक अधिकारी करता ही है।।मगर नमित मेहता ने जेसलमेर के सौन्दर्यकरण और ऐतिहासिक मूल स्वरूप बहाल करने के लिए जो प्रयास किये वो बहुत कम देखने को मिलते है।।गड़ीसर झील के विकास को लेकर कभी कोई अधिकारी इतना क्रेजी नही हुआ जितना मेहता।।इन्होंने तत्कालीन आयुक्त के साथ मिलकर गड़ीसर तालाब को विश्व स्तरीय रूप देने का जो सपना देखा वो अब जल्द हकीकत में तब्दील होने वाला है।।गड़ीसर पाल पर वाकिंग ट्रेक बनाना जब शुरू किया तो थोड़ा बहुत विबाद हुआ।।मामला कोर्ट तक पहुंच गया स्थगन आदेश आ गया।मगर एक कलेक्टर के रूप में मेहता ने धैर्य और विश्वास नही खोया।।संघर्ष के बाद स्थगन हटा।।उसी जोश ,उत्साह और ज़ज़्बे के साथ गड़ीसर को संवारने में जुट गए।।इसके परिणाम जब आएंगे तब जेसलमेर नमित मेहता पर गर्व करेगा यह मेरा विश्वास है। गड़ीसर ही क्यों यूनियन चौराहे से गड़ीसर चौराहे तक मेट्रो सिटी तर्ज पर सड़क बिकास और सौन्दर्यकरण का कार्य लोग याद रखेंगे इसे मूर्त रूप दिया है जब यह प्रोजेक्ट धरातल पर उतरेगा नए जेसलमेर के दर्शन होंगे।।जेसलमेर शहर के सौन्दर्यकरण बहाल करने के लिए अतिक्रमण अभियान का आगाज़ भी हो रहा है। हनुमान सर्किल,गांधी चौक,गोपा चौक,किला पार्किंग,किला,गड़ीसर ,तक अतिक्रमण हटेंगे।।मेहता का जज्बा युवा वर्ग के लिए मोटिवेशन का कार्य कर रहा है।।सम सेंड ड्यून ,मूलसगर से अतिक्रमण बड़े पैमाने पर हटाने का कार्य किया,।पिछले दो तीन दिन की उनकी दिनचर्या और गतिविधियों पर नजर डाले तो लगता है ये बंदा आराम कब करता है।।पूरे राज्य में शिशु मृत्यु को लेकर बवाल मचा था।।इन्होंने अपने शिशु रोग वार्ड का सुधार किस कदर खुद की देखरेख में किया यह बताने की आवश्यकता नही।रात आठ बजे शराब की दुकानों पर छापेमारी हो या आंगनवाड़ी केंद्रों पर शिशुओं को मिलने वाली सुविधाओं का निरीक्षण या शहर में लम्बे समय से चल रहे झोला छाप चिकित्सको पर प्रभावी कार्यवाही,जवाहर अस्पताल जिसमे सुधार को लेकर सब खफ गए मगर नही हुआ यह कारनामा मेहता ने कर दिखाया आज जवाहर अस्पताल की व्यवस्थाएं बेहतर है। शहर की वाटिकाओं और सार्वजनिक पार्कों का विकास सबके सामने है।।जिस ऊर्जा के साथ जेसलमेर के लिए मेहता कर रहे है उसके परिणाम जल्द जनता के सामने होंगे।।अभी भी मरु महोत्सव को बेहतर बनाने के लिए नए नए आईडिया निकाल रहे।।पिछली बार हेरिटेज वाक और पांच हजार जेसलमेर वासियो द्वारा साफा बांध इतिहास रचा था तो इस बार लेजर साउंड और खुहड़ी के धोरों पर खास प्रस्तुतियां लेकर आएंगे साथ ही पोकरण में मरु महोत्सव को नया आगाज़ मिलेगा।।एक कलेक्टर के रूप में मेहता जितने अच्छे है एक इंसान के रूप में भी बेहतर है।सदैव हंसते मिलेंगे। चेहरे पर कभी शिकन नही।प्रतिदिन परिवादियों से भी मिलते है।।उनको हाथों हाथ परिणाम देने का प्रयास रहता है।।बहुत सारे कार्य जेसलमेर के विकास के लिए हाथ मे लिए है।।इनकी ऊर्जा और उत्साह को देख ईर्ष्या होती है।।सलाम है नमित मेहता के ज़ज़्बे को।*
कलेक्टर के रूप में नमित मेहता ने जैसलमेर को विकास में जो नई ऊंचाइयां दी
जैसलमेर एक साल भर में जिला कलेक्टर के रूप में नमित मेहता ने जैसलमेर को विकास में जो नई ऊंचाइयां दी है वो बहुत कम देखने को मिलती है।।सभी अधिकारी अपना बेस्ट देने की कोशिश करते है ।।मगर नमित मेहता का बेस्ट अभी आना बाकी है।।मेहता जिस ज़ज़्बे और ऊर्जा के साथ जैसलमेर के विकास के लिए मेहनत कर रहे है वो अद्भुत है।।जिला कलेक्टर के रूप में नवाचार अक्सर करते है।।सभी विभागों की मॉनिटरिंग इनकी दिनचर्या का हिस्सा है।।ये एक अधिकारी करता ही है।।मगर नमित मेहता ने जेसलमेर के सौन्दर्यकरण और ऐतिहासिक मूल स्वरूप बहाल करने के लिए जो प्रयास किये वो बहुत कम देखने को मिलते है।।गड़ीसर झील के विकास को लेकर कभी कोई अधिकारी इतना क्रेजी नही हुआ जितना मेहता।।इन्होंने तत्कालीन आयुक्त के साथ मिलकर गड़ीसर तालाब को विश्व स्तरीय रूप देने का जो सपना देखा वो अब जल्द हकीकत में तब्दील होने वाला है।।गड़ीसर पाल पर वाकिंग ट्रेक बनाना जब शुरू किया तो थोड़ा बहुत विबाद हुआ।।मामला कोर्ट तक पहुंच गया स्थगन आदेश आ गया।मगर एक कलेक्टर के रूप में मेहता ने धैर्य और विश्वास नही खोया।।संघर्ष के बाद स्थगन हटा।।उसी जोश ,उत्साह और ज़ज़्बे के साथ गड़ीसर को संवारने में जुट गए।।इसके परिणाम जब आएंगे तब जेसलमेर नमित मेहता पर गर्व करेगा यह मेरा विश्वास है। गड़ीसर ही क्यों यूनियन चौराहे से गड़ीसर चौराहे तक मेट्रो सिटी तर्ज पर सड़क बिकास और सौन्दर्यकरण का कार्य लोग याद रखेंगे इसे मूर्त रूप दिया है जब यह प्रोजेक्ट धरातल पर उतरेगा नए जेसलमेर के दर्शन होंगे।।जेसलमेर शहर के सौन्दर्यकरण बहाल करने के लिए अतिक्रमण अभियान का आगाज़ भी हो रहा है। हनुमान सर्किल,गांधी चौक,गोपा चौक,किला पार्किंग,किला,गड़ीसर ,तक अतिक्रमण हटेंगे।।मेहता का जज्बा युवा वर्ग के लिए मोटिवेशन का कार्य कर रहा है।।सम सेंड ड्यून ,मूलसगर से अतिक्रमण बड़े पैमाने पर हटाने का कार्य किया,।पिछले दो तीन दिन की उनकी दिनचर्या और गतिविधियों पर नजर डाले तो लगता है ये बंदा आराम कब करता है।।पूरे राज्य में शिशु मृत्यु को लेकर बवाल मचा था।।इन्होंने अपने शिशु रोग वार्ड का सुधार किस कदर खुद की देखरेख में किया यह बताने की आवश्यकता नही।रात आठ बजे शराब की दुकानों पर छापेमारी हो या आंगनवाड़ी केंद्रों पर शिशुओं को मिलने वाली सुविधाओं का निरीक्षण या शहर में लम्बे समय से चल रहे झोला छाप चिकित्सको पर प्रभावी कार्यवाही,जवाहर अस्पताल जिसमे सुधार को लेकर सब खफ गए मगर नही हुआ यह कारनामा मेहता ने कर दिखाया आज जवाहर अस्पताल की व्यवस्थाएं बेहतर है। शहर की वाटिकाओं और सार्वजनिक पार्कों का विकास सबके सामने है।।जिस ऊर्जा के साथ जेसलमेर के लिए मेहता कर रहे है उसके परिणाम जल्द जनता के सामने होंगे।।अभी भी मरु महोत्सव को बेहतर बनाने के लिए नए नए आईडिया निकाल रहे।।पिछली बार हेरिटेज वाक और पांच हजार जेसलमेर वासियो द्वारा साफा बांध इतिहास रचा था तो इस बार लेजर साउंड और खुहड़ी के धोरों पर खास प्रस्तुतियां लेकर आएंगे साथ ही पोकरण में मरु महोत्सव को नया आगाज़ मिलेगा।।एक कलेक्टर के रूप में मेहता जितने अच्छे है एक इंसान के रूप में भी बेहतर है।सदैव हंसते मिलेंगे। चेहरे पर कभी शिकन नही।प्रतिदिन परिवादियों से भी मिलते है।।उनको हाथों हाथ परिणाम देने का प्रयास रहता है।।बहुत सारे कार्य जेसलमेर के विकास के लिए हाथ मे लिए है।।इनकी ऊर्जा और उत्साह को देख ईर्ष्या होती है।।सलाम है नमित मेहता के ज़ज़्बे को।*