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रविवार, 7 जून 2020

जन्मदिन पर विशेष बाड़मेर न्यूज़ ट्रैक राजनीतिक शख्शियत बाड़मेर विधायक मेवाराम जैन ,आम आदमी का विधायक


जन्मदिन पर विशेष बाड़मेर न्यूज़ ट्रैक 

  मेवाराम जैन
राजनीतिक शख्शियत  बाड़मेर विधायक मेवाराम जैन ,आम आदमी का विधायक

बाड़मेर थार की राजनीति में बहुत से चेहरे चुनावी मौसम की तरह होते है।जो चुनाव के साथ गायब हो जाते।कुछ चेहरे लम्बी रेस के घोड़े भी साबित होते है।।अस्सी दे दशक में बाड़मेर दिग्गज राजनीतिग्यो की स्थली था।।बड़े नज़्म अब्दुल हादी,वृद्धि चंद जैन,हेमाराम चौधरी,गंगाराम चौधरी,भगवानदास डोशी, अमीन खान,मदन कौर ,चंपालाल बांठिया सरीखे नेताओ के बीच बालेबा गांव के सरपंच के रूप में मेवाराम जैन का उदय हुआ।।सरपंच के तौर पर अच्छे कार्यो के चलते जिला प्रशासन द्वारा सम्मानित किया गया ।मेवाराम ने शहर का रुख कर कांग्रेस में प्रवेश किया।उस वक़्त के दिग्गज वृद्धि चंद जैन के सानिध्य में अपनी राजनीति पारी शुरू की।।आम परिवार से होने के साथ शहरी लोगो के साथ साथ धीरे धीरे पार्टी में अपनी पकड़ बढ़ाने लगे।।पहले उन्हें 1985 में शिव ब्लॉक का महामंत्री बनाया।।लगातार दस साल 1994 तक महामंत्री पड़ पर रहे।।सेकंडरी तक शिक्षित मेवाराम जैन ने अपने कुशल व्यवहार से पार्टी के साथ साथ सामाजिक संस्थाओं में भी अपनी पकड़ बना उनसे जुड़े।अकाल के वक़्त उनका गौ सेवा का कार्य निसंदेह बेहतर था। प्राणी मित्र संस्थान से जुड़ उन्होंने अकाल राहत के तहत बड़ी तादाद में पशु शिविरों का भी संचालन किया।।इनके माध्यम से उनकी पहचान का दायरा बढ़ गया।।1994 ने कांग्रेस पार्टी ने उन्हें कोषाध्यक्ष का प्रभार दिया।।2005 तक पार्टी के कोषाध्यक्ष रहे।।उसके बाद उन्हें पार्टी ने उपाध्यक्ष पद पर बिठाया।।इसी बीच उन्होंने नगर पालिका का चुनाव लड़ा।।बड़ी जीत के साथ नगर पालिका के अध्यक्ष बने।।1999 में अध्यक्ष बनने के बाद शहरी क्षेत्र में विकास के कई कार्य किये।कार्य और व्यवहार के कारण उनकी लोकप्रियता में खासी वृद्धि हुई।।बाड़मेर के विकास के साथ सौन्दर्यकरण ,सभा भवनों सहित असम आदमी के राहत के प्रयास लोगो के बीच लोकप्रिय हुए।।1981 से 1991 तक बालेबा के सरपंच रहे मेवाराम जैन को 2008 में कांग्रेस ने बाड़मेर विधानसभा से अपना प्रत्यासी बनाया।।इस चुनाव में उन्होंने मृदुरेखा चौधरी को बड़े अंतर से हरा कर विधानसभा में प्रवेश किया। पांच साल के कार्यकाल में कई कार्य जनहित के किये।।मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नजदीक मानें जाते रहे।।दूसरी बार 2013 मे कांग्रेस ने उन पर पुनः भरोसा जताया।।भाजपा प्रत्यासी डॉ प्रियंका चौधरी को कड़े मुकाबले में हराकर फिर बिधानसभा पहुंचे।।2013 में मारवाड़ में काँग्रेज़ को मात्र तीन सीट मिली थी।जिसमे एक बाड़मेर भी था।।।इस चुनाव में निर्दलीय मृदुरेखा चौधरी उनके लिए तारणहार बनी।गत चुनावो में जाट राजनीती के दिग्गज कर्नल सोनाराम को तीस हजार से अधिक मतों से हराकर तीसरी बार विधायक बने ।


*विधायक मेवाराम जैन के कार्यकाल की उपलब्धियां*

बाड़मेर में कच्ची बस्तियों सहित आम आदमी के पट्टे बनाने का कार्य आपके कार्यकाल की उपलब्धि रही ।।जैन ने अपने नगरपालिका अध्यक्ष रहते हुए हजारों पटे बनाये जिसके कारण आम शहरवासियों के दिलो में बस गए। जैन मोहन बाल निकेतन शिक्षण संस्थान के अध्यक्ष भी रहे साथ ही लायंस क्लब बाड़मेर के पहले अध्यक्ष के रूप में कई सेवा कार्य किये।बाड़मेर में हिमालय का मीठा पानी लाने का वादा किया था और वादे के मुताबिक बाड़मेर शहर में नहर का मीठा पानी लाये तथा बाड़मेर ग्रामीण क्षेत्रो में पेयजल योजनाओं को स्वीकृत करवाया। साथ ही बाड़मेर राजकीय अस्पताल में सिटी स्कीन मशीन,सीवरेज का कार्य,और बाड़मेर शहर में पहली बार दो ओवरब्रिज का निर्माण करवाकर बाड़मेर जो दो भागों में बंटा हुआ था उसमें आमजन को राहत देकर बड़ा कार्य किया।

मेडिकल के क्षेत्र में बाड़मेर जिला मुख्यालय पर मेडिकल कॉलेज की स्वीकृति, इंजीनियरिंग कॉलेज की स्वीकृति,4 पीएचसी,एक सीएचसी तथा 52 सब सेंटर स्वीकृत करवाये ।इसके साथ साथ मॉडल विद्यालय,नए प्राथमिक विद्यालय स्वीकृत भी करवाये तथा क्रमोन्नत भी करवाये।आदर्श स्टेडियम में पार्क का निर्माण,सर्किट हाउस सड़क का डबल लेन निर्माण इत्यादि कई महत्वपूर्ण कार्य करवाये।

एक महत्वपूर्ण बात कि विधायक जैन ने अपने 11 वर्षीय कार्यकाल में लगभग 1800 हैंडपम्प स्वीकृत करवाये है जो कि अपने आप मे एक रिकॉर्ड है।विरधीचन्द केंद्रीय बस स्टैंड का निर्माण करवाया ।राजकीय हॉस्पिटल में 17 करोड़ की लागत से महिला एवम शिशु गृह यूनिट का भी निर्माण करवाया ।साथ ही अपने विधायक मद से करीबन 5 करोड़ रुपये ग्रामीण क्षेत्रो में विद्युतीकरण पर खर्च किये ।

बाडमेर विधायक मेवाराम जैन हमेशा आपदा के वक़्त बाडमेर की जनता के साथ मददगार के रूप में खड़े रहे।।एक इंसान के रूप में मेवाराम जैन श्रेष्ठ है।।उनमें मानवता कूट कूट भरी है।इंसानियत के देवता है ।जरूरतमंद लोगों के लिए लाठी के सहारे जैसे हैं।।भीषण अकाल के वक़्त उनके द्वारा जिले के लोगो के लिए वरदान बने।प्राणी मित्र संस्था के माध्यम से पशु शिविरों का संचालन कर जिले भर कर पशु पालकों को राहत प्रदान की।।लाखों गायों के रक्षक बने।।बाडमेर में आई बाढ़ के दौरान भी मेवाराम जैन ने लोगो के साथ कंधे से कंधा मिला दुख में उनके आंखों के आंसू पोंछे।।कवास, मलवा,सहित बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में खाद्य सामग्री से लेकर उनके लिए आवश्यक मदद की।मेवाराम जैन बाडमेर की जनता के लिए हमेशा वरदान साबित हुए।।लोगो के सुख दुख में परिवार के सदस्य की तरह शरीक होकर अपनेपन का अहसास दिलाते है।।राजनीति के क्षेत्र में चाहे वो कुछ भी हो मगर एक इंसान के रूप में मानवता उनमें कूट कूट कर भरी है। कोरोना वायरस के चलते लॉक डाउन के पहले दिन से जिला प्रशासन के साथ कंधे से कंधा मिलाकर न केवल सहयोग कर रहे थे हल्की भामाशाहों को भी सहयोग के लिए प्रेरित कर लोगो के मददगार बने।।बाडमेर जिला प्रशासन को मेवाराम जैन के सहयोग का बड़ा सहारा मिला कोरोना संक्रमण से मुकाबला करने तथा लॉक डाउन के दौरान जरूरतमंद लोगों के लिए भोजन और खाद्य सामग्री की व्यवस्था करने में।विधायक द्वारा बाड़मेर जिले के प्रवासियों को गृह जिले में लाने के लिए व्यक्तिगत रूप से सूचियां बनाकर प्रशासन को देकर प्रवासियों को लाने व्यवस्थाएं करवाई ,व्ही उन्होंने विधायक कोष की राशि भी कोविद १९ में दी ,जैन द्वारा करीब तीस हजार अधिक प्रवासियोप को बाड़मेर लाने में मदद की गयी ।नंदी गौ शाला में गायो के सरंक्षण में व्यक्तिगत रूचि लेकर लोगो को धनराशि और चारे के ट्रकों की व्यवस्था की गयी ,नंदी गौ शाला का निर्माण भी मेवाराम जैन के व्यक्तिगत प्रयासों से हुआ ,यही सच है कि विधायक मेवाराम जैन बाडमेर की जनता पर जब जब आपदा आई मेवाराम जैन सच्चे सेवक के रूप में उनके साथ खड़े रहकर अपना मानव धर्म निभाया।।*

जैन लगातार 12  वर्षो से पीसीसी सदस्य है।जैन विधानसभा में महत्वपूर्ण कमेटी प्राक्कलन समिति क तथा ख में भी सदस्यरहे ।लगातार तीसरी बार बाड़मेर विधानसभा से विधायक है।।राजनीति के वर्तमान के चाणक्य कहे जाते है मेवाराम जैन।।राजनीतिक गुण और कूटनीति उनकी खासियत है।।

रविवार, 1 मार्च 2020

जैसलमेर विख्यात संगीतकार आनंद जी के साथ उनके 88 वें जन्मदिन पर खास मुलाकात* *आज के संगीत में आत्मा और गीतों में भावना का अभाव;आनंद जी*

जैसलमेर विख्यात संगीतकार आनंद जी के साथ उनके 88 वें जन्मदिन पर खास मुलाकात*

*आज के संगीत में आत्मा और गीतों में भावना का अभाव;आनंद जी*






विख्यात संगीतकार आनंद जी के साथ उनके 88 वें जन्मदिन पर खास मुलाकात*

*आज के संगीत में आत्मा और गीतों में भावना का अभाव;आनंद जी*

*जैसलमेर बीते जमाने के बॉलीवुड के विख्यात संगीतकार जोड़ी कल्याणजी आनंद जी के आनंद जी जीवन के 88 बसंत देख चुके।फिल्मी दुनिया की पारी खत्म करने के बाद सामाजिक सरोकार के कार्यो से जुड़कर समाज और देश की सेवा में जुटे है।।88 साल की उम्र में भी आनद जी का हौसला और उत्साह बरकार है।।88 वां जन्मदिन 2 मार्च को मनाने अपने परिवार सहित 35 साल बाद जैसलमेर आये आनंद जी से दो पल शकुन की मुलाकात हुई।।सहज और सरल अंदाज़ आज भी उन्हें खास बनाता है।।चार दशकों तक फिल्मी दुनिया मे अपने सुमधुर सदाबहार संगीत का डंका बजाने वाले आनंद जी जेसलमेर प्रवास के दौरान किले पर होटल गढ़ जैसल में उनसे खास मुलाकात के दौरान हुई बातचीत पेश है।


*बहुत तेज़ी से सब कुछ बदला*

*सब कुछ बदल गया।।वो समय था जब हम संगीत तैयार करते पूरा वक़्त देते आज जैसी भाग दौड़ नहीं थी।।संगीत प्रेमियों की पसन्द का ख्याल रख कर संगीत तैयार किया जाता था।।आज वक़्त बहुत तेज़ी से बढ़ रहा है।।लोगो की पसन्द बदली है।।

*दो दशकों में संगीत में आया अंतर*

आज संगीत का मतलब ही बदल गया।।गीतों में संगीत के नाम पर शोर ज्यादा है।।उस वक़्त के गीतों में भावना जुड़ी होती थी तो संगीत में आत्मा।।आज के संगीत में इन दोनों का अभाव है।।
इसीलिए आज का संगीत दिल के करीब नही होता।।

संगीत का बाजारीकरण से मिठास खत्म 

*सबकी अपनी शैली है।।किसी विशेष नाम का उल्लेख नहीं करूंगा।।मगर लम्बे समय तक याद रखे जाने वाले संगीत का अभाव है।।समय के साथ संगीत प्रेमियों की पसन्द भी बदली है।संगीत का बाजारीकरण हो जाने से मिठास खत्म हो गई।
 
डॉन का खाइके पान बनारस वाला

किशोर दा ने इस गीत को अमर कर दिया था।अमिताभ बच्चन ने इसको पर्दे पर जी लिया।अमिताभ के अपने फेन है।।शाहरुख के अपने ।।शाहरुख के फैन तुलना करते है अमिताभ पर फिल्माया गीत शाहरुख पर कैसा लगेगा।।संगीत प्रेमी खुद फैसला कर सकते है बेहतर कौन था।।

फिल्मी दुनिया में आज भी योगदान

जी बिल्कुल।।फिल्मी दुनिया ने सब कुछ दिया।संगीत में सक्रिय नहीं है मगर फिल्मी आयोजनों,अवार्ड फंक्शन,आदि में याद करते है तो जाते है।।

पुराने गीत ब्रांड है,रीमिक्स के जरिये मार्केटिंग 

पुराने गीत ब्रांड है।।उनकी मांग आज भी उतनी है।।पुराने गीतों के ब्रांड और वेल्यू को ध्यान में रख रीमिक्स कर बाजार में उतारा जा रहा है।।मूल संगीत गीत की आत्मा होती थी आत्मा रीमिक्स में निकल जाती है।।

उम्र के इस पड़ाव में समाज सेवा

आनंद जी उम्र के इस पड़ाव में सामाजिक सरोकार के कार्यो से जुड़कर सेवा कर रहे।उन्होंने बताया कि वो नशामुक्ति,शिक्षा,पर्यावरण,घर घर शौचालय ,स्वच्छता जैसे सामाजिक मुद्दों के साथ जुड़कर कार्य कर रहे है।।आनंद जी ने बताया कि ईश्वर ने जो जिन्दगि दी उसे पूरी तरह जीना चाहिए।।

जैसलमेंर खूबसूरत जगह

आनंद जी ने जेसलमेर को खूबसूरत शहर बताते हुए कहा कि वो अक्सर आते रहते है।।इस शहर में शकुन मिलता है।।पर्यटन के हिसाब से बेहतर स्थान है।।मेरे आराध्य देव रूणिचा (बाबा रामदेव मंदिर) दर्शन करने आते रहता हूँ।।जेसलमेर मेरे दिल के करीब है।।

शनिवार, 1 फ़रवरी 2020

केबिनेट मंत्री शाले मोहम्मद के जन्मदिन पर हुआ विशाल रक्तदान शिविर,बेटी शीबा ने काटा केक















 केबिनेट मंत्री शाले मोहम्मद के जन्मदिन पर हुआ विशाल रक्तदान शिविर,बेटी शीबा ने काटा केक 


जेसलमेर राजस्थान सरकार में अल्पसंख्यक मामलात एवम जन अभियोग निराकरण विभाग मंत्री शाले मोहम्मद के चवालिसवे जन्मदिवस पर राजकीय जवाहर चिकित्सालय में विशाल रक्तदान शिविर का आयोजन उनके समर्थकों द्वारा किया गया।शाले मोहम्मद के जन्मदिन पर एक सौ एक यूनिट रक्तदान उनके समर्थको द्वारा किया गया ,रक्तदान के लिए अलग अलग गाँवो से उनके समर्थक जवाहर अस्पताल शिविर पहुंचे ,।उनके जन्मदिन पर शाले मोहम्मद की पुत्री शीबा ने रक्तदान शिविर के समापन पर केक काट जन्मदिन मनाया।।

शालेमोहम्मद के 44 वे जन्मदिन पर शनिवार प्रातः धर्म गुरु गाज़ी फ़क़ीर,  सभापति हरिवल्लभ कल्ला,पूर्व  सभापति अशोक तंवर कांग्रेस जिला अध्यक्ष गोविन्द भार्गव ,मेघराज परिहार ,पार्षद लीलाधर दहिया ,चंदन सिंह भाटी  ,राजेंद्र सिंह चौहान ,पूर्व पार्षद आनंद सिंह देवड़ा सहित सेकड़ो कार्यकर्ताओ  की उपस्थिति में जवाहर चिकित्सालय में रक्तदान शिविर का शुभारंभ हुआ।इससे पहले शालेमोहम्मद के समर्थकों ने शाले मोहम्मद के पिता धर्म गुरु गाज़ी फ़क़ीर ,सभापति ,पूर्व सभापति के नेतृत्व में अस्पताल में मरीजों को फल वितरित कर शालेमोहम्मद के दीर्घायु होने की कामना की। शनिवार को रक्तदान शिविर में उनके समर्थकों का हुजूम उमड़ पड़ा ।।ब्लड बैंक प्रभारी डॉ दामोदर खत्री ,लेब टेक्नीशियन कैलाश छंगाणी की देखरेख में आयोजित शिविर में एक सौ एक  यूनिट रक्तदान उनके समर्थकों द्वारा किया गया।।रक्तदान के समय शालेमोहम्मद की समर्थक महिला कार्यकार्रता बड़ी तादाद में उपस्थित थी।।रक्तदान शिविर का समापन शालेमोहम्मद की पुत्री शीबा ने महिला कार्यकर्ताओं के बीच केक काटा।इस दौरान महिला कार्यकर्ता शाले मोहम्मद की भुआ कमला ,मीनाक्षी छंगाणी ,फिरदोश ,रेखा माली ,दक्षिता चौहान ,महिमा भाटिया ,संतोष ,भंवरी देवी ,ईश्वरी भाटिया ,अरुणा कंवर देवड़ा एवं  बड़ी तादाद में शाले मोहम्मद के समर्थक उपस्थित थे।।