भारतीय सीमा के सामने पाक द्वारा नो मैन्स लैंड जीरो लाइन पर अवैध निर्माण ,सीसुब ने आपत्ति जताई

 भारतीय सीमा के सामने पाक द्वारा  नो मैन्स लैंड जीरो लाइन पर अवैध निर्माण ,सीसुब  ने आपत्ति जताई 



बाड़मेर पश्चिमी राजस्थान के सरहदी जिले बाड़मेर में पाकिस्तान से लगती  अंतरराष्ट्रीय सीमा पर पाकिस्तान द्वारा नव निर्मित एक इमारत विवाद का नया विषय बन गई है। सीमा से 150 गज के अंदर किया गया यह निर्माण देखने में बंकर जैसा लग रहा था लेकिन पाक का दावा है कि यह शौचालय था। बीएसएफ ने बीते सोमवार को इस अवैध निर्माण को पकड़ा। 


सीसुब के सूत्रों  ने बताया  कि बाड़मेर जिले में गड़रा रोड सरहद  जहां से अंतरराष्ट्रीय सीमा गुजरती है।  यहां  जवानों ने अवैध निर्माण देखा, जो सीमा के 150 गज के भीतर है। इसके बाद जूनियर अधिकारियों की एक फ्लैग मीटिंग तुरंत आयोजित की गई, जिसमें पाकिस्तान ने इस बात से इनकार किया कि निर्माण 150 गज के भीतर था। उन्होंने यह भी दावा किया कि वे जवानों के लिए एक अस्थायी शौचालय का निर्माण कर रहे थे, और यह कोई बंकर या निगरानी चौकी नहीं थी। यह झूठ था, इसलिए हमारे कमांडर ने तुरंत एक विरोध नोट जारी किया।



150 गज का दायरा नो मैन्स लैंड

सीमा के 150 गज के भीतर जो कुछ भी है, उसे नो मैन्स लैंड माना जाता है। इस इलाके में इमारत या निर्माण कार्य की अनुमति नहीं है। लोगों के अनुसार, बंकर का निर्माण रात के समय किया गया था। पिछले सोमवार को बीएसएफ जवानों ने इसे देखा। यह सीमा से 100 गज की दूरी पर बनाया गया था। लोगों ने कहा कि भारत-बांग्लादेश सीमा पर इसी तरह के बंकरों के कम से कम दो मामले सामने आए हैं, लेकिन सीमा पर एक साल में यह पहला मामला है।


सीमा सुरक्षा बल ने विरोध दर्ज कराया

विभागीय सूत्रों  ने बताया कि सीमा सुरक्षा बल ने इस पर पाकिस्तान के समक्ष कड़ा विरोध दर्ज कराया है। आपत्ति के बाद फिलहाल यहां निर्माण कार्य बंद हो गया है। उन्होंने कहा कि भारत ने मांग की है कि इमारत को तुरंत ध्वस्त किया जाए। अगर वे ऐसा नहीं करते हैं, तो भारत भी अपना बंकर बनाएगा।


सीमा क्षेत्र का प्रबंधन बीएसएफ के पास

सीमा का यह हिस्सा राजस्थान सरकार के अधिकार क्षेत्र में है, लेकिन सीमा क्षेत्र का प्रबंधन गुजरात फ्रंटियर से बीएसएफ द्वारा किया जाता है। अधिकारी ने कहा कि निर्माण फिलहाल रुका हुआ है और बटालियन कमांडर जमीन पर निर्माण स्थल की माप की बात कह रहे हैं। सबसे अहम तथ्य यह है कि उन्होंने रात के दौरान यह निर्माण किया, इसका मतलब है कि उन्हें पता था कि यह अवैध है। मुख्यालय को इस घटना के बारे में सूचित कर दिया गया है।



पाकिस्तान रेंजर्स ने जवाब नहीं दिया

इस मामले पर पाकिस्तान रेंजर्स ने अभी तक कोई जवाब नहीं दिया है। अगर वे निर्माण कार्य जारी रखते हैं, तो बीएसएफ भी इस अवैध बंकर के सामने एक ऐसा ही बंकर बनाएगा। बीएसएफ सेना के साथ मिलकर भारत-पाक सीमा के 2296.66 किलोमीटर और नियंत्रण रेखा के 435 किलोमीटर की सुरक्षा करती है।



फोटो sarahad 

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