शनिवार, 29 जून 2019

*जैसलमेर पाकिस्तान से भारत में टिड्डी दल का हमला,

*जैसलमेर पाकिस्तान से भारत में टिड्डी दल का हमला,


जैसलमेर पाकिस्तान से भारत में टिड्डी दल का हमला, सरहदी गांव में मचा हड़कंप, BSF जवानों ने विभाग को किया सूचितराजस्थान के पश्चिमी इलाके से बड़ी खबर है। पाकिस्तान से आए टिड्डी दल ने भारत में हमला कर दिया है। प्रदेश के सरहदी गांवों में टिड्डी दल देखे जाने से किसानों में हड़कंप मच गया है। बाड़मेर के सरहदी गांव तामलोर में टिड्डी देखे जाने की सूचना मिली है। वहीं, BSF जवानों व तामलोर सरपंच ने टिड्डी विभाग को सूचित किया है। प्रदेश में एक बार फिर टिड्डी दल सक्रिय होने से किसानों की चिंता बढ़ गई है। गुरुवार को जैसलमेर के बाद शुक्रवार को बाड़मेर के सरहदी गांव में टिड्डी दल ने हमला कर दिया। सरहदी ग्रामीणों ने देखा, तो बड़ी संख्या में टिड्डी दल जमीन पर रेंगते व पेड़ पौधों को नष्ट करते नजर आए। इस दौरान टिड्डियों के दल को देखते ही किसानों की चिंता बढ़ गई। वहीं बीएसएफ जवानों ने टिड्डी नियंत्रण विभाग को सूचना दे दी है।
*पाकिस्तान में नहीं हुआ टिड्डी पर नियंत्रण*
मिली जानकारी के अनुसार टिड्डी के कुछ बड़े झुंड हैं जो लगातार भारत के बॉर्डर की ओर बढ़ रही है। पाकिस्तान में टिड्डी नियंत्रण कार्यक्रम समुचित रूप से नहीं चलाया जा रहा है। जिसकी वजह से भारत को टिड्डियां को काबू में करना पड़ रहा है। खाड़ी देशों में टिड्डी के बड़े-बड़े झुंड हैं।विशेषकर यमन, ओमान और ईरान में। टिड्डियां जून में अनुकूल मौसमी परिस्थितियों को देखते हुए भारत की तरफ बढ़ रही है। भारत में मानसून का मौसम शुरू हो चुका है और जून में बरसात और आंधी का मौसम रहेगा। जिस कारण टिड्डियों को आगे बढऩे के लिए अनुकूल परिस्थितियां मिलेगी।
*पीली टिड्डी से अधिक खतरा*
टिड्डी के दो रूप होते हैं एक पीला और दूसरा भूरे रंग का। पीले रंग की टिड्डी यानी वयस्क जल्दी से प्रजनन क्रिया कर 10 दिन में ही एक साथ सौ अंडे देकर अपनी तादाद बढ़ाती है। ऐसे में 10 हजार पीली टिड्डी भी कुछ ही दिनों में अपनी संख्या करोड़ तक कर सकती है।
*अफ्रीका से आती हैं टिड्डियां*
साल की शुरुआत में टिड्डी का आउटब्रेक लाल सागर के दोनों ओर स्थित अफ्रीका के पूर्वी देशों और सऊदी अरब से हुआ है। इसके बाद सऊदी अरब, यमन, ओमान और ईरान में टिड्डी के बड़े झुंड विकसित होते जा रहे हैं। ईरान से लगातार टिड्डियां पाकिस्तान के ब्लूचिस्तान होती हुई भारत की ओर आ रही हैं।
*राजस्थान के 4 जिलों को खतरा, जैसलमेर के रास्ते भारत*
टिड्डी दल का राजस्थान के 4 जिलों में सर्वाधिक खतरा है। जिसमें जैसलमेर, बाड़मेर, जोधपुर, बीकानेर शामिल हैं। साथ ही जैसलमेर और बाड़मेर में टिड्डी दल फैल चुका है।पाकिस्तान से अनियंत्रित टिड्डियां लगातार जैसलमेर के रास्ते भारत आ रही है। टिड्डी नियंत्रित होने से पहले ही अण्डा (फाका) दे चुकी है। इससे लाखों टिड्डियां रातों-रात बढऩे का खतरा पैदा हो गया है। टिड्डियां जैसलमेर के पोकरण फील्ड फायरिंग रेंज तक भी पहुंच गई हैं।

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