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शुक्रवार, 19 जुलाई 2019

एमपी पुलिस ने झालावाड़ में की फायरिंग, ग्रामीणों ने पीटकर भगाया, एक व्यक्ति घायल

एमपी पुलिस ने झालावाड़ में की फायरिंग, ग्रामीणों ने पीटकर भगाया, एक व्यक्ति घायल


एमपी पुलिस ने झालावाड़ में की फायरिंग, ग्रामीणों ने पीटकर भगाया, एक व्यक्ति घायल


झालावाड़ जिले के मनोहरथाना थाना क्षेत्र में शुक्रवार को दबिश देने आई मध्यप्रदेश पुलिस ने हवाई फायरिंग कर दी. इससे एक ग्रामीण घायल हो गया. इस घटना से आक्रोशित हुए ग्रामीणों ने एमपी पुलिस के जवानों को पीटकर मौके से भगा दिया. घायल ग्रामीण को झालावाड़ जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है.

ग्रामीणों से झड़प होने के बाद पुलिस ने की फायरिंग


जानकारी के अनुसार शुक्रवार को सुबह एमपी की चांचौड़ा थाने की पुलिस किसी लड़की को भगाने के मामले को लेकर खानपुरिया गांव में दबिश देने के लिए आई थी. इसी दौरान एमपी पुलिस और ग्रामीणों के बीच झड़प हो गई. इससे गांव में चीख-पुकार मच गई. बाद में ग्रामीणों ने एमपी पुलिस के जवानों का सामना कर उन्हें पीटकर मौके से भगा दिया. हवाई फायरिंग में गोली लगने से ग्रामीण गंगाराम तंवर घायल हो गया. उसे आनन-फानन में मनोहरथाना के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लाया गया. वहां से प्राथमिक उपचार के बाद उसे झालावाड़ जिला अस्पताल के लिए रेफर कर दिया गया.

एसपी ने एमपी पुलिस से ली जानकारी


एमपी पुलिस और ग्रामीणों की झड़प की सूचना पर मनोहरथाना से पुलिस जाब्ता और अधिकारी खानपुरिया गांव पहुंचे. पूरे मामले में झालावाड़ एसपी राममूर्ति जोशी ने मध्य प्रदेश के गुना जिले के पुलिस अधीक्षक से जानकारी ली है. गांव में पुलिस अधिकारी जांच में जुटे हुए हैं.

सोमवार, 1 जुलाई 2019

राजस्थान में झालावाड़ जेल से फरार 3 बंदियों में से 2 ने मध्य प्रदेश में खाया जहर!

राजस्थान में जेल से फरार 3 बंदियों में से 2 ने मध्य प्रदेश में खाया जहर!

राजस्थान में झालावाड़ जेल से फरार 3 बंदियों में से 2 ने मध्य प्रदेश में खाया जहर!


झालावाड़ जिला कारागृह से करीब 10 दिन पहले फरार हुए तीन बंदियों में से 2 ने आर्थिक तंगी के चलते मध्य प्रदेश में जहर खाकर आत्महत्या करने को प्रयास किया है. मध्यप्रदेश पुलिस ने उनको भोपाल के हमीदिया अस्पताल में भर्ती कराया है. वहां उनमें से एक ही हालत गंभीर बनी हुई है. इसकी सूचना पर झालावाड़ पुलिस मध्यप्रदेश के लिए रवाना हो गई है.

पुलिस पूछताछ में खुला राज

पुलिस के मुताबिक फरार बंदी अप्पू उर्फ अकूड़ा और सोनू ने रविवार को भोपाल के खजूरी थाना इलाके में जहरीला पदार्थ खाकर आत्महत्या करने का प्रयास किया. उन्हें गंभीर हालत में मध्य प्रदेश पुलिस ने भोपाल के हमीदिया अस्पताल में भर्ती कराया. वहां होश में आने के बाद जब पुलिस ने उनसे पूछताछ की तो पता चला कि वे झालावाड़ जेल से फरार हुए मुजरिम हैं. इस पर मध्य प्रदेश पुलिस ने झालावाड़ पुलिस को सूचना दी. अप्पू ऊर्फ अकूड़ा झालावाड़ जिले के डग कस्बे का और सोनू पिड़ावा इलाके के डोला गांव का रहने वाला है.

22 जून को फरार हुए थे तीन बंदी

ये दोनों बंदी अपने तीसरे साथी दिनेश प्रजापति के साथ गत 22 जून को झालावाड़ जिला कारागृह से फरार हो गए थे. तीनों कंबल की रस्सी बनाकर जेल की दीवार फांदकर फरार हुए थे. इनमें से अप्पू एक नाबालिग से रेप और हत्या के मामले में जेल में बंद था. वहीं सोहन उर्फ सोनू और दिनेश प्रजापति नाबालिग से रेप केस में जेल में बंद थे.

आर्थिक तंगी से गुजर रहे थे
तीनों बंदी फरार होने के बाद आर्थिक तंगी से जूझ रहे थे. पुलिस से बचने के लिए इधर-उधर छिपते फिर रहे थे, लिहाजा कहीं कामकाज भी नहीं कर सकते थे. इस बीच उनका तीसरा साथी दिनेश उनसे अलग हो गया. दूसरी तरफ मुफलिसी में दिन गुजार रहे अप्पू और सोनू ने तंग आकर रविवार को जहर खाकर जान देने का प्रयास किया.

जेलर समेत पांच कार्मिकों को किया गया था निलंबित
बंदियों के फरार होने के बाद डीजी जेल ने लापरवाही बरतने के आरोप में जेलर विनीता सक्सेना और मुख्य प्रहरी शंकरलाल सहित 5 कार्मिकों को निलंबित कर दिया था. पुलिस पिछले 10 दिन से लगातार फरार बंदियों की तलाश में जुटी हुई थी, लेकिन उनका कोई सुराग नहीं लग पाया था.

सोमवार, 17 दिसंबर 2018

गौरवमयी इतिहास का प्रतिक गागरोन फोर्ट ,दुर्ग शौर्य ही नहीं, भक्ति और त्याग की गाथाओं का साक्षी

गौरवमयी इतिहास का प्रतिक गागरोन फोर्ट ,दुर्ग शौर्य ही नहीं, भक्ति और त्याग की गाथाओं का साक्षी






गागरोन दुर्ग राजस्थान के झालावाड़ में स्थित है। यह प्रसिद्ध दुर्ग 'जल-दुर्ग' का बेहतरीन उदाहरण है। गागरोन दुर्ग हिन्दू-मुस्लिम एकता का प्रतीक है। यहाँ सूफ़ी संत मीठे शाह की दरगाह भी है। मधुसूदन और हनुमान जी का मंदिर भी देखने लायक है। विश्व धरोहर में शामिल किए गए इस अभेद्य दुर्ग की नींव सातवीं सदी में रखी गई थी और चौदहवीं सदी तक इसका निर्माण पूर्ण हुआ। यहाँ मोहर्रम के महीने में हर साल बड़ा आयोजन होता है, जिसमें सूफ़ी संत मीठे शाह की दरगाह में दुआ करने सैंकड़ों की संख्या में मुस्लिम एकत्र होते हैं। वहीं मधुसूदन और हनुमान मंदिर में भी बड़ी संख्या में हिन्दू माथा टेकते हैं।

स्थिति तथा निर्माण
झालावाड़ से 10 कि.मी. की दूरी पर अरावली पर्वतमाला की एक सुदृढ़ चट्टान पर काली सिन्ध और आहू नदियों के संगम पर बना यह क़िला जल-दुर्ग की श्रेणी में आता है। इस क़िले का निर्माण कार्य डोड राजा बीजलदेव ने बारहवीं सदी में करवाया था। दुर्गम पथ, चौतरफ़ा विशाल खाई तथा मजबूत दीवारों के कारण यह दुर्ग अपने आप में अनूठा और अद्भुत है। यह दुर्ग शौर्य ही नहीं, भक्ति और त्याग की गाथाओं का साक्षी है।

विस्तार
गागरोन दुर्ग झालावाड़ तक फैली विंध्यालच की श्रेणियों में एक मध्यम ऊंचाई की पठारनुमा पहाड़ी पर निर्मित है। दुर्ग 722 हेक्टेयर भूमि पर फैला हुआ है। गागरोन का क़िला जल-दुर्ग होने के साथ-साथ पहाड़ी दुर्ग भी है। इस क़िले के एक ओर पहाड़ी तो तीन ओर जल घिरा हुआ है। क़िले के दो मुख्य प्रवेश द्वार हैं। एक द्वार नदी की ओर निकलता है तो दूसरा पहाड़ी रास्ते की ओर। क़िला चारों ओर से ऊंची प्राचीरों से घिरा हुआ है। दुर्ग की ऊंचाई धरातल से 10-15 से 25 मीटर तक है। क़िले के पृष्ठ भाग में स्थित ऊंची और खड़ी पहाड़ी ’गिद्ध कराई’ इस दुर्ग की रक्षा किया करती थी। पहाड़ी दुर्ग के रास्ते को दुर्गम बना देती है।

गौरवमयी इतिहास
गागरोन दुर्ग अपने गौरवमयी इतिहास के कारण भी जाना जाता है और उल्लेखनीय स्थान रखता है। यह दुर्ग खींची राजपूत क्षत्रियों की वीरता और क्षत्राणियों की महानता का गुणगान करता है। कहा जाता है एक बार यहां के वीर शासक अचलदास खींची ने शौर्य के साथ मालवा के शासक हुशंगशाह से युद्ध किया। दुश्मन ने धर्म की आड़ में धोखा किया और कपट से अचलदास को हरा दिया। तारागढ़ के दुर्ग में राजा अचलदास के बंदी बनाए जाने से खलबली मच गई। राजपूत महिलाओं को प्राप्त करने के लिए क़िले को चारों ओर से घेर लिया गया; लेकिन क्षत्राणियों ने संयुक्त रूप से 'जौहर' कर शत्रुओं को उनके नापाक इरादों में कामयाब नहीं होने दिया। इस तरह यह दुर्ग राजस्थान के गौरवमयी इतिहास का जीता जागता उदाहरण है।

एकता का प्रतीक
इस अभेद्य दुर्ग की नींव सातवीं सदी में रखी गई और चौदहवीं सदी तक इसका निर्माण पूर्ण हुआ। यह दुर्ग हिन्दू-मुस्लिम एकता का ख़ास प्रतीक है। यहां मोहर्रम के महीने में हर साल बड़ा आयोजन होता है, जिसमें सूफ़ी संत मीठेशाह की दरगाह में दुआ करने सैकड़ों की संख्या में मुस्लिम एकत्र होते हैं। वहीं मधुसूदन और हनुमान मंदिर में भी बड़ी संख्या में हिन्दू माथा टेकते हैं। इसके अलावा यहां गुरू रामानंद के आठ शिष्यों में से एक संत पीपा का मठ भी है।

शिल्पकला
दुर्ग में अठारवीं और उन्नीसवीं सदी में झाला राजपूतों के शासन के समय के बेलबूटेदार अलंकरण और धनुषाकार द्वार, शीश महल, जनाना महल, मर्दाना महल आदि आकर्षित करते हैं। यहां उन्नीसवीं सदी के शासक जालिम सिंह झाला द्वारा निर्मित अनेक स्थल राजपूती स्थापत्य का बेजोड़ नमूना हैं। इसके अलावा सोलवहीं सदी की दरगाह व अठारहवीं सदी के मदनमोहन मंदिर व हनुमान मंदिर भी अपनी बनावट से पर्यटकों को आकर्षित करते हैं। राजस्थान के अन्य क़िलों की भांति गागरोन क़िले में भी अनेक स्मारक, जलाशय, कुएं, भंडारण के लिए कई इमारतें और बस्तियों के रहने लायक स्थल मौजूद हैं।

मौत का क़िला
गागरोन दुर्ग की ख़ात विशेषता यह भी है कि इस दुर्ग का इस्तेमाल अधिकांशत: शत्रुओं को मृत्युदंड देने के लिए किया जाता था। गागरोन के क़िले का स्थापत्य बारहवीं सदी के खींची राजपूतों की डोडिया और सैन्य कलाओं की ओर इंगित करता है। प्राचीरों के भीतर स्थित महल में राजसभाएं लगती थीं और किनारे पर स्थित मंदिर में राजा-महाराजा पूजा, उपासना किया करते थे।

आकर्षण
गागरोन का क़िला अपने प्राकृतिक वातावरण के साथ-साथ रणनीतिक कौशल के आधार पर निर्मित होने के कारण भी विशेष स्थान रखता है। यहां बड़े पैमान पर हुए ऐतिहासिक निर्माण और गौरवशाली इतिहास पर्यटकों का विशेष रूप से ध्यान आकर्षित करते हैं। दुर्ग में 'गणेश पोल', 'नक्कारखाना', 'भैरवी पोल', 'किशन पोल', 'सिलेहखाना का दरवाज़ा' आदि क़िले में प्रवेश के लिए महत्पवूर्ण दरवाज़े हैं। इसके अलावा 'दीवान-ए-आम', 'दीवान-ए-ख़ास', 'जनाना महल', 'मधुसूदन मंदिर', 'रंग महल' आदि दुर्ग परिसर में बने अन्य महत्वपूर्ण ऐतिहासिक स्थल हैं। क़िले की पश्चिमी दीवार से सटा 'सिलेहखाना' उस दौर में हथियार और गोला-बारूद जमा करने का गोदाम था। एक तरफ़ गिद्ध कराई की खाई से सुरक्षित और तीन तरफ़ से काली सिंध और अहू नदियों के पानी से घिरे इस दुर्ग की ख़ास विशेषता यह है कि यह दुर्ग जल की रक्षा भी करता रहा है और जल से रक्षित भी होता रहा है। यह एक ऐसा दुर्लभ दुर्ग है, जो एक साथ जल, वन और पहाड़ी दुर्ग है। दुर्ग के चारों ओर मुकुंदगढ़ क्षेत्र स्थित है।

शुक्रवार, 16 सितंबर 2016

झालावाड़ ग्रामीण उत्सव का द्वितीय चरण 19 सितम्बर से प्रारंभ



झालावाड़ ग्रामीण उत्सव का द्वितीय चरण 19 सितम्बर से प्रारंभ
झालावाड़ 16 सितम्बर। जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में रह रहे सभी वर्गों के प्रतिभावान युवा, बुजुर्ग, महिला एवं बच्चों को विकास की मुख्यधारा से जोड़ने तथा ग्रामीण क्षेत्रों के विकास में उनकी सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित करने के लिये झालावाड़ जिले में 19 सितम्बर सोमवार से ग्रामीण उत्सव के द्वितीय चरण का आयोजन किया जायेगा।

जिला कलक्टर डॉ. जितेन्द्र कुमार सोनी ने बताया कि ग्रामीण उत्सव का द्वितीय चरण 19 सितम्बर से आरम्भ होकर 7 अक्टूबर तक चलेगा। इस उत्सव में ग्रामीणों की समस्याओं को सुनने एवं उनका निराकरण करने के उद्ेश्य से जनसुनवाई का आयोजन किया जायेगा तथा विकास प्रदर्शनी का आयोजन किया जायेगा जिसके माध्यम से जनता को जिले के अंतर्गत विभिन्न योजनाओं में हुई प्रगति, जिले में चल रहे विभिन्न कार्यक्रम, मुख्यमंत्री द्वारा की गई बजट घोषणाओं की क्रियान्विति एवं जिले में चल रही बड़ी परियोजनाओं की जानकारी दी जायेगी एवं आरएसएलडीसी, रोजगार कार्यालय, श्रम विभाग, राजीविका तथा जिला उद्योग केन्द्र आदि एजेन्सियों के माध्यम से ग्रामीण युवाओं को रोजगार सम्बन्धी विभिन्न योजनाओं एवं कार्यक्रमों की जानकारी दी जायेगी ताकि वे अधिक से अधिक संख्या में रोजगार सम्बन्धी कार्यक्रमों से जुड़ सकें।

जिला कलक्टर ने बताया कि ग्रामीण उत्सव के द्वितीय चरण में 19 से 21 सितम्बर तक बकानी पंचायत समिति मुख्यालय पर ग्रामीण उत्सव का आयोजन होगा, इसमें 11 ग्राम पंचायतें शामिल होंगी। इसके पश्चात 22 से 24 सितम्बर तक पंचायत समिति सुनेल के ग्राम सामरिया में आयोजन होगा इसमें 14 ग्राम पंचायतें शामिल होंगी, 25 से 27 सितम्बर तक भवानीमण्डी में ग्रामीण उत्सव का आयोजन होगा, जिसमें 12 ग्राम पंचायतें सम्मिलित होंगी, 28 से 30 सितम्बर तक पंचायत समिति अकलेरा के ग्राम भालता में ग्रामीण उत्सव का आयोजन होगा जिसमें 8 ग्राम पंचायतें सम्मिलित होंगी, 1 से 4 अक्टूबर तक मनोहरथाना मुख्यालय पर ग्रामीण उत्सव का आयोजन होगा जिसमें 14 ग्राम पंचायतें सम्मिलित होंगी एवं 5 से 7 अक्टूबर तक खानपुर में ग्रामीण उत्सव का आयोजन होगा जिसमें 11 ग्राम पंचायतें सम्मिलित होंगी।

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सोमवार, 5 सितंबर 2016

झालावाड़ मुख्यमंत्री ने किया डिजिटल लर्निंग सोल्यूशन रूम का लोकार्पण



झालावाड़ मुख्यमंत्री ने किया डिजिटल लर्निंग सोल्यूशन रूम का लोकार्पण
झालावाड़ 5 सितम्बर। मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे ने सोमवार को राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय न्यू ब्लॉक में रमसा के अन्तर्गत 16 लाख रुपये की लागत से स्थापित डिजिटल लर्निंग सोल्यूशन रूम (डीएलएसआर) का सीधा जयपुर से लोकार्पण किया। इस मौके पर मुख्यमंत्री श्रीमती राजे ने डीएलएसआर केन्द्र पर उपस्थित राजकीय आदर्श उच्च माध्यमिक विद्यालय असनावर के प्रधानाचार्य सुशील तिवारी एवं राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय भवानीमण्डी की छात्रा नाजिया परवीन, माँ भारती सीनियर सैकण्डरी खानपुर की छात्रा स्वप्निल शर्मा, राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय चौमहला की छात्रा अविनी शर्मा, राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय खानपुर की छात्रा पूजा कुमारी नागर, राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय बनेठ की छात्रा कल्पना कुमार एवं राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय झालरापाटन की छात्रा पूजा शर्मा से सीधा संवाद स्थापित किया और शिक्षक दिवस एवं गणेश चतुर्थी के इस पावन अवसर पर सभी को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं दी।

लोकार्पण समारोह के दौरान मुख्यमंत्री हमारी बेटी योजना के अन्तर्गत लाभान्वित मेघावी छात्राओं से साईकिल वितरण योजना, ट्रान्सफर वाऊचर योजना और विद्यालयों में मिरर लगाने आदि के बारे में छात्राओं से जानकारी ली।

इस अवसर पर जिला मुख्यालय स्थित डीएलएसआर केन्द्र पर झालावाड़-बारां लोकसभा क्षेत्र के सांसद श्री दुष्यन्त सिंह, खानपुर विधायक श्री नरेन्द्र नागर, डग विधायक श्री रामचन्द्र सुनारीवाल, मनोहरथाना विधायक श्री कंवरलाल मीणा, जिला प्रमुख श्रीमती टीना कुमारी भील, जिला कलक्टर डॉ. जितेन्द्र कुमार सोनी, जिला पुलिस अधीक्षक राजेन्द्र सिंह, प्रशिक्षु आईएएस लोक बन्धु, पंचायत समिति झालरापाटन की प्रधान श्रीमती भारती नागर, जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक सुरेन्द्र सिंह गौड़, जिला शिक्षा अधिकारी प्रारम्भिक लक्ष्मण मालावत, अतिरिक्त जिला शिक्षा अधिकारी हरिशंकर शर्मा, अतिरिक्त जिला परियोजना समन्वयक रविन्द्र शर्मा, नरेन्द्र तोमर, संजय जैन (ताऊ), सिस्को के विरांग मांकड, पारस चौधरी भी उपस्थित थे।

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जिला स्तरीय समारोह में षिक्षकों का किया सम्मान
झालावाड़ 5 सितम्बर। राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय मंगलपुरा झालावाड़ में सोमवार को आयोजित जिला स्तरीय शिक्षक दिवस सम्मान समारोह में शिक्षक सम्मान की परम्परा के तहत शैक्षिक एवं सहशैक्षिक गतिविधियों में उत्कृष्ट कार्यों के लिए जिले के विभिन्न विद्यालयों के प्रधानाचार्यों, व्याख्याताओं एवं शिक्षकों को झालावाड़-बारां सांसद श्री दुष्यन्त सिंह, खानपुर विधायक श्री नरेन्द्र नागर, डग विधायक श्री रामचन्द्र सुनारीवाल, मनोहरथाना विधायक श्री कंवरलाल मीणा, जिला कलक्टर डॉ. जितेन्द्र कुमार सोनी ने शॉल, श्रीफल व स्मृति चिन्ह एवं प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया तथा जिला प्रमुख श्रीमती टीना कुमारी भील ने सभी शिक्षकों का तिलक लगाकर सम्मान किया।

जिला स्तरीय शिक्षक दिवस सम्मान समारोह का अतिथियों द्वारा माँ सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्जवलन कर शुभारम्भ किया। इस अवसर पर अतिथियों द्वारा बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ कार्यक्रम को सफल बनाने हेतु शपथ दिलाई गई तथा प्रोजेक्ट उत्कर्ष पुस्तिका का विमोचन भी किया गया। कार्यक्रम में शिक्षकों द्वारा गुरूवन्दना, सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किये गये।

समारोह में प्रशिक्षु आईएएस लोक बन्धु, जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक सुरेन्द्र सिंह गौड़, जिला शिक्षा अधिकारी प्रारम्भिक लक्ष्मण मालावत, अतिरिक्त जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक स्नेहलता चड्ढा, संजय जैन ताऊ, नरेन्द्र तोमर, गजेन्द्र चौरसिया, नागेश शर्मा, धीरज तेज गुप्ता सहित सम्मानित शिक्षक एवं गणमान्य नागरिक मौजूद थे।

समारोह से पूर्व सांसद श्री दुष्यन्त सिंह ने शिक्षा विभाग की विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं से संबंधित प्रदर्शनी एवं निजी व राजकीय विद्यालयों एवं जनसहयोग से संचालित कपड़ा बैंक तथा ज्ञानकोष (बुक बैंक) का विधिवत फीता काटकर उद्घाटन किया।

ये हुए सम्मानित

राजकीय आदर्श उच्च माध्यमिक विद्यालय डग के प्रधानाचार्य बुद्धिप्रकाश वर्मा, राजकीय आदर्श उच्च माध्यमिक विद्यालय क्यासरा डग के मोतीराम मीणा, राजकीय आदर्श उच्च माध्यमिक विद्यालय खारपा अकलेरा के व्याख्याता बंशीलाल मीणा, राजकीय आदर्श उच्च माध्यमिक विद्यालय भवानीमण्डी के व्याख्याता जितेन्द्र कुमार खण्डेलवाल, राजकीय आदर्श उच्च माध्यमिक विद्यालय आंवलहेड़ा मनोहरथाना के व्याख्याता राजेन्द्र कुमार मेहरा, राजकीय आदर्श उच्च माध्यमिक विद्यालय सुनेल पिड़ावा के व्याख्याता कल्याण सिंह, राजकीय आदर्श उच्च माध्यमिक विद्यालय पुराना भवन झालावाड़ की व्याख्याता श्रीमती पूनम सेंगर, राजकीय आदर्श उच्च माध्यमिक विद्यालय रायपुर पिड़ावा के प्रधानाचार्य पदम कुमार सिंघवी, राजकीय आदर्श उच्च माध्यमिक विद्यालय भवानीमण्डी के प्रधानाचार्य बलराम पाटीदार, राजकीय आदर्श उच्च माध्यमिक विद्यालय मण्डावर के प्रधानाचार्य प्रकाशचन्द्र सोनी, राजकीय आदर्श उच्च माध्यमिक विद्यालय गोविन्दपुरा की प्रधानाचार्य रजनीगंधा सोनी तथा राउप्रावि टोडरा के प्रधानाध्यापक चन्द्रशेखर, राउप्रावि नाला झालरापाटन के महेश कुमार शर्मा, राप्रावि सूरजपोल झालरापाटन के अध्यापक गिरराज पाटीदार, राउप्रावि खारपा कुण्डीखेड़ा के अध्यापक मोहम्मद अशरफ, राप्रावि अलोदी के रामस्वरूप मीणा, राप्रावि लक्ष्मीपुरा के जगदीश गुप्ता, राउप्रावि देवकादार के अध्यापक हरिसिंह, सहायक परियोजना समन्वयक रवि वशिष्ठ एवं एसएसए ब्लॉक खानपुर के सुरेन्द्र कुमार मेहरा को सम्मानित किया गया।

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जिला कलक्टर द्वारा घोषित स्थानीय अवकाष में संषोधन
झालावाड़ 5 सितम्बर। जिला कलक्टर डॉ. जितेन्द्र कुमार सोनी द्वारा घोषित स्थानीय अवकाश में संशोधन करते हुए 13 सितम्बर 2016 जलझूलनी एकादशी का अवकाश निरस्त कर अब 15 सितम्बर 2016 (गुरूवार) अनन्त चतुर्दशी का सम्पूर्ण झालावाड़ जिले में स्थानीय अवकाश घोषित किया गया है।

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बाल विकास परियोजना अधिकारी डॉ. जी एम सैय्यद होंगे सम्मानित
झालावाड़ 5 सितम्बर। जिला कलक्टर डॉ. जितेन्द्र कुमार सोनी के निर्देशन में जिले में आंगनबाड़ी केन्द्रों पर आयोजित प्रवेशोत्सव कार्यक्रम, शिक्षा बैंक, खिलौना बैंक एवं वृक्षारोपण कार्यक्रमों में उत्कृष्ट कार्य के लिए महिला एवं बाल विकास विभाग के बाल विकास परियोजना अधिकारी डॉ. जी. एम. सैय्यद तथा महिला पर्यवेक्षक बकानी श्रीमती नीरा सिन्हा व आंगनबाड़ी केन्द्र वृन्दावन परियोजना झालरापाटन की आंगनबाड़ी कार्यकर्ता श्रीमती संजू वैष्णव को 7 दिसम्बर 2016 को राज्य कृषि विज्ञान केन्द्र दुर्गापुरा जयपुर में आयोजित एक दिवसीय आमुखीकरण कार्यशाला में राज्य स्तरीय प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया जायेगा।

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राजीनामा योग्य फौजदारी प्रकरणों की राष्ट्रीय लोक अदालत 10 सितम्बर को
झालावाड़ 5 सितम्बर। राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण, नई दिल्ली एवं राजस्थान राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा दिये गये निर्देशों की पालना में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण झालावाड की ओर से 10 सितम्बर 2016 को राजीनामा योग्य फौजदारी प्रकरणों की राष्ट्रीय लोक अदालत जिला मुख्यालय पर ए.डी.आर. सेन्टर पर एवं सभी ताल्लुका मुख्यालयों पर ताल्लुका अध्यक्ष के निर्देशानुसार आयोजित की जावेगी। इसमें विभिन्न न्यायालयों में विचाराधीन राजीनामा योग्य फौजदारी प्रकरणों का राजीनामा के जरिये निस्तारण किया जावेगा।

उक्त तिथि को आयोजित होने वाली राष्ट्रीय लोक अदालत के लिए अब तक सम्पूर्ण जिले में कुल 538 प्रकरणों को चिन्हित किया गया है एवं चिन्हित प्रकरणों में संबंधित पक्षकारान को नोटिस जारी किये जा चुके हैं। राष्ट्रीय लोक अदालत में रेफर प्रकरणों के अतिरिक्त भी इच्छुक पक्षकार अपने मामले को उक्त दिनांक से पूर्व राष्ट्रीय लोक अदालत में रेफर करवाकर निस्तारण करवा सकता है।

जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के पूर्णकालिक सचिव श्री हनुमान सहाय जाट ने बताया कि राष्ट्रीय लोक अदालत में प्रकरणों के अधिकाधिक निस्तारण हेतु प्रयास जारी हैं। पक्षकारान से अपील की जाती है कि वे लोक अदालत के माध्यम से अपने प्रकरण का निस्तारण करवा कर लाभ उठावें।

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डॉ. रामराज मीना, षिक्षक श्री अवार्ड से सम्मानित
झालावाड़ 5 सितम्बर 2016। कृषि विज्ञान केन्द्र, झालावाड़ के वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं अध्यक्ष डॉ. किशन जीनगर ने बताया कि नई दिल्ली के अन्तर्राष्ट्रीय समरसता मंच एवं राष्ट्रीय समता स्वतंत्रता मंच द्वारा आयोजित प्रोग्राम के मुख्य अतिथि सीबीआई के पूर्व प्रमुख श्री जोगिन्दर सिंग व संयोजक श्री महावीर प्रसाद तोडी थे। समारोह में षिक्षा क्षेत्र में उत्कृष्ठ कुल 50 कर्मचारी व समाज सेवियों को सम्मानित किया गया।

डॉ. रामराज मीना को यह सम्मान उनके द्वारा किए गये कृषि प्रसार कार्य हेतु दिया गया, श्री मीणा किसानों को कृषि शिक्षा देने हेतु चाहे कार्यालय हो या घर या व्हाट्सएप के माध्यम से कृषि जगत ग्रुप बनाकर देते रहते हैं। इस क्षेत्र में रोजगारमुखी प्रशिक्षण देकर युवाओं को स्वरोजगार व सरकारी संस्थानों में रोजगार दिलवाते हैं। इनका लक्ष्य उत्पादन से खपत तक हम साथ रहेगें। झालावाड़ को हरा भरा सम्पन्न बनाऐगें।