जैसलमेर एक साल बाद लक्ष्मी के माता पिता हुए प्रकट,बेटी को मांगा,बाल विकास समिति में लगाई गुहार
जैसलमेर सरहदी जिले जैसलमेर के सुविख्यात रामदेवरा मेले में गत वर्ष एक मासूम बालिका को लावारिश फेंक जाने के बाद उस बालिका को बाल कल्याण समिति जेसलमेर ने बड़े नाज़ो से साल भर पाला।।अचानक दो दिन पहले मैडम के कथित माता पिता प्रकट हुए।उन्होंने उक्त बालिका को अपना बताते हुए वापस देने की गुहार लगाई।।
गत वर्ष रामदेवरा मेले में किन्ही अज्ञात लोगों द्वारा एक मासूम बालिका को झाड़ियों में लावारिश छोड़ जाने की सूचना पर बाल कल्याण समिति जैसलमेर ने त्वरित कार्यवाही कर उस बालिका को जेसलमेर पालनाघर ले आये।।बड़ी प्यारी इस मासूम बच्ची को लक्ष्मी नाम दिया।तब से यह बालिका बाल कल्याण समिति में बड़े नाज़ो से पाली जा रही थी। इस बालिका के प्रति बाल कल्याण समिति का पूरा महिला पुरुष स्टाफ पलके बिछाए रखता है।।लक्ष्मी भी इनके बीच बहुत खुश रहती है।।समिति में आने जाने वाला हर शक्श लक्ष्मी के लिए कुछ न कुछ ले आता है।।अचानक दो रोज पहले अपने आपको लक्ष्मी को अपनी बेटी बता कर कथित माता पिता बाल कल्याण समिति में प्रकट हुए।उन्होंने एक वीडियो सम्प्रेषण अधिकारी के समक्ष पेश कर दावा किया कि लक्ष्मी उनकी बेटी है जो मेले में खो गई थी।।हालांकि इन कथित माता पिता ने बच्ची के खोने की कोई रिपोर्ट पुलिस थाने में दर्ज नहीं कराई न ही साल भर में इस बच्ची की कोई तफसिस की।सम्प्रेषण अधिकारी भवानी सिंह चरण ने बताया कि दो रोज पूर्व लक्ष्मी के अपने आपको माता पिता बताकर उसे लेजाने एक जोड़ा आया था।उनकी बातों में विश्वशनियता नही थी।उन्होंने लक्ष्मी के साथ अपना पुराना विडियो भी पेश किया।उन्होंने लक्ष्मी उनकी पुत्री होने का दावा कर उसे वापस ले जाने के लिए आवेदन दिया है।आवेदन बाल कल्याण समिति के समक्ष भेज दिया है।निर्णय समिति करेगी।
इधर बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष अमीन खान ने बताया कि लक्ष्मी को लेने कथित तौर पर उसके माता पिता ने आवेदन किया था।मगर सवाल है कि इन्होंने न तो बालिका के गुमसुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई।न ही साल भर में इसकी कुशल क्षेम का पता किया। हम वीडियो को आधार नहीं मान सकते।।डी एन ए जांच कराने के साथ पूर्ण जांच कराने के बाद निर्णय लिया जाएगा ।
जैसलमेर सरहदी जिले जैसलमेर के सुविख्यात रामदेवरा मेले में गत वर्ष एक मासूम बालिका को लावारिश फेंक जाने के बाद उस बालिका को बाल कल्याण समिति जेसलमेर ने बड़े नाज़ो से साल भर पाला।।अचानक दो दिन पहले मैडम के कथित माता पिता प्रकट हुए।उन्होंने उक्त बालिका को अपना बताते हुए वापस देने की गुहार लगाई।।
गत वर्ष रामदेवरा मेले में किन्ही अज्ञात लोगों द्वारा एक मासूम बालिका को झाड़ियों में लावारिश छोड़ जाने की सूचना पर बाल कल्याण समिति जैसलमेर ने त्वरित कार्यवाही कर उस बालिका को जेसलमेर पालनाघर ले आये।।बड़ी प्यारी इस मासूम बच्ची को लक्ष्मी नाम दिया।तब से यह बालिका बाल कल्याण समिति में बड़े नाज़ो से पाली जा रही थी। इस बालिका के प्रति बाल कल्याण समिति का पूरा महिला पुरुष स्टाफ पलके बिछाए रखता है।।लक्ष्मी भी इनके बीच बहुत खुश रहती है।।समिति में आने जाने वाला हर शक्श लक्ष्मी के लिए कुछ न कुछ ले आता है।।अचानक दो रोज पहले अपने आपको लक्ष्मी को अपनी बेटी बता कर कथित माता पिता बाल कल्याण समिति में प्रकट हुए।उन्होंने एक वीडियो सम्प्रेषण अधिकारी के समक्ष पेश कर दावा किया कि लक्ष्मी उनकी बेटी है जो मेले में खो गई थी।।हालांकि इन कथित माता पिता ने बच्ची के खोने की कोई रिपोर्ट पुलिस थाने में दर्ज नहीं कराई न ही साल भर में इस बच्ची की कोई तफसिस की।सम्प्रेषण अधिकारी भवानी सिंह चरण ने बताया कि दो रोज पूर्व लक्ष्मी के अपने आपको माता पिता बताकर उसे लेजाने एक जोड़ा आया था।उनकी बातों में विश्वशनियता नही थी।उन्होंने लक्ष्मी के साथ अपना पुराना विडियो भी पेश किया।उन्होंने लक्ष्मी उनकी पुत्री होने का दावा कर उसे वापस ले जाने के लिए आवेदन दिया है।आवेदन बाल कल्याण समिति के समक्ष भेज दिया है।निर्णय समिति करेगी।
इधर बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष अमीन खान ने बताया कि लक्ष्मी को लेने कथित तौर पर उसके माता पिता ने आवेदन किया था।मगर सवाल है कि इन्होंने न तो बालिका के गुमसुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई।न ही साल भर में इसकी कुशल क्षेम का पता किया। हम वीडियो को आधार नहीं मान सकते।।डी एन ए जांच कराने के साथ पूर्ण जांच कराने के बाद निर्णय लिया जाएगा ।