नकली के संदेह पर रोडवेज बस से सात क्विंटल मावा जब्त
बाड़मेर
शादियों की सीजन के चलते मावे की खपत बढऩे के बाद शहर में नकली मावा आने का संदेह बढ़ गया है । शनिवार शाम को मुखबिर की सूचना के आधार पर बीकानेर से बाड़मेर पहुंची रोडवेज की एक बस में सात क्विंटल मावा नकली होने के संदेह पर प्रशासनिक कार्रवाई के तहत बरामद किया गया। इसके बाद चल प्रयोगशाला में मावा जांच की प्रक्रिया शुरू की गई। अचानक हुई कार्रवाई से बस यात्रियों में एक बारगी खलबली मच गई।
एसडीएम सीएल देवासी ने बताया कि जिला कलेक्टर गौरव गोयल, तहसीलदार चंद्रभानसिंह, भूमि अवाप्ति अधिकारी महेन्द्रसिंह शेखावत व खाद्य निरीक्षक भूराराम चौधरी सहित प्रशासनिक अधिकारियों की एक टीम ने मुखबिर की सूचना पर कलेक्ट्रेट के निकट एक रोडवेज बस को रूकवा इसमें रखे सात क्विंटल मावे को नकली होने के संदेह पर बरामद कर जब्त किया। पूछताछ के दौरान बस कंडक्टर ने मावा बीकानेर से बाड़मेर लाने का खुलासा किया। कंडक्टर ने बताया कि बाड़मेर में दिलीपसिंह एवं डूंगरसिंह नामक व्यक्ति इस मावे को लेने बस स्टैंड आते हैं। बरामद मावे की चल प्रयोगशाला में जांच शुरू की गई। समाचार लिखे जाने तक जांच रिपोर्ट नहीं आई।
क्यूं बढ़ी मावा की खपत
शा दियों की सीजन व होली के पर्व को लेकर बाजार में मावा की जबरदस्त डिमांड है। इसके चलते व्यापारियों की ओर से मावा स्टॉक किया जा रहा है। स्थानीय स्तर पर मावा पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध नहीं होने पर पड़ौसी जिलों से मावा मंगवाया जा रहा है। ऐसे में बढ़ती डिमांड को पूरा करने के लिए शहर में नकली मावा आने की आशंका के चलते प्रशासन मुस्तैदी से बाहर से आने वाले मावे पर नजर रख रहा है।
कहां-कहां से होता है सप्लाई
श हर के व्यापारी जोधपुर, जैसलमेर, बीकानेर, नागौर सहित कई जिलों से मावा मंगवा रहे हैं। यहां से मावा कस्बे व गांवों में सप्लाई किया जाता है। जहां मावा से विभिन्न प्रकार की मिठाइयां तैयार की जाती है।
शादियों की सीजन के चलते मावे की खपत बढऩे के बाद शहर में नकली मावा आने का संदेह बढ़ गया है । शनिवार शाम को मुखबिर की सूचना के आधार पर बीकानेर से बाड़मेर पहुंची रोडवेज की एक बस में सात क्विंटल मावा नकली होने के संदेह पर प्रशासनिक कार्रवाई के तहत बरामद किया गया। इसके बाद चल प्रयोगशाला में मावा जांच की प्रक्रिया शुरू की गई। अचानक हुई कार्रवाई से बस यात्रियों में एक बारगी खलबली मच गई।
एसडीएम सीएल देवासी ने बताया कि जिला कलेक्टर गौरव गोयल, तहसीलदार चंद्रभानसिंह, भूमि अवाप्ति अधिकारी महेन्द्रसिंह शेखावत व खाद्य निरीक्षक भूराराम चौधरी सहित प्रशासनिक अधिकारियों की एक टीम ने मुखबिर की सूचना पर कलेक्ट्रेट के निकट एक रोडवेज बस को रूकवा इसमें रखे सात क्विंटल मावे को नकली होने के संदेह पर बरामद कर जब्त किया। पूछताछ के दौरान बस कंडक्टर ने मावा बीकानेर से बाड़मेर लाने का खुलासा किया। कंडक्टर ने बताया कि बाड़मेर में दिलीपसिंह एवं डूंगरसिंह नामक व्यक्ति इस मावे को लेने बस स्टैंड आते हैं। बरामद मावे की चल प्रयोगशाला में जांच शुरू की गई। समाचार लिखे जाने तक जांच रिपोर्ट नहीं आई।
क्यूं बढ़ी मावा की खपत
शा दियों की सीजन व होली के पर्व को लेकर बाजार में मावा की जबरदस्त डिमांड है। इसके चलते व्यापारियों की ओर से मावा स्टॉक किया जा रहा है। स्थानीय स्तर पर मावा पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध नहीं होने पर पड़ौसी जिलों से मावा मंगवाया जा रहा है। ऐसे में बढ़ती डिमांड को पूरा करने के लिए शहर में नकली मावा आने की आशंका के चलते प्रशासन मुस्तैदी से बाहर से आने वाले मावे पर नजर रख रहा है।
कहां-कहां से होता है सप्लाई
श हर के व्यापारी जोधपुर, जैसलमेर, बीकानेर, नागौर सहित कई जिलों से मावा मंगवा रहे हैं। यहां से मावा कस्बे व गांवों में सप्लाई किया जाता है। जहां मावा से विभिन्न प्रकार की मिठाइयां तैयार की जाती है।