बाड़मेर। पूर्व सांसद ,शिव विधायक कर्नल मानवेन्द्र सिंह ने पत्रकार दुर्गसिंह राजपुरोहित की गिरफ्तारी के मामले में बड़ा बयान देते हुए कहा कि पत्रकार दुर्गसिंह की गिरफ्तारी बड़ी साजिश का हिस्सा है और यह सविंधान के चौथे स्तम्भ पर हमला है। राजनैतिक दबाव और संवैधानिक पद का दुरुपयोग करके दुर्गसिंह को फँसाया जा रहा हे। प्रजातंत्र के लिए ये शर्मनाक घटना है। कर्नल मानवेन्द्र सिंह ने कहा कि उनकी बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और बिहार सरकार के आला अधिकारियों से बात हुई है। इस मामले पत्रकार दुर्गसिंह को न्याय जरूर मिलेगा।
उन्होंने कहा कि पत्रकार दुर्गसिंह की लेखनी की वजह से मुझे भी दुःख हुआ है लेकिन इसका मतलब नही होता कि इस तरह किसी की गिरफ्तारी की जाए। पत्रकार दुर्गसिंह ने अपनी लेखनी से मेरे बारे अनेकों में भी टिप्पणियां लिखी हैं और आगे भी लिखेगा क्योंकि उसका अधिकार है। में उसकी स्वतंत्रता के पक्ष में उसके साथ खड़ा हूँ। प्रजातंत्र में स्वतंत्र पत्रकारिता अनिवार्य है। जब तक पत्रकारों को लिखने की आजादी प्राप्त नहीं होगी तब तक हम सशक्त प्रजातंत्र का निर्माण नहीं कर सकते है।
गौरतलब है कि बिहार के पटना के राकेश ने 31 मई को कोर्ट में दुर्गेश के खिलाफ परिवाद 261/18 दायर किया था। इसमें आरोप लगाया कि दुर्गेश उसे 6 माह पहले मजदूरी कराने बाड़मेर ले गया। पत्थर खनन करवाया पर पैसे नहीं दिए। अप्रैल के पहले हफ्ते में पिता की तबीयत खराब हुई तो घर लौट आया। 15 अप्रैल को दुर्गेश पटना आया और बाड़मेर जाने को कहा। मनाही पर धमकाने लगा। 7 मई को फिर चार लोगाें के साथ दीघा पहुंचा। सड़क पर जूता से पीटने लगा और गाली बकने लगा। इसी बीच संजय और के अलावा 8-10 लोग आ गए। दुर्गेश और अन्य बोलेरो से भाग गए। 2 जून को कोर्ट में राकेश का बयान हुआ। इसी बात पर कोर्ट ने 9 जुलाई को दुर्गेश की गिरफ्तारी वारंट जारी कर दिया और पटना पुलिस को सौंप दिया।