जैसलमेर फील्ड फायरिंग रेंज में भारतीय सेना की सुदर्शन चक्र वाहिनी करेगी काल्पनिक युद्ध अभ्यास
जैसलमेर । भारतीय सेना की सुदर्शन चक्र वाहिनी सीमावर्ती जिले जैसलमेर में स्थित पोकरण फील्ड फायरिंग रेंज में अपनी मारक क्षमता का परीक्षण करने के लिए दो दिवसीय काल्पनिक युद्ध का अभ्यास करेगी। इस दो दिवसीय युद्धभ्यास के दौरान जवान युद्ध के आधुनिक हथियारों के साथ गोलाबारी क्षमताओं का एकीकृत प्रदर्शन करेगी। दक्षिणी कमांड के लेफ्टिनेंट जनरल एस. के. सैनी के सानिध्य में आयोजित हो रहे इस युद्धाभ्यास में आर्टिलरी, आमर्ड और मैकेनाइज्ड फोर्सेज, आर्मी एयर डिफेंस, आर्मी एविएशन के प्रहारक अटैक हेलिकॉप्टर्स, तथा एयरफोर्स संसाधनों के साथ स्पेशल फोर्सेस के बीच सहज तालमेल का प्रदर्शन किया जाएगा। रक्षा प्रवक्ता कर्नल संबित घोष ने बताया कि रेगिस्तानी भूभाग में 48 घंटे तक चलने वाले इस अभ्यास में भारतीय सेना की क्षमता, कौशल और परिचालन संबंधी तैयारियों का प्रदर्शन होगा।
स्वदेशी एडवांस लाइट हेलीकॉप्टर “रुद्र” का भी प्रदर्शन किया जाएगा
घोष ने बताया कि इस युद्धभ्यास में आर्टलरी, आर्म्ड व मैकेनाइज्ड फोर्सेज, आर्मी एयर डिफेंस, आर्मी एविएशन के प्रहारक अटैक, हेलीकॉप्टर और एयरफोर्स संसाधनों का प्रदर्शन किया जाएगा। साथ ही स्पेशल फोर्सेज के बीच सहज तालमेल का भी प्रदर्शन होगा। संयुक्त हथियार सामंजस्य और कई रॉकेट लांच सिस्टम का एकीकृत प्रदर्शन इसका मुख्य आकर्षण होगा। युद्धाभ्यास में स्वदेशी एडवांस लाइट हेलीकॉप्टर रुद्र का भी प्रदर्शन किया जाएगा। थार के धोरों में सेना समय – समय पर युद्धाभ्यास करती रहती है।
करीब तीन माह पूर्व हुआ था वॉर गेम एक्सरसाइज का आयोजन
उल्लेखनीय है कि करीब तीन पहले थार के धोरों में वॉर गेम एक्सरसाइज का आयोजन किया गया था। इस एक्सरसाइज में भारत सहित 8 देशों के जाबांजों ने अंतरराष्ट्रीय आर्मी स्काउट मास्टर्स प्रतियोगिता में अपने युद्ध कौशल का प्रदर्शन किया था। इस प्रतियोगिता के दूसरे चरण में भारतीय जाबांज चीन सहित सात देशों को पछाड़ कर पहले स्थान पर रहे थे। वहीं चीन सातवें नंबर पर रहा था। इस युद्ध कौशल प्रदर्शन में भारतीय जवानों का जोश और जुनून अन्य देशों के जवानों पर काफी भारी रहा था।
जैसलमेर । भारतीय सेना की सुदर्शन चक्र वाहिनी सीमावर्ती जिले जैसलमेर में स्थित पोकरण फील्ड फायरिंग रेंज में अपनी मारक क्षमता का परीक्षण करने के लिए दो दिवसीय काल्पनिक युद्ध का अभ्यास करेगी। इस दो दिवसीय युद्धभ्यास के दौरान जवान युद्ध के आधुनिक हथियारों के साथ गोलाबारी क्षमताओं का एकीकृत प्रदर्शन करेगी। दक्षिणी कमांड के लेफ्टिनेंट जनरल एस. के. सैनी के सानिध्य में आयोजित हो रहे इस युद्धाभ्यास में आर्टिलरी, आमर्ड और मैकेनाइज्ड फोर्सेज, आर्मी एयर डिफेंस, आर्मी एविएशन के प्रहारक अटैक हेलिकॉप्टर्स, तथा एयरफोर्स संसाधनों के साथ स्पेशल फोर्सेस के बीच सहज तालमेल का प्रदर्शन किया जाएगा। रक्षा प्रवक्ता कर्नल संबित घोष ने बताया कि रेगिस्तानी भूभाग में 48 घंटे तक चलने वाले इस अभ्यास में भारतीय सेना की क्षमता, कौशल और परिचालन संबंधी तैयारियों का प्रदर्शन होगा।
स्वदेशी एडवांस लाइट हेलीकॉप्टर “रुद्र” का भी प्रदर्शन किया जाएगा
घोष ने बताया कि इस युद्धभ्यास में आर्टलरी, आर्म्ड व मैकेनाइज्ड फोर्सेज, आर्मी एयर डिफेंस, आर्मी एविएशन के प्रहारक अटैक, हेलीकॉप्टर और एयरफोर्स संसाधनों का प्रदर्शन किया जाएगा। साथ ही स्पेशल फोर्सेज के बीच सहज तालमेल का भी प्रदर्शन होगा। संयुक्त हथियार सामंजस्य और कई रॉकेट लांच सिस्टम का एकीकृत प्रदर्शन इसका मुख्य आकर्षण होगा। युद्धाभ्यास में स्वदेशी एडवांस लाइट हेलीकॉप्टर रुद्र का भी प्रदर्शन किया जाएगा। थार के धोरों में सेना समय – समय पर युद्धाभ्यास करती रहती है।
करीब तीन माह पूर्व हुआ था वॉर गेम एक्सरसाइज का आयोजन
उल्लेखनीय है कि करीब तीन पहले थार के धोरों में वॉर गेम एक्सरसाइज का आयोजन किया गया था। इस एक्सरसाइज में भारत सहित 8 देशों के जाबांजों ने अंतरराष्ट्रीय आर्मी स्काउट मास्टर्स प्रतियोगिता में अपने युद्ध कौशल का प्रदर्शन किया था। इस प्रतियोगिता के दूसरे चरण में भारतीय जाबांज चीन सहित सात देशों को पछाड़ कर पहले स्थान पर रहे थे। वहीं चीन सातवें नंबर पर रहा था। इस युद्ध कौशल प्रदर्शन में भारतीय जवानों का जोश और जुनून अन्य देशों के जवानों पर काफी भारी रहा था।