बाड़मेर सेड़वा प्रकरण।।प्रशासन के साथ स्थानीय नेताओ की सूझबूझ को सलाम।।
एक नादानी के कारण आज पश्चिमी राजस्थान की सरहद उबाल पे थी।हिन्दू मुस्लिम आमने सामने।।कथित तौर पर एक सरपंच द्वारा समुदाय विशेष की धार्मिक भावनाए आहत करने वाली पोस्ट सोसल मीडिया पे डाल दी।एक
तरफ हम पुरे भारत को पढ़ा रहे थे सरहद पर मुस्लिमो के साथ हिन्दू भी रखते हे रोजे।सांप्रदायिक सद्भाव की अनूठी मिशेल को एक व्यक्ति द्वारा खंडित करने का दुःसाहस किया गया।गलत परंपरा का आगाज़ हुआ।भावनाए आहात होनी थी।।मुस्लिमो को भले गालियां दे रहे हो मगर ये अच्छा नही था इस सरहद की आबोहवा के लिए।शांत फ़िज़ाओं में जहर घोलने का असफल प्रयास।पुलिस और प्रशासन ने स्थति को अग्रीम भांप कर कथित आरोपी को हिरासत में लेकर अच्छा संदेश दिया।।सरहद के मुस्लिम भाइयो का आक्रोश वाजिब था मगर फिर भी संयम बरता।यह मेरठ या अलीगढ में हुआ होता तो हालात बेकाबू होते।मगर दाद देनी होगी जिला कलेक्टर सुधीर कुमार पुलिस अधीक्षक गगनदीप सिंगला,उप अधीक्षक ओम प्रकाश उज्ज्वल,उप खंड अधिकारी जितेंद्र सिंह नरुका,समाज सेवी तन सिंह चौहान,रूप सिंह राठौड़,गफूर अहमद,सअहित स्थानीय मुस्लिम और हिन्दू भाइयो ने साम्प्रदायिकता पर लगाम लगाते हुए सद्भावना का जो परिचय दिया।सरहद वासी अहसानमंद रहेंगे।।सरहद का भाईचारा बना रहे इसके सफल प्रयास सामूहिक रूप से हुए।।सलाम योग्य हैं।।लेकिन कानून अपना काम भी करे ताकि भविष्य में ऐसा सरफिरा फिर कोई पैदा न हो।सब धर्मो का सम्मान करो।।BNT@#$$