पोकरण - गौषाला संचालकों को गौधन संरक्षण के लिए पूरा सहयोग दिया जाएगा - गोपालन मंत्री,
प्रत्येक पंचायत समिति स्तर पर नन्दी गौषाला खोली जाएगी,संचालक आए आगे,
गौधन संरक्षण के लिए राज्य सरकार
हर स्तर पर मदद देने के लिए कटिबद्ध - अल्पसंख्यक मामलात मंत्री,
पोकरण श्री चैन पब्लिक गौषाला में अतिथियों का
हार्दिक अभिनन्दन,मंत्री जी ने गायों को अपने हाथों से खिलाया गुड़
जैसलमेर /खान एवं गोपालन मंत्री प्रमोद जैन भाया ने गौषाला संचालकों को संबोधित करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री सदैव ही गौधन संरक्षण के लिए हर समय सहयोग देने के लिए तत्पर है। उन्होेने कहा कि गोपालन विभाग के माध्यम से गौषालाओं को अनुदान देने में किसी प्रकार की कमी नहीं रहने दी जाएगी। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री की सोच एवं अनूठी पहल के कारण नन्दियों के संवर्धन एवं संरक्षण के लिए जिला मुख्यालयों पर नन्दी गौषालाएं स्वीकृत की गई है वहीं हर पंचायत स्तर पर नन्दी गौषाला स्वीकृत की जाएगी ताकि नन्दीयों का पूरा संरक्षण हो।
गोपालन मंत्री पोकरण में श्री चैन पब्लिक गौशाला में आयोजित कार्यक्रम के दौरान गौशाला संचालकों को संबोधित कर रहे थे। इस कार्यक्रम में अल्पसंख्यक मामलात मंत्री शाले मोहम्मद ने अध्यक्षता की। कार्यक्रम में जैसलमेर नगर परिषद के सभापति हरिवल्लभ कल्ला, पूर्व जिला प्रमुख अब्दुल्ला फकीर, नैन दान रत्नू, गोपालन विभाग के निदेशक डॉ लाल सिंह, पूर्व प्रधान अमरदीन फकीर, उपखंड अधिकारी राजेश कुमार, तहसीलदार बंटी राजपूत, अधिशासी अधिकारी नगर पालिका पोकरण तनुजा सोलंकी, चौन पब्लिक गौशाला के अध्यक्ष नारायण रंगा, बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष अमीन खान, के साथ ही अच्छी संख्या में जिले के गौशालाओं के संचालक गण एवं पशुपालक उपस्थित थे।
गोपालन मंत्री भाया ने जनप्रतिनिधियों से आहवान किया कि वे पंचायत समिति स्तर पर नन्दी गौषाला संचालन करने के लिए क्षेत्र के बड़े गौसंचालकों से आवेदन कराएं ताकि नन्दी गौषालाओं की स्वीकृति की जा सके। उन्होंने कहा कि पशुधन संरक्षण के लिए राज्य सरकार ने गौशालाओं में छोटे पषुधन के लिए 16 से बढ़ाकर 20 रुपये व बड़े पशुधन के लिए 32 से बढ़ाकर 40 रूपये प्रतिदिन के हिसाब से अनुदान स्वीकृत किया है। उन्होंने बताया कि आने वाले समय में गौशालाओं में छह माह से बढ़ाकर 9 माह तक अनुदान करने की प्रक्रिया राज्य स्तर पर प्रक्रियाधीन है । उन्होंने बच बारस के पर्व पर गौ माता को नमन करते हुए श्री चैन पब्लिक गौशाला के लिए अपनी ओर से 51 हजार रुपये नकद प्रदान किए।
गोपालन मंत्री ने कहा कि गौषाला संचालकों की मांग को देखते हुए अनुदान प्रक्रिया में सरलीकरण किया गया है। वहीं धर्मकांटे की पर्ची की अनिवार्यता को समाप्त कर दिया है। इसके साथ ही बिल वाउचर प्रक्रिया को भी सरलीकरण कर चार्टेड एकाउंटेंट के माध्यम से लेखा प्रस्तुत करने की छूट दी है, जिससे भी गौषाला संचालको को राहत मिली है। उन्होंने जैसलमेर के गौषाला संचालकों को विष्वास दिलाया कि उनके भूमि आवंटन के मामले में प्रषासन से सहयोग करवाकर उनका निस्तारण किया जाएगा। वहीं निरीक्षण के माध्यम से भी किसी प्रकार की तकलीफ नहीं दी जाएगी। उन्होंने कहा की नन्दी गौषालाओं के संचालन के लिए गौषाला शुरू करते ही नौ माह का अनुदान चालू कर दिया जाएगा। उन्हांेने गोपालन विभाग की गोपालन विकास योजना की चर्चा करते हुए बताया कि इसके संचालन के लिए भी आवेदन करने की तिथि 31 दिसम्बर तक बढ़ा दी है। उन्होंने बताया कि इस योजना में गौषाला संचालक को टीन सेड निर्माण के लिए 10 लाख रूपये के अनुदान देने का प्रावधान है। इसके लिए गोपालन विभाग में गौषाला का रजिस्टर्ड होना अनिवार्य है।
गोपालन मंत्री ने कहा कि जैसलमेर में गौषाला संचालकों को हर समय सहयोग देने का भरोसा दिलाया एवं कहा कि जनवरी से मार्च तक का अनुदान का भुगतान गौषालाओं को कर दिया है एवं अप्रेल से जून तक का शीघ्र ही करवा दिया जाएगा। उन्होंने गौषाला संचालकों को गौमाता की सेवा पूर्ण ईमानदारी के साथ करने का आहवान किया एवं कहा कि वे बधाई के पात्र है कि वे गौधन संरक्षण के लिए कार्य कर रहे है।
अल्पसंख्यक मामलात, वक्फ एवं जन अभियोग निराकरण मंत्री शाले मोहम्मद ने कहा कि राज्य सरकार पशुपालकों के सहयोग के लिए सदैव कटिबद्ध है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने अकाल की स्थिति में पूर्व में भी बहुतायत मात्रा में पशु शिविर एवं चारा डिपो खोलकर पशुधन का संरक्षण किया वहीं गौशालाओं के माध्यम से भी पशु धन का संरक्षण किया गया।
अल्पसंख्यक मामलात मंत्री ने कहा कि इस बार भी अनावृष्टि की स्थिति को देखते हुए सरकार हर स्तर पर पशुधन संरक्षण के लिए पूरा सहयोग करेगी एवं इसमें किसी प्रकार की धन की कमी नहीं आने देगी। उन्होंने कहा कि पूर्व के कार्यकाल में मुख्यमंत्री ने गोपालन विभाग का अलग से गठन कर गौशाला संचालकों को तोहफा दिया है। उन्होंने गौशाला संचालकों को विश्वास दिलाया कि उनकी हर स्तर पर गौ सेवा के लिए मदद की जाएगी।
उन्होंने गोपालन मंत्री से जैसलमेर पषु बाहुल्य जिले को देखते हुए एवं यहा अधिकांषतः अकाल की स्थिति को देखते हुए पषुधन संरक्षण के लिए विषेष रियायत देने की बात कही। उन्होंने कहा कि पषुपालकों को इस बार भी उनके पषुधन के संरक्षण के लिए हर संभव सहयोग दिया जाएगा। उन्होंने मुख्यमंत्री द्वारा मानव स्वास्थ्य के लिए संचालित की गई मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना में पूरा लाभ उठाने का आहवान किया वहीं घर-घर औषधी योजना में 8-8 औषधीय पौधे प्रत्येक परिवार को लगाने का आहवान किया।
नगर परिषद सभापति हरिवल्लभ कल्ला ने भी गोपालन मंत्री का स्वागत करते हुए कहा कि राज्य सरकार गौधन संरक्षण के लिए हर स्तर पर पूरा सहयोग दे रही है। श्री चैन पब्लिक गौषाला के अध्यक्ष नारायण रंगा ने अतिथियों का स्वागत करते हुए गौषाला की गतिविधियों पर प्रकाष डाला एवं कहा कि इस गौषाला में 408 गौवंष का संरक्षण किया जा रहा है। उन्होंने गौधन संरक्षण के अनुदान में बढ़ोतरी करने की भी आवष्यकता जताई।
पूर्व प्रधान अमरदीन फकीर ने भी गौषाला संचालकों की मांगों को रखते हुए यहा पर विषेष छूट देने की बात कही एवं गौषाला निरीक्षण प्रक्रिया में सरलीकरण करने, अधिक मात्रा में गौषालाएं स्वीकृत करने की आवष्यकता जताई। वहीं गौषालाओं के लिए पट्टा जारी कराने की कार्यवाही कराने पर जोर दिया।
इस मौके पर गोपालन मंत्री व अल्पसंख्यक मामलात मंत्री ने गौशाला में गायों को अपने हाथों से गुड़ खिलाया। इस दौरान श्री चैन पब्लिक गौषाला में एक लाख रूपये का सहयोग देने पर भामाषाह जयसिंह उज्जवल का गोपालन मंत्री व अल्पसंख्यक मामलात मंत्री ने हार्दिक स्वागत किया एवं सहयोग के लिए बधाई दी।
इस मौके पर अतिथियों का स्वागत गौषाला संचालक नारायण रंगा, अली गुलाम, जयसिंह उज्जवल, केडी रत्नू, अमीन खां, भीम सिंह, आईदान माली, मीरे खां आदि ने किया।
इससे पूर्व गोपालन मंत्री का अल्पसंख्यक मामलात मंत्री के आवास के आगे अल्पसंख्यक मामलात मंत्री शाले मोहम्मद, नगर परिषद सभापति हरिवल्लभ कल्ला, उपसभापति खींवसिंह, पूर्व जिला प्रमुख अब्दुल्ला फकीर, पूर्व प्रधान अमरदीन फकीर ने उनका हार्दिक अभिनन्दन किया। गोपालन मंत्री ने गौषाला संचालकों के परिवेदनाएं भी सुनी एवं प्रार्थना पंत्र प्राप्त किए एवं उनके समाधान का भरोसा दिलाया।