कोरोना वारियर्स मुकेश वीरा,वीरा ने जेसलमेर पोकरण को कोरोना हब बनने से बचाया
जैसलमेर एक शख्स ने जैसलमेर पोकरण को कोरोना संक्रमण का हब बनने से अपने इंटेलिजेंट दिमाग का इस्तेमाल कर रोक दिया अगर मुकेश वीरा ने अपना पुलिसिया दिमाग इस्तेमाल न किया होता तो पोकरण कोरोना के हब के रूप में होता।कोरोना कंट्रोलर मुकेश वीरा जेसलमेर पुलिस में साइबर सेल का मन्जा हुआ सिपाही है ।क्रिमिनल केसों में मुकेश बीरा ने सैकड़ो केस सॉल्व करवाने में मदद की।।करोना संक्रमण का पहला केस जब पोकरण में मिला तो पॉजिटिव मिले व्यक्ति की कोई ट्रेवल हिस्ट्री नही थी।।जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन के लिए यह पेचीदा मामला था कि पॉजिटिव मरीज आखिर संक्रमित हुआ कैसे।।इस चैन को ढूंढने का कार्य जिला पुलिस अधीक्षक डॉ किरण कंग ने जेसलमेर पुलिस के साइबर सेल के होनहार मुख्य आरक्षी मुकेश बीरा को सौंपा।।मुकेश वीरा ने पोकरण में रहकर 24 घण्टे में सनक्रमित व्यक्ति संपर्क ढूंढ निकाला।।मौलवी हुई के रूप में।मौलवो हुई की ट्रेवल हिस्ट्री निकाल मुकेश वीरा ने सबको चोंका दिया।जिला कलेक्टर नमित मेहता और पुलिस अधीक्षक डॉ किरण कंग सिंद्धु ने भी वीरा की इंटेलीजेंसी का लोहा मांन लिया।।वीरा के कारण ट्रेस हुए मौलवी हुई को समय पर कवरेन्टीन करने से सैकड़ो लोग उसके संपर्क में आने से बच गए हुई समय पर कवरेन्टीन हो गया।। मौलवी हुई कि रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद उसके द्वारा भ्रमण किये गोमट,उज्जला और थाट में जाकर कॉन्टेक्ट हिस्ट्री निकाल ली।मौलवी के सम्पर्क में जो आया उन्हें प्रशाससन ने आइसोलेट कर दिया।।जिससे संक्रमण का फैलाव नहीं हो पाया ,क्राइम कंट्रोलर मुकेश वीरा कोरोना कंट्रोलर उभर कर सामने आये ,कोरोना संक्रमण काल और लॉक डाउन के दौरान मुकेश वीरा ने जो हौसला ,जज्बा और कर्तव्यनिष्ठा दिखाई जैसलमेर वासी नतमस्तक हैं ,कोरोना संबंधित जितने पॉजिटिव केस आये उनकी ट्रेवल और कांटेक्ट हिस्ट्री खंगालने की जिम्मेदारी वीरा के पास हैं,वीरा अपना काम बखूबी कर रहे हैं जिसके चलते वो अपने अधिकारियो और जैसलमेर वासियो के चहेते हैं ,सायबर क्राइम के केसों के खुलासे में भी उनका अहम योगदान रहता हैं ,
मुकेश वीरा |
जैसलमेर एक शख्स ने जैसलमेर पोकरण को कोरोना संक्रमण का हब बनने से अपने इंटेलिजेंट दिमाग का इस्तेमाल कर रोक दिया अगर मुकेश वीरा ने अपना पुलिसिया दिमाग इस्तेमाल न किया होता तो पोकरण कोरोना के हब के रूप में होता।कोरोना कंट्रोलर मुकेश वीरा जेसलमेर पुलिस में साइबर सेल का मन्जा हुआ सिपाही है ।क्रिमिनल केसों में मुकेश बीरा ने सैकड़ो केस सॉल्व करवाने में मदद की।।करोना संक्रमण का पहला केस जब पोकरण में मिला तो पॉजिटिव मिले व्यक्ति की कोई ट्रेवल हिस्ट्री नही थी।।जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन के लिए यह पेचीदा मामला था कि पॉजिटिव मरीज आखिर संक्रमित हुआ कैसे।।इस चैन को ढूंढने का कार्य जिला पुलिस अधीक्षक डॉ किरण कंग ने जेसलमेर पुलिस के साइबर सेल के होनहार मुख्य आरक्षी मुकेश बीरा को सौंपा।।मुकेश वीरा ने पोकरण में रहकर 24 घण्टे में सनक्रमित व्यक्ति संपर्क ढूंढ निकाला।।मौलवी हुई के रूप में।मौलवो हुई की ट्रेवल हिस्ट्री निकाल मुकेश वीरा ने सबको चोंका दिया।जिला कलेक्टर नमित मेहता और पुलिस अधीक्षक डॉ किरण कंग सिंद्धु ने भी वीरा की इंटेलीजेंसी का लोहा मांन लिया।।वीरा के कारण ट्रेस हुए मौलवी हुई को समय पर कवरेन्टीन करने से सैकड़ो लोग उसके संपर्क में आने से बच गए हुई समय पर कवरेन्टीन हो गया।। मौलवी हुई कि रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद उसके द्वारा भ्रमण किये गोमट,उज्जला और थाट में जाकर कॉन्टेक्ट हिस्ट्री निकाल ली।मौलवी के सम्पर्क में जो आया उन्हें प्रशाससन ने आइसोलेट कर दिया।।जिससे संक्रमण का फैलाव नहीं हो पाया ,क्राइम कंट्रोलर मुकेश वीरा कोरोना कंट्रोलर उभर कर सामने आये ,कोरोना संक्रमण काल और लॉक डाउन के दौरान मुकेश वीरा ने जो हौसला ,जज्बा और कर्तव्यनिष्ठा दिखाई जैसलमेर वासी नतमस्तक हैं ,कोरोना संबंधित जितने पॉजिटिव केस आये उनकी ट्रेवल और कांटेक्ट हिस्ट्री खंगालने की जिम्मेदारी वीरा के पास हैं,वीरा अपना काम बखूबी कर रहे हैं जिसके चलते वो अपने अधिकारियो और जैसलमेर वासियो के चहेते हैं ,सायबर क्राइम के केसों के खुलासे में भी उनका अहम योगदान रहता हैं ,
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें