भारत-पाक स्वर्ण जयंती स्मरणोत्सव (1965 युद्ध) पर
कोणार्क कोर द्वारा लाइट एण्ड साउण्ड शो का आयोजन
भारत और पाकिस्तान के वीच लड़ी गई्र्र 1965 की जंग पर जोधपुर स्टेषन के कोणार्क युद्ध स्मारक पर वीर षहीदों की बहादुरी और उनके परम त्याग को श्रद्धांजलि अर्पित करते हूए 31 अगस्त 2015 को एक लाइट एंव षब्द प्रर्दषन का आयोजन किया गया।
1965 की भारत-पाक युद्ध की स्वर्ण जयंती के अवसर पर आयोजित इस प्रदर्षन का मुख्य उद्देष्य हमारे बहादुर सैनिकों के त्याग को याद करना और उन्हें आभार प्रकट करना था। इस प्रदर्षन के दौरान दोनों देषों की 1965 की युद्ध नीति, मुख्य घटनाक्रमों और उन सभी लड़ाइयों जिसमें भारतीय सेना ने विजय का झन्डा लहराया था, पर प्रकाष डाला गया और साथ ही साथ उपस्थित सभी दर्षकों को इस 50 मिनिट के षो के दौरान भारत की सन 1965 की राजनैतिक, रणनीतिक और आॅपरेषनल घटनाओं से रूवरू करवाया गया।
कोणार्क कोर द्वारा आयोजित इस प्रदर्शन का मुख्य उद्देष्य उन बहादुर ष्ूारवीरों को श्रद्ध्रांजलि अर्पित करना था, जो न केवल अपनी मातृभूिम की रक्षा के लिये देषभक्ति और समर्पण भावों के साथ चट्टान की तरह खडे़ रहे परन्तु दुष्मन के महत्वपूर्ण क्षेन्नों पर कब्जा करके दुष्मन को धूल भी चटाई। उन्होने अपने अदम्य साहस और बहादुरी से पाकिस्तान के नापाक इरादों को नाकाम कर दिया था।
इस प्रेरणादायक प्रदर्षन ने सभी को यह संदेष दिया कि हमारे देष के उन बहादुर जवानों और उन अमर षहीदों को कभी भुलाया नही जायेगा बल्कि पीढ़ी दर पीढ़ी उनके बहादुरी की गाथाऐं सुनाई जायेंगी।
कोणार्क कोर द्वारा लाइट एण्ड साउण्ड शो का आयोजन
भारत और पाकिस्तान के वीच लड़ी गई्र्र 1965 की जंग पर जोधपुर स्टेषन के कोणार्क युद्ध स्मारक पर वीर षहीदों की बहादुरी और उनके परम त्याग को श्रद्धांजलि अर्पित करते हूए 31 अगस्त 2015 को एक लाइट एंव षब्द प्रर्दषन का आयोजन किया गया।
1965 की भारत-पाक युद्ध की स्वर्ण जयंती के अवसर पर आयोजित इस प्रदर्षन का मुख्य उद्देष्य हमारे बहादुर सैनिकों के त्याग को याद करना और उन्हें आभार प्रकट करना था। इस प्रदर्षन के दौरान दोनों देषों की 1965 की युद्ध नीति, मुख्य घटनाक्रमों और उन सभी लड़ाइयों जिसमें भारतीय सेना ने विजय का झन्डा लहराया था, पर प्रकाष डाला गया और साथ ही साथ उपस्थित सभी दर्षकों को इस 50 मिनिट के षो के दौरान भारत की सन 1965 की राजनैतिक, रणनीतिक और आॅपरेषनल घटनाओं से रूवरू करवाया गया।
कोणार्क कोर द्वारा आयोजित इस प्रदर्शन का मुख्य उद्देष्य उन बहादुर ष्ूारवीरों को श्रद्ध्रांजलि अर्पित करना था, जो न केवल अपनी मातृभूिम की रक्षा के लिये देषभक्ति और समर्पण भावों के साथ चट्टान की तरह खडे़ रहे परन्तु दुष्मन के महत्वपूर्ण क्षेन्नों पर कब्जा करके दुष्मन को धूल भी चटाई। उन्होने अपने अदम्य साहस और बहादुरी से पाकिस्तान के नापाक इरादों को नाकाम कर दिया था।
इस प्रेरणादायक प्रदर्षन ने सभी को यह संदेष दिया कि हमारे देष के उन बहादुर जवानों और उन अमर षहीदों को कभी भुलाया नही जायेगा बल्कि पीढ़ी दर पीढ़ी उनके बहादुरी की गाथाऐं सुनाई जायेंगी।