गुरुवार, 14 जुलाई 2016

बाड़मेर. मिठड़ाऊ और केलनोर में बनेंगे बीएसएफ के क्वार्टर



बाड़मेर. मिठड़ाऊ और केलनोर में बनेंगे बीएसएफ के क्वार्टर



पश्चिमी सरहद पर तैनात बीएसएफ के जवानों को परिवार के साथ रहने का अवसर देने के लिए अब मिठड़ाऊ व केलनोर में क्वार्टर निर्माण का प्रस्ताव भेजा गया है। बीएसएफ की ओर से क्वार्टर नहीं मिलने पर किराए के मकान पर भी परिवार सहित रहने की सुविधा देने पर विचार किया जा रहा है।




सीमा सुरक्षा बल की ओर से निर्णय किया गया है कि अब सरहद पर लगातार ड्यूटी दे रहे जवानों के तनाव को कम करने के लिए उन्हें परिवार के साथ रहने की अनुमति दी जा सकती है। इसके लिए तैयारियां प्रारंभ कर दी गई है। बाड़मेर सेक्टर मुख्यालय की ओर से सीमावर्ती मिठड़ाऊ व केलनोर में बीएसएफ के जवानों के लिए क्वार्टर निर्माण का प्रस्ताव भेजा गया है। यहां पर बड़ी संख्या में परिवार एक साथ रहेंगे और उनके लिए क्वार्टर के साथ रहवासी सुविधाओं का भी खाका तैयार किया गया है।

जिला मुख्यालय से 100 किलोमीटर दूर

सरहद के ये दोनों गांव जिला मुख्यालय से 100 किलोमीटर से भी अधिक दूर है। यहां पर बीएसएफ की निकट की एक दर्जन से ज्यादा चौकियां लगती है, जहां पर जवान तैनात रहते हैं। यहां क्वार्टर बनने के बाद ड्यूटी के आठ घंटे बाद जवान को घर आने का अवसर मिलेगा और परिवार सहित रहकर वह उनका ख्याल भी रख सकेगा।

किराए के लिए भी विचार

क्वार्टर के प्रस्ताव के साथ ही इसमें देरी होने पर सीमावर्ती क्षेत्रों में किराए के मकान लेकर इन जवानों को यहां परिवार सहित रहने की अनुमति दी जा सकती है। इसको लेकर अभी तक निर्णय नहीं हुआ है, लेकिन मामला विचाराधीन है।

जवानों को मिलेगी सुविधा

सीमावर्ती क्षेत्र में सैकड़ों जवान तैनात है। परिवार से दूर ये जवान यहां पर 12 से 14 घंटे ड्यूटी करते हैं और इसके बाद परिवार से मोबाइल पर बात हो जाती है। पारिवारिक परेशानियां जवानों को काफी परेशान करती है। उनके लिए छुट्टी पर जाना और छुट्टी नहीं मिलने पर कुंठाग्रस्त होने की स्थितियां भी रही है। एेसे में अब जवानों को परिवार के साथ रहते हुए ड्यूटी करने का अवसर मिलने पर उनके लिए परिवार की चिंता कम होगी।

प्रस्ताव भेजा है

जवानों के परिवार सहित सीमावर्ती क्षेत्र में रहने के लिए मिठड़ाऊ और केलनोर का प्रस्ताव भेजा गया है। निर्णय उच्च स्तर से किया जाएगा।

- प्रतुल्ल गौतम, उप महानिरीक्षक, बीएसएफ बाड़मेर सेक्टर

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