जैसलमेर.थार के रेगिस्तान में सेना का दो दिवसीय युद्धाभ्यास शुरू हुआ
जैसलमेर. जैसलमेर के फील्ड फायरिंग रेंज में भारतीय सेना की सुदर्शन चक्र वाहिनी की ओर से सेना की अदम्य क्षमता का प्रदर्शन रविवार से शुरू हुआ। तेज धमाकों से जैसलमेर की पोकरण फील्ड फायरिंग रेंज एक बार फिर गूंज उठी। एयरफोर्स और आर्मी के युद्ध के दौरान एक दूसरे के साथ बेहतरीन तालमेल को बनाए रखने के लिए भी यह युद्धाभ्यास महत्वपूर्ण माना जा रहा है। रक्षा प्रवक्ता कर्नल संबित घोष ने बताया कि भारतीय सेना की क्षमता, कौशल व परिचालन संबंधी तैयारियों का प्रदर्शन किया जा रहा है। भारतीय सेना की सुदर्शन चक्र कोर की ओर से किए जा रहे युद्धाभ्यास में रेगिस्तान में मुख्य आकर्षण में संयुक्त हथियार सामंजस्य एवं रॉकेटलांच सिस्टम का प्रदर्शन शामिल किया गया है। आॢटलरी, आम्र्ड और मैकेनाइज्ड फोर्स के बाद आर्मी एयर डिफेंस, आर्मी एविएशन और अटैक हेलिकॉप्टर के जरिए जमीन से आसमान तक के तालमेल और अचूक निशाने का प्रदर्शन किया जा रहा है। स्वदेशी हेलिकॉप्टर रूद्र और गन सिस्टम के-९ रूद्र का प्रदर्शन किया जा रहा है।
जैसलमेर. जैसलमेर के फील्ड फायरिंग रेंज में भारतीय सेना की सुदर्शन चक्र वाहिनी की ओर से सेना की अदम्य क्षमता का प्रदर्शन रविवार से शुरू हुआ। तेज धमाकों से जैसलमेर की पोकरण फील्ड फायरिंग रेंज एक बार फिर गूंज उठी। एयरफोर्स और आर्मी के युद्ध के दौरान एक दूसरे के साथ बेहतरीन तालमेल को बनाए रखने के लिए भी यह युद्धाभ्यास महत्वपूर्ण माना जा रहा है। रक्षा प्रवक्ता कर्नल संबित घोष ने बताया कि भारतीय सेना की क्षमता, कौशल व परिचालन संबंधी तैयारियों का प्रदर्शन किया जा रहा है। भारतीय सेना की सुदर्शन चक्र कोर की ओर से किए जा रहे युद्धाभ्यास में रेगिस्तान में मुख्य आकर्षण में संयुक्त हथियार सामंजस्य एवं रॉकेटलांच सिस्टम का प्रदर्शन शामिल किया गया है। आॢटलरी, आम्र्ड और मैकेनाइज्ड फोर्स के बाद आर्मी एयर डिफेंस, आर्मी एविएशन और अटैक हेलिकॉप्टर के जरिए जमीन से आसमान तक के तालमेल और अचूक निशाने का प्रदर्शन किया जा रहा है। स्वदेशी हेलिकॉप्टर रूद्र और गन सिस्टम के-९ रूद्र का प्रदर्शन किया जा रहा है।