मंगलवार, 12 मई 2020

बाड़मेर, कोरोना वारियर्स टाइगर के नेतृत्व में प्रभावी भूमिका में बाड़मेर पुलिस सरहद पर खाकी चाक चौबंद ,कोरोना की किलेबंदी में जुटे खाकी के जांबाज़


 बाड़मेर, कोरोना वारियर्स टाइगर के नेतृत्व में प्रभावी भूमिका में बाड़मेर पुलिस ,
सरहद पर खाकी चाक चौबंद ,कोरोना की किलेबंदी में जुटे खाकी के जांबाज़

चंदन सिंह भाटी 

बाड़मेर सीमावर्ती बाड़मेर कोरोना संक्रमण से लम्बे समय मुक्त रहा,अंततः बहरी जिलों और राज्यों से प्रवेश हुआ ,इसके बावजूद शहरी क्षेत्र के आलावा निन्यानवे फीसदी लोग कोरोना संक्रमण के दायरे से मुक्त हैं तो इसके पीछे हमारे पुलिस विभाग के कर्तव्यनिष्ठ ,लगन ,हौसला और ज़ज़्बा हैं ,पुलिस अधीक्षक आनंद शर्मा के नेतृत्व में पुलिस के मंझे हुए अधिकारी अपना दायित्व न केवल बखूबी निभा रहे बल्कि आम जन में पुलिस के प्रति विश्वास पैदा करने में भी सफल रहे ,बारमेर जिले में कोरोना की तालेबंदी करने वाले इन पुलिस अधिकारियो के त्याग और कर्तव्य परायणता को नहीं भुला जा सकता ,सर्दी के मौसम में शुरू हुई कोरोना के खिलाफ जंग भीषण गर्मी के दौर में पहुंच चुकी हे इसके बावजूद बारमेर पुलिस के जांबाज़ योद्धा बाड़मेर की जनता को सुरक्षित रखने में जुटे हैं ,आइये आपको रूबरू करवाते  साहसिक अधिकारीयों से ,


आनंद शर्मा
आनंद शर्मा आईपीएस पुलिस अधीक्षक बाड़मेर

कानून व्यवस्था के साथ प्रवासियांे की आवाजाही की चुनौती



आम जन के लिए आशा की किरण बन कर कोरोना संकट काल में आये ,शर्मा पुलिस महकमे में ब्रिलिएंट अधिकारी के रूप में जाने जाते हैं ,बांसवाड़ा ,झालावाड़ ,पाली के बाद  ब बाड़मेर में पुलिस अधीक्षक की जिम्मेदारी बेहतरीन तरीके से निभा रहे ,मार्च के पहले हफ्ते में अपना पदभार  के साथ उन्होंने बाड़मेर की लचर कानून व्यवस्था को सुधरने  बाड़मेर की जनता में पुलिस  खोया विश्वास पाने के इरादे जाहिर कर दिए थे ,कोरोना वायरस से  लगाए गए लॉक डाउन की पालना करने ,लोगो में समझाई ,मास्क की अनिवार्यता की पालना ,के साथ  व्यवस्था बनाये रखना अहम् जिम्मेदारी थी जिसे उन्होंने अपनी मजबूत टीम के  बखूबी निभाया ,आनद शर्मा की असली परीक्षा  साठ हजार प्रवासियों को जिले में शांतिपूर्वक प्रवेश दिलाने की थी ,प्रवासियों की १३ नाको पे जांच  ,उनका होम आइसोलेसन ,कोरोना संक्रमित क्षेत्रो में कर्फ्यू की पालना जैसे अहम कार्य उनके हिस्से रहे जिन्हे आनंद शर्मा से निष्ठां ,लग्न और हौसलों के साथ पूरा किया ,कोरोना योद्धा के रूप में  पुलिस विभाग के जांबाज़ कार्मिको और अधिकारियो ने आपके नेतृत्व में न केवल बेहतरीन कार्य किया बल्कि लोगो का खोया विश्वास भी हासिल किया ,मार्च में पदभार गृहण  के बाद से लगातार वर्दी में अपने कर्तव्य को अंजाम दे रहे हैं ,

खींव सिंह भाटी आर पी एस अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक
खींव सिंह भाटी 

कोरोना से जंग,हर मोर्चे पर रहते है तैनात।

दो बार राष्ट्रपति पुरस्कार और ढाई सौ से अधिक विभागीय सम्मान पाने वाले जांबाज़ अधिकारी खींव सिंह भाटी पुलिस महकमे में एक इतिहास के रूप में जाने जाते हैं ,बहादुरी ,और जांबाज़ी उनके नस नस में हैं , दीगर हे की सेवानिवृति के एक माह पहले तक अपने कर्त्यव्य को निष्ठापूर्वक  अंजाम दे रहे ,हैं बाड़मेर जिले में लॉक डाउन की पालना ,आमजन में घरों में रहने की समझाईस ,कानून व्यवस्था बनाये रखने ,के साथ अपने अधीनस्थ जवानो की नियमित हौसला अफ़ज़ाई ,होम आईसोलेट किये संदिग्धों की देखरेख ,कर्फ्यूग्रस्त क्षेत्रो में माकूल व्यवस्थाएं ,इन सबसे अलग उन्होंने साठ हजार  जिले में प्रवेश को चुनौतीपूर्ण कार्य माना था ,ये दीगर हे की  अट्ठाईस हजार प्रवासी बाड़मेर आ चुके हैं ,आमजन में खींव सिंह भाटी का खासा प्रभाव्  हे उनके द्वारा आमजन को अपील करते ऑडियो खूब वायरल हुए ,सबसे बड़ी बात की उनकी बात लोगो को अपील करती हैं ,शहर में लॉक डाउन की पलना में गस्त के दौरान खुद मोटर बाइक पे गस्त करते हैं ,मृदुभाषी ,सहज और सरल व्यव्हार के धनी  भाटी ने कोरोना संक्रमणकाल में बाड़मेर वासियो का दिल जीता निसंदेह ,उच्च अधिकारी भाटी की कार्यशैली के न केवल कायल हे बल्कि उन पर भरोसा करते हैं ,भाटी उन पर खरा उतारते हे क्यूंकि वो चुनोतियो से निपटना जानते हैं

डॉ अजय सिंह
डॉ अजय सिंह आईपीएस
33 हजार से अधिक प्रवासियों को सरहद से प्रवेश की जिम्मेदारी

कोरोना संक्रमण और  लॉक डाउन अवधि में राज्य सरकार द्वारा प्रवासियों को जिलो में आने की स्वीकृति देने के साथ बाडमेर में 33 हजार और ,जालोर जिलो में हजारों की तादाद में प्रवासी प्रवेश कर चुके है। प्रवासियों के सुरक्षित प्रवेश ,और कानून व्यवस्था के लिए राज्य सरकार द्वारा बाडमेर जालोर सरहद पर आईपीएस डॉ अजय सिंह को नियुक्त किया है।।डॉ अजय सिंह करीब पंद्रह दिनों से दिन रात नाकों पर प्रवासियों के प्रवेश,उनकी स्क्रीनिंग,मेडिकल जांच,उनका होम आइसोलेशन सहित उनकी समस्याओं को ततपरता से निपटाने में लगे हुए है।।आने वाले प्रवासी रेड जोन क्षेत्र महाराष्ट्र और गुजरात से आ रहे है ऐसे में प्रवासियों के साथ कार्य संपादित कर अपनी जान की परवाह किये बिना डॉ अजय सिंह जांबाजी और निष्ठा के साथ अपने को दी जिम्मेदारी का निर्वहन कर रहे है।।अजय सिंह बाडमेर और जालोर दोनो जिलो की सीमाओं पर अपनी चौकस निगाहों से प्रवासियों की सेवा में जुटे है। अजय सिंह ने बताया कि राज्य सरकार ने प्रवासियों की जिम्मेदारी दी है।।सेवा का मौका मिला है।।नाकों पर 24 घण्टे रहना पड़ता है।।प्रवासीयो का आवागमन दिन रात चलता है।।अलबत्ता मौका मिलता है तो थोड़ी नींद ले लेते है।।अभी तक बाडमेर में करीब पच्चीस हजार से अधिक प्रवासियों को प्रवेश करवा चुके है।।कोरोना के साथ जंग में आईपीएस डॉ अजय सिंह अहम भूमिका निभा रहे है।अक्सर देख रहे है राज्य के अन्य अन्तर्राज्यो के नाकों पर   प्रवासी हंगामा कर रहे है मगर बाडमेर जालोर नाकों पर अमूमन शांति पूर्वक प्रवेश हो रहा है।।अजय सिंह जैसे निडर,निष्ठावान,कर्तव्य परायण अधिकारी ने सुरक्षा की डोर अपने हाथों में ले रखी है मतलब बाडमेर मज़बूत और सुरक्षित हैं

 पुष्पेंद्र सिंह आढा पुलिस उप अधीक्षक बाडमेर

लॉक डाउन की सख्ती से पालना
पुष्पेंद्र सिंह आढा 

कोरोना संक्रमण से सुरक्षा और लॉक डाउन की पालना कराने में पुलिस महकमे के एक किरदार ने बड़ी भूमिका निभाई।।यह किरदार पुलिस उप अधीक्षक के रूप में कार्यरत पुष्पेंद्र सिंह आढा है।।पुष्पेंद्र सिंह ने 21 मार्च से मोर्चा संभाल दिया।।तब से लेकर अब तक निरंतर बाडमेर में कानून व्यवस्था को लेकर सजग रहे।।लॉक डाउन की पालना में आमजन को समझाईस हो या आमजन की मदद।।हर तरफ से सकारात्मक रुख के साथ लोगो की सेवा को ध्येय बनाया।।पुष्पेंद्र सिंह पुलिस सेवा के अनुभवी अधिकारी है।कोरोना संकटकाल में उन्होंने अपने अनुभव ,मृदुभाषी शैली,कर्तव्य निष्ठा,लगन और जांबाजी के साथ अपने दायित्व को निभाया।।बाडमेर रेंज की कमान आपके हाथ मे थी।जिला मुख्यालय पर लॉक डाउन की पालना के साथ अवैध वाहनों पर कार्यवाही,बिना मास्क घूमने,वालो पर कार्यवाही।चौबीस घण्टे की ड्यूटी।।इमरजेंसी में रात्रि को भी वर्दी पहने निकल पड़ते है।।तीन महीने से लगातार जन सेवा में जुटे पुष्पेंद्र सिंह निसंदेह एक कोरोना वारियर्स के रूप में लोगो की पहली पसंद बन उभरे।।



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