बाड़मेर, बीएसएफ के उप महानिरीक्षक गौतम उत्कृष्ट सेवा के लिए पुलिस पदक से सम्मानित
बाड़मेर, 13 जून। सीमा सुरक्षा बल बाड़मेर सेक्टर के उप महानिरीक्षक प्रतुल गौतम को विज्ञान भवन मंे बीएसएफ के 15वें अलंकरण समारोह के दौरान सराहनीय सेवा के लिए पुलिस पदक से सम्मानित किया गया। हर साल सीमा सुरक्षा बल के संस्थापक रुस्तम जी के जन्मदिन को एसएसबी अपने अलंकरण दिवस के तौर पर मनाती है। इस दौरान अधिकारियों एवं जवानों को वीरता पुलिस पदक और सराहनीय सेवा पुलिस पदक से सम्मानित किया जाता है।
केन्द्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने उप महानिरीक्षक प्रतुल गौतम को 31 वर्ष की सराहनीय एवं बेदाग सेवा के लिए पुलिस पदक से सम्मानित किया गया। इस दौरान गृहमंत्री सिंह ने वर्दी पर पदक लगाकर उप महानिरीक्षक गौतम को प्रशस्ति पत्र प्रदान किया। इस अवसर पर गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने राष्ट्र की रक्षा करते हुए अपने प्राणों का बलिदान देने वाले बलों और जवानों पर देश को गर्व है। उन्होंने कहा कि जब कोई बीएसएफ, केन्द्रीय सशस्त्र पुलिस बल अथवा सेना में शामिल होने का निर्णय लेता है, तो उसके मस्तिष्क में राष्ट्र की सेवा करने का जुनून अवश्य होना चाहिए। सिंह ने कहा कि वह बीएसएफ को एक सामान्य संगठन के तौर पर नहीं देखते, बल्कि वह इसे “रक्षा की पहली दीवार” मानते हैं। उन्होंने देश की सीमाओं पर तस्करी और जाली करंसी नोटों को रोकने में बीएसएफ की अतुलनीय भूमिका की सराहना की। केन्द्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने “सिविक एक्शन प्रोग्राम” के लिए भी बीएसएफ की सराहना की। बीएसएफ की महानिदेशक के. के. शर्मा ने कहा कि बीएसएफ के जवान देश की रक्षा में सर्वोच्च बलिदान दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि एयर विंग, वाटर विंग, आर्टिलरी विंग, कैमल विंग और डॉग स्क्वॉयड बीएसएफ में अहम समर्थन करते हैं। उन्होंने कहा कि बीएसएफ अपने सामाजिक दायित्व को भी बेहतर तरीके से निभा रहा है। उन्हांेने कहा कि अपनी 186 बटालियनों का संचालन करने वाले 2.5 लाख कर्मियों की ताकत के साथ, बीएसएफ सीमाओं की सुरक्षा करने वाली दुनिया का सबसे विशाल सुरक्षा बल है। बीएसएफ भारत की रक्षा के पहले घेरे के रूप में सीमारेखा की रक्षा करने में एक अहम भूमिका निभाता है। इसके अतिरिक्त, ये बल आंतरिक सुरक्षा, अंतरराष्ट्रीय शांति और सीमा प्रबंधन सहित कई कार्यों को सफलतापूर्वक कर रहा है। इस समारोह मंे आईबी के निदेशक राजीव जैन, बीएसएफ और गृह मंत्रालय के पूर्व महानिदेशक एवं वरिष्ठ अधिकारीगण उपस्थित रहे।
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